Thursday , October 24 2024

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मदरसे में बच्चों को पढ़ाया…आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन, पुलिस ने मदरसा किया सील

प्रयागराज:  अतरसुइया स्थित जिस मदरसे में नकली नोट छापने का भंडाफोड़ हुआ, वहां बच्चों में नफरत भी घोली जा रही थी। उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था। उन्हें पढ़ाया जा रहा था कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन है। यह खुलासा तब हुआ, जब मौलवी के कमरे की तलाशी के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम को विवादास्पद किताब बरामद हुई। खास बात है कि इस किताब के लेखक महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एमएम मुशर्रफ हैं।

नकली नोट छापने के खेल के भंडाफोड़ के दिन ही आईबी की टीम ने जेल भेजे जाने से पहले मौलवी तफसीरुल व जाहिर समेत चार आरोपियों से लंबी पूछताछ की थी। मंगलवार दोपहर जांच को आगे बढ़ाने के क्रम में ही आईबी की टीम मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम में पहुंची। यहां मौलवी के कमरे की तलाशी ली गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कमरे से एक विवादास्पद किताब मिली, जिसका शीर्षक ही ‘आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन’ है।

किताब में भीतर मालेगांव व समझौता एक्सप्रेस जैसी कई आतंकी घटनाओं का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही मालेगांव 2008 मामले के आरोप पत्र के कुछ अंश व उद्धरण भी बतौर अनुलग्नक समाहित किए गए हैं। किताब को कब्जे में लेने के साथ ही आईबी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अब इस बिंदु पर भी जांच शुरू हो गई है कि मदरसे में बच्चों को पढ़ाने की आड़ में राष्ट्रविरोधी गतिविधियां तो नहीं संचालित की जा रही थीं।

स्पीड पोस्ट की एक दर्जन पावती भी मिलीं

तलाशी के दौरान मौलवी के कमरे से स्पीड पोस्ट की पावती भी बरामद हुई हैं। यह स्पीड पोस्ट मौलवी खुद अपने नाम से करता था। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि वह स्पीड पोस्ट से किस तरह का पत्राचार या पार्सल भेजने का काम किया करता था।

पत्रकार के सवाल पर भड़के मंत्री गिरीशचंद्र यादव, कहा- दो कौड़ी के आदमी ठीक कर दूंगा

जौनपुर:  भाजपा के महा सदस्यता अभियान के संबंध में बुधवार को नगर के एक हॉल में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव की पत्रकार वार्ता आयोजित थी। इस दौरान विकास कार्यों के सवाल पर मंत्री गिरीशचंद्र यादव भड़क उठे।इस दौरान एक चैनल के पत्रकार राजकुमार सिंह ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट और शीतला चौकियां धाम सुंदरीकरण समेत विकास कार्यो पर जब सवाल किया तो राज्यमंत्री आग बबूला हो गए। बात बढ़ी तो उन्होंने पत्रकार को कहा कि ठीक कर दूंगा।

उन्होंने एक राष्ट्रीय चैनल के पत्रकार को दो कौड़ी का आदमी बताया। इस पर पत्रकार ने भी कहा कि हमने भी आप जैसे कई मंत्री देखे हैं। इस दौरान तेज आवाज में बहस शुरू हो गई।मौके पर मौजूद महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, भाजपा नेता ओमप्रकाश सिंह, भाजपा नेता जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने बीच-बचाव कर मंत्री को पत्रकार वार्ता स्थल से बाहर ले गए। इसकी चर्चा व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

अभिनेता दर्शन समेत 17 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर, चार्जशीट में 231 गवाहों के बयान

बंगलूरू: बंगलूरू पुलिस ने रेणुकास्वामी हत्या मामले में कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा समेत 17 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद. ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की गई। 3991 पन्नों के आरोपपत्र में 231 गवाहों के बयान हैं। इसे 24वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में प्रस्तुत किया गया था। अभिनेता दर्शन और उनकी दोस्त पवित्रा गौड़ा समेत 15 अन्य लोग राज्य के विभिन्न जेलों में न्यायिक हिरासत में हैं।

कमिश्नर बी दयानंद. ने कहा, “हमने इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है जो न्यायिक हिरासत में हैं। इस मामले में हमारे पास तीन चश्मदीद गवाह हैं। 27 गवाहों ने अदालत के समक्ष अपने बयान दिए और अन्य गवाहों ने पुलिस के सामने अपने बयान दर्ज कराए हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमने जांच से समबमधित कई सामग्रियां यहां एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) और सीएफएसएल (सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, हैदराबाद) को भेजी थीं। हमें उनकी रिपोर्ट मिल गई, लेकिन सीएफएसएल से कुछ रिपोर्ट आनी बाकी है।”

पुलिस सूत्रों के अनुसार, 33 वर्षीय रेणुकास्वामी अभिनेता दर्शन के बहुत बड़े फैन थे। उसने दर्शन की दोस्त पवित्रा गौड़ा को अश्लील मैसेज भेजे थे। इसे देखकर दर्शन को गुस्सा आया और यही गुस्सा रेणुकास्वामी की हत्या का कारण बना। उसका शव सुमनहल्ली में एक अपार्टमेंट के पास एक नाले में मिला था।

8 जून को फैन क्लब का हिस्सा रहे आरोपियों में से एक राघवेंद्र ने रेणुकास्वामी को यह कहकर बुलाया कि अभिनेता उससे मिलना चाहते हैं और वहां आने पर उसकी हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, चित्रदुर्ग के मूल निवासी रेणुकास्वामी की मौत गंभीर चोट लगने और खून बहने की वजह से हुई है।

वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए राहुल ने एक महीने का वेतन दान में दिया, डोनेशन के लिए कांग्रेस ने बनाया एप

नई दिल्ली:  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के लिए अपने एक महीने का वेतन (2.3 लाख रुपये) केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) को दान कर दिया। केपीसीसी के महासचिव एम. लिजू ने बताया कि राहुल गांधी ने कहा था कि पार्टी 30 जुलाई को वायनाड भूस्खलन में बेघर हुए लोगों के लिए 100 घर बनाएगी। इसके लिए कांग्रेस की राज्य इकाई धनराशि जमा कर रहे हैं।

एम. लिजू ने एक बयान जारी कर कहा, पैसे जुटाने के लिए एक मोबाइल एप-स्टैंड विद वायनाड (वायनाड के साथ खड़े हैं) बनाया गया है। कांग्रेस सांसद के. सुधाकरन व्यक्तिगत रूस से वायनाड पुनर्वास कार्य की प्रगति को देख रहे हैं। पार्टी के सांसदों, विधायकों और इकाइयों को उनके द्वारा दान की जाने वाली राशि के बारे में सूचित कर दिया गया है।

बयान में आगे कहा गया, “मोबाइल एप के जरिए कांग्रेस कार्यकर्ता, समर्थक और नेता सीधे डोनेशन ट्रांसफर कर सकते हैं। एकबार जब राशि बैंक में पहुंच जाएगी, डोनर को मैसेज के जरिए सूचित कर दिया जाएगा। केपीसीसी ने चंदा इकट्ठा करने के लिए नौ सदस्यीय समिति का गठन किया है।”

बता दें कि केरल के वायनाड में 30 जुलाई को भूस्खलन ने पूरे राज्य में तबाही मचा दी थी। इस घटना में 200 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 78 अभी भी लापता हैं। पुंचिरीमट्टम, चूरलमाला और मुंडक्कई गांव भूस्खलन से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ था।

‘इस्राइल को हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति रोके केंद्र’, सुप्रीम कार्ट में याचिका दायर

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें केंद्र सरकार को यह निर्देश देने की मांग की गई है कि वह गाजा में संघर्ष में शामिल इस्राइल को हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति रोक दे। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल कर केंद्र को यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि वह इस्राइल को हथियार और अन्य सैन्य उपकरण निर्यात करने वाली भारतीय कंपनियों के लाइसेंस रद्द करे और नए लाइसेंस नहीं दे। वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें रक्षा मंत्रालय को पक्षकार बनाया गया है।

याचिका मे कहा गया है कि भारत विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संधियों से बंधा हुआ है, जो भारत को युद्ध अपराधों के दोषी देशों को सैन्य हथियार नहीं देने के लिए बाध्य करते हैं, क्योंकि किसी भी निर्यात का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए किया जा सकता हैं।

जनहित याचिका 11 लोगों ने दायर की है, जिसमें नोएडा के अशोक कुमार शर्मा भी शामिल हैं। याचिका में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम सहित कंपनियों द्वारा इस्राइल को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति, संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत भारत के दायित्वों का उल्लंघन है। गाजा पर इजराइल के हमले में हजारों फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। इससे पहले हमास के बंदूकधारियों ने सात अक्टूबर 2023 की सुबह गाजा की सीमा पार करके इजराइल में धावा बोला और लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी।

‘महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से देश का होगा विकास’, महाराष्ट्र में बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू

मुंबई:  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को महिलाओं के हक के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण से देश की प्रगति और विकास होगा। उन्होंने महिलाओं से केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी कहा। वहीं, राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के लातूर जिले के उदगीर में विश्वशांति बुद्ध विहार का उद्घाटन किया।

महाराष्ट्र सरकार की योजनाओं पर की बात
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना’ और ‘शाशान आपल्या दारी’ कार्यक्रमों के लाभार्थियों को मुर्मू ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आर्थिक सशक्तिकरण से महिलाओं का व्यक्तिगत विकास होगा, जो देश की आबादी का आधा हिस्सा हैं।

25 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य
राष्ट्रपति मुर्मू ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने 25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी (प्रति वर्ष एक लाख रुपये से अधिक कमाने वाली महिलाएं) बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि वह यह जानकार खुश हैं कि 13 लाख महिलाओं को पहले ही लखपति दीदी बनाया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि केंद्र ने लखपति दीदी के लक्ष्य को एक करोड़ से संशोधित कर तीन करोड़ कर दिया है। मुर्मू ने महिलाओं से अपने परिवारों की देखभाल करते हुए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘अगर आप समृद्ध और स्वस्थ रहेंगे तो देश का विकास होगा और प्रगति होगी।’

देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही
उन्होंने कहा, ‘पुरुषों को महिलाओं की क्षमता को समझना चाहिए और उन्हें अपने सपनों तथा आकांक्षाओं को प्राप्त करने में मदद करनी चाहिए। देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।’

राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्वशांति बुद्ध विहार का उद्घाटन किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के लातूर जिले के उदगीर में विश्वशांति बुद्ध विहार का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति आज सुबह नांदेड़ पहुंचीं, जहां से उन्हें हेलीकॉप्टर से उदगीर ले जाया गया। बुद्ध विहार के उद्घाटन के बाद वहां प्रार्थना का आयोजन किया गया।

2022 में सबसे ज्यादा जलवायु वित्त देने वाला देश भारत, कई अमीर देशों को छोड़ा पीछे

यूनाइटेड किंगडम स्थित थिंक टैंक ओ.डी.आई. और ज्यूरिख क्लाइमेट रेजिलिएंस अलायंस की तरफ से जारी किए गए एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का जलवायु वित्त कई विकसित देशों के मुकाबले ज्यादा है। वहीं कुछ विकसित देशों की तरफ से जलवायु वित्त के लिए दाता आधार को व्यापक बनाने के लिए नए सिरे से किए जा रहे प्रयास के बीच आया है, जिसमें चीन और सऊदी अरब जैसे विकासशील देश शामिल हैं।

1.28 बिलियन अमेरिकी डॉलर का दिया योगदान
इस रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 2022 में बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) के माध्यम से जलवायु वित्त में 1.28 बिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान दिया, जो कई विकसित देशों के योगदान से अधिक है।

इन 12 देशों ने दिया अपना उचित हिस्सा
रिपोर्ट में ये भी खुलासा हुआ है, कि 2022 में मात्र 12 विकसित देशों ने अंतरराष्ट्रीय जलवायु वित्त का अपना उचित हिस्सा दिया है। इसमें नॉर्वे, फ्रांस, लक्जमबर्ग, जर्मनी, स्वीडन, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, जापान, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम और फिनलैंड जैसे देश शामिल हैं।

पांच शिक्षिकाएं जो शिक्षा के क्षेत्र में दे रही हैं असीम योगदान, जानकर आप भी करेंगे सलाम

भारत में 5 सितंबर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देश के शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। इस दिन की शुरुआत भी एक शिक्षक के सम्मान में हुई, जिनका नाम डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन है। उनके जन्मदिन पर शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा। वहीं महिला शिक्षकों का जिक्र होते ही सबसे पहले ज्योतिबा बाई फुले का नाम याद आता है।

भारत के इन सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों का नाम इतिहास में दर्ज है लेकिन वर्तमान में भी कई महिला शिक्षिकाएं हैं जो बच्चों की पढ़ाई के लिए सराहनीय कार्य कर रही हैं। देश में अभी भी बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करना आसान नहीं, किसी छात्र की पढ़ाई में गरीबी रुकावट बन जाती है, तो कुछ छात्रों को मुश्किल से भोजन मिल पाता है, ऐसे में ये शिक्षिकाएं स्कूल की चारदीवारी में पढ़ाने तक सीमित नहीं, बल्कि छात्रों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उनकी परेशानी को कम करने का काम किया।

इन शिक्षिकाओं के असल जीवन की कहानी सच में सम्मान के लायक है। आइए जानते हैं देश की ऐसी ही महिला शिक्षिकाओं के बारे में जो पढ़ाई के क्षेत्र में अहम योगदान दे रही हैं।

गीतिका जोशी

नैनीताल में खंड शिक्षा अधिकारी और प्राचार्य पद पर कार्यरत गीतिका जोशी लगभग 10 वर्षों से अध्यापिका के रूप में कार्यरत हैं। 2014 में गीतिका का उत्तराखंड पीसीएस की परीक्षा में चयन हुआ। शिक्षा विभाग में उप शिक्षा अधिकारी पद पर नियुक्ति मिला। इस दौरान उन्होंने बहुत से बच्चों को अत्यंत विषम परिस्थितियों से गुजरते देखा।

कक्षा 9 की एक छात्रा जिसके पिता बग्गी चलाकर घर संभालते थे, रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कारण बिस्तर पर पड़ गए और घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया। उसके घर में एक समय का खाना भी नहीं बन पाता था। छात्रा के अन्य तीन भाई बहन स्कूल के मिड डे मील में खाना खाते थे लेकिन 9वीं कक्षा में होने के कारण उसे खाना नहीं मिलता था।

शिक्षिका गीतिका ने छात्रा के लिए घर से टिफिन लाना शुरू किया। बच्ची की स्कूल की फीस देना शुरू की। इससे छात्रा की पढ़ाई में भी प्रोग्रेस आई। हाई स्कूल और इंटर में वही छात्रा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होकर आज आत्मनिर्भर हो गई है। बच्चों के लिए ही नहीं, सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की जर्जर परिस्थितियों को ठंड और बारिश से बचाने के प्रयास में भी उन्होंने स्कूल रूपांतरण कार्यक्रम शुरू किया।

सीमा भारती झा

दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर सीमा भारती झा ने 2015 से शिक्षक के तौर पर पढ़ाना शुरू किया। एक बार कॉलेज के दो बच्चे उनके पास गए और बताया कि यहां रहने, खाने पीने और पढ़ाई का खर्च उठाने में उन्हें काफी परेशानी होती है। प्रोफेसर सीमा को चिंता हुई कि अगर उनकी मदद न की गई तो वह अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाएंगे। ऐसे में सीमा ने उन बच्चों का कोर्स पूरा होने तक पढ़ाई का खर्च उठाया।

इसके बाद उन्हें महसूस हुआ कि ऐसे कई बच्चे हैं जो इसी स्थिति से परेशान हैं। प्रोफेसर सीमा ने अपने साथ कुछ अन्य लोगों को जोड़ा जो आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों की मदद कर सकें।

शिप्रा गोम्बर

दिल्ली के ही एक स्कूल की शिक्षिका शिप्रा गोम्बर पहले सोनीपत में शिक्षण कार्य में थीं। उनके विद्यालय की 12वी कक्षा की एक छात्रा के परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी। ऐसे में उसकी पढ़ाई सुचारू रूप से आगे चलने में परेशानी आ रही थी। शिप्रा मैम ने छात्रा की फीस भरी ताकि उसकी पढ़ाई में कोई रुकावट न आए। 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम में छात्रा अर्थशास्त्र में शत प्रतिशत अंकों से पास हुई थी। नतीजा ये हुआ कि उसका दाखिला दिल्ली विवि के इकोनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में हुआ।

सीएम योगी आज बांटेंगे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1334 अवर अभियंता, संगणक व फोरमैन को नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे। लोकभवन सभागार में सुबह 10 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में अभ्यर्थियों के साथ-साथ कई मंत्री भी उपस्थित रहेंगे।

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से पूरा किया गया है। बता दें कि प्रदेश में इस समय मिशन रोजगार को रफ्तार दी जा रही है। इसके तहत, जहां सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है, वहीं जिलों में रोजगार मेले का भी आयोजित किया जा रहा है। मंगलवार को ही मुख्यमंत्री ने मैनपुरी में आयोजित रोजगार मेला में युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया।

यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष पद के लिए फिर जारी होगा विज्ञापन
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) के अध्यक्ष पद के लिए दुबारा से विज्ञापन जारी होगा। जुलाई में जारी हुए विज्ञापन के आधार पर 50 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया, लेकिन इनमें से एक का भी नाम फाइनल नहीं हो सका। प्रदेश सरकार ने नए सिरे से विज्ञापन जारी करने के निर्देश दे दिए हैं।

कुछ समय पहले यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। अभी उनका कार्यकाल दिसंबर 2024 तक था। इसलिए सरकार ने जुलाई में इस पद पर चयन के लिए विज्ञापन निकाला। कई सेवानिवृत्त आईएएस और आईपीएस अधिकारियों समेत 50 से ज्यादा लोगों का 24 अगस्त को इंटरव्यू भी लिया गया। ये इंटरव्यू मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित सर्च कमेटी ने लिए। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, इनमें से एक भी नाम उच्चस्तर से फाइनल नहीं हुआ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि यूपीएसएसएससी के अध्यक्ष पद के लिए पुनः विज्ञापन जारी करके आवेदन मांगे जाएंगे।

हाईवे पर ट्रक ने बाइक को मारी टक्कर, रामपुर निवासी पति-पत्नी और बेटी की मौत

बरेली: बरेली के फतेहगंज पश्चिमी में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बरेली से रामपुर की ओर से जा रही बाइक को ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे बाइक पर सवार तीनों लोग सड़क पर गिर गए और ट्रक उनको रौंदता हुआ आगे निकल गया। हादसे में रामपुर निवासी दंपती व बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। तीनों के शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिए गए हैं। उनके परिजनों को सूचना दी गई है।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात 11 बजे रामपुर जिले के मिलक कोतवाली क्षेत्र के गांव खाता नगरिया निवासी यासीन (45), उनकी पत्नी चमन (40) और बेटी फिरोसीन (20) बरेली से बाइक से अपने घर की ओर लौट रहे थे। राधा-कृष्ण मंदिर से आगे पहुंचने पर ट्रक ने पीछे से उनकी बाइक में टक्कर मार दी। बताते हैं कि टक्कर से बाइक सवार तीनों लोग सड़क पर गिर गए और ट्रक उन्हें रौंदता हुआ रामपुर की ओर चला गया।

मौके पर ही बाइक सवार तीनों लोगों की मौत हो गई। उनके पास मौजूद आधार कार्ड से उनकी पहचान कर परिजनों को सूचना दी गई। रात एक बजे तक परिजन जिला अस्पताल नहीं पहुंच सके थे। पुलिस ने क्षतिग्रस्त बाइक कब्जे में ले ली। प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी जुटाने के साथ ही ट्रक की तलाश में पुलिस आसपास के सीसीटीवी भी खंगाल रही है।