रिपोर्ट – नितिन दीक्षित, भरथना
भरथना: रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल से पहले लगभग आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था। लेकिन वर्तमान समय में हालात यह बने हुए है कि भरथना नगर के तमाम व्यापारियों, छात्रों तथा आम जन मानस को भी आवागमन हेतु इटावा जाना पड़ता है।
भरथना नगर वासियों को भरथना रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव न होने तथा स्टेशन परिसर में मूलभूत सुविधाओं के आभाव में लोगो को होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नगर के तमाम नागरिको, व्यापारियों तथा छात्रों के द्वारा भरथना रेलवे स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से रेलमंत्री हेतु एक ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन के माध्यम से रेलमंत्री को ट्रेनों के ठहराव तथा मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बारे में अवगत कराया गया है।
भरथना नगर की आबादी ढाई लाख से अधिक है एवं समस्त तहसील/विधानसभा क्षेत्र की मतदाता जनसंख्या 4 लाख से अधिक है। भरथना पूर्ण रूप से व्यापारिक नगर है और स्थानीय व्यापारियों का व्यापार देश के कई राज्यों में फैला है। भरथना शहर में 2 निजी क्षेत्र की तथा 9 सरकारी बैंकों सहित कुल 11 बैंक हैं। और यह शहर जिला इटावा में सर्वाधिक राजस्व सरकार को प्रदान करता है।
ज्ञापन देने आए तमाम लोगो के द्वारा बताया गया कि भरथना क्षेत्र के सभी निवासियों की पिछले 15 वर्षों से मांग रही है कि गोमती एक्सप्रेस का ठहराव भरथना रेलवे स्टेशन पर दिया जाए। गोमती एक्सप्रेस से यात्रा करने के लिए 200 से अधिक यात्री प्रतिदिन भरथना से इटावा जाते हैं। साथ ही लोगों का कहना था कि गोमती एक्सप्रेस का प्रायोगिक ठहराव 6 महीने के लिए भरथना में किया जाए। यदि इस ट्रेन से रेलवे को पर्याप्त राजस्व की प्राप्ति ना हो तो अबिलंब इसका ट्रैन का ठहराव निरस्त कर दिया जाए।
भरथना क्षेत्र के तमाम व्यापारियों का कहना था कि यदि रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव होगा तो भरथना की व्यवसायिक गतिविधियों में तीव्रता आएगी। जिसका परिणाम रेलवे को मुनाफे के रूप में प्राप्त होगा। भरथना स्टेशन की प्रतिदिन की आय चालीस हजार से भी अधिक है। आय की दृष्टि से देखा जाए तो भरथना रेलवे स्टेशन सुपरफास्ट ट्रेन ठहराव की श्रेणी में भी आता है। लेकिन मौजूदा स्थिति की बात करें तो भरथना स्टेशन पर ना के बराबर ट्रेनें रुक रही हैं। कोरोना काल में भरथना स्टेशन पर बंद हुई 18101/02मुरी एक्सप्रेस, 15483/84 महानंदा एक्सप्रेस, 14163/64संगम एक्सप्रेस, 14113/14 लिंक एक्सप्रेस आदि ट्रेनों का ठहराव भी जनहित में पुनः बहाल होना चाहिए।
मुरी, महानंदा, संगम एक्सप्रेस समेत तमाम ट्रेनें चल रही हैं लेकिन इन ट्रेनों का भरथना स्टेशन पर ठहराव अभी बहाल नहीं हुआ है। साथ ही लोगों का कहना है कि प्रमुख ट्रेनों के ठहराव तथा स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं की कमी की मांगों को यदि रेलवे की तरफ से पूरा कर दिया जाता है तो भरथना नगर के बाशिंदों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ज्ञापन देने के दौरान निशांत पोरवाल, राम लखन ओझा, संत कुमार गुप्ता, सौरभ कांत शर्मा, प्रकाश चंद्र, बृजेश पोरवाल, शशांक त्रिपाठी, डॉक्टर संकल्प दुबे, नरेश चंद्र, देव राज दुबे, विजय पोरवाल, निखिल पोरवाल, विपिन पोरवाल, गौरव सिंधी, अमित कुमार, कुलदीप त्रिपाठी, अमनदीप सिंह समेत काफी संख्या में नगर के नागरिक मौजूद रहे।