जसवंतनगर। नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैन बाजार में आचार्य श्री आदित्य सागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में चल रहे चातुर्मास महोत्सव के अंतर्गत दशलक्षण महापर्व में आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष में आने वाली दशमी के दिन दिगंबर जैन समाज के सभी लोगों ने सुगंध दशमी पर्व को विशेष रूप से मनाया। दिगंबर जैन धर्म में सुगंध दशमी पर्व का बहुत महत्व है आगे जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी आराध्य जैन ने बताया इस व्रत को विधिपूर्वक करने से हमारे अशुभ कर्मों का क्षय होकर हमें पुण्यबन्ध तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आज सुबह से ही जिनालय में श्रद्धालुओं ने उत्साह पूर्वक पहुंच कर धूप खेवकर अपने कर्मों की निरजरा की भावना भायी। साथ ही उत्तम संयम धर्म को अपनाने का संकल्प लिया। नगर के जिनभक्त सुबह से ही सुगंध दशमी मनाने घर से निकल पड़े। भक्तों ने जिनालय पहुंच कर 10 वें तीर्थंकर शीतलनाथ भगवान की भक्ति भाव से पूजा अर्चना की। तत्पश्चात उन्होंने सामूहिक रूप से धूप खेवन की। अनेक भक्तों ने श्री जी को नेवज लौंग आदि चढ़ाया। धूप खेवन में महिलाओं एवं बालक बालिकाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।
इससे पूर्व रात्रि बेला में अनीता जैन के कुशल निर्देशन में सांस्कृतिक कार्यक्रम “पर उपदेश कुशल बहुतेरे” का मंचन किया गया इसमें छोटे-छोटे कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से मन मोह लिया शिक्षाप्रद नाटक से बहुत कुछ लोगों को सीख कर अपने जीवन में उतारने का अवसर मिला। कार्यक्रम का संचालन निकेतन जैन ने किया। इधर दशलक्षण पर्व के छठवे दिन जैन मंदिरों में उत्तम संयम धर्म की पूजा अर्चना की गई। जिनालय पहुंचे भक्तों ने धर्म का वाचन किया। इस मौके पर जिन भक्तों ने दैनिक जीवन में उत्तम संयम धर्म को अपनाने का संकल्प लिया। साथ ही धर्म प्रभावना की गई।
रिपोर्ट:-सुबोध कुमार पाठक