Saturday , October 26 2024

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स्ट्रीट स्टाइल स्प्रिंग रोल घर पर बनाने के लिए आजमाएं ये सिंपल रेसिपी

स्प्रिंग रोल बनाने की सामग्री-

-मैदा आधा कप

-बेकिंग पाउडर

-स्वादानुसार नमक

-दूध एक चौथाई

-तेल

-पत्ता गोभी एक कप बारीक कटा हुआ

-प्याज बारीक कटा हुआ

-गाजर एक कप बारीक कटा हुआ

-लहसुन चार कलियां

-सोया सॉस एक छोटा चम्मच

-आटा पानी में घुला हुआ एक बड़ा चम्मच

-काली मिर्च

-तलने के लिए तेल

स्प्रिंग रोल बनाने की विधि-

-इसको बनाने के लिए आप सबसे पहले एक बाउल लेकर उसमें मैदा और बेकिंग पाउडर को अच्छे से मिक्स कर लें। इसके बाद पानी या दूध के इस्तेमाल से इसे गूंथ लें। ये आटा सोफ्ट ही गूंथे इस बात का ध्यान रहे। फिर इस गूंथे हुए आटे को लगभग एक घंटे तक ढककर रखें जिससे की वो अच्छे से फूल जाए।

-इसके बाद आप इसके रोल बनाने के लिए सबसे पहले गूंथे हुए आटे की छोटी-छोटी सी लोईयां बना लें। फिर इनको रोटी की तरह बेल लें। इसके बाद तवे की मदद से इन रोटीयों को दोनों ओर से तेल लगाकर सुनहरा होने तक पका लें।

-इसके बाद इनको गोल शेप में मोड़ कर इसके दोनों किनारों पर आटे का पेस्ट लगाकर अच्छे से अपनी स्प्रिंग रोल शीट को बंद कर दें। ये रोल अच्छे से सील हो जाए जिससे की फ्राई करते वक्त अंदर की स्टफिंग बाहर न निकल जाए जिससे ये तेल में न मिक्स हो जाए।

-इसके बाद एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और इसमें रोल डालकर अच्छे से फ्राई कर लें। फिर जब ये सुनहरे कलर के हो जाएं तो इन्हें बाहर निकाल लें। अब आपके गरमागरम स्प्रिंग रोल बनकर तैयार हो चुके हैं। फिर आप इन्हें स्पाइसी चटनी या सॉस के साथ परोसें।

इंद्र देवता के प्रकोप और मौसम की अनिश्चितता से अन्नदाता मायूस

फोटो :- गुरुवार दोपहर बरसता हुआ पानी

जसवन्तनगर(इटावा)। मौसम की अनिश्चितता और इंद्र देवता द्वारा बेमौसम बरसात करने से अन्नदाता किसान परेशान हो उठा है।

इधर 3 दिनों से क्षेत्र में धूप- छांव जारी है ।सोमवार शाम अंधड़ के साथ बरसात और कहीं-कहीं उपल वृष्टि हुई। गुरुवार दोपहर भी क्षेत्र के कई हिस्सों में जमकर बरसात हुई।

इस समय खेतों में गेहूं या तो पक रहा है अथवा उनमें। बाले पड रही हैं और गेहूं के दाने बनने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी ओर इस क्षेत्र में बहुतायत से पैदा होने वाले आलू की खुदाई भी अंतिम दौर में है। सरसों फक कर खेतों में कटने को तैयार है अथवा कटकर खलियानो में पहुंच गई है।

सोमवार को दिन में तेज धूप के बाद मौसम ने अचानक पलटी मारी थी । आसमान में स्याह काले बादल छा गए थे और तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी थी। कहीं-कहीं उपल वृष्टि भी हुई।

ऐसा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम मैं हुआ बताया गया है। हालांकि मंगलवार को सुबह के समय पछुआ हवा चली और बादल खुल गए। फिर धूप भी निकली।शाम से बदली छा गई, जो फिर धूप छांव करती रही।

गुरुवार सुबह फिर पुरवइया हवा बही और दोपहर में बादल छा जाने से दिन में ही शाम हो गई। फुहारें बरसने लगीं। बाद में गरज-चमक के साथ पानी बरसा। कुछ जगह बारिश संग ओले भी गिरे, जबकि कुछ इलाकों में सिर्फ बूंदाबांदी हुई। तेज हवा के साथ हल्की बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की चिंता बढ़ गई।

क्षेत्र के रुकन पुरा ,हरकूपुरा, निलोइ प्रताप पुरा, छिमारा आदि गांव के किसान कहते हैं कि 2 दिन में हुई बरसात से आलू की खुदाई और उसकी बोरों में भराई काफी प्रभावित हुई है। क्योंकि कई दिनों से गर्मी पड़ने से आलू का टेंपरेचर वैसे ही बढ़ा हुआ है। इस बरसात से आलू खुले में पड़े रहने पर सड़ सकता है।

मलाजनी, डुढहा, बीवामऊ, फुलरई, कुरसैना धनुआ, खेड़ा धौलपुर, भावलपुर आदि गांव के किसान, जो गेहूं की खेती करते हैं और जिन्होंने अपनी सरसों काटकर खलिहानों में रखी है, उनके अनुसार गेहूं की फसल तेज हवा और पानी से 20 – 25 परसेंट तक खेतों में पसर गई है। जो गेहूं की बाली पक चुकी हैं, उनमें बरसात से गेहूं दागी होने की संभावना बढ़ गई है।

उन्होंने कहा कि इस समय बरसात होना या ऊपल वृष्टि दोनों ही किसानों के लिए नुकसानदायक है।

उन्होंने बताया कि बरसात से गेहूं के पेड़ के तने ,जिनसे भूसा तैयार होना है, वह भी खराब हो रहा है।इससे पशुओं के चारे की समस्या पैदा हो सकती है। भूसा महंगा बिकेगा।

इस मौसम में बरसात होने से सब्जियों की फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है ।हरी मिर्च के पेड़ जमींदोज हो गए हैं, जिससे बाजारों में हरी मिर्च की आमद कम हो गई है। 20 – 25 रुपए किलो वाली मिर्च 80 से लेकर डेढ़ सौ रुपए किलो तक बिकने लगी है। टमाटर, बैगन खीरा, भिंडी, लौकी आदि की फसलों को भी नुकसान है।

*वेदव्रत गुप्ता 

फॉल्स आईलैशेज आपकी आँखों को पहुंचा सकती हैं नुक्सान

पने चेहरे को आकर्षक और सुंदर दिखाने के लिए महिलाएं कई तरह के मेकअप टिप्स आजमाती हैं, जिसका एक हिस्सा फॉल्स आईलैशेज अर्थात नकली पलकें भी हैं। चाहे कोई शादी हो या पार्टी मेकअप के दौरान नकली आईलैशेज लगाना बेहद आम हो गया हैं।

यह हमारी आंखों को बड़ा और अट्रैक्टिव दिखाने का काम करती है। अगर आप भी इसका इस्तेमाल करती हैं या करना चाहती हैं, तो आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं फॉल्स आईलैशेज से जुड़ी जरूरी जानकारी के बारे में कि किस तरह इसे लगाना हैं और इस्तेमाल के दौरान कौनसी सावधानियां रखनी हैं।

ग्लू वाले और मैग्नेटिक लैशेज। ग्लू लैशेज सस्ते तो होते हैं, लेकिन ये लॉन्गलास्टिंग नहीं होते। साथ ही इन्हें लगाना भी मुश्किल होता है। यदि ग्लू सही से न लगे तो ये उखड़ जाते हैं या लैशेज अलग से लगे हुए भी नजर आते हैं। इन्हें लगाने के लिए ग्लू की जरूरत नहीं होती। बस ओरिजनल लैशेज पर मस्कारा लगाकर इसे लगाया जाता है और इसके मैग्नेट्स को अच्छी ग्रिप मिल जाती है। ये लॉन्गलास्टिंग होता है और जब तक इन्हें उतारा न जाए ये अपनी जगह पर फिक्स रहते हैं।

आपकी त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं ये चीज़

दुनियाभर की अधिकतर महिलाएं कोई चमकती हुई फ्लॉलेस स्किन के लिए हर तरह का प्रयास करती हैं. वे स्किन विशेषज्ञ द्वारा बताई गई स्किन केयर नियमों का पालन करती हैं.

एक प्रभावी रूटीन और स्वस्थ जीवन शैली विकल्पों के साथ आप अपनी स्किन की देखभाल करके तो कर ही सकती है,  आप उम्र बढ़ने के संकेतों को टाल और समस्याओं से बच सकते हैं.

1. अपनी त्वचा के लिए उचित उत्पादों का चयन करना बहुत आवश्यक है. जैसे ड्राई स्किन वालों के लिए उपयोगी होंगे फर्टिलाइजर और मॉइस्चराइजर जबकि ऑयली स्किन वालों के लिए अल्कोहल नहीं रखना चाहिए.

2. अपनी त्वचा को अच्छी तरह से साफ करना बहुत जरूरी होता है.  एक दिन में कम से कम दो बार मॉइस्चराइजर का उपयोग करें.

3. धूप में बाहर जाने से पहले एक स्क्रीन या सनस्क्रीन का उपयोग करें. यह आपकी त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाएगा.

4. अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी होता है ताकि आपकी त्वचा भी स्वस्थ रहे.रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें.

5. स्वस्थ और चमकदार त्वचा के लिए सही खान-पान बहुत जरूरी होता है. प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और अधिक पानी को शामिल करना चाहिए.

गन्ने के रस से होने वाले ये सभी फायदें नहीं जानते होंगे आप

ग्रीष्म का अर्थ गर्म होता है। ग्रीष्म ऋतु में ज्यों-ज्यों गर्मी अधिक तीव्र होती है, त्यों-त्यों इसकी जलन भी अधिक तीव्र होती है। इसके कारण व्यक्ति को छाया और ओस की बहुत आवश्यकता होती है।

कई लोगों के मन में यह शंका होती है कि गन्ने के रस में शुगर है तो कहीं यह ब्लड शुगर तो नहीं बढ़ा देगा? तो गन्ने के रस में कितनी चीनी है ? इसके बारे में जानें।

240 मिली। गन्ने के रस में 250 कैलोरी होती है। जिसमें 30 ग्राम प्राकृतिक चीनी होती है। गन्ने के रस में जीरो कोलेस्ट्रॉल, फाइबर और प्रोटीन होता है।  इसमें सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन भी होता है।

गन्ने के रस में प्रति गिलास 13 ग्राम आहार फाइबर होता है, जो फाइबर के दैनिक मूल्य का 52 प्रतिशत है। अधिकांश अमेरिकी प्रति दिन केवल 10 से 15 ग्राम फाइबर का सेवन करते हैं।

गन्ने के रस में प्राकृतिक चीनी होती है, क्योंकि इसमें से फाइबर निकल चुका होता है। आपको अपने चीनी सेवन को प्रति दिन 6 से 9 चम्मच तक सीमित करना चाहिए क्योंकि अतिरिक्त चीनी का सेवन मोटापे और वजन बढ़ने के जोखिम को बढ़ाता है।  डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए।

एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर ड्रमस्टिक का सेवन करने से होते हैं ये लाभ

हजन का बोटेनिकल नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। इसे मोरिंगा और ड्रमस्टिक भी कहा जाता हैं। ड्रमस्टिक की सबसे ज्यादा पैदावार भारत में होती है। आयुर्वेद में इस फली वाली इस सब्जी को अमृत के समान गुणकारी बताया गया है।

सहजन के फूल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीहेलिमिंटिक यानी कि कीट नाशक, हेपटोप्रोटेक्टिव और एंटीबायोटिक जैसे गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा, इसमें सूजन की समस्या को कम करने, कोलेस्ट्रॉल कम करने, यौन क्षमता को बेहतर करने और मांसपेशियों की समस्या से बचाव करने वाले गुण भी हैं।

एक रिसर्च के मुताबिक इसकी पत्तियों में संतरे से 7 गुना अधिक विटामिन, दूध से 3 गुना अधिक कैल्शियम, अंडे से 36 गुना अधिक मैग्नीशियम है। वहीं,पालक से 24 गुना अधिक आयरन, केले से 3 गुना अधिक पोटेशियम मिलता है।

अनियमित पीरियड्स से महिलाओं को हो सकती हैं ये परेशानियाँ

 अनियमित पीरियड्स महिलाओं के बीच आम समस्या है. इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे आहार, जीवनशैली, टेंशन, वजन व विभिन्न मेडिकल कारण, जैसे थायराइड, अधिक पेशाब, पीसीओएस, पीसीओडी इत्यादि.

इनमें से कुछ बहुत सामान्य हैं जबकि कुछ गंभीर तथा दूसरी समस्याओं को भी उत्पन्न हो जाती है. कुछ आम समस्याएं जो अनियमित पीरियड्स से उत्पन्न होती हैं, जैसे-

  • बार बार बुखार या मलेरिया होना
  • स्तन कैंसर और गर्भाशय कैंसर का खतरा
  • पीरियड्स के बीच में अधिक मात्रा में ब्लीडिंग (छोटे-छोटे दिनों के बीच या लंबे समय तक)
  • गर्भावस्था के दौरान समस्याएं जैसे गर्भपात या पूर्वजन्म मृत्यु का खतरा
  • बालों की तेज गिरावट, त्वचा की समस्याएं और वजन की वृद्धि

हरी सब्जियां आपकी बॉडी के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. इनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है और पीरियड्स को रेगुलर रखने में मदद कर सकती हैं.

फल में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा ज्यादा होती है जो आपके पीरियड्स को रेगुलर रखने में मदद कर सकते हैं. खजूर, अनार, केला और खुबानी जैसे फल आपकी बॉडी के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं.

सुन्दर त्वचा के लिए आप भी अपनाएं ये देसी नुस्खे

पुरुष हो या महिला, सुंदर और से नहीं चाहिए? बहुत से लोग सौंदर्य प्रसाधनों से अपनी सुंदरता बढ़ाने की कोशिश करते हैं, लेकिन आपकी त्वचा तभी स्वस्थ और चमकदार रहेगी, जब आप उसे आवश्यक पोषक तत्व देंगे और उसकी देखभाल करेंगे।

सुंदरता एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल आमतौर पर एक महिला का वर्णन करने के लिए किया जाता है या अक्सर लड़कियों और महिलाओं के बीच बातचीत का विषय होता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। यह आपकी त्वचा की टोन को भी बाहर करता है और इसे स्वस्थ रखता है।विटामिन सी की उच्च सामग्री के कारण हरी पत्तियां आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं।

भीगे हुए या सूखे बादाम का सेवन आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और इसे अधिक युवा और चमकदार बनाता है। इसमें फैटी एसिड होता है जो शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे त्वचा में निखार आता है।

विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स की वजह से मूली आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती है। यह आपके चेहरे को चमकदार बनाता है और त्वचा को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाएं क्या नहीं जानिए यहाँ

ज की सबसे आम स्थितियों में से एक हाई है, हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है,  पहले बुढ़ापे से जुड़ी समस्या के रूप में देखा जाता था, लेकिन धीरे-धीरे यह कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है

कोलेस्ट्रॉल शरीर के हर कोशिका में पाया जाता है और पाचन, हार्मोन उत्पादन और कई आंदोलनों को उत्तेजित करने के लिए शरीर में महत्वपूर्ण प्राकृतिक कार्य करता है।  स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।

खराब कोलेस्ट्रॉल वाले लोग अक्सर पूछते हैं कि कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाएं? या कोलेस्ट्रॉल को कैसे नियंत्रित करें, लोग यह भी जानना चाहते हैं कि कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम किया जाए

कुछ ऐसे फल हैं जो गर्मियों में आपके उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल धमनियों की दीवारों पर प्लाक की एक परत बना देता है, जिससे रक्त का प्रवाह मुश्किल हो जाता है, जिससे उच्च रक्तचाप हो जाता है। ऐसे में आप गर्मियों में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने वाले फलों का सेवन कर सकते हैं।

स्वस्थ त्वचा से लेकर पाचन तक, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से सेब को सुपरफ्रूट माना जाता है। रोजाना एक सेब खाने से कभी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ती। ये फल आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। सेब में मौजूद हृदय के अनुकूल पॉलीफेनोल्स मुक्त कणों को हृदय की मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने से रोकते हैं।

चैत्र नवरात्रि में खुद को फिट और हेल्थी रखने के लिए करें इन चीजों का सेवन

 चैत्र नवरात्रि भारत में हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो वर्ष के पहले नवरात्र  त्योहार के रूप में मनाया जाता है.इस त्योहार का आरंभ चैत्र माह की पहली तिथि से होता है और नौ दिन तक चलता है.

कुछ भक्त उपवास फलाहार का सेवन करते हैं तो कुछ पूरे-पूरे दिन निर्जला उपवास रखते हैं. व्रत जितना कठिन होगा, भक्तों की एनर्जी और तबियत पर उतना ही असर पड़ेगा. अगर आप भी नवरात्रि में पूरे 9 दिन उपवास रखने की सोच रहे हैं

1. उपवास से पहले अपने शरीर की जरूरतों के अनुसार सही मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन की खुराक का विशेष ध्यान रखें.

2. डाइट में पानी से भरपूर फलों (पपीता, खरबूजा, तरबूज, आदि) का रोज सेवन करें. इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और आप हाइड्रेटेड रहेंगे.

3. अपनी डाइट नमक, चीनी, तेल और मैदा आदि का सेवन कम से कम करें. ये तत्व आपके शरीर के लिए अस्वस्थ कारण बनते हैं जो आपको कमजोर महसूस कराते हैं.

4. नींबू और कीवी को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं. इससे शरीर में इलेक्ट्रॉलायटिक बैलेंस सही रहेगा और आप हाइड्रेट भी रहेंगे.