अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा) के ओरियन अंतरिक्ष यान ने मून मिशन पूरा कर लिया है। ओरियन चंद्रमा के करीब से गुजरा और उसने पृथ्वी की ओर लौटने के लिए गुरुत्वाकर्षण सहायता का उपयोग किया।
बिना चालक दल वाले नासा के ओरियन अंतरिक्ष यान ने अपने निकटतम बिंदु से 80 मील (130 किलोमीटर) से कम की उड़ान भरी। इस दौरान चंद्रमा के पास पहुंचने पर कैप्सूल के साथ संचार 30 मिनट के लिए बाधित भी हुआ।
मगर संचार बहाल होने पर शानदार फुटेज स्क्रीन पर चमकने लगी। कमरे में मौजूद हर शख्स इस फुटेज को देखता ही रह गया। नासा के मेगा मून रॉकेट एसएलएस ने 16 नवंबर को फ्लोरिडा से उड़ान भरी थी। शुरू से अंत तक ये यात्रा करीब साढ़े 25 दिनों तक चली है। जिसके बाद इसे अमेरिकी नौसेना के जहाज पर चढ़ाया जाएगा। एजेंसी
पहले मिशन के दौरान ओरियन ने चंद्रमा के चारों ओर दूरस्थ रेट्रोग्रेड कक्षा में लगभग छह दिन बिताए। आर्टेमिस मिशन मैनेजर माइक सराफिन ने कहा, एक बार जब यह पृथ्वी पर वापस आ जाएगा, तो ओरियन 14 करोड़ मील से अधिक की यात्रा कर चुका होगा। नासा 2025 में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने की योजना पर काम कर रहा है।