कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने भारतीय नौसेना को देश का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत विक्रांत सौंप दिया है. इसके शामिल होने से भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत काफी बढ़ गई है.
इसका नाम भारत के पहले विमानवाहक पोत, भारतीय नौसेना जहाज (आईएनएस) विक्रांत के नाम पर रखा हैं. देश का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत विक्रांत सौंप दिया है.इसके शामिल होने से भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत काफी बढ़ गई है.
इसका भार लगभग 45,000 टन है और इसे देश की सबसे महत्वाकांक्षी नौसैनिक पोत परियोजना भी माना जाता है।भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के जश्न के तौर पर मनाये जाने वाले ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर विक्रांत का पुनर्जन्म मजबूत होती समुद्री सुरक्षा की दिशा में क्षमता निर्माण में देश के उत्साह का एक सच्चा प्रमाण है।
विक्रांत’ की डिलीवरी के साथ भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है जिनके पास स्वदेशी रूप से एक विमान वाहक डिजाइन और निर्माण करने की विशिष्ट क्षमता है. भारतीय नौसेना रूस से खरीदा गया एक अकेला वाहक, आईएनएस विक्रमादित्य संचालित करती है.