इटावा। जनपद के विभिन्न थानों से पुलिस लाइन सभागार में आए पुलिसकर्मियों को दत्तक ग्रहण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझाया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी सूरज सिंह के निर्देशन में आयोजित इस कार्यशाला में बाल संरक्षण अधिकारी सोहन गुप्ता ने कहा कि सरकार का उद्देश्य लावारिस बच्चों को परिवार आधारित संस्था से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि किसी बच्चे को गोद लेने के लिए नियमानुसार कारा की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा उसके बाद दत्तक ग्रहण लेने वाले परिवार की अध्ययन आख्या तैयार की जाएगी। यदि उस परिवार में दूसरा बच्चा भी 5 साल से अधिक है तो उस दूसरे बच्चे की भी सहमति ली जाएगी। श्री गुप्ता ने इस दौरान किशोर न्याय अधिनियम, किशोर किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति व जिला बाल संरक्षण इकाई की कार्यप्रणाली पर भी प्रकाश डाला।
इस दौरान महिला कल्याण अधिकारी दीपाली बिधौलिया, वन स्टॉप सेंटर इंचार्ज बंदना भदौरिया, समन्वयक अर्चना जादौन ने महिलाओं को बच्चों से संबंधित योजनाओं पर प्रकाश डाला। एटीएचयू प्रभारी वीरेंद्र बहादुर यादव ने कहा कि जिन बच्चों को परिवार नहीं है उन बच्चों को भी अपने परिवार की तरह देखरेख करने के प्रयास करें।
कार्यशाला में श्रम प्रवर्तन अधिकारी संत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य के अलावा जीआरपी थाना,सिविल लाइन, जसवंतनगर, भरथना, बलरई, चकरनगर, चौबिया, भरेह, उसराहार, बिठौली आदि थानों से इंस्पेक्टर राजाराम, अंजला यादव, उप निरीक्षक मिलन सिरोही, सुरेश पाल, राजेंद्र सिंह, अंशु मिश्रा, सुबोध सहाय, महिला हेड कांस्टेबल अनीता शर्मा, महिला कांस्टेबल ज्योति, स्वीटी,अंजलि, प्रीति, सोनी, मिथिलेश, शशि देवी, पारुल शर्मा, सोनी चौहान, आरती भट्ट आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट- सुबोध कुमार पाठक