इटावा*भारतीय जनता पार्टी जनपद इटावा द्वारा लोकतंत्र सेनानियों का स्वागत सम्मान कार्यक्रम !*
आज भाजपा पूरे देश में युवा पीढ़ी को संदेश देने के लिए प्रत्येक जनपद में 1975 के आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा में समर्पित रूप से भागीदारी किए हुए सेनानियों को सम्मानित करने का कार्य कर रही है तथा राजनैतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए लगाए गए आपातकाल की 47वीं वर्षी को विरोध स्वरूप में हर साल की तरह ‘काला दिवस’ के रूप में मना रही है ।
इसी के अंतर्गत *आज सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस में बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत की अध्यक्षता में एवं कार्यक्रम संयोजक जिला मंत्री जितेंद्र गौड़ के संयोजन में ‘लोकतंत्र सेनानियों के स्वागत-सम्मान कार्यक्रम’* का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में *मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व कानपुर देहात के निवर्तमान जिलाध्यक्ष राहुल देव अग्निहोत्री* उपस्थित रहें ।
*मुख्य अतिथि राहुल देव अग्निहोत्री , जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत सहित पार्टी पदाधिकारियों ने लोकतंत्र सेनानी सहदेव सिंह, पवन जैन, नरेंद्र तिवारी, राममिलन, मुहम्मद क़ासिम, मुहम्मद ज़मीर उर्फ दुर्रे, ऊदल सिंह, बेनीराम, प्रेम सिंह, कामता प्रसाद, यूसुफ खां, चंदन सिंह, शंकर सिंह, श्रीमती शशिप्रभा, धुन्नू सिंह, श्रीमती मुन्नी देवी, , गोपाल जी, मंसूर अहमद, श्याम बाबू , मुहम्मद शरीफ़, श्रीमती मुन्नी देवी, व गौतम वर्मा को माला, पटका व पगड़ी पहनाकर स्वागत किया ।*
कार्यक्रम को *संबोधित करते हुए राहुल देव अग्निहोत्री ने कहा* कि पार्टी का उद्देश्य है कि लोकतंत्र के रक्षा में सेनानियों को इस अप्रतिम योगदान के समय विभिन्न प्रकार के दंश झेलना पड़ा था, उससे वर्तमान व आने वाली पीढ़ी सबक व प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान जनता को जो पीड़ा व प्रहार झेलना पड़ा था। वह देश की राजनीतिक दिशा बदलने का कारण बना।
आपातकाल के बहाने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के नागरिकों के अधिकारों का हनन किया था। न्यायपालिका में हार को इंदिरा पचा नहीं सकीं थी और देश में मात्र रेडियो पर संदेश प्रसारण के जरिये ही आपातकाल लागू कर दिया गया था। लाखों लोगों को जेल में डाल दिया गया था।
भाजपा ने जेल जाने वाले इन लोगों को लोकतंत्र सेनानी का नाम देकर सम्मानित किया। 25 जून को पार्टी हर साल आपातकाल की बरसी मनाकर कांग्रेस के लोकतंत्र विरोधी चेहरे को सामने लाती है।
आज से 47 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक ऐसा फैसला किया, जिसने लोकतंत्र की नींव को हिलाकर रख दिया था।उन्होंने संविधान की धारा 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी। लोगों के मौलिक अधिकार निलंबित कर दिए गए। सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। बिना सरकार की अनुमति के खबर छापने पर रोक लगा दी गई थी।
स्वागत कार्यक्रम में अपने *समापन उद्बोधन में जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत ने कहा* कि भाजपा देश के सभ्यता, संस्कृति, धरोहरों के प्रति सदैव संवेदनशील रही है। जिसके परिणाम स्वरूप भाजपा देश के महापुरुषों के लिए समय-समय पर सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित करती रहती हैं। जिसके क्रम में आज का यह समारोह आयोजित है। करीब 21 महीने तक देश में आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी देकर जेल में यातनाएं सहने वाले लोकतंत्र सेनानियों को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सम्मानित भी किया गया है ।
आपातकाल के समय जनसंघ के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को खोज-खोज कर उन्हे जेल में डाला गया। उनके साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया गया। उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने पद और राजनैतिक महत्वाकांक्षा के लिए आपातकाल लगाया था।
लोकतंत्र सेनानियों की देशभक्ति भावना से हमे सीख लेनी चाहिए और आप सभी की समस्याओं को आगे के पटल पर रखेंगे ।
*कार्यक्रम का कुशल संचालन कार्यक्रम संयोजक जिला मंत्री जितेंद्र गौड़ ने किया ।*
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ.रमाकांत शर्मा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष कृपा नारायण तिवारी, जिला महामंत्री शिवाकांत चौधरी, जिला उपाध्यक्ष विक्रम अग्रवाल, जिला मंत्री डॉ. ज्योति वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी रोहित शाक्य, विकास भदौरिया, अजय यादव , सतेंद्र राजपूत, पंकज कुशवाहा, राज कुमार वर्मा, वासु चौधरी, जितेंद्र यादव, रवि प्रकाश धनगर, गजेंद्र मिश्रा, जितेंद्र भदौरिया, वैभव मिश्रा सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।