*इटावा।* श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी न केवल सिक्खों के बल्कि सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं दसवें गुरु,श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को गुरु का दर्जा दिया।
*उक्त उदगार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर सरदार सतनाम सिंह के संयोजन में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत प्रकट किए।* एसएसपी ने सभी को श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं दीं और कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब हम सभी के लिए पावन ग्रंथ हैं,और हमें मानवता का संदेश देते हैं।
*इस अवसर पर ऋषि अरोरा ने कहा कि*,,”आज्ञा भई अकाल की,तभी चलायो पंथ,सब सिक्खन को हुक्म है,गुरु मानियो ग्रन्थ” श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी ने,शरीरधारी गुरु की परम्परा छोड़कर गुरु ग्रन्थ साहिब जी को,गुरु गद्दी पर विराजमान कर दिया कि आज से संसार रहते तक,सिख धर्म में विश्वास रखने वालों के लिए गुरु ग्रन्थ साहिब जी ही गुरु रहेंगे।
*सरदार सतनाम सिंह ने कहा* कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में सिखों के 6 गुरुओं के साथ ही कबीरदास,रविदास, नामदेव जी के साथ ही मुस्लिम भक्त शेख फरीद जी जैसे कई अन्य महापुरुषों की भी वाणी दर्ज है,मात्र सिख गुरुओं के उपदेश नहीं हैं,हरि, प्रभु,गोबिंद,राम, गोपाल,नारायण, अल्लाह,खुदा, करतार का भी बार-बार उल्लेख है,इसमें काम,क्रोध,लोभ,मोह, अहंकार को मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु माना गया है।गुरबाणी निराकार परमात्मा की सत्ता के दर्शन कराती है लेकिन परमात्मा को घट घट में है यह भी मानती है।
*इस अवसर पर* एसएसपी को प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत व अभिनंदन किया गया।राजेश सिंघल, अमित प्रजापति, शेखर जादौन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।