रूस और यूक्रेन के बीच जमीन से शुरू हुई लड़ाई अब बर्फ से होते हुए समुद्र तक समुद्र तक आ पहुंची है.अटलांटिक में यूरोप और रूस आमने-सामने हैं. रूस ने यहां कई घातक पनडुब्बियों को तैनात कर रखा.
यूरोप से यूक्रेन को मिल रही मदद के खिलाफ अगर रूस ने एक्शन लिया तो अटलांटिक का ठंडा पानी बारूदी धमाकों से जल उठेगा. ब्रिटेन को भी इस खतरे का एहसास है, इसलिए एंटी सबमरीन बनाने का मिशन शुरू हो चुका है
रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने सेना को अटलांटिक महासागर में तैनात कर दिया है. पनडुब्बी की डिजाइन और टेक्नोलॉजी में रूस को दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश माना जाता है. रूस के पास दुनिया की सबसे ताकतवर परमाणु पनडुब्बी है.
स्टेल्थ होने की वजह से सबमरीन सोनार को चकमा दे सकती है. ब्रिटेन को इस खतरे का पूरा अंदाजा है, पीएम ऋषि सुनक ने रूस की चुनौती से निपटने के लिए नए मिशन की शुरुआत कर दी है. ब्रिटेन ने एंटी सबमरीन पर 4 बिलियन पाउंड से ज्यादा खर्च करने को मंजूरी दे दी है.