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औरैया, पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से,प्रशासन बना बेख़बर*

*औरैया, पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से,प्रशासन बना बेख़बर*

*अजीतमल,औरैया।* अमानक स्तर की पॉलीथिन पर पूर्णतः प्रतिबंध के बाद नपा तथा तहसील प्रशासन एक साथ मुहिम चलाकर कार्रवाई तो की थी। किंतु बाद में यह मुहिम ठंडी पड़ गई। कुछ माह पहले अभियान चलाकर नगर गली एवं मोहल्ले को स्वच्छ रखने के प्रयास किए गए थे। इन तमाम प्रयासों के माध्यम से व्यापारियों और आम जनता को जागरूक किया गया था। लेकिन समझाइश के बावजूद व्यापारी से लेकर आमजन बड़ी मात्रा में 40 माइक्रोन से कम की पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं, जिससे जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, तो वहीं जानवरों को भी नुकसान हो रहा है, लेकिन अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते बाजारों में व्यापारी अपनी दुकानों पर लोगों को जागरूक करने की जगह पॉलीथिन में ही सामान देने में लगे हुए हैं। यही वजह है कि लोग भी बेफिक्र होकर पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। प्रतिबंध के बाद भी सिंगल यूज पॉलिथीन पर प्रतिबंध होने के तत्काल बाद ही नगर में काफी हद तक लोगों में इसके प्रति जागरूकता आ गई थी। जिसके बाद ग्राहक अधिकतर जूट एवं कपड़े के थैले का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालात यह है कि अब भी नगर में 70 से 80 प्रतिशत व्यापारियों के द्वारा सिंगल यूज पॉलिथीन का खुलेआम उपयोग किया जा रहा है, जिसमें अधिकतर सब्जी एवं फल विक्रेता सहित कुछ अन्य व्यापारी ग्राहकों को सिंगल यूज पॉलिथीन में सामान रख कर दे रहे हैं। जान कर भी लापरवाही कर रहे लोग पॉलिथीन इस्तेमाल के लिए ग्रामीण क्षेत्र की जनता को दुष्परिणामों की जानकारी न हो, लेकिन समाज के शिक्षित वर्ग के द्वारा पॉलीथिन के दुष्परिणाम को जानकर भी इसका खुल कर उपयोग करते हैं। पर्यावरण व मानव जीवन के लिए खतरा बन चुकी सिंगल यूज़ पॉलिथीन प्रतिबंध के बावजूद नगर के बाजार एवं सब्जी मंडी में धड़ल्ले से इस्तेमाल में लाई जा रही है। नगर एवं क्षेत्र में अमानक स्तर के पॉलिथीन और डिस्पोजल का चलन जोरों पर है। पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले पॉलीथिन और डिस्पोजल के खिलाफ पूरे देश में सिंगल यूज पॉलीथिन के उपयोग पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया है। गांधी जयंती पर शासन ने की थी सख्ती सरकार के द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से पूरे देश में सिंगल यूज पॉलीथिन के उपयोग पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया है, बावजूद इसके अब भी नगर के दुकानदारों में पर्यावरण रक्षा को लेकर किसी प्रकार की रुचि नहीं दिखाई जा रही। परिणाम स्वरूप जमीनी स्तर पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। नगर की होटलों, चाय पान की दुकान, किराना एवं सब्जी मंडी में इसका चलन अब भी जारी है। क्या बोले ज़िम्मेदार उपजिलाधिकारी अजीतमल अखिलेश सिंह ने बताया कि नगर पंचायत ईओ को निर्देशित कर जाँच करवाई जाएगी साथ ही आम जनता और व्यापारियों को जागरूक किया जाएगा। बावजूद इसके यदि व्यापारी शासन के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं, तो कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता