पाकिस्तान और चीन में दांत काटी दोस्ती की बात भला कौन नहीं जानता, लेकिन इस दोस्ती की खातिर चीन लगातार आतंकियों की तरफ से मुंह फेरकर बैठता रहता है।चीन ने संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ अजहर को काली सूची में डालने के अमेरिका और भारत के प्रस्ताव को बाधित कर दिया।
पहले कई बार उसने पाकिस्तान में बसे आतंकियों पर कार्रवाई के लिए संयुक्त राष्ट्र में लाए गए प्रस्तावों को वीटो किया। अब जैश-ए-मोहम्मद के टॉप आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर भी चीन का यही रवैया सामने आया है।
सूत्रों ने अमेरिका और भारत द्वारा अब्दुल रऊफ अजहर को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में डालने व उसकी संपत्ति जब्त करने, यात्रा प्रतिबंध लगाने संबंधी रखे गए प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन तथा उसके सहयोगी पाकिस्तान ने बाधित किया।
अमेरिकी वित्त विभाग ने साल 2010 में ही आतंकियों की सूची में रऊफ का नाम डाला था। उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC में प्रस्ताव भी लाया गया, लेकिन चीन इस मामले में हाथ पर हाथ धरकर बैठ गया।