Monday , November 25 2024

इटावा , बच्चों ने नोएडा में हुए स्टेट स्केटिंग चैम्पियनशिप में किया बड़ा धमाल करते हुए 7 मैडल अपने नाम कर इटावा का नाम रोशन किया

इटावा: कुछ समय पहले तक स्केटिंग महंगा और महानगरों में रहने वाले बच्चो का खेल माना जाता था लेकिन अब छोटे शहरों के बच्चो ने भी इसमे भाग लेना शुरू कर दिया है साथ ही मेडल भी जीत कर लाया रहे है।  इटावा के बच्चों ने नोएडा में हुए स्टेट स्केटिंग चैम्पियनशिप में किया बड़ा धमाल करते हुए 7 मैडल अपने नाम कर इटावा का नाम रोशन किया है। नोएडा में आयोजित ओपन स्टेट स्केटिंग चैम्पियनशिप में ERSA ( इटावा रोलर स्पोर्ट्स एसोसिएशन) द्वारा ले जाई गयी स्केटर्स की टीम बच्चो ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में 7 पदक प्राप्त किये तथा कुछ बच्चे फाइनल तक पहुंचे। इस टीम में विभिन्न आयुवर्ग के बच्चे शामिल थे।

बच्चो के स्केटिंग के ट्रेनिंग देने वाले कोंच उपेंद्र सिंह ने बताया कि पहले सिर्फ बड़े शहरों के प्रतिभागी ही स्केटिंग में भाग ले पाते थे लेकिन इटावा के बच्चो ने 7 पदक जीत कर साबित कर दिया कि छोटे शहरों के बच्चे भी कम प्रतिभाशाली नही है। उन्होंने बताया कि इटावा में स्केटिंग के लिये कोई स्थान नही है इसके बाद भी सड़को इत्यादि पर प्रेक्टिस कर के बच्चो ने जनपद के नाम ऊंचा किया है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्केटिंग सीखने वाले बच्चो को उचित स्थान और सुविधा उपलब्ध करा दी जाए तो यहां के बच्चे स्केटिंग में काफी आगे जा सकते है।

मेडल लाने वाले बच्चो में ख्याति नामक प्रतियोगी ने क्वाड्स स्केट 1000 मीटर रिंक रेस में स्वर्ण पदक जीत कर अपना और अपने जिले का नाम रोशन किया है। इसके साथ ही नेत्रा ने डर्बी में कांस्य पदक, देव यादव में इनलाइन स्केट 1000 मीटर रोड रेस में रजत पदक, 500 मीटर रिंक रेस में काँस्य पदक, 1000 मीटर रिंक रेस में रजत पदक जीत हैट्रिक लगाई जो की एक रिकॉर्ड है। आयुष गुप्ता ने क्वार्डस 1000 मीटर रोड रेस में काँस्य पदक, गुलशन बाबू ने इनलाइन स्केट 3000 मीटर रिंक रेस में रजत पदक जीता।

इसके साथ ही आंशिका, अंतस यादव, नितिन यादव ने फाइनल म जगह बनाई। अभिजीत त्रिपाठी ने सेमी फाइनल ने पहुचे। श्रेयन वर्मा, शिखर प्रताप, पर्व अग्रवाल, अथर्व ने क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। इस ऐतिहासिक सफलता में ERSA की टीम जिसमें एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती कल्पना यादव, जनरल सिकरेट्री एवम डर्बी कोच श्रीमती अर्चना भदौरिया, संरक्षक नरेश भदौरिया जिनके साथ साथ कोच उपेंद्र सिंह यादव एवम श्री शिव सिंह यादव और सहायक के रूप में सुमित यादव का बहुत बड़ा योगदान रहा।