मेरठ सूत्र- गाजियाबाद की युवती से मेरठ के एक न्यूज़ चैनल में नौकरी देने के नाम पर एक लाख रूपये की ठगी का मामला सामने आया है परिवादी के प्रार्थना पत्र पर न्यायालय ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये जिसपर न्यायालय के अनुपालन में थाना सदर बाजार मेरठ पर मुक़दमा पंजीकृत हुआ है .जानकारी के अनुसार गाज़ियाबाद की मूल निवासी दिव्या जैन पुत्री विनोद जैन की मुलाक़ात गाज़ियाबाद निवासी हिमांशु त्यागी से हुई तो उसने अपने आपको मेरठ के एक न्यूज़ चैनल का एनसीआर हेड बताया और अपना ऑफिस मेरठ केंट बी सी लाइन में बताकर झांसे में लिया कि अगर आप हमारे चैनल में पैसा इन्वेस्ट करोगी तो आपको हर माह मोटा मुनाफा होगा इसके अलावा आपको 15 हज़ार रूपये बतौर सैलरी भी देंगे. आरोप है कि सुनहरे सपने दिखाकर हिमांशु त्यागी नामक नटवर लाल ने पीड़िता दिव्या जैन को झांसे में लिया तथा अपने साथ मेरठ केंट ऑफिस लेकर आया और उसकी मुलाक़ात सिद्धार्थ शर्मा नामक एक व्यक्ति से कराते हुए बताया कि ये हमारे बॉस हैँ और पल्स 24 न्यूज़ चैनल के प्रधान संपादक हैं दोनों जाल साज़ो ने मिलकर दिव्या जैन को ऐसा ठगा कि वह भोचक्की रह गई तत्पश्चात पीड़िता दिव्या जैन ने दोनों आरोपियों से जब दूरभाष वार्ता कर अपनी रकम वापस मांगी तो दोनों ही आरोपी एक दूसरे पर टालते रहे इतना ही नहीं पीड़िता के ज़्यादा ताक़ाज़ा करने पर उसे गाली गलोच तथा धमकी भी दे डाली दिव्या जैन ने दोनों से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी कर ली थी जिसमें दोनों आरोपी विभिन्न बहाने बनाकर उसे टालते हुए सुनाई दे रहे हैं।
मेरठ लाकर इस तरह बनाया ठगी का शिकार सुनियोजित आमंत्रण पर मेरठ केंट बी सी लाइन ऑफिस पहुंची पीड़िता दिव्या जैन को हिमांशु त्यागी व सिद्धार्थ शर्मा ने मिलकर सुनहरे सपने दिखाए उसे बताया कि यह हमारा हेड ऑफिस है और हमारा यह चैनल हिंदुस्तान के 16 से ज्यादा राज्यों में अपनी पकड़ बना चुका है आप हमारे चैनल में अगर एक लाख रुपया इन्वेस्ट करोगी तो हमारे साथ पार्टनर बन जाओगी और आपको महीने की इनकम शुरू हो जाएगी इसके अलावा हम आपको हर माह 15 हजार रूपये बतौर सैलरी भी देंगे इतना ही नहीं हिमांशु त्यागी ने अपने हस्त लेख में दिव्या जैन को एक निदर्शन पत्र भी दिया जिसमे माह वार मुनाफ़ा दर्शाया गया इस तरहॉं अपने कूट रचित जाल में फसाकर उससे पैसा ऐंठ लिया तथा उसे एक पल्स 24 न्यूज़ चैनल का आई कार्ड भी बना कर दिया जबकि दिव्या जैन को पत्रकारिता की ए बी सी डी भी नहीं मालूम पैसा देने के बाद अगले दिन दिव्या जैन इनके ऑफिस मेरठ कैंट गई तो इन लोगों ने कुछ दिन बाद ऑफिस आने की बात कही और उसे बहाने बनाकर चलता कर दिया कुछ समय बीत जाने के बाद पीड़िता ने जब इन लोगों से अपना प्रॉफिट दिए जाने की बात कही तो उपरोक्त आरोपी एक दूसरे पर टालने लगे तब पीड़िता दिव्या जैन को प्रतीत हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है।
दिव्या जैन के अधिवक्ता ने क्या कहा पीड़िता के विद्वान अधिवक्ता आफ़ताब अंसारी ने बताया कि इस मामले में पीड़िता ने थाने से लेकर आला अधिकारियों तक से शिकायत की लेकिन उसकी फरियाद नहीं सुनी गई तो उसने मेरे माध्यम से न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तथा न्यायालय के सामने प्रार्थना पत्र देकर दिव्या के तर्क रखे गये तथा आरोपियों के दिए हुए कूट रचित दस्तावेज व प्रेस कार्ड एवं उनका दिया हुआ निदर्शन पत्र भी न्यायालय के समक्ष पैश किये माननीय न्यायालय ने दिव्या जैन के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए दो जाल साज़ो के विरुद्ध थाना अध्यक्ष सदर बाज़ार को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।