जब किसी व्यक्ति में शारीरिक या फिर मानसिक समस्या होती है, तो ऐसी स्थिति में उसे डिसेबिलिटी या विकलांगता से परिभाषित किया जाता है. डिसेबिलिटी की वजह से वे सामान्य लोगों की तरह सक्षम नहीं होते हैं.

डिसेबल लोगों के राइट्स के बारे में जानना और अवेयर रहना बहुत जरूरी है. वर्ल्ड डिसेबल्ड डे 2022 की थीम क्या है, इसका इतिहास और महत्व क्या है, इन सबके बारे में विस्तार से जानेंगे.

यूनाइटेड नेशंस के अनुसार, इस दिन को मनाने का उद्देश्य डिसेबिलिटी को लेकर लोगों की समझ को बढ़ावा देना है. साथ ही विकलांग व्यक्तियों की डिग्निटी, उनके राइट्स और देखभाल के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं.

यूनाइटेड नेशंस की ओर से वर्ल्ड डिसेबल्ड डे को वर्ष 1992 में प्रमोट किया गया था. साथ ही इसका उद्देश्य विकलांग लोगों को अपने राइट्स के बारे में अवेयर करना था.  राजनीतिक, सामाजिक और कल्चरल लाइफ के हर पहलू के लाभों को समझ सकें, इसलिए इस दिन को मनाया जाने लगा.  वर्ल्ड डिसेबल्ड डे में केवल मानसिक या शारीरिक अक्षमताएं ही नहीं जुड़ी हैं, बल्कि ऑटिज्म से लेकर डाउन सिंड्रोम और मल्टीपल स्केलेरोसिस तक सभी डिसेबिलिटीज इसमें शामिल है.

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