उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश आफत बनती जा रही है। बारिश के बाद भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे बंदरकोट के पास बंद हो गया है.बारिश और भूस्खलन से गुरुवार को बार-बार बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित होता रहा। कर्णप्रयाग और लामबगड़ नाला में हाईवे कुछ देर के लिए बंद हुआ, इसके बाद हाईवे खुलने पर वाहनों की आवाजाही सुचारु हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने कहा कि बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए नदियों, नालों के किनारे बसे लोगों के साथ ही भूस्खलन संभावित इलाकों में बसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम चुनौती बना हुआ है। सड़कें बंद होने के बाद पुलिस-प्रशासन द्वारा ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है।
कालसी चकराता राज्य मार्ग सहित जौनसार बावर के डेढ दर्जन से अधिक मोटर मार्गों पर मलबा आने से मार्ग बंद रहे।जौनसार बावर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले कालसी चकराता मोटर मार्ग साढे दस घंटे तक बंद रहा। दूसरी ओर मलबा आने से कालसी चकराता में लंबा जाम लगा रहा।
यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में रातभर मूसलाधार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गए, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यमुनोत्री हाईवे सहित कहीं संपर्क मार्ग बंद होने से आवाजाही बाधित है।