*शिक्षण संस्था से धन अर्जित करना उद्देश्य नही-गुल्लू यादव*
● छात्र-छात्राओं को संस्कारित शिक्षा दिलाना मुख्य उद्देश्य है,
भरथना,इटावा। भरथना के उद्योगपति अजय कुमार गुल्लू यादव ने कहा है कि वर्तमान आधुनिक समय और फैशन के दौर में नवयुवक अपनी संस्कृति परंपराओं के साथ छोटे बड़े का लिहाज करना भूलते जा रहे है,जिसके कारण हमारा देश भारतीय संस्कृति की खोता जा रहा है।
उन्होंने बताया जबकि विश्व मे भारत देश की प्रथम पहिचान उसकी अपनी संस्कृति है।
उद्योगपति श्री गुल्लू यादव सोमवार को भरथना नगर के मोहल्ला ब्रजराज नगर अवध राइस मिल के निकट विशाल ग्राउण्ड में वातानुकूलित नवनिर्मित भव्य भवन में संचालित हुए संस्कृति इंटरनेशनल स्कूल के शुभारम्भ अवसर पर पहुँचे थे।
उन्होंने स्कूल के प्रथम दिन माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पहार पहनाकर स्कूल का शुभारम्भ करते हुए कहा है कि शिक्षण संस्था ज्ञान का मन्दिर होता है धन अर्जित करने का साधन नही,श्री गुल्लू यादव ने कहा है धन अर्जित करने के लिए व्यापार है,इस संस्था का उद्देश्य भारतीय सभ्यता संस्कार और बड़े- छोटे का आदर सत्कार दिलाने के साथ संस्कारित शिक्षा दिलाना हैं।
उन्होंने बताया कि शहर की प्रदूषित आवहवा से दूर पूर्ण सुरक्षित और आने जाने के लिए वाहन सुविधा के साथ वातानुकूलित नवनिर्मित भव्य भवन में संचालित संस्कृति इंटरनेशनल स्कूल का मुख्य उदेश्य छात्र-छात्राओं को शिक्षित बनाने के साथ गुडबान बनाना है।
स्कूल के शुभारम्भ अवसर पर भरथना नगर पालिका परिषद की पूर्व चेयरमैन रंजना यादव,उनके पुत्र अंकित यादव,सार्थक यादव,छोटू,भरथना प्रेस क्लब के महामंत्री विजयेन्द्र तिमोरी,राजेश यादव पण्डा,शिवांग कुमार के अलावा संस्कृति इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य साधना तिवारी,कैंब्रिज मोंटसरी प्री-स्कूल की प्रधानाचार्या निकेता यादव,भूपेश तिवारी,प्रफुल्ल कुमार,
पीटीआई पवन यादव, शिवम शर्मा आदि शिक्षक,शिक्षिकाएँ मौजूद रहीं।