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एटा वायरल फीवर ने ग्रामीण अंचलों में पसारे पैर*

 

अलीगंज/एटा बारिश के बाद तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी लोगों को बीमार कर रही है। वायरल फीवर के चलते अलीगंज क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों से ज्यादातर मरीजों की लंबी लाइन देखने को मिल रही है। मौसम के बदलने और तापमान में आने वाले बदलाव के कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे बुखार के बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। यह वायरस बुखार शरीर को कमजोर कर देता है जिससे कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं।

वायरल बुखार से अब ग्रामीण अंचलों के लोग भी सुरक्षित नहीं है। वायरल बुखार इतनी तेजी से पैर पसार रहा है कि सरकारी अस्पतालों में पैर रखने तक की जगह नहीं है जिसके चलते लोग प्राइवेट अस्पतालों का रुख करते हैं लेकिन वहां भी यही नतीजा देखने के लिए मिलता है। अलीगंज क्षेत्र के कैल्ठा, अमरोली रतनपुर, पुराहार, रैपुरा, मोहम्मद नगर बाझेड़ा सहित दर्जनों गांव में वायरल फीवर से लोग ग्रसित हैं।

*आयुर्वेदिक शिरोमणि डॉक्टर मोहन लाल* ने बताया कि हमारे यहां प्रतिदिन 30 से 35 मरीज वायरल फीवर से ग्रसित आ रहे हैं जिनमें मलेरिया टाइफाइड आदि लक्षण अत्याधिक पाए जा रहे हैं।

*सीएमएस डॉ वीरेंद्र वर्मा* ने बताया कि वायरल फीवर अपनी चरम सीमा पर है इसलिए आवश्यक सावधानियां बरतना जरूरी है। वायरल में खूब पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें। ज्यादातर फलों में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जिनका सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। अगर आपको डायरिया या उल्टी की शिकायत है तो इलेक्ट्रॉल का सेवन फायदेमंद होगा। इसके अलावा, नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, साग, शहद आदि भी फायदेमंद हो सकते हैं।