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आसान तरीके से घर पर बनाएं चीजी पनीर कटलेट, हर कोई खाकर करेगा तारीफ

जब बच्चे घर पर होते हैं तो उन्हें समय-समय पर उन्हें भूख लगती है। जिस वजह से उनके लिए थोड़ी-थोड़ी देर पर कुछ न कुछ बनाकर देना पड़ता है। वैसे तो स्नैक्स के लिए आपको बाजार में भी कई रेडी टू मेक आइटम मिल जाते हैं, लेकिन अगर आप अपने बच्चे को बाहर के स्नैक्स नहीं देना चाहती है हम आपको एक ऐसी डिश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे बनाना भी काफी आसान है।

हम बात कर रहे हैं चीजी पनीर कटलेट की, ये खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। बच्चों के साथ-साथ आप अपने घर के बड़ों को भी ये स्नैक्स परोस सकती हैं। इसे जो भी खाएगा वो आपकी तारीफ किए बिना रह नहीं पाएगा। तो चलिए देर न करते हुए आपको इसे बनाने का आसान तरीका बताते हैं।

पनीर चीज कटलेट बनाने का सामान
पनीर: 200 ग्राम
आलू: 2 मध्यम
चीज: 50 ग्राम
हरी मिर्च: 2
हरा धनिया: 2 बड़े चम्मच
जीरा पाउडर: 1/2 चम्मच
गरम मसाला: 1/2 चम्मच
लाल मिर्च पाउडर: 1/2 चम्मच
नमक: स्वादानुसार
ब्रेड क्रम्ब्स: 1 कप
कॉर्नफ्लोर: 2 बड़े चम्मच
पानी: 1/4 कप
तेल

विधि

पनीर चीज कटलेट बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में कद्दूकस किया हुआ पनीर, मसले हुए आलू, कद्दूकस किया हुआ चीज़, हरी मिर्च, अदरक, हरा धनिया, जीरा पाउडर, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालें। अब सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं ताकि एक समान मिश्रण तैयार हो जाए।

इन हेयर एक्सेसरीज से निखरेगा आपका व्यक्तित्व, खरीदने से पहले जानें क्या है आजकल ट्रेंड में

हेयर एक्सेसरीज आपके बालों को व्यवस्थित करती है, खूबसूरती बढ़ाती है तो व्यक्तित्व को निखारती भी है। यह आपको किसी भी अवसर पर आकर्षक बना सकती है। अक्सर आप अपना पूरा ध्यान कपड़ों, ज्वेलरी और मेकअप पर लगा देती हैं, लेकिन बालों को भूल जाती हैं। इससे आपकी सुंदरता में कुछ कमी रह जाती है। बाल आपकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं और आपके पूरे व्यक्तित्व को निखार कर सामने लाते हैं। ऐसे में हेयर एक्सेसरीज आपके लुक को एक नया आयाम दे सकती है और बालों को सुंदरता के साथ सजाने में मदद कर सकती है।

पर्ल जाल

यह एक्सेसरीज बन हेयर स्टाइल के साथ इस्तेमाल की जाती है, जो बेहद खूबसूरत और रॉयल लुक देती है। यह पर्ल (मोती) के साथ जाल की तरह सजाई जाती है, जो आपके बालों को एक एलिगेंट और क्लासिक लुक देती है। पर्ल जाल हेयर एक्सेसरीज खासतौर पर विशेष अवसरों, जैसे कि शादी या पार्टी के लिए उपयुक्त है। यह आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी।

पर्ल हेयर बैंड

पर्ल से सजाए गए हेयर बैंड्स बालों को एक गॉर्जियस लुक देते हैं। पर्ल बैंड्स खासतौर पर पार्टी या फॉर्मल इवेंट्स के लिए आदर्श होते हैं, लेकिन आप इनका इस्तेमाल डेली यूज में भी कर सकती हैं, जो आपको एक आकर्षक-सा लुक देने में मदद करेंगे। यह भी आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगे।

नॉट हेयर बैंड

ये हेयर बैंड नॉट डिजाइन के साथ आते हैं, जो आपको एक स्टाइलिश और ट्रेंडी लुक देते हैं। आजकल ये महिलाओं खासकर, लड़कियों की खास पसंद बने हुए हैं। नॉट हेयर बैंड्स बालों को सुसज्जित और व्यवस्थित रखने के साथ-साथ आपके आउटफिट को भी आकर्षक बनाते हैं। ये कैजुअल लुक के लिए भी उपयुक्त हैं, हालांकि इनको इस्तेमाल करना उतना आसान नहीं है, इसलिए आपको किसी की मदद लेनी पड़ती है।

हेयर क्लिप विद फ्लॉवर

इसमें आपके बाल क्लिप फ्लॉवर डिजाइन के साथ होते हैं, जो बालों में सजावट करने उसे खूबसूरत और आकर्षित दिखाने का एक तरीका है। फ्लॉवर के साथ हेयर क्लिप का यह स्टाइल आपके बालों को सुंदर और नरम लुक देने का काम करता है। यह क्लिप आमतौर पर किसी छोटे-मोटे समारोह के लिए उपयुक्त हैं और आपके लुक को खास बनाते हैं। लेकिन जरूरी है कि आप ऐसे फ्लॉवर का चयन करें, जो आपको क्लासी और खूबसूरत लुक प्रदान करें। बाजार में ये भी आपको आसानी से मिल जाएंगे।

असल जिंदगी में बेहद खूबसूरत है स्त्री 2 का चंदेरी शहर, ऐसे बनाएं यहां घूमने का प्लान

आजकल श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की फिल्म स्त्री 2 बॉक्स ऑफिस पर लगातार धमाल मचा रही है। फिल्म के रिलीज होने के 15 दिन बाद भी इसके सभी शो हाउसफुल जा रहे हैं। इस फिल्म में चंदेरी का जिक्र किया गया है। स्त्री और सरकटा की पूरी कहानी ही चंदेरी की है।

भले ही स्त्री और सरकटा की कहानी काल्पनिक है लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंदेरी जगह काल्पनिक नहीं है। ये एतिहासिक शहर मध्य प्रदेश में है। चंदेरी शहर पहाड़ियों, झीलों और जंगल से घिरा है। इसके साथ-साथ यहां की चंदेरी साड़ियां और ऐतिहासिक स्मारक भी काफी प्रसिद्ध है। यहां का हर स्थान इतिहास प्रेमियों, कला प्रेमियों और साड़ियों के शौकीनों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।

चंदेरी को भारतीय इतिहास, संस्कृति और कला का धरोहर स्थल माना जाता है। यहां हर साल विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है, जिसमें स्थानीय और बाहरी पर्यटक हिस्सा लेते हैं। अगर आप चाहें तो यहां घूमने का प्लान कर सकते हैं। यहां घूमने के लिए दो से तीन दिन काफी हैं। इस लेख में हम आपको चंदेरी के इतिहास के साथ-साथ यहां जाने की योजना बनाने का तरीका बताएंगे।

जानें चंदेरी का इतिहास

चंदेरी का इतिहास काफी प्राचीन है। ये शहर कई महान शासकों और साम्राज्यों का साक्षी रहा है। यह स्थान मालवा के परमार राजाओं, चंदेलों और बाद में दिल्ली सल्तनत, मालवा सुल्तानों और मुगलों के शासन के अधीन रहा है। इतिहास की मानें तो चंदेरी पर गुप्त, प्रतिहार, गुलाम, तुगलक, खिलजी, अफगान, गौरी, राजपूत और सिंधिया वंश ने शासन किया है। राणा सांगा ने इस खूबसूरत जिले को महमूद खिलजी से जीता था।

जब सभी प्रदेशों पर मुगल शासक बाबर का आधिपत्य था तब उस वक्त 1527 में एक राजपूत राजा मेदिनी राय ने चंदेरी पर अपनी पताका लहराई। इसके बाद इसके शासन की बागडोर जाट पूरनमल के हाथों में गई। सबसे आखिर में शेरशाह ने छल से पूरनमल को हराकर कत्लेआम किया और इस चंदेरी के किले पर कब्जा अपना राज स्थापित किया। इस जिले में घूमने की कई जगहें भी हैं, जिनके बारे में यहां हम बताने जा रहे हैं।

चंदेरी का किला

चंदेरी में अनेक किले, महल और मस्जिदें हैं, जिनमें से चंदेरी किला सबसे प्रमुख है। यह किला बुंदेलखंड के राजाओं द्वारा बनाया गया था और यह शहर की पहाड़ियों पर स्थित है। इस किले का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। किले से चंदेरी शहर का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।

कटी घाटी गेट

इस दरवाजे को स्त्री फिल्म में दिखाया गया है। इसी दरवाजे से चंदेरी में एंट्री होती है। इसे चंदेरी के किले की पहाड़ियों में काट कर बनाया गया है। इस 10 मीटर ऊंचे और 25 मीटर चौड़ें दरवाजे को सिर्फ एक रात में तैयार किया गया था। इस भव्य दरवाजे में देवनागरी और नश्क लीपियों में शिलालेख भी मिलते हैं

जामा मस्जिद

चंदेरी जिले में स्थित ये मस्जिद 13वीं शताब्दी में बनाई गई थी और अपनी वास्तुकला और डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है। ये भारत की इकलौती बिना मीनार वाली मस्जिद है। यहां के गुंबद और लंबी वीथिका काफी सुंदर है।

चारपाई पर सो रहे बुजुर्ग को बेकाबू कार ने रौंदा, दिल्ली पुलिस के सिपाही समेत दो की मौत

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बड़ा हादसा हुआ है। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, मरने वालों में एक दिल्ली पुलिस का सिपाही है। एक कार सवार घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, मेरठ रोड पर दुहाई के पास रविवार तड़के बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे बुजुर्ग को रौंद दिया, कार आगे जाकर पलट गई। हादसे में कार सवार दिल्ली पुलिस के सिपाही सत्यनारायण और चारपाई पर सो रहे बुजुर्ग वेदप्रकाश की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

मोरटा निवासी वेदप्रकाश दुहाई में रैपिड स्टेशन के पास दुकान चलाते हैं। वह दुकान बंद होने के बाद रोजाना की तरह सड़क किनारे चारपाई डालकर सो रहे थे। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि तड़के मुरादनगर की तरफ जा रही बेकाबू कार वेदप्रकाश के ऊपर चढ़ गई और आगे जाकर पलट गई।

पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों की सूचना पाकर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, मौके पर घायल अवस्था में मिले वेदप्रकाश और सत्यनारायण को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। कार में सवार दो लोग मौका पाकर फरार हो गए।

जबकि, कार सवार विश्वास को अस्पताल में भर्ती कराया गया। विश्वास से पूछताछ में पता चला है कि कार में उनके साथ हरेंद्र और सुभाष यादव भी मौजूद थे, जो घटना के बाद वहां से फरार हो गए। हादसे की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंच गए। मामले में सड़क हादसे की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

एसपी तो मंत्री बन गए, खेत में पुलिस चौकी न बन पाई, 25 साल पहले तीन भाइयों ने दान में दी थी जमीन

हाथरस: बात 25 साल पहले की है, उस समय थाना जंक्शन क्षेत्र डकैतों के आतंक से त्रस्त था और सुरक्षा के लिए मिर्जापुर में पुलिस चौकी की मांग कर रहे थे। पुलिस अधिकारी जमीन नहीं की बात कह रहे थे, तीन भाइयों ने दरियादिली दिखाई और अपनी एक बीघा खेती की उपजाऊ जमीन पुलिस चौकी बनाने के लिए दान कर दी। यह जमीन अभिलेखों में पुलिस चौकी के नाम भी हो गई, उस समय के एसपी असीम अरुण प्रदेश सरकार में मंत्री बन गए, लेकिन पुलिस चौकी आज तक नहीं बन पाई।

वाक्या 1999 का है। लगातार आपराधिक वारदात के चलते उस समय एसपी रहे असीम अरुण ने गांव मिर्जापुर में चौपाल लगाई थी। पुलिस चौकी बनाने की मांग उठी तो जमीन की समस्या आई। तब गांव के तीन भाइयों बंशीधर, राजन लाल व घूरेलाल ने 31 मार्च 1999 को अपनी एक बीघा जमीन राज्यपाल के नाम कर दी। इनमें बंशीधर और राजनलाल की मौत हो चुकी है।

तहसील हाथरस की खतौनी में खाता संख्या 123 में आज भी यह जमीन राज्यपाल के नाम पर है। खतौनी में खातेदार के नाम में लिखा हुआ है कि राज्यपाल द्वारा पुलिस अधीक्षक हाथरस वास्ते पुलिस चौकी रकबा .0770 हेक्टेयर देना। असीम अरुण का स्थानांतरण हो गया, उसके बाद एसपी आते-जाते रहे, लेकिन पुलिस चौकी नहीं बन पाई।

मिर्जापुर के पूर्व प्रधान सत्यप्रकाश गौतम बताते हैं कि उस समय तत्कालीन एसपी असीम अरुण ने गांव में चौपाल लगाई थी और पुलिस चौकी बनाने का प्रस्ताव रखा था। अपने प्रधानी के कार्यकाल में उन्होंने पुलिस चौकी निर्माण के लिए काफी प्रयास किए। 1999 से आज तक असामाजिक प्रवृत्ति के लोग पुलिस चौकी बनाए जाने का विरोध करते रहे। 2014 में तत्कालीन एसओ राजेश प्रसाद त्यागी ने पुलिस चौकी खोलने की संस्तुति दी, लेकिन आज तक चौकी नहीं खुल पाई। अब असीम अरुण हमारे जिले के प्रभारी मंत्री है। उम्मीद है कि अब पुलिस चौकी बन जाएगी। युवा अधिवक्ता पार्थ गौतम ने उन्हें पत्र भेजकर पुराना वादा याद दिलाया है और पुलिस चौकी की स्थापना कराने की मांग की है।

इसलिए की थी चौकी बनाने की मांग
भूमि दान देने वाले घूरे लाल शर्मा का कहना है कि उस समय क्षेत्र में डकैतों का आतंक था और वारदात होती रहती थी, इसलिए चौकी बनाने के लिए जमीन दी गई थी। आज भी थाना जंक्शन से गांव मिर्जापुर की दूरी करीब 20 किलोमीटर से अधिक है। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से यहां पुलिस चौकी स्थापित की जानी चाहिए। पुलिस चौकी बनने की आस में दो भाई दुनिया छोड़ गए। चौकी बनने तो मुझे भी सुकून मिलेगा।

आठ गुना बढ़ गई जमीन की कीमत
25 साल पहले जब जमीन दी गई थी, उस समय जमीन की कीमत 60 हजार रुपये बीघा थी। अब यहां जमीन की कीमत करीब पांच लाख रुपये बीघा है। यानी जमीन की कीमत में आठ गुना की वृद्धि हुई है।

नेपाल सीमा के समीप पुलिस ने पकड़ा संदिग्ध पाउडर से लदा ट्रक, विस्फोटक में इस्तेमाल होने की आशंका

लखीमपुर खीरी :  लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में नेपाल सीमा के थारू क्षेत्र से पलिया की ओर संदिग्ध पाउडर लेकर आ रहे एक ट्रक को पुलिस ने दुधवा रोड पर पकड़ लिया। ट्रक में करीब 360 बोरियां बरामद हुई हैं। चालक से पूछताछ के बाद पुलिस ने थारू क्षेत्र के ध्यानपुर स्थित एक गोदाम पर छापा मारा। यहां भी मेड इन चाइना लिखी तीन बोरियां मिली हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह पाउडर विस्फोटक बनाने के काम आता है। कस्टम, एसएसबी, जीएसटी की टीमों को बुलाया गया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में भी लिया है।

शनिवार को चंदनचौकी के पास स्थित बंदरभरारी गांव से दिल्ली-सोनीपत जा रही ट्रक के पलिया में होने की सूचना पुलिस को मिली। मुखबिर की सूचना के अनुसार ट्रक में संदिग्ध पाउडर भरा था। सक्रिय हुई पुलिस ने पलिया की दुधवा रोड से ट्रक को अपने कब्जे में लिया।

डीसीएम से पकड़ी गईं बोरियों में रखे गए पैकेट पर सोडा ऐश लिखा था। बरामद माल की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। बताया जाता है कि ड्राइवर की निशानदेही पर सीओ यादवेंद्र यादव, पलिया कोतवाल मनबोध तिवारी ने चंदन चौकी, गौरीफंटा पुलिस व एसएसबी की डॉग स्क्वाड टीम के साथ ध्यानपुर स्थित एक गोदाम पर छापा मारा।

पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया
यहां पर गोदाम से संदिग्ध तीन बोरी मिली हैं, जिन पर मेड इन चाइना लिखा होने की बात कही जा रही है। पुलिस ने इनको अपने कब्जे में लिया है। पुलिस ने मामले में चार लोगों को हिरासत में भी लिया है। सूत्रों के अनुसार उक्त संदिग्ध पदार्थ विस्फोटक का काम करता है। पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है।

सीओ यादवेंद्र यादव ने बताया कि जांच की जा रही है। कस्टम, जीएसटी, एसएसबी की टीमों को भी शामिल करते हुए पूरे मामले की तह तक जाया जा रहा है। मामला क्षेत्र में खासा चर्चा का विषय बना हुआ है।

शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष बनीं प्रो. कीर्ति पांडेय, जोर पकड़ेगी 20 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया

लखनऊ:  गोरखपुर यूनिवर्सिटी की समाजशास्त्र विभाग की प्रो. कीर्ति पांडेय को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बीते वर्ष शासन ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा से माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती के लिए इस आयोग का गठन किया था।

इसके साथ ही आयोग के अध्यक्ष व 12 सदस्य पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे किंतु सभी 12 सदस्यों की नियुक्ति 14 मार्च को कर दी गई पर सही अभ्यर्थी न मिलने के कारण दोबारा अध्यक्ष पद के लिए आवेदन मांगे गए थे।

इसके साथ ही प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को 20 मार्च को आयोग का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था। इस आयोग ने प्रयगागराज में कामकाज शुरू कर दिया था साथ ही पिछले दिनों सचिव पद पर भी तैनाती की जा चुकी है। हालांकि, नियमित अध्यक्ष की तैनाती न होने से नियुक्ति प्रक्रिया नहीं शुरू हो रही थी। अब पहले से माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभाग में लंबित लगभग 20 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया गति पकड़ेगी।

बता दें कि प्रदेश में एकीकृत शिक्षक भर्ती के लिए इस आयोग का गठन किया गया है। अभी तक शिक्षक भर्तियां माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड व उच्च शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से अलग-अलग हो रही थीं। अब भर्ती प्रक्रिया इस आयोग के माध्यम से होंगी।

मथुरा की शाही ईदगाह को बम से उड़ाने की धमकी, कार में बैठ खुद पर डाला पेट्रोल

मथुरा: मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के पसीने उस समय छूट गए, जब एक युवक ने मस्जिद को बम से उड़ाने की धमकी दी। इसके बाद युवक दौड़कर एक कार में बैठ गया और खुद पर पेट्रोल डाल लिया। ये देख सुरक्षा जवानों के पसीने छूट गए। कार अंदर से लॉक कर ली। पुलिस ने कार के शीशे तोड़कर उसे बाहर निकाला और गिरफ्तार कर थाने ले गई।

घटना करीब एक बजे की बताई जा रही है, जब शाही ईदगाह के गेट पर सुरक्षा जवान मुस्तैदी के साथ खड़े थे, तभी एक युवक वहां आ पहुंचा। उसने शादी ईदगाह को बम से उड़ाने की धमकी दी। इसके बाद वो तेजी से कार में बैठ गया और दरवाजे अंदर से बंद कर लिए। इसके बाद उसने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। ये देख सुरक्षाकर्मी हैरान रह गए।

सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ही कार के शीशे तोड़ दिए और युवक को बाहर निकाल लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम पुष्पेन्द्र बताया। पुष्पेन्द्र थाना जमुनापार क्षेत्र की मीरा विहार कॉलोनी का रहने वाले है। सूचना पर उसके परिवार के लोग भी थाने पहुंच गए। उन लोगों ने बताया कि पुष्पेन्द्र के बच्चों की मौत हो चुकी है, तभी से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वो ऐसी ही बातें करता रहता है।

वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर भाजपा की खास रणनीति; अल्पसंख्यक समुदाय से सुझाव लेने के लिए बनाई टीम

नई दिल्ली:  वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर भाजपा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से सुझाव लेगी। इसके लिए भाजपा ने सात सदस्यीय टीम बनाई है। टीम अलग-अलग राज्यों का दौरा करके मुस्लिम समुदाय में प्रतिनिधियों की नियुक्ति करेगी। साथ ही संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिम विद्वानों चर्चा करेगी। साथ ही उनके सुझावों को जुटाकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को रिपोर्ट सौपेंगी।

वक्फ संशोधन विधेयक लेकर आई केंद्र सरकार ने चर्चा के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया है। अब इस विधेयक को लेकर भाजपा ने भी सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स, मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सनावर पटेल, हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक चौधरी जाकिर हुसैन, गुजरात वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन लोखंडवाला, हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष राजबली, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मौलाना हबीब हैदर और नासिर हुसैन को शामिल किया है।

भाजपा सूत्रों की मानें तो अल्पसंख्यक मोर्चा को भी विधेयक को लेकर मुस्लिम समुदाय से बातचीत करने के लिए सदस्यों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए गए हैं। वे मुस्लिम समुदाय के लोगों से बात करेंगे और विधेयक को लेकर उनके सुझाव जुटाएंगे। साथ ही लोगों को विधेयक की जरूरत और लाभ के बारे में भी बताएंगे। इसके अलावा समिति के सदस्य भी विभिन्न राज्यों का दौरा करके मुस्लिम विद्वानों से बात करेंगे। साथ ही उनके मन में विधेयक को लेकर पैदा हुए भ्रम को दूर करेंगे।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बताया कि विधेयक में संशोधन को लेकर मुस्लिम धार्मिक नेताओं से सलाह ली गई है। उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। भाजपा वक्फ संपत्तियों की रक्षा करने और उनको कब्जों से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रही है। विपक्षी दल केवल विरोध की राजनीति कर रहे हैं।

तेलंगाना में चक्रवात असना का असर, भारी बारिश के चलते रेलवे ट्रैक पर भरा पानी

हैदराबाद:  पूर्व अरब सागर में उठे चक्रवात असना का असर तेलंगाना पर दिखाई पड़ रहा है। रविवार सुबह से तेलंगाना के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है। कई जगह रेलवे ट्रैक धंस गए हैं। इसके चलते ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया है। रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द किया है तो कई ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं।

कच्छ के तट पाकिस्तान के निकटवर्ती इलाकों और उत्तर पूर्व अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान असना में बदल गया है। यह चक्रवात तेलंगाना की ओर बढ़ गया है। रविवार को यहां भारी बारिश हुई। इसके चलते केसामुद्रम और महबूबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गया। रेलवे ट्रैक कई जगह से धंस गया। इसकी जानकारी मिलने पर विजयवाड़ा से वारंगल, वारंगल से विजयवाड़ा और दिल्ली से विजयवाड़ा जाने वालीं सभी ट्रेनों को रोक दिया गया। इसके अलावा कई स्थानों पर भारी बारिश और रेलवे ट्रैक पर जलभराव के कारण छह ट्रेनें रद्द कर दी गईं। जबकि नौ ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया। भारी बारिश के बाद कुछ जिलों में नाले उफान पर हैं। गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है। हैदराबाद में रात भर से जारी बारिश के कारण कई हिस्सों में जलभराव हो गया।

कई जिलों में बाढ़ का खतरा, सीएम ने दिए निर्देश
वही मौसम विभाग ने हैदराबाद समेत राज्य में कई स्थानों पर भारी बारिश की आशंका जताई है। साथ ही कई जिलों में बाढ़ का भी खतरा है। इसके मद्देनजर हैदराबाद और विजयवाड़ा में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गईं हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मत्री भट्टी विक्रमार्क, एन उत्तम कुमार रेड्डी, तुम्मला नागेश्वर राव, दामोदरा राजा नरसिम्हा और जुपल्ली कृष्ण राव से फोन पर बात की और जलमग्न क्षेत्रों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली।