Thursday , October 24 2024

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मुंबई में सुभासपा का राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न, राजभर का ऐलान- महाराष्ट्र में लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई स्थित भारतरत्न गान सम्राज्ञी लता मंगेशकर नाट्यगृह में 22 अगस्त को संपन्न हो गया। पार्टी ने इस अधिवेशन में कई महत्वपूर्ण राजनैतिक और सांगठनिक फैसले लिए। पार्टी ने अगले कुछ महीनों में विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूती से उतरने का फैसला लिया। साथ ही, पार्टी ने संगठन को चुस्त करने और पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई सांगठनिक प्रस्तावों को भी मंजूरी दी।

इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि महाराष्ट्र में 288 सीट हैं और इनमें 48 प्रतिशत उत्तर भारतीय महाराष्ट्र की राजनीति में मजबूत दखल रखते है जिस तरफ होते है उधर पलड़ा भारी रहता है, बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय होने के बाद भी राजनीति में उनकी भागीदारी नहीं हो पाई है। उन्हें संगठन में वोट दिलाने के लिए रखा ज़रूर जाता है, लेकिन विधानसभा और लोकसभा में उन्हें भागीदारी नहीं दी जाती है। राजभर ने कहा कि अब समय आ गया है अपने उत्तर भारतीयों की ताकत को सुभासपा के साथ जोड़कर दिखाने का।

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में कई राज्य के पदाधिकारी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में महाराष्ट्र के विभिन्न जातियों के सगठनों के प्रतिनिधियों से संवाद हुआ। उन्होंने दावा किया कि विधान सभा चुनाव में सुभासपा मजबूती से चुनाव लड़ेगी और विधान सभा में दलित- पिछड़ों की मजबूत आवाज बनेगी।

ओमप्रकाश राजभर ने राष्ट्रीय अधिवेशन में सपा- बसपा सहित विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग केवल दलित पिछड़ों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेकते हैं, लेकिन जब उन्हें हक देने की बात आती है तो पीछे हट जाते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने कमजोरों को आरक्षण देने की बात कही थी। सपा और बसपा पूंजीपतियों के बेटा- बेटी और आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर, डीएम, पीसीएस के बेटा को अफसर बनाना चाह रहे हैं, जबकि माननीय उच्चतम न्यायालय ने अतिदलितों, अति पिछड़ों, वंचित वर्गों को आरक्षण देने की वकालत की है।

संविधान सम्मान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे राहुल गांधी, कांग्रेसजनों ने बनाई स्वागत की रणनीति

प्रयागराज:  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार 24 अगस्त को प्रयागराज आ रहे हैं। वह महाराणा प्रताप चौराहे के पास स्थित एएमए कन्वेंशन सेंटर में सिविल सोसाइटी की ओर से आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेंगे। इस की जानकारी कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सिविल लाइंस रोडवेज पर स्थित राही इलावर्त में पत्रकारों को दी।

दोनों नेताओं ने बताया कि राहुल गांधी अपने गृह जनपद में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार आ रहे हैं। वह करीब चार बजे प्रयागराज एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे और वहां से सीधे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। राहुल गांधी इसके बाद बुद्धिजीवियों से वार्तालाप भी करेंगे। अजय राय ने बताया कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने संविधान बचाने की मुहिम उठाई थी वह रंग लाई है। लोकसभा चुनाव में इसके व्यापक परिणाम सामने आए हैं।

CM योगी ने लिया उपचुनाव की तैयारियों का जायजा, बोले- वोट देने से कोई न हो वंचित, घर-घर करें सम्पर्क

गाजियाबाद: विधानसभा की सदर सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद पहुंचे। लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने सभी प्रकोष्ठों के संयोजको और अध्यक्षों से तैयारियों का माइक्रो प्लान जाना।

उन्होंने कहा कि कोई भी मतदाता वोट देने से वंचित न रहे इसके लिए घर घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करें। सरकार द्वारा दी जा रही लाभकारी योजनाओं के बारे में बताया जाए। संगठन जितना मजबूत होगा, जीत उतनी ही पक्की होगी। जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों को एमएसएमई से जोड़ा जाए। व्यापारी बीमा के बारे में बताया जाए। एक-एक पदाधिकारी से मुख्यमंत्री ने तैयारियों के बारे जानकारी ली।

बैठक दोपहर 12 से दो बजे तक चली
बैठक में सांसद अतुल गर्ग, राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार नरेंद्र कश्यप, मंत्री कपिल देव, ब्रजेश सिंह, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह, महापौर सुनीता दयाल, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा व सभी विधायक, सभी प्रकोष्ठों के संयोजक समेत अन्य मौजूद रहे।

अचानक बदला मुख्यमंत्री का कार्यक्रम, तीन की जगह 12 बजे ही बैठक कर गए योगी
महानगर संगठन की ओर से गुरुवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का समय तीन बजे जारी किया गया था। शुक्रवार को अचानक समय बदल दिया गया। 12 बजे से कार्यक्रम रख दिया गया। मुख्यमंत्री के आगमन पर रोका गया ट्रैफिक, राजनगर एक्सटेंशन, लोहियानगर, हापुड़ रोड पर घंटों जाम लगा रहा। दो बजे स्कूलों की छुट्टी होने पर बच्चे जाम में फंसे रहे।

छह महीने से सेलखड़ी मिले आटे की रोटियां खा रहा था आधा अलीगढ़, रिपोर्ट में आया यह

अलीगढ़:  अलीगढ़ महानगर में लोगों की सेहत के साथ बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा था। अलीगढ़ के लोग जिस पंचवटी गोल्ड आटे की रोटियां पिछले छह महीने से खा रहे थे वह प्रयोगशाला से जारी रिपोर्ट के मुताबिक बेहद खतरनाक मिला है। इसमें सेलखड़ी पाउडर की मिलावट मिली है। सेलखड़ी पाउडर का प्रयोग आटे की मात्रा बढ़ाने के साथ साथ सफेदी लाने के लिए किया जा रहा था। प्रशासन की टीम ने 25 जुलाई को फैक्टरी पर छापा मारकर आटा जब्त किया था और सैंपल लेकर जांच को भेजे थे। जांच में यह आटा सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है।

दरअसल 25 जुलाई को खाद्य सुरक्षा विभाग की मंडलीय टीम ने तालानगरी में बिना लाइसेंस संचालित केके इंडस्ट्रीज आटा फैक्टरी पर छापा मारा था। यहां पर पंचवटी गोल्ड ब्रांड के नाम से आटा तैयार किया जा रहा था, जिसमें आटे में सेलखड़ी मिलाई जा रही थी। डीएम विशाख जी. से इसकी शिकायत की गई थी। जिस पर डीएम ने तत्काल टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। टीम ने यहां से 13 कुंतल आटा व आठ कुंतल सेलखड़ी पाउडर जब्त किया था। फैक्टरी को सील कर दिया गया था। यहां से आटे और सेलखड़ी के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला को भेजे गए थे। अब प्रयोगशाला से जारी रिपोर्ट के मुताबिक आटे व सेलखड़ी के नमूने असुरक्षित मिले हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से फैक्टरी संचालक अरशद शाह को नोटिस जारी किया गया है और उसके खिलाफ एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया जाएगा।

फैक्टरी मालिक ने बताया था कि 6 माह से बना रहे आटा
25 जुलाई को जब खाद्य सुरक्षा विभाग की मंडलीय टीम ने छापा मारा था तब फैक्टरी मालिक अरशद ने पूछताछ में मंडलीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय जायसवाल को बताया था कि वह 6 माह से फैक्टरी चला रहा है। क्योंकि मौके पर 8 कुंतल सेलखड़ी पाउडर मिला था। अफसरों का भी मानना है कि छह माह से मिलावटी आटा शहर में बेचा जा रहा था।

शहर में यहां-यहां होती थी ऑटे की बिक्री
तालानगरी, हरदुआगंज, क्वार्सी, असदपुर क्यामपुर, एटा चुंगी रोड, नौरंगाबाद, स्वर्ण जयंती नगर, रामघाट रोड, दुबे का पड़ाव, महावीरगंज, बारादरी, भुजपुरा, सासनी गेट, जमालपुर, मेन रोड बाइपास, शाहजमाल ईदगाह, तालसपुर, देवसहनी, शुकरावली, दरियापुर, बरौठा, साधु आश्रम, बड़ा गांव, उखलाना, जवां और रामपुर। यह उन इलाकों के नाम हैं जो फैक्टरी से जब्त रजिस्टर में अंकित थे।

चुराया हुआ बच्चा विमान से ले जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंची महिला, दो हिरासत में; ऐसे खुली पोल

वाराणसी:  वाराणसी एयरपोर्ट पर बीती शाम एक अजीबोगरीब वाकिया सामने आया। एक महिला चोरी किया हुआ एक बच्चा लेकर एक पुरुष के साथ अकासा एयरलाइंस के विमान से बंगलूरू जाने के लिए पहुंची। इस मामले में पुलिस ने महिला और पुरुष के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

एयरलाइंस के कर्मियों को महिला की जल्दबाजी और उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ तो उन्होंने फूलपुर थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस महिला और उसके साथी से पूछताछ कर मामले की गुत्थी सुलझाने का प्रयास कर रही है।

सूजाबाद, पड़ाव की रहने वाली एक महिला और उसका साथी एक दुधमुंहा बच्चा लेकर शाम सवा छह बजे एयरपोर्ट पहुंचे। दोनों को 7.45 बजे की अकासा एयरलाइंस की फ्लाइट से बंगलूरू जाना था। काउंटर पर एयरलाइंस कर्मियों के द्वारा जांच की जा रही थी।

महिला व उसके साथी के नाम में सिंह और पटेल जाति की भिन्नता मिली। एयरलाइंस कर्मियों ने बच्चे को देखा तो वह चार-पांच दिन का प्रतीत हुआ। इसके बावजूद महिला बच्चे को बॉटल से दूध पिला रही थी। महिला काफी जल्दबाजी में थी। इन आधारों पर एयरलाइंस कर्मियों को शंका हुई कि बच्चा महिला का नहीं है और उसे कहीं से चुराया गया है।

पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
एयरलाइंस कर्मियों ने पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने चंदौली के मुगलसराय स्थित एक निजी हॉस्पिटल से 50 हजार रुपये में बच्चे को खरीदा है। मैसूर में रहने वाली उसकी देवरानी नि:संतान है। वह बच्चे को अपनी देवरानी को देने जा रही थी।

उधर, इस संबंध में डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य ने बताया कि बच्चा महिला का नहीं है। महिला और उसके साथी से पूछताछ कर वास्तविक तथ्यों को सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है। सामने आए तथ्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

क्या विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पर मंडरा रहा संकट? दावा- शरद पवार के संपर्क में कई BJP नेता

मुंबई:  महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा को घरेलू मोर्चे पर जूझना पड़ रहा है। महायुति में अजित पवार को शामिल करने से यह परेशानी बढ़ी है। भाजपा के कई स्थापित नेता एनसीपी (एसपी) सुप्रीमो शरद पवार के संपर्क में है और विधानसभा चुनाव में तुरही (एनसीपी, एसपी का चुनाव चिन्ह) की तैयारी में जुटे हैं। इससे उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की टेंशन बढ़ गई है।

सत्ताधारी गठबंधन महायुति के कारण करीब एक दर्जन सीटों पर भाजपा के नेता पशोपेश में हैं। वे चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, लेकिन तीन दलों के बीच सीटों के बंटवारे में जिनका पत्ता कट सकता है। ऐसे लोग महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेताओं के संपर्क में हैं। इसकी शुरुआत कोल्हापुर से हो सकती है, जहां उपमुख्यमंत्री फडणवीस के बेहद करीबी भाजपा नेता समरजीत घाटगे पाटिल जल्द ही शरद पवार खेमें में जा सकते हैं। वे कागल सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।

कागल में एनसीपी विधायक हसन मुश्रीफ और समरजीत घाटगे अरसे से एक-दूसरे के कट्टर विरोधी हैं। महायुति में होने के कारण इस सीट पर मंत्री हसन मुश्रीफ की उम्मीदवारी पक्की मानी जा रही है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुश्रीफ की उम्मीदवारी पहले ही घोषित कर दी हैं। इससे स्थानीय भाजपा नेता नाराज हैं।

सूत्रों का कहना है कि घाटगे पाटिल एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के संपर्क में हैं। उन्होंने 23 अगस्त को शाहू सहकारी चीनी मिल में अपने समर्थकों का सम्मेलन बुलाया है जिसमें वह नई राजनीतिक पारी खेलने का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, उपमुख्यमंत्री फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उन्हें मनाने की कोशिश शुरू की है। वहीं, कोल्हापुर ग्रामीण के भाजपा अध्यक्ष राहुल देसाई ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। देसाई राधानगरी भुदरगड विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इस सीट से प्रकाश आबिटकर शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक हैं और उनकी दावेदारी अधिक मजबूत है।

‘BNSS की धारा 479 विचाराधीन कैदियों पर पूर्वव्यापी रूप से होगी लागू’, सुप्रीम कोर्ट से केंद्र

 नई दिल्ली:  केंद्र ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा 479 देश भर में विचाराधीन कैदियों पर पूर्वव्यापी रूप से लागू होगी। बता दें, यह धारा विचाराधीन कैदी को हिरासत में रखने की अधिकतम अवधि से संबंधित है।

बीएनएसएस की धारा 479 सभी विचाराधीन कैदियों पर लागू होगी
केंद्र की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 436ए की जगह लेने वाले बीएनएसएस की धारा 479 सभी विचाराधीन कैदियों पर लागू होगी। पीठ ने कहा कि भले ही अपराध एक जुलाई, 2024 से पहले दर्ज किया गया हो, लेकिन यह सभी विचाराधीन कैदियों पर लागू होगी।

बीएनएसएस, भारतीय न्याय संहिता और भारतीय शक्ति अधिनियम एक जुलाई को प्रभाव में आए हैं। इन्होंने क्रमशः ब्रिटिश युग की दंड प्रक्रिया संहिता, भारतीय दंड संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली।

यथासंभव तेजी से उठाए जाने चाहिए
शीर्ष अदालत ने इस दलील पर संज्ञान लिया और देशभर के विचाराधीन कैदियों को निर्देश दिया कि प्रावधान की उपधारा में उल्लिखित एक तिहाई अवधि पूरी होने पर संबंधित अदालतों के माध्यम से अपने आवेदनों पर कार्रवाई करें। पीठ ने कहा कि कदम यथासंभव तेजी से उठाए जाने चाहिए। बेहतर होगा कि तीन महीने के भीतर इस कदम को उठाया जाए।

इस मामले में न्याय मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता गौरव अग्रवाल ने इससे पहले पीठ से कहा था कि विचाराधीन कैदी को अधिकतम अवधि तक हिरासत में रखने से संबंधित धारा 479 को जल्द से जल्द लागू करने की जरूरत है और इससे जेलों में भीड़भाड़ से निपटने में मदद मिलेगी। शीर्ष अदालत अक्तूबर 2021 से जेलों में भीड़भाड़ के मुद्दे की सक्रिय रूप से निगरानी कर रही है, जब उसने समस्या का स्वत: संज्ञान लिया था।

विधानसभा में हंगामे को पर जिग्नेश को सदन से बाहर निकाला गया, गृह मंत्री से लाइव बहस की कर रहे थे मांग

अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवाणी को विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन बहस दौरान हंगामा करने और वेल में प्रवेश करने के लिए स्पीकर शंकर चौधरी के निर्देश पर सदन से बाहर निकाल दिया गया। स्पीकर के आदेश के बाद सार्जेंटों ने बिना बल प्रयोग किए मेवाणी को बाहर कर दिया। गुजरात पुलिस द्वारा ड्रग्स की जब्ती पर एक बहस के दौरान मेवानी खड़े हो गए और ट्रेजरी बेंच के पास आकर चिल्लाने लगे।

जिग्नेश मेवाणी गुजरात कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वह तुरंत वेल में जाकर राज्य गृह मंत्री हर्ष संघवी को राजकोट अग्निकांड, मोरबी ब्रिज हादसा और वडोदरा में नाव पलटने की घटना पर लाइव टेलीविजन पर बहन करने की चुनौती दी। स्पीकर ने संसद की मर्यादा बनाए रखने का अनुरोध किया, लेकिन मेवाणी बार-बार बहस की मांग करने लगे।

स्पीकर ने मेवाणी के व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने इस तरह के कृत्य से संविधान का अपमान किया है। भाजपा विधायक रमनलाल वोरा, जीतू वघानी और मंत्री रुशिकेश पटेल ने मेवाणी के व्यवहार को अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि मेवाणी केवल प्रचार में रुचि रखते हैं। माहौल शांत होने पर राज्य गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सदन को बताया कि पुलिस ने पिछले 15 दिनों में गुजरात तट के किनारे 850 करोड़ रुपये की दवाएं (ड्रग्स) बरामद की हैं। बता दें कि पिछले एक साल में पुलिस ने अवैध नशीले पदार्थों के कारोबार में शामिल 431 लोगों को गिरफ्तार किया है।

मुडा मामले पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंचे सिद्धारमैया-शिवकुमार, कांग्रेस आलाकमान के साथ करेंगे बैठक

नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे, ताकि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कर सकें। सूत्रों के मुताबिक इन बैठकों का मुख्य मकसद अगले हफ्ते हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई के लिए रणनीति तैयार करना है। सुनवाई कथित मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) घोटाले पर होगी।

मुडा मामला सिद्धारमैया के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। इस मामले में मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी पार्वती पर अवैध जमीन सौदों के आरोप लगे हैं। आरोप है कि पार्वती ने 3.16 एकड़ जमीन के बदले 14 भूखंड हासिल किए। ये भूखंड मुडा से अवैध रूप से हासिल किए गए थे।

वहीं, सियासी दबाव बढ़ाते हुए कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने हाल ही में भ्रष्टाचार रोधी अधिनियम के तहत सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने को मंजूरी दी है। तबसे मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली की बैठकों में कर्नाटक के भाजपा नेताओं के खिलाफ लंबित भ्रष्टाचार के मामलों पर भी चर्चा होगी। संभावना है कि कांग्रेस नेतृत्व राज्यपाल पर दबाव बनाने के लिए रणनीति तैयार कर सकता है।

सिद्धारमैया और शिवकुमार के साथ राज्य के कई प्रमुख मंत्री भी दिल्ली आए हैं। जिनमें गृह मंत्री जी. परमेश्वर, सामाजिक कल्याण मंत्री एच.सी, महादेवप्पा और अल्पसंख्यक एवं आवास मंत्री बी.जेड. जमीर अहमद खान, विधान पार्षद के. गोविंदराजू और बिजली मंत्री के.जे. जॉर्ज शामिल हैं।

जन्माष्टमी पर टीवी के कृष्ण की तरह हों तैयार, देखकर हर कोई करेगा तारीफ

जब भी श्रीकृष्ण का नाम जुबां पर आता है तो टीवी पर आने वाले कुछ अभिनेताओं का चेहरा आंखों के सामने आने लगता है। कई ऐसे अभिनेता है, जिन्होंने टीवी सीरियल में श्रीकृष्ण की भूमिका को इतने अच्छे से दिखाया है कि लोग उनकी तस्वीर भी अपने घरों में रखते हैं। इन अभिनेताओं ने श्रीकृष्ण की बातों से लेकर उनके व्यवहार तक को बखूबी पर्दे पर उतार दिया है। ऐसे में जब समय जन्माष्टमी का है तो इन अभिनेताओं का जिक्र होना तो स्वाभाविक है।

अगर आप जन्माष्टमी पर पारंपरिक रूप से तैयार होना चाहते हैं तो इन्हीं अभिनेताओं के लुक से टिप्स ले सकते हैं। इन अभिनेताओं में मुख्य रूप से सौरभ राज जैन और सुमेध मुदगलकर शामिल हैं। जहां सौरभ राज जैन ने महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका बखूबी निभाई थी, वही सुमेध ने राधाकृष्ण में नटखट कृष्णा का किरदार निभाया था। तो चलिए आपको इन दोनों के कुछ बेस्ट एथनिक लुक्स दिखाते हैं, जिन्हें आप जन्माष्टमी के दिन कैरी कर सकते हैं।

जींस के साथ कुर्ता

अगर कुछ ऐसा पहनने का सोच रहे हैं, जो देखने में भी स्टाइलिश लगे और आरामदायक भी हो तो आप जींस के साथ कुर्ता कैरी कर सकते हैं। कुर्ते पर अगर भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर बनी होगी, तो आपका लुक और भी प्यारा और अच्छा दिखेगा।

कुर्ता-पायजामा

अगर कुछ सिंपल पहनने का सोच रहे हैं तो सौरभ राज जैन के जैसे ही साधारण सा कुर्ता और पायजामा पहनें। सूती कुर्ते के साथ आप सफेद रंग का पायजामा भी पहनकर अपना अलग अंदाज दिखा सकते हैं। ये काफी आरामदायक रहता है।

शेरवानी

अगर कुछ हैवी और पारंपरिक पहनने का सोच रहे हैं तो इस तरह की शेरवानी का चयन कर सकते हैं। पीला रंग पूजा में पहनना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप भी सुमेध के जैसी शेरवानी पहनें। इसके साथ सफेद रंग की चूड़ीदार पायजामी और दुपट्टा कैरी करना कतई न भूलें।