फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने जून 2022 की बैठक में भी पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा है.एफएटीएफ ने कहा कि पाकिस्तान ने शर्तों में को पूरा किया है. हालांकि उसने अपने फैसले में ऑनसाइट विजिट की भी बात कही है.
ऑनसाइट विजिट का मतलब है कि एफएटीएफ पाकिस्तान के काम से संतुष्ट है. एफएटीए के ऑनसाइट विजिट के फैसले को फाइनेंशल क्राइम वॉचडॉग की वेबसाइट पर भी डाल दिया गया है.एफएटीएफ के अध्यक्ष मार्कस प्लीयर ने कहा कि हमारी एक टीम अक्टूबर से पहले पाकिस्तान जाकर, ऑनसाइट शर्तों को पूरा करने के उसके दावों का परीक्षण करेगी, जिसके बाद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने का फैसला किया जाएगा.
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने बर्लिन में कार्य योजनाओं पर पाकिस्तान की प्रगति की समीक्षा की. अक्टूबर 2018, 2019, 2020, अप्रैल 2021, अक्टूबर 2021 और मार्च 2022 में हुए एफएटीएफ रिव्यू में भी पाकिस्तान को राहत नहीं मिली थी. इस दौरान पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को विदेशों से और घरेलू स्तर पर आर्थिक मदद मिली है.