बकेवर,इटावा।चम्बल नदी में कोटा से पानी छोडे जाने के चलते यमुना व पचनद से बापसी हुए पानी के कारण बाढ बकेवर व लवेदी क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों में बिजली गुल हो गई है। लगातार 56 घण्टों से क्षेत्र में अंधेरा कायम रहने से ग्रामीण अब दहशत में जीने को मजबूर बने हुए है। साथ ही बाढ के पानी में फसे ग्रामीणों की दूर संचार व्यवस्था भी पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। वहीं बिजली चलित उपकरण बन्द होने से खासे परेशान हैं। जिससे जंगली जीव जन्तुओं का खतरा बना हुआ है।
इस सम्बंध में उपखंड अधिकारी भूप सिंह ने बताया कि यमुना में आई बाढ के पानी के चलते लवेदी क्षेत्र के बहादुरपुर बिजली घर से अवर अभियन्ता महेन्द्र सिंह पटेल द्वारा करेंट से ग्रामीणों व जानवरों के बचाव के चलते विगत दो गुरुवार को ग्राम बिझावली व चिंडौली गाँव की विजली काट दी गयी है। इसी तरह लखना बिजली घर से चलने बाले गाँव लखनपुरा व कछपुरा, मडैया,नन्दगवां, मुचाई,बसैया कछार सहित कुल सात गांवों की आपूर्ति को भी अवर अभियन्ता वीरेन्द्र सिंह द्वारा काट दी गयी है। वहीं ढकाताल फीडर से आने बालड यमुना नदी के किनारे पर बसे गाँव मडैया दिलीपनगर की बिजली आपूर्ति को भी जेई कन्हैयालाल द्वारा कटवा दिया गया है। जिससे पानी के बढते जलस्तर से कोई अप्रिय घटना किसी ग्रामीण के साथ घटित न हो जाए।
वहीं इन गांवों में बिजली आपूर्ति काटे जाने से जहां लोगों की संचार व्यवस्था ध्वस्त हो गयी तो रात भी अंधेरे में काटनी पड रही है।
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कछपुरा,मडैया में रास्ता भी चारों ओर से बन्द होने से इनके आने जाने का बिकल्प महज नाव ही है। या फिर किसी अधिकारी के आने की आहट होने पर उन्हें मोमबत्ती बांटी जाए तो वही उजाला का सहारा बनी हुई है। इसके अलावा इस ओर अभी तक जिलाधिकारी व एस एस पी द्वारा कोई भ्रमण नहीं किये जाने से ग्रामीण मायूस बने हुए हैं।