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मैनपुरी चुनाव: राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने बताया मुलायम सिंह यादव को अपना गुरु व किया ये बड़ा दावा…

 मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसम्बर 2022 को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान आज थम जाएगा। केंद्रीय विधि राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने मुलायम सिंह यादव को अपना गुरु बताते हुए दावा किया कि वह उनके सपने में आए थे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा- ‘कल रात मेरे सपने में गुरु मुलायम सिंह यादव आए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि 2017 में अखिलेश ने मेरी चाबी छीन ली थी। मैने जो समाजवाद का पौधा लगाया था उसे छीन लिया। रघुराज और एसपी सिंह मेरे शिष्य हैं। अब मेरा सम्मान यही दोनों रखेंगे।’

जनसभा में केंद्रीय राज्य मंत्री ने अखिलेश पर जमकर निशाना साधा। कहा कि मुलायम सिंह ने सपने में उनसे ये भी कहा कि अब एसपी सिंह और रघुराज सिंह शाक्य ही उनका सम्मान रखेंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद वे 22 बार 8 महीने में अपने क्षेत्र में आए हैं। लेकिन अखिलेश को आने की फुरसत ही नहीं मिली जबकि वे यहां से विधायक चुने गए।

जनसभा में इन्होंने किया संबोधित केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, मंत्री नरेंद्र कश्यप, मंत्री बेबीरानी मौर्य, मंत्री गिरीशचंद्र यादव, सांसद राजवीर सिंह, सांसद सुब्रत पाठक, विधायक रामनरेश अग्निहोत्री,  ने भी संबोधित किया।

बलरई इलाके में जुटी भीड़ ने दिया संकेत, नेताजी का रिकॉर्ड टूटेगा

फोटो : बीएसटी बलरई में विराट जनसभा में अखिलेश और शिवपाल को गदा भेंट करते प्रो बृजेश चंद्र यादव और अनुज मोंटी यादव

जसवंतनगर (इटावा)।मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर सभी विश्लेषकों की नजर जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र पर है ,क्योंकि इसी क्षेत्र से अब तक चाहे लोकसभा चुनाव रहे हो अथवा विधानसभा समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को भारी लीड मिलती रही है।

2019 के लोकसभा चुनाव में जब नेताजी मुलायम सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा सीट से विजई हुए थे ,तब सबसे ज्यादा लीड उन्हें जसवंत नगर क्षेत्र से मिली थी।इस क्षेत्र में बलरई इलाका सभी जातियों की आबादी का बड़ा क्षेत्र है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जब यहां सभा की ,तो भारी भीड़ बीएसटी बलरई कॉलेज के मैदान में हर वर्ग की जुटी।साथ ही भीड़ के रिकॉर्ड टूटे।

इससे लोगों को खासतौर से समाजवादी पार्टियों के लोगों को उम्मीद जागी है कि इस बार जसवंत नगर इलाका इस उपचुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव को विराट लीड देने जा रहा है। बलरई यादव बाहुल्य।इलाका नहीं नहीं है, बल्कि इस इलाके में राजपूत, लोधी,मल्लाह, ठाकुर ब्राह्मण और पाल, बघेल, गडरिया समाज के मतदाता बहुतायत से है।

बीएसटी बलर ई मैं भारी भीड़ को देखकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव इतने प्रसन्न थे कि दोनों भीड़ को काफी देर तक अभिवादन करते रहे। उन्होंने यहां की सभा के आयोजक पूर्व ब्लाक प्रमुख रामपाल सिंह यादव, प्रोफेसर डॉक्टर बृजश चंद्र यादव तथा चौधरी सुघर सिंह ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के प्रबंध निदेशक व ब्लॉक प्रमुख रहे अनुज मोंटी यादव की जमकर प्रशंसा भी की।

अखिलेश और शिवपाल को क्षेत्र की जनता की ओर से बड़ी संख्या में शोले ओढ़ाई गईं और समाजवादी पटके तथा गदा आदि भेंट किए गए।

अखिलेश यादव करीब 3 घंटे विलंब से यहां सभा करने पहुंचे थे और रायनगर तथा कचौरा रोड पर भी सभा करके आये थे, मगर यहां की भीड़ से काफी गदगद थे। उन्होंने सभी आयोजकों तथा जुटी भीड़ का अभिवादन करते हुए अपील की कि जसवंत नगर इलाके से डिंपल यादव की विजय में इस बार रिकॉर्ड योगदान यहां के मतदाता करवाएं।

*वेदव्रत गुप्ता

उत्तर प्रदेश: निकाय चुनाव की तैयारियां हुई पूरी, चुनाव के बाद ही नए निकायों में होगी भर्ती

त्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग ने निकाय चुनाव का कार्यक्रम लगभग तैयार कर लिया है। विधानमंडल सत्र के बाद इसे राज्य निर्वाचन आयोग को सौंपने की तैयारी है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार 100 अधिक निकायों में चुनाव होना है।

राज्य सरकार 15 जनवरी से पहले चुनावी प्रक्रिया को पूरी करा लेना चाहती है। इसके बाद फरवरी में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इसीलिए दो से तीन चरणों में चुनाव कराने की तैयारी है। वर्ष 2017 में तीन चरणों में चुनाव हुआ था। पहले चरण में 24, दूसरे चरण में 25 और तीसरे चरण में 26 जिलों में चुनाव कराया गया है।

प्रदेश के नए निकायों में भर्तियां अब निकाय चुनाव के बाद होंगी।  नए निकायों में अतिरिक्त प्रभार देकर काम चलाया जाएगा। प्रदेश में वर्ष 2017 से लेकर अब तक 109 नई नगर पंचायतें बनाई हैं। प्रत्येक नगर पंचायतों में पांच पदों पर नई भर्तियां होनी है। इस हिसाब से 545 पदों पर भर्तियां की जानी हैं।

रहस्मयी बाबा वेंगा की साल 2023 की भविष्यवाणी क्या कर सकती हैं दुनिया का अंत ?

 सबसे रहस्मयी बाबा वेंगा की साल 2023 को लेकर की गई भविष्यवाणी काफी चौंकाने वाली है। भविष्य में दुनिया किन-किन खतरों का सामना करने वाली है, उसे लेकर वो सालों पहले ही चेतावनी जारी कर चुके हैं।

बुल्गारिया के इस रहस्यमयी बाबा वेंगा की मौत भले ही 29 साल पहले हो गई थी  उन्होंने 9/11 आतंकी हमला, राजकुमारी डायना की मौत और बराक ओबामा के राष्ट्रपति बनने तक की भविष्यवाणी की थी।

उनकी साल 2023 को लेकर की गई भविष्यवाणी काफी डरावनी है। जिसमें न्यूक्लियर अटैक, लैब में बच्चों का पैदा होना और सौर मंडल में सूनामी शामिल है। 12 साल की उम्र में आंखों की रोशनी गंवा देने के बावजूद वो आजीवन दावा करते रहे कि उन्हें भविष्य में होने वाले घटनाक्रम साफ-साफ दिखाई देते हैं। उन्होंने साल 5079 तक भविष्यवाणियां कीं है।उन्होंने दावा किया था कि दुनिया खत्म हो जाएगी। साल 1996 में बाबा वेंगा की मृत्यु हो गई।

अजमल के हिन्दुओं वाले बयान पर छिड़ा विवाद ओवैसी ने कहा-“किसे कब शादी करनी हैं और कितने बच्चे पैदा…”

गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है।  असम के ऐसे ही एक नेता है बदरुद्दीन अजमल जिनके हिन्दुओं के बारे में दिए गए एक बयान पर विवाद छिड़ गया है।

बदरुद्दीन अजमल ने कहा था कि अधिक बच्चे पैदा करने के लिए हिंदुओं को भी मुस्लिमों वाला फॉर्मूला अपनाना चाहिए।बदरुद्दीन अजमल के इस बयान पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि किसे कब शादी करनी और कब परिवार बढ़ाना है और कितने बच्चे पैदा करने हैं? यह उस पर ही छोड़ देना चाहिए।

गुजरात चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने पहुंचे ओवैसी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि यह अजमल के बयान पर मैं कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मेरा मानना है कि यह हर किसी की व्यक्तिगत इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कब शादी करेगा और कब बच्चे करके अपना परिवार बढ़ाएगा। मैं उनकी तरफ से कुछ नहीं कह सकता। हां, लेकिन अब भारत में लिव-इन रिलेशन मान्य है और 377 भी जा चुका है।

Zero Covid Policy के खिलाफ लोगों के बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए चीनी सरकार ने अभी अभी लिया ये बड़ा फैसला

चीन में ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के खिलाफ लोगों के आक्रोश पर  कहा जा रहा है कि चीन के 70 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब चीन की सरकार लोगों के विद्रोह से डर कर झुक गई है.

 बीजिंग में कोविड-19 टेस्टिंग बूथों को हटा दिया गया है, जिसके बाद लोगों ने खुशी जताई है.  शेनझेंग शहर में अब यात्रा के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी. इन फैसलों से स्पष्ट है कि चीन में जारी कोरोना प्रतिबंधों में तेजी से ढील दी जा रही है.

चीन में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. दैनिक मामले अब तक के उच्चतम स्तर के आसपास हैं.  आर्थिक मंदी और लोगों के गुस्से को देखते हुए चीनी सरकार कुछ शहरों में कोरोना टेस्ट और क्वारंटाइन नियमों को ढीला करने के लिए कदम उठा रही है.

चेंगदू और तियानजिन के बाद चीन के दक्षिणी शहर शेनझेंन ने घोषणा की है कि अब लोगों को सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने या पार्कों में प्रवेश करने के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी. सुपरमार्केट जैसी जगहों पर प्रवेश के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट मांगना बंद कर दिया गया है.

चीन से आने वाले इलेक्ट्रिक पंखों और स्मार्ट मीटरों पर रोक लगाएगा भारत, ये हैं वजह

वाणिज्य मंत्रालय जल्द ही क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर जारी करेगा ताकि आयात होने वाले इलेक्ट्रिक पंखों और स्मार्ट मीटरों की जांच की जा सकें, इसका खास मक़सद चीन से आने वाले उत्पादों की जांच करना होगा.

“हम बड़े पैमाने पर उत्पादन वाली चीज़ों जैसे स्मार्ट मीटर और सीलिंग पंखों के लिए क्यूसीओ (क्लालिटी कंट्रोल ऑर्डर) लाने पर विचार कर रहे हैं. इससे हमारे अपने उद्योग और उपभोक्ताओं को लाभ होगा.”

वित्तीय वर्ष 2022 में भारत में सीलिंग पंखों का आयात 132 फ़ीसदी बढ़कर लगभग 62.2 लाख डॉलर का हो गया, इनमें से 59.9 लाख डॉलर क़ीमत के पंखे चीन से आयात किए गए थे.

जिसके बाद खिलौनों का आयात बीते सालों में 70 फ़ीसदी गिर गया. जो आयात वित्तीय वर्ष 2019 में 37.1 करोड़ डॉलर था वो साल 2020 में11 करोड़ डॉलर हो गया. इसी अवधि में चीन से खिलौनों का आयात 80 प्रतिशत घट कर 5.9 करोड़ डॉलर तक गिर गया.

पाकिस्तान सहित ये 12 देश बने ‘विशेष चिंता वाले देश’, जहाँ ‘धार्मिक स्वतंत्रता’ की स्थिति बदहाल

मेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता के  चीन, ईरान, रूस और पाकिस्तान सहित 12 देशों को ‘विशेष चिंता वाला देश’ बताया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इस लिस्ट में उत्तर कोरिया और म्यांमार भी शामिल हैं.

 ब्लिंकन पर इस बात का दबाव बनाया था कि धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन वाली इस लिस्ट में भारत को भी शामिल किया जाए.  मंत्री ब्लिंकन ने  एक बयान के जरिए यह लिस्ट जारी की. ब्लिंकन ने कहा कि ये सभी 12 देश धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन करते हैं. इसलिए इन्हें 1998 के ‘अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम’ के तहत ‘विशेष चिंता वाले देशों’ के रूप में नामित किया गया है.

पहले अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग जैसे संगठनों और भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद जैसे समूहों की विदेश मंत्री ब्लिंकन पर दबाव बनाने की मंशा थी ताकि इस लिस्ट में भारत को भी शामिल किया जाए.

इन 12 देशों के अलावा कुछ ऐसे भी देश हैं जिन्हें धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के मामले में ‘विशेष निगरानी सूची’ में रखा गया है. इन देशों में अल्जीरिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोमोरोस और वियतनाम शामिल हैं.

जेनिफर विंगेट का ऐसा अंदाज़ देख हर किसी के उड़े होश, बोल्ड लुक में आई नजर

टीवी एक्ट्रेस जेनिफर विंगेट अपने लेटेस्ट फोटोशूट से फैंस के दिल की धड़कन तेज कर रही हैं.फॉर्मल अदाज में सूट-बूट वाला उनका ये लुक बेहद अट्रैक्टिव लग रहा है.  जेनिफर अपने बोल्ड अंदाज से हमेशा फैंस का दिल जीत लेती हैं.

उनके चाहने वालों की लंबी लिस्ट है जो उनके फोटो और वीडियो का बेसब्री से इंतजार करते हैं.   जेनिफर की कातिल अदाओं ने फैंस की सांसें अटका दी हैं.जेनिफर विंगेट टीवी की ग्लैमर क्वीन हैं. उन्होंने साल 2000 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी.

इससे पहले वो बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट टीवी इंडस्ट्री में काम कर चुकी हैं.  जेनिफर ने सीरियल ‘दिल मिल गए’ से लेकर ‘बेहद’ तक में शानदार काम किया है. लोगों को उनके निभाए किरदार खूबल पसंद आए.

जेनिफर विंगेट को स्टार प्लस के फेमस सीरियल ‘कसौटी जिंदगी की’ से काफी फेम मिला. इसमें उनकी एक्टिंग से हर कोई इंप्रेस हो गया था. जेनिफर कई वेब सीरीज में भी नजर आ चुकी हैं.

रोहनप्रीत सिंह से पहले इस एक्टर के प्यार में पड़कर पागल हो गई थी नेहा कक्कड़

नोरंजन न्यूज़ डेस्क, बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी-मानी सिंगर नेहा कक्कड़ और रोहनप्रीत सिंह की जोड़ी को फैंस काफी पसंद करते हैं. दोनों की शादी 24 अक्टूबर 2020 को हुई थी, इनकी शादी में परिवार के सदस्य ।

1 दिसंबर 1994 को पटियाला पंजाब में जन्मे रोहनप्रीत सिंह नेहा कक्कड़ की तरह ही एक मशहूर सिंगर हैं। नेहा कक्कड़ और रोहनप्रीत सिंह की पहली मुलाकात ‘नेहू द मैरिज’ की शूटिंग के दौरान हुई थी। इस दौरान नेहा डेटिंग के बजाय सीधे शादी करना चाहती थीं।

दोनों कई म्यूजिक वीडियो में भी नजर आए थे और ये जोड़ी काफी मशहूर भी हुई थी. लेकिन अचानक नेहा और हिमांश कोहली का ब्रेकअप हो गया जिसके बाद नेहा कक्कड़ बुरी तरह टूट गईं। ऐसे में वह दूसरी बार किसी को डेट नहीं करना चाहती थीं, सीधे शादी करना चाहती थीं। ऐसे में जब उन्होंने रोहनप्रीत से शादी करने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया क्योंकि वह सिर्फ 25 साल के थे।