जसवंतनगर। क्षेत्र के बीबामऊ और देवी पुरा गांव के करीब दिल्ली हावड़ा और डीएफसीसी रेल मार्ग पर “अंडरब्रिजपास” पुल में पानी भरने लगा है। ग्रामीणों को इससे निकलने के लिए भरे हुये पानी मे घुसकर जाना पड़ता है। हालात ये है कि पुल में बरसात का पानी 2 से 3 मीटर तक भर जाता है।
दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर के गेट संख्या40सी पर बने यह पुल रेलवे ने अंडर पास के लिए बनाया था और यह तीन जिलों के अलावा सैकड़ों गांव को जोड़ने का संपर्क मार्ग साबित हुआ है ।
बलरई से तिजोरा गांव चौराहे होते ,अंडर पास पुल के जरिये बीबामऊ गांव होते नेशनल हाइवे पर स्थित मीठेपुर गांव आसानी से पहुंचा जा सकता, जहां से लखनऊ एक्सप्रेस वे नेशनल हाईवे से होते हुए आगरा,फिरोजाबाद ,करहल ,मैनपुरी,एटा,इटावा आदि जाया जा सकता। इस अंडरपास रास्ते से हजारों लोगों का आना जाना प्रायः रहता है।
इसी प्रकार गेट संख्या34सी पर बने अंडर पास से लुधपुरा,केस्थ,सिद्दार्थ महाविद्यालय, प्रियांशी संस्कार वैली स्कूल के सैकड़ों छात्र छात्राओं का इस अंडर पास से कचौरा बाईपास होते हुए शार्ट कट रास्ते से होते हुए बलरई, भदान, कचौरा घाट के अलावा सैकड़ो गाँव के लिए रास्ता जाता है लेकिन पानी भरे होने के कारण लोगों को किलोमीटर के हिसाब से चक्कर काट कर जाना पड़ता है।
मगर अंडर पास में पानी भरने के कारण रोजाना आने जाने वालों को जिस तरह की भारी दिक्कतों का सामना पड़ रहा,इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। 2 मीटर तक पानी भरे होने से किसी भी व्यक्ति ने जल्दबाजी में निकलने की ,तो हादसे का शिकार होसकता है।
इस अंडर पास को बंनाने में तकनीकी खामियों के चलते जलभराव की स्थिति बनी है। रेलवे या डीएफसीसी के कंस्ट्रक्सन विभाग को खामियां दूर करने के लिए जल निकासी के लिए विकल्प के तौर पर नाले या ड्रेनेज सिस्टम लगाना चाहिए, वरना लाखों की लागत से वने ये अंडर पास बरसात में सफेद हाथी ही साबित हो रहे हैं।जबकि अंडर पास में पानी भरने की स्थित में निकासी के लिए सूचना देने के लिए मोबाइल नंबर भी लिखे गए हैं लेकिन जब उन नंबरों पर ग्रामीणों द्वारा कॉल की जाती है तो फोन उठता ही नहीं है।