उत्तर प्रदेश सरकार भले ही यहां सुशासन और न्याय व्यवस्था की बातें करती हो, लेकिन अधिकारियों की कार्यशैली के आगे सरकार की नीतियां व दलीलें बौनी नजर आती हैं.
भोगनीपुर तहसील का रहने वाला इसरारूल हसन अपनी समस्या के समाधान के लिए पिछले कई दिनों से शासन प्रशासन और पुलिस के चक्कर काट रहा था. दरअसल हसन का अपने पड़ोसी से आपसी विवाद चल रहा था. एक मकान के छज्जे को बनाने को लेकर दोनों ही पक्ष का आपस में विवाद चल रहा था. दूसरा पक्ष ज्यादा मजबूत होने के चलते निर्माण कार्य को नहीं रोक रहा था.
हसन इस बात को लेकर लगातार भोगनीपुर एसडीएम और नजदीकी देवराहा थाने में गुहार लगा रहा था. हालांकि लाखों कोशिशों के बाद भी कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. जिसके बाद उसने ये अजीब फैसला किया. हसन के इस कदम से शासन-प्रसाशन के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं.