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जसवंतनगर: मध्यमिक शिक्षा बोर्ड हाईस्कूल  के परीक्षाफल मे इटावा की टॉप 10 की सूची मे  चौ.सुघर सिंह इंटर कालेज

जसवंतनगर: मध्यमिक शिक्षा बोर्ड हाईस्कूल  के परीक्षाफल मे इटावा की टॉप 10 की सूची मे  चौ.सुघर सिंह इंटर कालेज जसवंतनगर ने एक बार फिर अपना  परचम फहराया है। इस सूची  में अकेले इस स्कूल की 7  छात्राओं ने टॉप  सूची में स्थान प्राप्त करने की सूचना मिलते ही जश्न मनाया गया तथा पटाखे व ढोल बजे

ये टॉपर  आईएएस आईपीएस, इंजनियर , पायलेट व  शिक्षक बनकर देश की सेवा करना चाहते है । सभी  ने  अपनी सफलता के लिए अपने माता पिता, तथा कालेज के अध्यापको और वहां की शिक्षण व्यवस्था  को श्रेय दिया है

चौधरी सुघर सिंह कालेज के प्रबंध निर्देशक अनुज मोंटी यादव ने बताया कि टॉप 10 सूची मे आस्था बघेल ने  600 मे से 563 अंक पाकर जिले में तीसरे नम्बर पर तथा दीप्ती यादव ने भी 600 मे से 563 अंक पाकर तीसरा  ही स्थान प्राप्त कियाहै ।चौथे स्थान पर कु यशी ने 600 मे से 562 अंक पाये है, जबकि तान्या ने 600 मे से 561 अंक पाकर पाचवा स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा  कु दीक्षा औऱ कुमारी ज्योति  ने 600 मे से 558 अंक प्राप्तकर सातवा स्थान प्राप्त किया है आठवे स्थान पर आस्था ने 600 मे से 557 अंक पाये है।

जिले में तीसरा स्थान पाने वाली आस्था बघेल सिद्वार्थपुरी जसवंतनगर की  निवासिन है।  उसके पिता शिवनाथ बघले एक प्राइवेट डाक्टर है।   उसकी माँ सर्वेश वघेल सरकारी अध्यापिका है । उन्होंने बताया कि सुबह कोचिंग के बाद स्कूल जाती थी और फिर 4 घंटे घर पर  रहकर,पढकर मुकाम हासिल किया है।

तीसरा ही स्थान पाने वाली दीप्ती यादव के पिता रजनीश यादव है तथा माँ सुनीता गृहणी है। यह नगला भवानी, रायनगर की  निवासिन है। बह अपने इस मुकाम पर पहुॅचने का श्रेय अपने दादा जी को देती है। उन्होंने गाइड कर इस मुकाम पर पहुॅचाया है ।वह आईपीएस बनकर देश की सेवा करना चाहती है ।

उसने नियमित 4-5 घंटे पढाई की है। फोन का प्रयोग सिर्फ पढाई के लिए करटी है।  उसने अभिभावको से अपील की है कि वे लडकियो को ।प्रोत्साहित  करे ।

चौथा स्थान  पाने वाली यशी के पिता का नाम विजय कुमार तथा मां का नाम शशी देवी है। यह ग्राम प्रतापपुरा ,जसवंतनगर की है । उसने अपनी सफलता का श्रेय  अपनी फैमली और अध्यापक को  दिया है। आने संदेश में उसने कहा  कि लडकिया भी लडको के बराबर है ।अगर बह लगन से पढे ,तो अपनी मंजिल तक पहुॅच सकती है उसका सपना इंजीनियर बनने का है।

पांचवा स्थान पाने वाली तान्या ग्राम सिसहाट  की है।इनके पिता का नाम बलबीर सिंह  एक सरकारी अध्यापक है ।मां पूनम गृहणी है। वह लगभग 6 घंटे से ज्यादा कडी मेहनत करती थी, यब यह मुकाम हासिल किया है आगे चलकर वह डाक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है