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संतरे के छिलके से बना ये फेस मास्क आपको दिलाएगा ग्लोविंग त्वचा

संतरा एक रसदार और खट्टा फल है जो विटामिन सी से भरपूर होता है।  संतरे को आपकी सेहत और त्वचा दोनों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसलिए संतरा आपको हर ब्यूटी प्रोडक्ट में आसानी से मिल जाता है।

 संतरा आपके चेहरे पर होने वाले पिंपल्स और मुंहासों के निशान को दूर करने में मददगार होता है। इससे चेहरे पर जमा ब्लैकहेड्स और गंदगी से छुटकारा मिलेगा। इतना ही नहीं संतरा चेहरे पर बढ़ती उम्र के लक्षणों को भी धीमा करता

संतरे का रस 4 बड़े चम्मच

बिना स्वाद वाला जिलेटिन 2 बड़े चम्मच

संतरे के छिलके का मास्क कैसे बनाएं?

संतरे के छिलके का मास्क बनाने के लिए सबसे पहले 1 संतरा लें।

फिर आप इसे छीलकर मिक्सर में डालें और पीसकर इसका रस निकाल लें।

इसके बाद एक डबल बॉयलर में 4 बड़े चम्मच संतरे का रस डालें।

इसमें 2 बड़े चम्मच बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन मिलाएं।

इसके बाद मिश्रण को कुछ देर के लिए ठंडा होने के लिए रख दें।

 

Vitamin e से भरपूर ये चीजें आपको दिलाएंगी झुर्रियों से हमेशा के लिए छुटकारा

ढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियां और आंखों के नीचे काले घेरे आना तो सामान्य है लेकिन जब ये कम उम्र में ही नजर आने लगे तो फिर चिंता होती है. इससे चेहरे का नूर गायब हो जाता है.

ऐसे में आप अपनी स्किन केयर रूटीन में विटामिन ई कैप्सूल  शामिल कर लीजिए. इसे बस आपको रात में चेहरे पर लगाकर सो जाना है फिर सुबह में साफ पानी से चेहरे को साफ कर लेना है. तो चलिए जानते हैं इसको अप्लाई करने से चेहरे को क्या-क्या लाभ मिलते हैं, ताकि आप भी दमकती हुई स्किन पा सकें।

इनमें नींद पूरी ना लेना, तनाव में रहना और शरीर में पोषण की कमी होना भी शामिल है। हालांकि कुछ साल पहले तक झुर्रियां बढ़ती उम्र की पहचान हुआ करती थीं। लेकिन बदलती लाइफस्टाइल के बीच 30 से 35 साल के लोगों में भी झुर्रियों की समस्या होने लगी है।

यह आपके चेहरे पर ओवर नाइट फेस मास्क की तरह काम करेगा। बादाम के तेल में भी विटमिन-ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा कई दूसरे माइक्रो न्यूट्रिऐंट्स से भी यह तेल भरपूर होता है।

बादाम का तेल रात को लगाकर सोने पर आप अगले दिन ही सुबह में अपने चेहरे पर इसका असर देख सकती हैं।  नियमित उपयोग से त्वचा में कसावट आती है, रोम छिद्र छोटे होते हैं और त्वचा से झुर्रियां पूरी तरह गायब हो जाती है।

गर्मी से जुड़ी आम स्वास्थ्य समस्याओं से हमेशा के लिए पाए निजात

ड़ाके की सर्दी के बाद जब गर्मी आती है तो सभी को बड़ी राहत महसूस होती है। हालांकि, यह गर्म मौसम अपने साथ गर्म धूप, गर्मी की गर्मी लेकर आता है।ऐसी ही एक जटिलता है हीट स्ट्रेस। यह आमतौर पर तब होता है जब आप गर्मी के संपर्क में आते हैं।

1. हीट एक्ने

पसीना और लंबे समय तक गर्म मौसम के संपर्क में रहने से त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हीट रैश त्वचा की सूजन है, जो गर्म और नम जलवायु में आम है।

2. हीटस्ट्रोक

शरीर की खुद को ठंडा करने की कम क्षमता के कारण होने वाली स्थिति को हीटस्ट्रोक कहा जाता है। यह उच्च शरीर के तापमान, कोमा, भ्रम, दौरे और मृत्यु सहित एक आपात स्थिति है।

3. गर्मी के कारण थकान

इस अवस्था में अधिक पसीना आने के कारण शरीर में नमक और पानी की कमी हो जाती है। गर्मी से होने वाली थकावट के लक्षणों में मतली, प्यास, चक्कर आना, शरीर का तापमान बढ़ना और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं।

बेडटाइम मेडिटेशन कैसे करें यहाँ देखिए इसे करने के कुछ सरल तरीके

मॉर्निंग मेडिटेशन भी कुछ लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा होता है। लेकिन कुछ लोगों को सुबह ध्यान करने का समय नहीं मिल पाता है। इस बीच, आप रात को सोने से पहले सोने के समय ध्यान करने की कोशिश करके भी कुछ बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

मेडिटेशन लोगों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ शरीर के लिए एनर्जी बूस्टर का काम करता है। व्यस्त कार्यक्रम के कारण कुछ लोग चाहकर भी सुबह ध्यान नहीं कर पाते हैं।  अब किसी साफ और शांत जगह पर आंखें बंद करके बैठ जाएं।  मेडिटेशन के बाद सोते समय हल्का संगीत सुनकर भी आप खुद को तनाव मुक्त रख सकते हैं।

(1) तनाव से मुक्ति : बेडटाइम मेडिटेशन से शरीर में मेलाटोनिन की मात्रा बढ़ती है। इससे तनाव काफी हद तक कम होता है। साथ ही इससे आपको चिंता से भी राहत मिल सकती है।

(2) सिर दर्द से राहत : रात को सोने से पहले ध्यान करने से मांसपेशियां तनावमुक्त होती हैं। जिससे आपको सिरदर्द की समस्या से भी राहत मिलने लगती है।

(3) दिल की धड़कन होगी बेहतरीन: तनाव और चिंता के कारण अक्सर लोगों की हृदय गति बढ़ जाती है। इस बीच बेडटाइम मेडिटेशन करने से दिल की धड़कन सामान्य हो जाती है और दिल भी अच्छे से काम करता है।

चाय को दोबारा गर्म करके उसका सेवन करने से आपको हो सकते हैं ये नुकसान

चाय भारतीयों का पसंदीदा पेय है. हाँ। हमारी हर सुबह की शुरुआत चाय से होती है और हम शाम को भी चाय पीते हैं। हममें से ज्यादातर लोग चाय के बिना बोरियत महसूस करते हैं। ऐसे में उन्हें लगता है कि किसी तरह चाय मिल जाए तो काफी है।

ऐसा इसलिए क्योंकि चाय बनने के बाद उसे समय के साथ रखा और ठंडा किया जाता है, फिर दोबारा गर्म करके पिया जाता है। अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो अभी जागें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है।

ठंडी चाय को दोबारा गर्म करने पर चाय में मौजूद सभी अच्छे एंजाइम नष्ट हो जाते हैं और चाय में मौजूद खराब एंजाइम पेट पर अटैक करते हैं. ऐसे में एसिडिटी की समस्या, सीने में जलन, अपच, उल्टी या पेचिश हो जाती है।

चाय में टैनिन एक यौगिक है जो चाय को चाय का स्वाद देता है। दोबारा गर्म करने पर चाय से यह टैनिन नष्ट हो जाता है और चाय का स्वाद बदल जाता है यानी वह कड़वी हो जाती है। ऐसी चाय न सिर्फ पेट खराब करती है बल्कि शरीर के बाकी हिस्सों को भी फायदा नहीं पहुंचाती है।

देखिए आखिर कैसा रहेगा आज आपका दिन, देखें राशिफल

मेष: कार्यस्थल पर सहयोगियों का भरपूर साथ मिलेगा।  कानूनी विवादों या झगड़ों से छुटकारा मिलेगा। शाम का समय अच्छा रहने वाला है। परिवार और मित्रों के साथ कहीं पर्यटन की योजना बन सकती है।

वृषभ: दिन अच्छा रहने वाला है और कार्यों में सफलता मिलेगी। दिन के उतर्राध का समय ज्यादा शुभ रहने वाला है। पुराने समय से रूके हुए पैसे वापस आ सकते हैं। व्यवसाय में कोई नहीं डील मिल सकती है।

मिथुन: समय से जूझना पड़ सकता है। काम की आपाधापी रहेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। आर्थिक मोर्चों पर सफलता मिलने की उम्मीद है। पुराना प्यार लौट सकता है।

कर्क: धार्मिक कार्यों की ओर आपकी रूची बढ़ने वाली है। काम को लेकर कुछ दबाव रह सकता है। परिवार में कुछ बातों को लेकर कलह की आशंका है। इसलिए क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नौकरीपेशा जातकों को प्रोमोशन या वेतन में वृद्धि का समाचार मिल सकता है।

सिंह: व्यापार में जुटे जातकों के लिए दिन अच्छा है। पुराने निवेश से अच्छे मुनाफे की उम्मीद है। नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें।

कन्या: मेहनत और प्रयास करने की जरूरत है। सफलता के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। पुरुष जातक महिलाओं से विवाद से बचें। सेहत के लिहाज से दिन सामान्य है।

तुला: परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। शादी के इच्छुक जातकों को अच्छा समाचार मिल सकता है। कारोबार के लिए दिन अच्छा और मुनाफा भरा है।

वृश्चिक: आपको नकारात्मकता से दूर रहने की जरूरत है। कार्यस्थल पर किसी षडयंत्र से सतर्क रहने की जरूरत है। काम पर ध्यान दें और उन चर्चाओं से बचे जिसमें आपकी कोई कोई जरूरत या भूमिका नहीं हो। क्रोध पर काबू रखें। कार्यालय में अधिकारियों से मनमुटाव या बहस हो सकती है।

धनु: काम का दबाव आज आप पर बना रहेगा। दिन की शुरुआत भागदौड़ से होगी। कहीं अचानक यात्रा का भी योग बन सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

मकर: मान-सम्मान बढेगा और धनलाभ होने के भी योग हैं। आसानी से आपके काम पूरे होंगे और सफलता मिलेगी। मित्रों के साथ पर्यटन पर जाने का आयोजन भी हो सकता है।

कुंभ: आज आपको कुछ सतर्क रहने की जरूरत है। सोच-समझ कर फैसला लें। आपके भरोसेमंद लोगों से निराशा मिल सकती है। व्यापार में सावधानी बरतें। छात्र-छात्राओं के लिए दिन अच्छा है।

मीन: दिन शुभ रहने वाला है। उर्जा के साथ काम करने से सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर सहकर्मियों की सराहना मिलेगी। जीवनसाथी या पार्टनर के साथ किसी मुद्दे पर विवाद हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

आंखें हैं अनमोल, परेशानी पर तुरंत दिखाएं : डॉ रमाकांत

फोटो :- नेत्रों की जांच करता एक नेत्र विशेषज्ञ

सैफई(इटावा,)। विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के अवसर पर उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की ओपीडी में गुरुवार को नेत्र जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया।

विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. डॉ रमाकांत यादव ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने आमजनों से कहा कि ग्लूकोमा (काला मोतियाबिद) आंखों का एक गंभीर रोग है। इसके प्रति सभी को सचेत रहना चाहिए। आंखें हैं तो सबकुछ अच्छा लगता है। आंखें अनमोल है, पूरी दुनिया को आंखों से ही देखते हैं। इसलिए आंखों से संबंधित कोई भी तकलीफ हो तो बिना देर किए नेत्र चिकित्सक से इलाज कराना चाहिए।

आगे कहा कि 40 साल की उम्र पार होने के बाद नेत्र चिकित्सक से मिलकर आंखों की जांच करवानी चाहिए। मोतियाबिद के बाद सबसे ज्यादा अंधापन की शिकायत इसी बीमारी से है। इसमें मुख्य रूप से आंखों की नसें धीरे-धीरे खराब होने लगती हैं। समय पर इलाज नहीं होने से अंधापन हो सकता है।

विश्वविद्यालय के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ रवि रंजन ने बताया कि ग्लूकोमा को आम भाषा में काला मोतिया भी कहते हैं। यह रोग ऑप्टिक तंत्रिका (दृष्टि के लिए उत्तरदायी तंत्रिका) में गंभीर एवं निरंतर क्षति करते हुए धीरे-धीरे दृष्टि को समाप्त कर देता है। कई बार आंखों से रोशनी के चारों तरफ रात में घेरा दिखाई पड़ने लगता है। आंखों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहने की जरूरत है।

अन्य महत्वपूर्ण कारकों में से एक कारक आंखों के दबाव का बढ़ना है, लेकिन किसी व्यक्ति में आंख का सामान्य दबाव रहने पर भी काला मोतियाबिंद विकसित हो सकता है। काला मोतिया की पहचान यदि प्रारंभिक चरणों में कर ली जाए तो दृष्टि को कमजोर पड़ने से रोका जा सकता है। ऐसे में नियमित जांच कराएं और आंखों में होने वाले किसी भी नए बदलाव या लक्षण पर ध्यान दें। यदि इस रोग का उपचार न किया जाए तो व्यक्ति अंधा भी हो सकता है।

*वेदव्रत गुप्ता/वी पी सिंह यादव

न्यायालय बंद, तहसीलदार ने फिर भी विरासत पर एक पक्षीय फैसला दिया

सैफई/जसवंत नगर (इटावा)। तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत हीरापुर के गांव सिपेहरी निवासी दीपचंद पुत्र राजाराम ने दिए शिकायती पत्र में बताया उसके बाबा प्यारेलाल एवं अजुद्दी के नाम से 46 बीघा जमीन वर्ष 2017 में हमारे पिता राजाराम एवं चाचा अदिराम के नाम में विरासत के रूप के दर्ज हुई थी। कोर्ट बंद होने के बाद भी तहसीलदार ने एक पक्षीय आदेश करके उनके हकों पर पानी फेर दिया है जब कि उक्त विरासत की जमीन पर हम लोगों का कब्जा भी चला रहा है। एसडीएम को दिये शिकायती प्रार्थनापत्र में पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसके विपक्षी नेम सिंह व गंगा सिंह पुत्र पुत्र गण बुधराम ने वर्ष 2019 में न्यायालय में अपील की थी और उसके बाद से मामला लगातार न्यायालय में विचाराधीन था। अभी हाल में ही 3 मार्च को मामले की तारीख लगी हुई थी, लेकिन ग्राम पंचायत उझियानी में प्रधान पद के हुए उपचुनाव की मदपेटिका न्यायालय कक्ष बनाए गए स्टॉक रूम में रखी गई थी। जिस कारण तहसीलदार सैफई का न्यायालय का कार्य बंद रहा था।लेकिन न्यायालय के कार्य के बंद होने के बावजूद भी उसी दिन तहसीलदार जगदीश सिंह ने एक पक्षीय आदेश हमारे विपक्षी नेम सिंह व गंगा सिंह के पक्ष में करते हुए 46 बीघा जमीन कर दी है। पीड़ित ने तहसीलदार की मंशा पर सवाल उठाते हुये एसडीएम से पूरे मामले की विस्तार से शिकायत करके मामले की जांच कराये जाने की मांग की है और कहा है कि जब तहसीलदार के कोर्ट में पंचायत चुनाव का स्टांगरूम बना था तो फिर उन्होंने एक पक्षीय आदेश कैसे जारी कर दिया यह संदेह पैदा करता है। एसडीएम ने फिलहाल उसे इंसाफ का भरोसा दिलाया है।

तहसीलदार जगदीश सिंह का कहना है स्टॉक तो था। लेकिन हमने वहां बैठकर कुछ फायले की थी। उसमे किसी कारण बस आदेश हो गया है। वह अपील में ठीक कर दिया जाएगा।

*वेदव्रत गुप्ता/वी पी सिंह यादव

भाविप समर्पण ने खितौरा में लगाया स्वास्थ्य शिविर,276 मरीजों की जांच

फोटो:- शिविर में चिकित्सक जांच करते हुए तथा उनका अभिनंदन करते प्रधान कमलेश यादव

जसवंतनगर/भरथना (इटावा)। भारत विकास परिषद “समर्पण” शाखा जसवंतनगर द्वारा परिषद के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर प्रदीप कुमार यादव के स्वर्गीय पिताश्री भूरे सिंह की स्मृति में एक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन बाबा जय गुरुदेव की जन्मस्थली ग्राम खितौरा में किया गया।

कार्यक्रम मैं मुख्य अतिथि ग्राम प्रधान कमलेश यादव तथा प्रांतीय कार्यशाला प्रभारी उमाकांत श्रीवास्तव रहे।

शिविर में डॉक्टर आशीष कुमार डॉक्टर आरकेएस भदौरिया चित्रकूट नेत्र सर्जन संजीव यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरके वर्मा, नई दिल्ली डॉक्टर सत्येंद्र यादव दंत रोग विशेषज्ञ भरथना ने मरीजों की कुशलता पूर्वक जांच की। शाखा के कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी, डॉक्टर सुमित कुमार श्रीवास्तव ,चेतन जैन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही । शिविर में 276 मरीजों की निशुल्क जांच की गई 65 मरीज ऑपरेशन के लिए चिन्हित किए गए सभी मरीजों को निशुल्क दवाएं का वितरण भी किया गया। सभी ऑपरेशन शाखा के सहयोग से कराए जाएंगे।

*वेदव्रत गुप्ता 

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विद्युत अधिकारियों की हड़ताल से जसवंतनगर में कई घंटे से बिजली फेल

जसवंतनगर(इटावा)। उत्तर प्रदेश विद्युत कारपोरेशन के अफसरों इंजीनियरों, जूनियर इंजीनियरों , ऑपरेटरो और लाइनमैनो की हड़ताल के कारण जसवंतनगर कस्बे में पिछले कई घंटों से विद्युत आपूर्ति ठप है।

बताया गया है कि रायनगर से आने वाली 33 केवी की लाइन में फाल्ट आने से जसवंत नगर के कैस्थ स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति दोपहर 1 बजे से ठप हो गई है। यह विद्युत आपूर्ति दोपहर में वर्षा होने के कारण लाइन में फाल्ट आ जाने के चलते हुई है।33 केवी लाइन का शट डाउन केवल एसडीओ अथवा जूनियर इंजीनियर द्वारा ही लिया जा सकता है। यहां के यह दोनों अफसर हड़ताल पर हैं ।अतः देर शाम तक 33 केवी लाइन को दुरस्त कराने का कोई धनी धोरी नहीं था।

विद्युत हड़ताल के चलते बुधवार से ही उपखंड अधिकारी जसवंतनगर ए के सिंह, अवर अभियंता सत्येंद्र कुमार , टी जी 2, राजकुमार, सतीश गौतम, राकेश कुमार तथा सभी लाइनमैन हड़ताल पर चले गए हैं।

यहां नगर के दो विद्युत केंद्रों पर केवल इमरजेंसी ऑपरेटर ही कार्य कर रहे हैं। हड़ताल के मद्देनजर पुलिस ने विद्युत उपकेंद्र पर निगरानी बढ़ा दी है।

*वेदव्रत गुप्ता