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इटावा,कोतवाली पुलिस व वन विभाग के सहयोग से बची राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान

इटावा,कोतवाली पुलिस व वन विभाग के सहयोग से बची राष्ट्रीय पक्षी मोर की जान

(अब अपराधी पकड़ने के साथ साथ साँप निकलने पर भी बुलाई जा रही 112 पुलिस)

डॉ आशीष त्रिपाठी

इटावा। पुलिस पर अतिरिक्त कार्य का बोझ है क्यों कि,अब इटावा पुलिस का कार्य सिर्फ चोर या बदमाश पकड़ना ही नही है बल्कि इटावा पुलिस जनपद में कानून व्यवस्था बनाये रखने के साथ प्रकृति संरक्षण में भी डायल 112 के माध्यम से क्षेत्र में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। ताजा मामला है कोतवाली क्षेत्र का जिसके अनुसार आज एक एक मादा मोर किसी तरह से बाजार में एक दुकानदार की दुकान में उड़कर आ गई थी जिसके बाद उस दुकानदार ने समझदारी का परिचय देते हुये उस राष्ट्रीय पक्षी मोर को पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। जिसे कोतवाली पुलिस ने भी सुरक्षित तरीक़े से एक कमरे में प्लास्टिक की डलिया में बंद कर लिया था जिसमे उसके पर्याप्त सांस लेने की भी व्यवस्था मौजूद थी। तभी कोतवाली स्थित एलआईयू यूनिट के एक पुलिसकर्मी संतोष यादव ने पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्यरत संस्था ओशन के महासचिव वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को उनके हेल्पलाइन नम्बर पर मोर के कोतवाली में सुरक्षित रखे होने की सूचना दी। जिसके बाद डॉ आशीष ने स्वयं मौके पर जाकर उस मोर को देखा तो वह बिल्कुल ही स्वस्थ था बस उसके दौनो पैर पहले से ही एक नाइलोन की पतली रस्सी से बंधे हुये थे। तब प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी अतुल कांत शुक्ला से सम्पर्क किया गया जिसपर उन्होंने तत्काल कार्यवाही करते हुये विभागीय वन दरोगा सुशील कुमार को मौके पर भेजा तब पुलिस द्वारा उचित लिखित कार्यवाही के बाद उस मादा मोर को पूरी सुरक्षा के साथ वन विभाग के कर्मचारियों को कोतवाली पर उपस्थित एसआई इमरान फरीद की उपस्थिति में सौंप दिया गया। विदित हो कि, जनपद में नगर पालिका परिषद इटावा के स्वच्छता, पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के ब्राण्ड एम्बेस्डर डॉ आशीष त्रिपाठी की संस्था (ओशन) द्वारा लगातार चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों का ही एक बहुत बड़ा असर हुआ है कि, लोगों ने अब वन्यजीव संरक्षण व वन्यजीवों का प्रकृति में महत्व भी समझ लिया है अब लोग सीधे डॉ आशीष को उनके हेल्पलाइन नम्बर 7017204213 पर किसी भी वन्यजीव के दिखाई देने की सूचना लगातार देते रहते है।