Thursday , October 24 2024

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‘अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला सुनाने में न करें देरी’, हाईकोर्ट की निचली अदालतों को नसीहत

मुंबई:  बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को निचली अदालतों को कड़ी नसीहत दी। कोर्ट ने कहा कि जब किसी नागरिक की स्वतंत्रता को लेकर सवाल खड़ा हो तो निचली अदालतों को अग्रिम जमानत याचिकाओं पर सुनवाई करने में देरी नहीं करनी चाहिए। ऐसे मामलों में जल्द से जल्द फैसला लेकर याचिकाकर्ता की अंतरिम सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि जब निचली अदालतें सुनवाई नहीं करतीं तो उच्च न्यायालय का बोझ बढ़ जाता है।

न्यायाधीश संदीप मार्ने की एकल पीठ ने यह टिप्पणी शिवसेना नेता वामन म्हात्रे की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई में देरी करने पर ठाणे जिले के कल्याण की निचली अदालत पर नाराजगी जाहिर करते हुए की। म्हात्रे पर बदलापुर में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में एक महिला पत्रकार पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। म्हात्रे ने हाईकोर्ट में अपील की है कि उन्होंने 22 अगस्त को कल्याण सेशन्स कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन उनकी याचिका पर अब तक सुनवाई नहीं की गई।

म्हात्रे ने याचिका में कहा कि उनके आवेदन को हर बार निचली अदालत खारिज कर देती है और याचिका पर अब सुनवाई 29 अगस्त को होनी है। न्यायाधीश मार्ने ने निचली अदालत के न्यायाधीश को 29 अगस्त को याचिका पर फैस्ना सुनाने के निर्देश दिए।

न्यायाधीश मार्ने ने कहा कि अग्रिम जमानत याचिका की स्थिति की रिपोर्ट 29 अगस्त की शाम को हाईकोर्ट के रजिस्ट्री विभाग को सौंपी जाए। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति की स्वतंत्रता का मुद्दा हो तो कोर्ट को कम से कम अग्रिम जमानत आवेदन पर विचार करना चाहिए। जब निचली अदालतें ऐसे मामलों में फैसला नहीं लेतीं तो हाईकोर्ट का बोझ बढ़ जाता है। कोर्ट ने कहा कि समस्या ही यही है कि ऐसे में मामलों में फैसला ही नहीं लिया जाता।

डॉक्टरों के सुरक्षा के लिए गठित टास्क फोर्स की पहली बैठक खत्म, सदस्यों ने कई मुद्दों पर किया विचार-विमर्श

देश में स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए दिशा निर्देश तैयार करने के उद्देश्य से उच्चतम न्यायालय की तरफ से गठित कार्यबल की पहली बैठक मंगलवार को हुई। इस दौरान प्राथमिकता वाले मुद्दों की पहचान करने और उनके समाधान की रूपरेखा तैयार करने की खातिर हितधारकों से विस्तृत परामर्श करने का फैसला किया गया।

कोलकाता कांड के बाद सुप्रीम कोर्ट ने किया गठन
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और फिर हत्या किए जाने की घटना के खिलाफ देशभर में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के बाद मामले पर स्वत: संज्ञान लिया था और 10 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया था।

आईएमए और हितधारकों से बातचीत करेगी एनटीएफ
वहीं एनटीएफ की पहली बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि एनटीएफ के सदस्यों ने चिकित्सा प्रतिष्ठानों में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा, संरक्षा और कार्य स्थितियों में सुधार के लिए प्राप्त कुछ सूचनाओं और अभ्यावेदनों पर विचार-विमर्श किया। एक सूत्र ने बताया, बैठक में फैसला लिया गया कि एनटीएफ आईएमए, संबंधित रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन जैसे हितधारकों के साथ विस्तृत बातचीत करेगी, क्योंकि उनके विचारों को जानना और उनकी बात सुनना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा समयसीमा भी सीमित है, इसलिए मसौदा जल्द से जल्द तैयार किया जाना चाहिए।

बैठक में तमाम मुद्दों पर किया गया विचार-विमर्श
एक सूत्र ने बताया कि हमने कुछ सुझावों पर पहले ही विचार-विमर्श कर लिया है, लेकिन हम उनका विस्तार करेंगे तथा इसे और अधिक समावेशी और व्यापक बनाने के लिए आगे भी विचार-विमर्श करेंगे, ताकि हमें उन मुद्दों पर स्पष्टता मिल सके, जिन्हें प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। साथ ही कार्यान्वयन के लिए निश्चित रूपरेखा भी तैयार करनी होगी।

उच्चतम न्यायालय ने एनटीएफ को दिया था ये निर्देश
सूत्रों के मुताबिक, इनके अलावा यह भी फैसला किया गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय एक पोर्टल शुरू करेगा जिसपर सभी हितधारक इस मुद्दे पर अपनी-अपनी राय और जानकारी साझा कर सकेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते बुधवार को एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया था, जिसमें एनटीएफ के लिए संदर्भ की शर्तों का उल्लेख किया गया था। इसके अनुसार, यह चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा, कार्य स्थितियों और कल्याण तथा अन्य संबंधित मामलों से संबंधित चिंताओं के समाधान के लिए प्रभावी सिफारिशें करेगा। उच्चतम न्यायालय ने एनटीएफ को दो उप-शीर्षकों – चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ लिंग आधारित हिंसा समेत हिंसा को रोकना और सुरक्षित कार्य स्थितियां प्रदान करना और चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ यौन हिंसा की रोकथाम के तहत एक कार्य योजना तैयार करने को कहा था।

स्किन टाइप के हिसाब से कराएं फेशियल, जानें आपकी त्वचा के लिए क्या सही

भले ही आप कितने भी महंगे और अच्छे कपड़े पहन लें, लेकिन अगर आपकी त्वचा डल रहेगी तो कपड़े भी फीके ही दिखेंगे। ऐसे में समय-समय पर त्वचा का ध्यान रखना जरूरी होती है। लोग अक्सर कुछ-कुछ दिनों में फेशियल कराते हैं, ताकि उनका चेहरा दमकता रहे।

चेहरे को चमकाने के लिए फेशियल सबसे सही और आसान तरीका होता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब हम पार्लर जाते हैं तो पार्लर का स्टाफ अपना पैसा बढ़ाने के लिए महंगे से महंगा फेशियल कराने की सलाह देने लगता है। ऐसे में आपको पहले से ही ये पता होना बेहद जरूरी है कि आपकी स्किन का टाइप क्या है और इस पर कैसा फेशियल सही रहेगा।

दरअसल, फेशयल हमेशा स्किन टाइप के हिसाब से ही कराना चाहिए। स्किन टाइप का ध्यान अगर नहीं रखा जाए तो आपकी त्वचा को न सिर्फ नुकसान हो सकता है, बल्कि आपके पैसे भी खराब हो सकते हैं। इसलिए आपको हम बताते हैं कि आपकी स्किन टाइप पर कैैसा फेशियल सही रहेगा।

ऑयली स्किन

अगर आपकी त्वचा काफी तैलीय है, तो आपको इसका अतिरिक्त तेल हटाने की जरूरत है। इसके लिए आप क्ले मास्क फेशियल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपकी त्वचा से अतिरिक्त तेल निकालने में मदद करता है। इसके साथ ही आप चाहे तो सैलिसिलिक एसिड फेशियल भी करा सकते हैं। ये फेशियल पोर्स को साफ करने और ब्रेकआउट को रोकने में सहायक होता है, जिससे चेहरा चमक उठता है।

ड्राई स्किन

जिन लोगों की त्वचा काफी रूखी होती है, उन्हें हाइड्रेटिंग फेशियल की जरूरत रहती है। इसमें ह्यूमेक्टेंट्स और हाइड्रेटिंग सामग्री का उपयोग किया जाता है, जो त्वचा को नमी प्रदान करता है। इसके अलावा कोलेजन फेशियल भी ड्राई स्किन वालों के लिए फायदेमंद रहता है।

सेंसिटिव स्किन

जिन लोगों की त्वचा काफी संवेदनशील होती है, उन्हें फेशियल का चयन करते वक्त काफी ध्यान रखने की जरूरत है। इसके लिए आप कैल्मिंग फेशियल करा सकते हैं। इसके साथ-साथ ऐलोवेरा फेशियल भी संवेदनशील त्वचा के लिए अच्छा होता है।

पत्नी के चरित्र पर हुआ शक…बेरहम पति ने दी दर्दनाक मौत, फिर लाश के साथ किया ये काम

मथुरा: मथुरा के फरह थाना क्षेत्र के गढ़ी रामबल में पूर्व प्रधान रामजीलाल के बेटे हेमंत कुमार ने पत्नी अनीता की हत्या अवैध संबंधों के शक में ही की थी। पुलिस पूछताछ में उसने यह बात स्वीकार की है। थाना पुलिस ने आरोपी को सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। मामले की विवेचना कर जल्द चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी शुरू कर दी है।

सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने बताया कि फरह थाना क्षेत्र के गढ़ी रामबल निवासी अनीता (45) की शादी 28 वर्ष पूर्व हेमंत कुमार से हुई थी। मायका आगरा के अकोला क्षेत्र के गांव जैतू की गढ़ी में है। परिवार में दो बेटी और दो बेटे हैं। आरोपी हेमंत कुमार ने बताया कि घर से करीब 200 मीटर दूरी पर प्लॉट में शुक्रवार को पहले पत्नी गई थी। उसके पीछे से वह पहुंचा। अवैध संबंधों के शक में पत्नी से बात की।

इसी दौरान विवाद हुआ और उसने पास ही में पड़ी रॉड से पत्नी के सिर में वार कर दिए। इससे उसकी मौत हो गई। शव को उसने भूसे में छिपा दिया था और बेरी गांव में भाग गया था। मृतका के पिता की तहरीर पर आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करते हुए सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले में नौसेना ने करेगी जांच; ठेकेदार और सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज

मुंबई:  महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के एक किले में मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा के ढहने के मामले में स्थानीय पुलिस ने ठेकेदार जयदीप आप्टे और सहयोगी चेतन पाटिल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109, 110, 125, 318 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। सिंधुदुर्ग पुलिस ने इस बारे में जानकारी दी है। वहीं, दूसरी ओर भारतीय नौसेना ने भी इसे लेकर बड़ा कदम उठाया है। नौसेना ने इस मामले में जांच का आदेश दिया है। साथ ही प्रतिमा की मरम्मत और उसे पुन: स्थापित करने के लिए एक टीम की प्रतिनियुक्ति की है। बता दें कि इस प्रतिमा का अनावरण पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने राज्य की शिंदे सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि काम की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया था।

भारतीय सेना ने देर रात इस मामले में बयान जारी किया। इसमें नौसेना ने कहा कि उसने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की तुरंत जांच के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। नौसेना ने कहा कि भारतीय नौसेना आज सुबह छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को हुए नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त करती है, जिसका अनावरण सिंधुदुर्ग के नागरिकों के प्रति समर्पण के रूप में 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर किया गया था। बयान में आगे कहा गया है कि राज्य सरकार और संबंधित विशेषज्ञों के साथ नौसेना ने इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के कारण की तुरंत जांच करने और प्रतिमा की जल्द से जल्द मरम्मत, और पुन: स्थापना के लिए कदम उठाने के लिए एक टीम की नियुक्ति की है।

दोपहर एक बजे हुई घटना
अधिकारियों के मुताबिक, प्रतिमा मालवन स्थित राजकोट किले में दोपहर एक बजे ढही। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ प्रतिमा के ढहने के वास्तविक कारण का पता लगाएंगे। हालांकि, जिले में बीते दो-तीन दिनों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चली हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मौसम के कारण प्रतिमा अचानक ढह गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

विपक्ष ने की शिंदे सरकार की आलोचना
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने राज्य की शिंदे सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि काम की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया था। राकांपा-एसपी के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मंत्री जयंत पाटिल ने कहा, ‘‘राज्य सरकार इस घटना के लिए जिम्मेदार है क्योंकि उसने उचित देखरेख नहीं की। सरकार ने काम की गुणवत्ता पर बहुत कम ध्यान दिया। इसने केवल कार्यक्रम आयोजित करने पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें पीएम मोदी को प्रतिमा का अनावरण करने के लिए आमंत्रित किया गया था।’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा महाराष्ट्र सरकार केवल नए टेंडर जारी करती है, कमीशन लेती है और उसके अनुसार ठेके देती है।

अभिनेत्री नमिता का आरोप- मीनाक्षी मंदिर में हिंदू होने का मांगा गया सबूत, दर्शन करने से रोका गया

नई दिल्ली:अभिनेत्री नमिता ने आरोप लगाया कि प्रसिद्ध श्री मीनाक्षी सुंदरेश्वर मंदिर में दर्शन करने से रोका गया और उनसे हिंदू होने का सबूत मांगा गया। उन्होंने मंदिर अधिकारियों के कथित अशिष्ट व्यवहार पर निराशा जताई। भाजपा की राज्य कार्यकारिणी सदस्य अभिनेत्री नमिता ने सोमवार को आरोप लगाया कि मंदिर के एक अधिकारी ने उन्हें दर्शन करने से रोका और हिंदू होने का सबूत मांगा। अधिकारी ने मुझसे यह साबित करने के लिए प्रमाणपत्र मांगा कि मैं हिंदू हूं और साथ ही मेरा जाति प्रमाणपत्र भी मांगा। देश में मैंने कई मंदिरों में दर्शन किया लेकिन उनमें मुझे ऐसी यातना नहीं झेलनी पड़ी।

उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित तथ्य है कि मैं हिंदू परिवार में जन्मी हूं और मेरा विवाह तिरुपति में हुआ था तथा मेरे बेटे का नाम भगवान कृष्ण के नाम पर है। एक अधिकारी ने मुझसे अशिष्टता और अहंकार से बात की। मेरी जाति और मेरे विश्वास को साबित करने के लिए प्रमाणपत्र की मांग की।

मंदिर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आरोपों से इन्कार किया और कहा कि उन्होंने नकाब पहने हुए नमिता और उनके पति को रोका तथा पूछा कि क्या वे हिंदू हैं और मंदिर की परंपरा के बारे में बताया। उनसे स्पष्टीकरण मिलने के बाद, उनके माथे पर कुमकुम लगाया गया और उन्हें देवी मीनाक्षी के दर्शन के लिए मंदिर के अंदर ले जाया गया। जब इस बारे में पूछा गया तो अभिनेत्री ने कहा कि मुझे अपनी आस्था स्पष्ट करने और माथे पर कुमकुम लगाने के बाद ही दर्शन की अनुमति दी गई।

उन्होंने कहा कि मदुरई की मेरी यात्रा आध्यात्मिक थी और मैं इस्कॉन में कृष्ण जन्माष्टमी मनाने आई थीं। अभिनेत्री ने कहा कि पूछने का एक तरीका होता है। मुझे एक कोने में 20 मिनट तक इंतज़ार करना पड़ा। हमने रविवार को पुलिस को अपनी यात्रा के बारे में सूचित कर दिया था। अभिनेत्री ने कहा कि मैंने मास्क इसलिए पहना था क्योंकि मैं उन भक्तों को परेशान नहीं करना चाहती थीं जो मुझे पहचान सकते थे। इससे पहले दिन में नमिता ने हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि मंत्री पी के शेखर बाबू को एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी परेशानी बताई और उनसे असभ्य मंदिर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया।

श्रीलंका की नौसेना के शिकंजे में भारतीय नाव, आठ चालक दल के सदस्यों को भी पकड़ा

रामेश्वरम: श्रीलंका की नौसेना ने एक बार फिर भारतीय नाव को पकड़ लिया है। इस दौरान आठ चालक दल के सदस्यों को भी पकड़ा गया है। रामेश्वरम मत्स्य पालन के सहायक निदेशक ने बताया कि कल रामेश्वरम से 430 मशीनी नावें मछली पकड़ने के लिए समुद्र में उतरीं। इनमें से एक नाव को आठ चालक दल के सदस्यों सहित श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ लिया। इस साल श्रीलंका 341 भारतीयों को गिरफ्तार कर चुका है। वहीं, 45 से ज्यादा ट्रॉलर्स की जब्ती भी की गई है।

इससे पहले 24 अगस्त को खबर आई थी कि श्रीलंका की नौसेना ने भारत के 11 मछुआरों को फिर गिरफ्तार कर लिया है। नौसेना की आधिकारिक रिलीज के मुताबिक, इन लोगों को मछली पकड़ने के लिए समुद्री सीमा पार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ इस साल श्रीलंका अब तक 333 भारतीयों को समुद्री सीमा पार कर मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार कर चुका है।

बताया गया कि इन मछुआरों के ट्रॉलर को श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में जाफना के करीब पॉइंट ऑफ पेड्रो के करीब मछली पकड़ने के दौरान गिरफ्तार किया गया। जिन लोगों को पकड़ा गया, उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए कांकेसंथुराई फिशिंग हार्बर लाया गया। इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक बार फिर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर को चिट्ठी लिखकर 11 मछुआरों की गिरफ्तारी के मामले में दखल देने की मांग की थी।

जब अमिताभ बच्चन को मिला था सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार, रेखा ने जाकर जया बच्चन को लगाया था गले

रेखा और अमिताभ बच्चन को लेकर बॉलीवुड गलियारों में अक्सर कुछ ना कुछ अफवाहें उड़ती आई हैं। ये अफवाहें तभी से हैं जब दोनों सितारे एक साथ काम किया करते थे। इसी बीच अब एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिलने पर रेखा अपनी खुशी को रोक नहीं पाईं और जाकर जया बच्चन को गले लगा लिया, जिसे देखकर वहां पर मौजूद सभी लोग दंग रह गए थे।

दरअसल, 2015 के स्टार स्क्रीन अवार्ड्स के दौरान अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस दौरान अमिताभ को पुरस्कार मिलने पर रेखा अपनी खुशी को रोक नहीं पाईं। रेखा के चेहरे से साफ झलक रहा था कि वह अमिताभ के लिए बेहद खुश हैं और उन्होंने बिना किसी देरी के जाकर जया बच्चन को गले लगा लिया था, जिससे वहां पर मौजूद सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए थे। अब यह वीडियो एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है और सोशल मीडिया पर जमकर देखा जा रहा है।

ऐसा अक्सर नहीं होता कि दिग्गज अदाकारा रेखा और जया बच्चन एक साथ एक ही फ्रेम में हों, लेकिन 2015 के स्टार स्क्रीन अवॉर्ड्स में दोनों के बीच एक ऐसा वक्त आया था जब रेखा ने जया को गले लगाया था। यह मौका था अमिताभ बच्चन को फिल्म ‘पीकू’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार, मिला था। उस दौरान पुरस्कार समारोह में मौजूद सभी हस्तियां अमिताभ के सम्मान में खड़ी हो गई थीं और रेखा ने जया को गले लगाकर इस पल को और भी यादगार बना दिया था। लेकिन यह वीडियो जितना उस समय हैरानी भरा था, आज भी दर्शकों के लिए यह किसी अचम्भे से कम नहीं है क्योंकि जया और रेखा को एक फ्रेम में देखना तो दूर की बात एक-दूजे को गले लगाते देखना उनके प्रशंसकों के लिए काफी बड़ी बात है।

‘स्त्री 2’ अभिनेता राजकुमार राव ने पत्नी पत्रलेखा संग मनाई जन्माष्टमी, उत्सव की तस्वीरें वायरल

इन दिनों राजकुमार राव अपनी हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘स्त्री 2’ को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं, वहीं उनकी पत्नी और अभिनेत्री पत्रलेखा फिल्म ‘आईसी 814: कंधार हाईजैक’ को लेकर लगायार चर्चा में बनी हुई हैं। राजकुमार राव इन दिनों अपनी हॉरर-कॉमेडी फिल्म स्त्री 2 की सफलता का लुत्फ उठा रहे हैं। कैसी भी सिच्वेशन हो अभिनेता अपने प्रशंसकों के साथ हर एक खुशी को साझा करते हैं। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर राजकुमार राव अपनी पत्नी पत्रलेखा के साथ मंदिर गए और भगवान से आशीर्वाद लिया। साथ ही दोनों ने अपने प्रशंसकों को कान्हा के जन्मदिन की शुभकामाएं भी दीं।

मंदिर में किए कान्हा के दर्शन
राजकुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर मंदिर में अपनी यात्रा की एक झलक साझा की और अपने सभी प्रशंसकों को इस महत्वपूर्ण त्योहार की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, “सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं। हमारी तरफ से आपको।” राजकुमार राव और पत्रलेखा बॉलीवुज के पावर कपल में से एक हैं। पति-पत्नी की जोड़ी ने मंदिर जाने के लिए पारंपरिक ड्रेस पहनी हुई थी। राजकुमार राव मरून कुर्ते में हैंडसम दिखे तो वहीं पत्रलेखा पीले सलवार सूट में हमेशा की तरह खूबसूरत दिखीं।

प्रशंसकों ने भी दीं स्टार कपल को शुभकामनाएं
सोशल मीडिया यूजर्स ने राजकुमार राव और पत्रलेखा को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। कई प्रशंसकों ने अपनी खुशी “राधे राधे” लिखकर बयां की, तो कुछ फैंस ने लिखा, “जन्माष्टमी की शुभकामनाएं।” एक प्रशंसक ने लिखा, “आप भी सर… स्त्री 2 सुपर डुपर हिट है सर… मजा आ गया आपको और आपके काम को देखकर।” एक और यूजर ने लिखा, “और आप दोनों को भी। चमकते रहो। और खुश रहो। स्त्री 2 सुपर हिट है”

भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक जन्माष्टमी पूरे भारत में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई जाती है। भक्त इस अवसर पर व्रत रखते हैं, पूजा करते हैं और इस अवसर पर मंदिरों में भी जाते हैं। राजकुमार राव की हालिया रिलीज ‘स्त्री 2’ ने 14 अगस्त की रात को रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचा दिया। इस हॉरर-कॉमेडी को बॉलीवुड में अक्षय कुमार की ‘खेल खेल में’ और जॉन अब्राहम की ‘वेदा’ जैसी रिलीजों से टक्कर लेनी पड़ी। अमर कौशिक द्वारा निर्देशित ‘स्त्री 2’ में श्रद्धा कपूर, अपारशक्ति खुराना, पंकज त्रिपाठी और अभिषेक बनर्जी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। वरुण धवन, तमन्ना भाटिया और अक्षय कुमार ने फिल्म में कैमियो किया है। वहीं पत्रलेखा फिल्म ‘आईसी 814: कंधार हाईजैक’ में नदर आएंगी। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है।

‘प्यार घमंड नहीं करता, कभी अपमान नहीं करता’, नताशा ने नोट साझा कर हार्दिक पर किया कटाक्ष?

अभिनेत्री नताशा स्टेनकोविक ने हाल ही में, एक क्रिप्टिक नोट साझा किया है। कुछ दिनों पहले वायरल रिपोर्ट्स में कहा गया था कि टीम इंडिया के क्रिकेटर हार्दिक पांड्या के साथ उनके तलाक के पीछे असली कारण यह था कि वह अपने आप में बहुत ज्यादा घमंडी थे। नताशा का यह नोट देखकर फैंस कयास लगा रहे हैं कि वायरल खबरों की पीछे जरूर कोई न कोई सच्चाई है। आइए जानते हैं कि अभिनेत्री ने क्या लिखा है।

हालांकि, नताशा ने अभी तक सार्वजनिक रूप से कारण के बारे में बात नहीं की है, लेकिन उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें बताया गया है कि प्यार कैसा होना चाहिए और कैसा नहीं होना चाहिए।

इस नोट में लिखा था, “प्रेम धैर्यवान होता है। प्रेम दयालु होता है। यह ईर्ष्या नहीं करता। यह घमंडी नहीं होता। यह दूसरों का अपमान नहीं करता। यह स्वार्थी नहीं होता। यह आसानी से क्रोधित नहीं होता। यह गलतियों का कोई हिसाब नहीं रखता। प्रेम बुराई से प्रसन्न नहीं होता, बल्कि सत्य से खुश होता है। यह हमेशा सुरक्षा करता है, हमेशा भरोसा करता है, हमेशा आशा करता है, हमेशा संरक्षण करता है। प्रेम कभी असफल नहीं होता।”

जैसे ही उन्होंने यह पोस्ट साझा किया, नेटिजंस ने महसूस किया कि यह हार्दिक के साथ उनके खराब हुए रिश्ते पर कटाक्ष था और उन रिपोर्टों की पुष्टि थी, जिनमें उनके तलाक के पीछे वास्तविक कारण बताया गया था।

बता दें कि महीनों की अटकलों के बाद इस साल जुलाई में हार्दिक और नताशा ने एक संयुक्त बयान के साथ अपने तलाक की घोषणा की। उन्होंने लिखा था, “चार साल साथ रहने के बाद, हमने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया है। हमने साथ मिलकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया और अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और हमें विश्वास है कि यह हम दोनों के लिए-[ सबसे अच्छा है। यह हमारे लिए एक कठिन निर्णय था, क्योंकि जैसे-जैसे हमारा परिवार बढ़ता गया, हमने एक-दूसरे का साथ दिया।”L