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लेजीपे कार्ड  की सर्विस हुई बंद, आरबीआई ने ग्राहकों के लिए जारी की गाइडलाइंस

भारतीय रिजर्व बैंक के गाइडलाइंस के बाद लेजीपे कार्ड  की सर्विस 1 दिसंबर से बंद कर दी गई है. आरबीआई गाइडलाइंस में ग्राहकों को प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स पर कर्ज सुविधा की पेशकश से मना किया गया है.

फिलहाल आरबीएल वेबसाइट पर इस कार्ड के लिए आवेदन की प्रक्रिया नहीं शुरू हुई है लेकिन लेजीपे अपने कस्टमर से अर्ली एक्सेस के लिए आवेदन ले रही है. एक लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड है. कार्ड के लिए कोई ज्वाइनिंग या एनुअल फी नहीं है. इस कार्ड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि कैशबैक पर किसी तरह की कैपिंग नहीं है.

कार्ड के खास फीचर्स-

>> वेलकम बेनिफिट के रूप में कार्ड जारी होने के 30 दिनों के भीतर खर्च करने पर कार्ड होल्डर 250 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

>> आरबीएल बैंक लेजीपे क्रेडिट कार्ड के जरिए किए जाने वाले सभी ऑनलाइन  पर 1 फीसदी अनलिमिटेड कैशबैक मिलेगा.

>> फ्यूल खरीद, इंश्योरेंस पेमेंट्स, रेंटल पेमेंट्स, कैश और क्वासी कैश ट्रांजैक्शन पर कोई कैशबैक नहीं मिलेगा.

NPCI ने यूपीआई सुविधा देने वाली इकाइयों को लेकर जारी किया ये बड़ा फैसला

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने फोनपे, गूगलपे समेत कई अन्य यूपीआई सुविधा देने वाली इकाइयों को राहत दी है।डिजिटल भुगतान लेन-देन में 30 प्रतिशत की लिमिट को हासिल करने की सम यसीमा दो.

बिजनेस डेस्कः भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने फोनपे, गूगलपे समेत कई अन्य यूपीआई सुविधा देने वाली इकाइयों को राहत दी है।  सबसे बड़ा फायदा गूगल पे और वॉलमार्ट के फोनपे को मिलने की उम्मीद है।

इन दोनों कंपनियों की यूपीआई आधारित लेन-देन में बड़ी हिस्सेदारी है।2020 में थर्ड पार्टी के लिए यूपीआई के जरिए होने वाले लेन-देन का केवल तीस प्रतिशत ही प्रबंधित करने की घोषणा की थी।

पांच नवंबर 2020 को अधिक हिस्सेदारी रखने वाले टीपीएपी को चरणबद्ध तरीके से सीमा हासिल करने के लिये दो साल का समय दिया गया।अक्टूबर में करीब 47% यूपीआई ट्रांजैक्शन फोनपे से

यूपीआई ऐप से जुड़े सबसे ताजा आंकड़ों के मुकाबिक, अक्टूबर में करीब 47 फीसदी यूपीआई ट्रांजैक्शन फोनपे से हुए थे।  गूगल पे से करीब 34 फीसदी यूपीआई ट्रांजैक्शन देखे गए थे, जबकि पेटीएम की हिस्सेदारी 15 फीसदी थी।

डिप्लोमा ट्रेनी के पदों पर यहाँ निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड,मुंबई में नौकरी  पाने का एक शानदार अवसर निकला है। BEL ने डिप्लोमा ट्रेनी के पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे हैं।

इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन रिक्त पदों  के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे BEL की आधिकारिक वेबसाइट bel-india.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। इ

महत्वपूर्ण तिथियां

ऑनलाइन आवेदन करने की आखरी तारीख- 14 दिसंबर 2022

 पदों का विवरण

पदों की कुल संख्या-

डिप्लोमा ट्रेनी:

 योग्यता 

मान्यता प्राप्त संस्थान से मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा पास हो ।

 उम्र सीमा 

उम्मीदवारों की आयु सीमा 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए.

 चयन प्रक्रिया 

डिप्लोमा ट्रेनी: लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।

 आवेदन कैसे करें

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार BEL की आधिकारिक वेबसाइट (bel-india.in) के माध्यम से 14 दिसंबर 2022 तक आवेदन कर सकते हैं। इस सबंध में विस्तृत जानकारी के लिए आप ऊपर दिए गए आधिकारिक अधिसूचना को देखें।

 

घर में बनाए टेस्टी पनीर मंचूरियन, यहाँ देखें इसकी रेसिपी

सामग्री

प्याज का पेस्ट – 1 बड़ा चम्मच

टमाटर का पेस्ट- 1 बड़ा चम्मच

 

अदरक और लहसुन का पेस्ट- 1 छोटा चम्मच चिली सॉस, सोया सॉस और सिरका- स्वादानुसार

कॉर्न फ्लोर- 1 बड़ा चम्मच

गाजर- 1 बड़ा चम्मच

तेल- 2 बड़े चम्मच

पकौड़ों के लिए

गाजर- 1 कप किसी हुई

पनीर- 1 कप मसला हुआ

नमक- स्वादानुसार

हरी मिर्च- 1 छोटा चम्मच कटी हुई

मैदा- 1/2 कप

तेल- तलने के लिए

विधि

– इसके लिए आप सबसे पहले कड़ाही में तेल गर्म कर लें और पकौड़े की सामग्री को एक कटोरे में मिलाकर फेंट लें।

– इसके बाद इसके पकौड़े तैयार कर लें।

– अब ग्रेवी बनाने के लिए पैन में दो बड़े चम्मच तेल गर्म करें।

– इसके बाद इसमें बारीक कटे प्याज़, अदरक और लहसुन का पेस्ट डालकर भून लें।

– अब इसमें टमाटर का पेस्ट डालकर थोड़ा और भूनें जब तक टमाटर साफ्ट न हो जाए।

– अब इसमें जरूरत के हिसाब से पानी मिक्स करें।

– फिर कॉर्न फ्लोर को आधा कप पानी में घोलकर ग्रेवी में डालें और गाढ़ा होने तक ग्रेवी पका लें।

– ग्रेवी की बची हुई चीजें मिक्स करें और गैस बंद कर दें।

– तैयार ग्रेवी में मंचूरियन पकौड़े डाल दें। आपके पनीर मंचूरियन तैयार है।

सुबह उठते ही क्या आपको भी होती हैं थकान तो आज ही हो जाएं सावधान

सुबह उठने के तुरंत बाद और दिन के दौरान बिगड़ा हुआ सतर्कता संज्ञानात्मक और मोटर प्रदर्शन पर गलत प्रभाव डालता है। जो आपके स्वास्थ्य के जोखिम के खतरें को बढ़ा सकता है।  नींद की गुणवत्ता, सुबह की सतर्कता के स्तर पर बड़ा प्रभाव डालता है।

इन परिणामों से पता चलता है कि इन गैर-आनुवंशिक कारकों को लक्षित करने वाले व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर किए गए हस्तक्षेप खराब सतर्कता से जुड़े नकारात्मक परिणामों को कम करने में मदद करता है।

अध्ययन में बताया गया कि नींद बिगड़ने से सतर्कता और प्रदर्शन के चरण को संदर्भित करता है। यह जागने के बाद कुछ मिनटों से लेकर कई घंटों तक रह सकता है। हालांकि यह एक सामान्य घटना है.

वर्तमान अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने एक ही व्यक्ति में सुबह की सतर्कता में दैनिक भिन्नता से जुड़े कारकों का आकलन भी किया है। उन्होंने व्यक्तियों के बीच औसत सुबह की सतर्कता के स्तर में अंतर को प्रभावित करने की भूमिका की जांच की है।

ठंड के दौरान त्वचा में खुजली और एक्जिमा से बचने के लिए आजमाए ये उपाएँ

मौसम बदलने के साथ ही हमारे शरीर में भी कई तरह के बदलाव होने लगते हैं. खासतौर पर स्किन पर ठंड का असर सबसे पहले पता चलने लगता है. सर्दियां हमारी स्किन से नमी को खींच लेती हैं. जिससे स्किन रूखी हो जाती है. छुटकारा पाने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं.

सर्दियों के मौसम में स्किन की मेजर प्रॉब्लम्स में से एक हैं, रैशेज होना. जब हम अपने त्वचा की ठीक से देखभाल नहीं करते हैं तो स्किन पर रैशेज होने लगते हैं. जो दिखने में भी बहुत कराब लगते हैं छाले और फफोले में परिवर्तित होने लगते हैं.  आप हाइड्रेट रहने के साथ ही स्किन को मॉइस्चराइज रखें.

सर्दियों में सोरायसिस की समस्या भी लोगों को काफी परेशान करती है. इस स्थिति में त्वचा में पपड़ीदार पैच, दरारें, जलन और सूजन होती है. सोरायसिस ज्यादातर सिर की त्वचा, कोहनी और घुटनों पर होती है. यह एक ऐसी पुरानी समस्या है, जिसका कोई इलाज नहीं है.

रोसैसिया एक ऐसी त्वचा से जुड़ी समस्या है, जिसमें त्वचा पर लाल-लाल और छोटे दानें हो जाते हैं और मवाद की समस्या होने लगती है. दरअसल, ये चेहरे पर टिश्यूज के मोटे होने की वजह से होता है. साथ ही इसमें रक्त वाहिकाएं नजर आने लगती हैं.

ठंड के दौरान त्वचा में खुजली और एक्जिमा हो जाता है, जो कि आम समस्या है.  अधिक ठंडी हवा और स्किन में कम नमी के कारण रूखापन त्वचा को बद्तर बना दोता है. इसलिए त्वचा को हाइड्रेट रखने की पूरी कोशिश करें.

अलसी के लड्डू बनाने की विधि

आवश्यक सामग्री

  • अलसी – 500 ग्राम
  • गुड़ – 500 ग्राम
  • गोंद – 125 ग्राम
  • देसी घी – 100 ग्राम
  • सोंठ – 50 ग्राम
  • काजू – 50 ग्राम
  • किशमिश – 50 ग्राम
  • सूखा नारियल – 50 ग्राम

विधि

  • अलसी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई में अलसी को भून लें।
  • इसके बाद इसे एक प्लेट में ठंडा होने के लिए रख दें।
  • फिर असली को दरदरा पीस लें।
  • इसके बाद कढ़ाही में घी गर्म करें। इसमें गोंद डालें और थोड़ी देर तक भूनें।
  • फिर गोंद को निकालकर पीस लें।
  • इसके बाद इस कढ़ाई में में सभी ड्राई फ्रूट्स डालकर इसे एक साथ अच्छी तरह से भुन लें।
  • सभी सामाग्री को भूनकर ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
  • अब एक कढ़ाई में गुड़ और एक कप पानी डालकर उबालें।
  • जब गुड़ की चाशनी बन जाए, तो इसे भुनी हुई सामग्री में डालकर अच्छे से मिक्स करें।
  • इसके बाद इस मिश्रण से लड्डू तैयार कर लें।
  • अब आप इन लड्डूओं को किसी एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रख सकते हैं।

World Disabled Day 2022: डिसेबल लोगों के राइट्स के बारे में जानना और अवेयर रहना हैं बेहद जररी

जब किसी व्यक्ति में शारीरिक या फिर मानसिक समस्या होती है, तो ऐसी स्थिति में उसे डिसेबिलिटी या विकलांगता से परिभाषित किया जाता है. डिसेबिलिटी की वजह से वे सामान्य लोगों की तरह सक्षम नहीं होते हैं.

डिसेबल लोगों के राइट्स के बारे में जानना और अवेयर रहना बहुत जरूरी है. वर्ल्ड डिसेबल्ड डे 2022 की थीम क्या है, इसका इतिहास और महत्व क्या है, इन सबके बारे में विस्तार से जानेंगे.

यूनाइटेड नेशंस के अनुसार, इस दिन को मनाने का उद्देश्य डिसेबिलिटी को लेकर लोगों की समझ को बढ़ावा देना है. साथ ही विकलांग व्यक्तियों की डिग्निटी, उनके राइट्स और देखभाल के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं.

यूनाइटेड नेशंस की ओर से वर्ल्ड डिसेबल्ड डे को वर्ष 1992 में प्रमोट किया गया था. साथ ही इसका उद्देश्य विकलांग लोगों को अपने राइट्स के बारे में अवेयर करना था.  राजनीतिक, सामाजिक और कल्चरल लाइफ के हर पहलू के लाभों को समझ सकें, इसलिए इस दिन को मनाया जाने लगा.  वर्ल्ड डिसेबल्ड डे में केवल मानसिक या शारीरिक अक्षमताएं ही नहीं जुड़ी हैं, बल्कि ऑटिज्म से लेकर डाउन सिंड्रोम और मल्टीपल स्केलेरोसिस तक सभी डिसेबिलिटीज इसमें शामिल है.

यहाँ जानिए एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया का DIY स्किनकेयर रूटीन

तमन्ना भाटिया अपने स्किन का काफी ध्यान रखती हैं। जिसके कारण उनकी स्किन काफी ग्लोइंग और स्मूथ है। अपनी स्किन केयर को लेकर तमन्ना भाटिया काफी सक्रिय रहती हैं।

जिसके लिए वो DIY स्किनकेयर और हेयर केयर को फॉलो करती हैं। तमन्ना भाटिया ने स्वाभाविक रूप से अपने एक्टिंग करियर के लिए कोई प्रासंगिकता नहीं रखने वाले सिंथेटिक्स और सौंदर्य प्रसाधनों के संपर्क में आने के बाद ऑपरेशन के कम और अधिक मोड में बदलाव किया है।

सामग्री

चंदन

पिसी हुई कॉफी

शहद

बनाने का तरीका

एक्सफोलिएटिंग फेस स्क्रब बनाने के लिए शहद के साथ एक चम्मच चंदन और पिसी हुई कॉफी मिलाएं। इसके बाद इसमें शहद मिला दें। अब इस सामग्री को अच्छी तरह मिला दें। एक बार तैयार हो जाने के बाद आंखों और आंखों के नीचे के क्षेत्र से बचते हुए मिश्रण को अपनी स्किन पर हल्के हाथों से मालिश करें। अच्छे परिणामो के लिए दस मिनट से ज्यादा समय तक अपने फेस को इससे स्क्रब करें और बाद में गुनगुने पानी से इसे धो लें। आप इस फेस स्क्रब का उपयोग किसी भी तरह के स्किन पर कर सकते हैं। जो आपकी स्किन की सतह पर लंबे समय तक धूप में रहने या मेकअप के लंबे समय तक यूज के कारण बनी है।

मूली के साथ इन चीजों का नहीं करें सेवन अथवा पड़ेगा भारी

 सर्दियां आते ही जिस तरीके से बाजारों में मूली मिलने लगती है, उसी तरीके से लोग भी इसे खूब चाव से खरीदने लगते है । ऐसा इसलिए क्योंकि ठंड में मूली खाने से शरीर को बहुत फायदा मिलता है। आप मूली को किसी भी वक्त या किसी भी खाने या चीज के खाने के बाद नहीं खा सकते है।ऐसा करने से आप पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

सर्दियों में मूली के पराठे खाने के बाद दूध या दूध से बनी किसी भी चीज से दूरी बरतना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप मूली के पराठे खाकर दूध या इससे बनी चीजें जैसे खीर, दही आदि खाएंगे तो इससे आपको स्किन की समस्या हो सकती है। यही नहीं आप में रैशेज की भी परेशानी बढ़ सकती है।

किसी को मूली खाने के बाद 12 घंटे बाद ही संतरा का सेवन करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मूली के बाद संतरा का सेवल करना एक सही कॉन्बिनेशन नहीं है। ऐसे में आपका पाचन तंत्र भी खराब हो सकता है और इससे कई और गंभीर समस्या भी पैदा हो सकती है।