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फाइलेरिया से जोखिम न उठाएंं साल में एक बार दवा जरूर खाएं:डिप्टी सी एम ओ डॉ. महेश चंद्रा*

*फाइलेरिया से जोखिम न उठाएंं साल में एक बार दवा जरूर खाएं:डिप्टी सी एम ओ डॉ. महेश चंद्रा*

*संक्रामक रोगों के बचाव के लिए अपनाएं निम्नलिखित उपाय*

जसवंतनगर। ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम सराय भूपत में आज डॉक्टरों की टीम द्वारा घर-घर दस्तक दी गई । डॉक्टरों की टीम ने घर-घर जाकर घर में पानी इकट्ठा न करने सलाह दी। डॉक्टरों की टीम ने घरों में जाकर कूलर,ड्रम, पानी की टंकी , घरों मे रखे गमलों को चेक किया। और साफ सफाई रखने की ग्रामीणों को सलाह दी।
डिप्टी सी एम ओ डॉक्टर महेश चंद्रा ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ या पाँव की सूजन, (हाथी पाँव) हाइड्रोसील है। किसी भी व्यक्ति के संक्रमण के बाद बीमारी होने में 5 से 15 वर्ष लग सकते हैं।फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है । उन्होंने कहा कि घर-घर फाइलेरिया की दवा पहुंच रही है। आप लोग साल में एक बार फाइलेरिया की दवा जरूर खाएं और इस भयंकर बीमारी से बचें ।
मच्छरों को बचाव के लिए नियमित्त मच्छरदानी का प्रयोग करें। मच्छर रूपी उपाय अपनाएं ।दरवाजे व खिड़कियों पर जाली लगवाएं। पानी की टंकी पर ढक्कन लगाकर रखें। कूलर में साफ पानी रखें और हफ्ते मे एक दो बार सफाई जरुर् करे।घर के आसपास गंदगी ना होने पाए और गंदा पानी जमा न होने पाए। उन्होंने कहा इसी तरीके से हम लोगों को संक्रामक रोगों से भी बचना चाहिए संक्रामक रोग से बचने के लिए नालियों की नियमित सफाई करें ,जानवर घर से दूर रखें । नियमित आस पास साफ करें ।पीने के लिए इंडिया मारका सरकारी हैण्डपम का प्रयोग करें ।खाने से पहले साबुन से हाथ धोए। कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखें ।
डिप्टी सी एम ओ डॉक्टर महेश चंद्रा ने कहा कि बुखार होने पर आप सभी लोग तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं ।
सर पर पानी की पट्टी रखें ।
बुखार के समय पानी एवं तरल पदार्थ जैसे नारियल पानी शिकंजी ताजे फलों का रस इत्यादि का सेवन करें ।
कमरे को ठंडा रखें ।
झोलाछाप चिकित्सकों से बचें। बिना चिकित्सक की सलाह के अनावश्यक औषधियों का सेवन ना करें।साथ मे उपस्थित रहे सीनियर मलेरिया जिला अधिकारी नीरज दुवे,संगिनी कृष्णकांति आदि।