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वेजिटेरियन टोफू कीमा बनाने के लिए देखें इसकी रेसिपी

सामग्री

तेल- 45 मि ली ,जीरा- 1 टीस्पून,प्याज- 80 ग्राम,लहसुन का पेस्ट- 1 टीस्पून,अदरक का पेस्ट- 1 टीस्पून,टमाटर- 160 ग्राम,सोया पनीर- 480 ग्राम,हरे मटर- 150 ग्राम,करी पाउडर- 2 टीस्पून,लाल मिर्च- 1/2 टीस्पून,नमक- 1 टीस्पून,जलपेनो मिर्च- 2 टेबलस्पून,धनिया- गार्निश के लिए

विधि

1- वेजिटेरियन टोफू कीमा बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई में 45 मिलीलीटर ऑयल डालकर गर्म करें अब इसमें एक चम्मच जीरा डालकर फ्राईकरें

2- अब इसमें 80 ग्राम प्याज डालकर गुलाबी होने तक भूनें अब इसमें एक चम्मच लहसुन का पेस्ट  एक चम्मच अदरक का पेस्ट डालकर 2से 3 मिनट तक फ्राई करें

3- अब इसमें 160 ग्राम टमाटर डालकर मुलायम होने तक पकाएं इसके बाद इसमें 480 ग्राम सोया पनीर, 150 ग्राम हरी मटर डालकर 5 से 7 मिनट पकाएं

4- अब इसमें दो चम्मच करी पाउडर, आधा चम्मच लाल मिर्च, एक चम्मच नमक, दो चम्मच जलपेनो मिर्ची डालकर मिलाएं

5- अब इसे 5 से 7 मिनट तक पका लें लीजिए आपका वेजिटेरियन टोफू कीमा बनकर तैयार है अब इसे गर्मागर्म सर्व करें

ब्लैकहैड्स से छुटकारा दिलाने के साथ डेड स्किन को हटाएगी Coffee, जानिए कैसे

सिरदर्द, थकान व सुस्ती दूर भगाने के लिए कुछ रोज कॉफी पीना पसंद करते हैं। मगर, इसमें कैफिक एसिड और एंटीऑक्सिडेंट गुण भी होते हैं, जो त्वचा को एक्सफोलिएट, पोषण देने और ग्लोइंग बनाने में मदद करते हैं।

कॉफी फेस स्क्रब

सबसे पहले 1 चम्मच कॉफी पाउडर में नारियल तेल मिलाकर हल्के हाथों से चेहरे पर मसाज करें। 5-7 मिनट स्क्रब करने के बाद चेहरे को ताजे पानी से धो लें या ऐसे पैक अप्लाई कर लें। आप चाहे तो इसमें दरदरी पीसी चीनी भी मिला सकते हैं।

एक बाउल में 1 चम्मच कॉफी पाउडर, नारियल तेल, थोड़ा-सा पानी या दूध मिलाएं। इसे चेहरे पर 10-15 मिनट लगाएं और फिर ताजे पानी से धो लें। नियमित ऐसा करने से डेड स्किन निकल जाएगी और स्किन ग्लो करेगी।

ऑलिव ऑयल, ब्राउन शुगर और कॉफी पाउडर को मिलाकर चेहरे पर हल्के हाथों से स्क्रब करें। फिर चेहरे पर 2-3 मिनट स्टीम लें और मसाज करते हुए पैक को ताजे पानी से धो लें। जैतून तेल एक गैर-कॉमेडोजेनिक घटक है, जो छिद्रों को बंद नहीं करेगा बल्कि साफ करेगी। वहीं, ब्राउन शुगर और कॉफी डेड स्किन को हटाने में मदद करती है। नियमित ऐसा करने से ब्लैकहैड्स की समस्या भी दूर हो जाएगी।

 

पैरों की उंगलियों की सफाई करने के लिए घर पर बनाए ये स्क्रब

आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है कुछ ख़ास टिप्स जिनकी मदद से आप भी अपने पैरो को नरम मुलायम और खूबसूरत बना सकते है इसके लिए सबसे पहले सप्ताह में कम से कम एक बार पैरों की उंगलियों की सफाई अच्छे तरीके से करनी चाहिए।इसके लिए अपने पैरों के नाखूनों पर क्यूटिकल ऑयल रगड़ें। ऑयल लगाने के बाद करीब 10 मिनट अपने पैरों को हल्के गर्म पानी में भिगाएं।

कैसे बनाएं

फुट क्रीम बनाने के लिए एक कटोरी में थोड़ा सा कैंडल वैक्स पिघलाकर डालें और इसमें थोड़ा सा नारियल का तेल मिलाएं. इसे गर्म करें. गर्म हो जाने के बाद थोड़ा सा एलोवेरा जेल और एसेंशियल ऑयल की 3-4 बूंदे इसमें मिलाएं. इन्‍हें अच्‍छी तरह से मिक्स कर लें. अब यह तैयार है. इसे किसी एयरटाइट कंटेनर में स्‍टोर करें.

कैसे करें प्रयोग
रात में सोने से पहले अपने पैरों को साबुन से अच्छी तरह धोएं और पैरों को साफ तौलिये से पोंछ लें. अब इस फुट क्रीम को अपनी फटी एड़ियों पर अच्‍छी तरह लगाएं. क्रीम लगाने के 2 मिनट बाद कॉटन के मोज़े पहन लें. ऐसा एक सप्‍ताह तक रोज करें. आपकी एड़ियां वापस खूबसूरत हो जाएंगी.

त्वचा का रूखापन दूर होकर चेहरा साफ करने का काम करता हैं गुलाब जल

चेहरे को पोषित करने व रंगत निखारने के लिए गुलाब जल बेस्ट माना जाता है। यह एक नेचुरल चीज है जो कोमलता से स्किन को पोषित करने में मदद करता है। यह त्वचा को गहराई से पोषित करके नमी पहुंचाने में मदद करता है।

 

टोनर की तरह करें इस्तेमाल

इसके लिए कॉटन को गुलाब जल में डुबोएं। फिर इसे चेहरे व गर्दन पर लगाएं। बाद में नाइट क्रीम लगाकर सो जाएं। इससे रातभर स्किन रिपेयर होगी। ऐसे में त्वचा का रूखापन दूर होकर चेहरा साफ, निखरा, मुलायम व जवां नजर आएगा। आप इसे दिन के समय भी इस्तेमाल कर सकती है। यह सूरज की तेज किरणों से स्किन को सुरक्षित रखेगा। ऐसे में सनटैन की समस्या से बचाव रहता है। साथ ही स्किन लंबे समय तक हाइड्रेडेट रहती है।

एक्ने दूर करने के लिए

इसके लिए एक कटोरी में 1-1 छोटा चम्मच दही, मुल्तानी मिट्टी और जरूरत अनुसार गुलाब जल मिलाएं। फिर इसे चेहरे व गर्दन पर हल्के हाथ से मसाज करते हुए लगाएं। 10-15 मिनट तक सूखने दें। बाद में ताजे पानी से धो लें। यह एक्ने, पिंपल्स, दाग-धब्बे आदि दूर करने में मदद करेगा।

 

Vitamin B12 की कमी से आपके शरीर में हो सकती हैं कई तरह की परेशानी

विटामिन बी-12  शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है. ऐसे में कई बार शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने लगती है, जिससे कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है.

इससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में कमी आती है. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी से कई तरह की परेशानी हो सकती हैं.  इससे शरीर में एनीमिया का खतरा भी बढ़ जाता है. जानते हैं शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर क्या परेशानियां हो सकती हैं और उनके लक्षण क्या हैं?

विटामिन बी-12 की कमी से होने वाले रोग

1- डिमेंशिया- उम्र के साथ-साथ लोगों में भूलने की बीमारी होने लगती है. इसकी बड़ी वजह है विटामिन बी12 की कमी. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर दिमाग पर काफी असर पड़ता है. जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.

2- एनीमिया- शरीर में विटामिन बी-12 की मात्रा कम होने पर एनीमिया जैसी गंभीर समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल विटामिन बी-12 की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स का निमार्ण भी कम हो जाता है.

3-जोड़ों और हड्डियों में दर्द- विटामिन बी-12 हमारे हर अंग के सुचारु रुप से काम करने में मदद करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर हड्डियों में दर्द की समस्या होने लगती है.

4- मानसिक बीमारी- विटामिन बी-12 हमारे मस्तिष्क को बहुत प्रभावित करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर भूलने और भ्रम में रहने की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है.

ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल करके डायबिटीज के खतरे को कर सकते हैं इस तरह कम

आप सबने कभी न कभी जामुन जरूर खाया होगा. यह गर्मी के दिनों में बाजार में बहुत अधिक मात्रा में मिलता है. इसके बीज को कई औषधि के रूप में इस्तेाल किया जाता है. इसमें कई ऐमे तत्व पाए जाते हैं जो हमें कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करता है.

खून की कमी को करता है दूर
आपको बता दें के जामुन के रेगुलर सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है. यह बता दें के शरीर के स्वस्थ्य रखने के लिए हीमोग्लोबिन मात्रा सही रखना बहुत जरूरी है.

स्किन के लिए फायदेमंद
आपको बता दें कि जामुन स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है. यह चेहरे पर होने वाले दाग धब्बे जैसे- झुरिया, मुंहासे और एक्ने जैसी परेशानियों को कम करता है. इसके साथ ही यह स्किन को खूबसूरत बनाने में मदद करता है.

शुगर लेवल रखता है कंट्रोल
जामुन में भारी मात्रा में पोटैशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हार्ट को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है. यह ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल करके डायबिटीज के खतरे को कम करता है.

स्मूदी बाउल का रोजाना सुबह सेवन करने से होते हैं ये लाभ

ब्रेकफास्ट को कभी नहीं छोड़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये दिन के भोजन का सबसे महत्वपूर्ण खाना है. लेकिन कोरोना काल के दौरान लोगों के खानपान की आदतों में अचानक बदलाव आया है. लोग पहले से ज्यादा हेल्थी और पौष्टिक फूड को प्राथमिकता दे रहे हैं.

ये फायदों से भरपूर है और देर तक एक शख्स को भरा रखने के लिए जाना जाता है. कई न्यूट्रिशनिस्ट उसे न सिर्फ हेल्दी बदलाव बल्कि एक लाइफस्टाइल के तौर पर परिभाषित करते हैं. ये विटामिन्स, फोलेट, मिनरल्स, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन्स और कार्बोहाइड्रेट्स का शानदार स्रोत है.

रेड्डी का कहना है कि स्मूदी बाउल बनाना आसान है अगर आप सही सामग्री जैसे केला, सेब, डेयरी और चीकू इस्तेमाल करते हैं, जो आपके शरीर को विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम उपलब्ध कराएगा, और आपकी स्किन, आंख और हड्डियों के लिए भी शानदार होगा. अपने नियमित ओट्स को स्मूदी बाउल से बदलें और अपने शरीर में पोषक तत्व का पावरहाउस चालू करें.

नींद न आने की समस्या से हैं परेशान तो आजमाएं ये उपाएँ

बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों की जिंदगी पूरी तरह से चेंज हो गई है. आजकल के समय में नींद न आना एक आम समस्या बन गई है. रात को लोग समय पर सोने तो जाते हैं लेकिन, नींद न आने के कारण करवट बदलते रहते हैं. आइए जानते हैं उन फूड्स के बारे में-

पनीर में भी ट्रिप्टोफैन की मात्रा पाया जाता है. गौरतलब है कि ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो एक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन का उत्पादन करता है. यह नींद की cycle को ठीक करने में मदद करता है. इसे डाइट में शामिल करने से नींद न आने की परेशानी दूर होती है.

अगर आपको रात में नींद न आने की समस्या है तो आप अश्वगंधा का सेवन जरूर करें. यह बहुत गुणकारी है और तनाव को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही यह नींद न आने की परेशानी को दूर करता है.

ब्लाक संसाधन केन्द्र पर टीचिंग लर्निंग मैटेरियल का तीन दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ

इटावा/भरथना।संदीप पाल। ब्लाक संसाधन केन्द्र पर खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार सिंह के दिशा निर्देश में आयोजित टी0एल0एम0 (टीचिंग लर्निंग मैटेरियल) का तीन दिवसीय प्रशिक्षण तीन बैचो में समस्त ए0आर0पी0 विष्णु कुमार, सलीम असरफ, सुधीर श्रीवास्तव व जयवीर सिंह की देखरेख में सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ।

कार्यशाला में संदर्भदाता नोडल शिक्षक संकुल द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें संतोष कुमारी, सत्येन्द्र सिंह, अलका जादौन, भावुक वर्मा, दीपेन्द्र सिंह, संजय चतुर्वेदी,,संतोष गोयल, शिवदीप कुमार, अमित कुमार ने विषय वस्तु को बहुत ही अच्छे ढंग से प्रतिभागियो को समझाया। सभी प्रतिभागियों द्वारा सरल, सुलभ एवं रोचक तरीकों से टी0एल0एम0 निर्माण करना सीखा जैसे मुखौटा बनाना, पपेट का कक्षा कक्ष में उपयोग करना, कहानी के माध्यम से कहानी का रोल प्ले करना। टी0एल0एम0 के माध्यम से बच्चे आसानी से सीख सकते है।इस कार्यशाला से विद्यालय स्तर पर अधिक से अधिक संख्या में टी0एल0एम0 का निर्माण हो सके जिससे बच्चो में पढाई के प्रति रोचकता आये।

कार्यशाला में मृदुला यादव प्रा0वि0 बाहरपुर, गायत्री रैना, मन्जु यादव, जया दुवे, इन्दु चौहान, रजनीकान्त, विष्णु कुमार, आराधना भदौरिया, कुसुम यादव, धर्मेन्द्र कुमार, रजनी, निशा यादव, निवेदिता यादव, आराधना दीक्षित आदि प्रतिभागी मौजूद रहे।

जान से मारने की धमकी देने पर पुलिस से शिकायत की

इटावा/भरथना। राइफल दिखाकर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस से शिकायत की।

नगला बरीपुरा (बाहरपुर) गांव के पीड़ित अखिलेश कुमार ने बताया कि बीते बुधवार की सुबह करीब 10 बजे जब वह घर पर नही था, उसी दौरान पड़ोसी गांव का आरोपी व्यक्ति लाइसेंसी रायफल लेकर घर आया और गाली गलौज करते हुए घर मे मौजूद महिलाओं को मुझे एक सप्ताह में जान से मारने की धमकी देकर चला गया।

पीड़ित के मुताबिक आरोपी व्यक्ति ने एक दिन पहले आरोपी व्यक्ति ने मुझे व मेरी पुत्रवधू के साथ मारपीट कर दी थी। पीड़ित ने अप्रिय घटना की आशंका जताते हुए पुलिस को शिकायती पत्र देकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है।