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मखाना आपके शरीर को हेल्दी रखने में करेगा मदद

मखाना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।  इसे लोग व्रत में भी आसानी से खाते है। सर्दियों में लोग इसे फ्राई करके आदि तरीके से खाते हैं। मखाना शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है। कई लोग इसे वजन कम करने के लिए भी खाते है। लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादा मखाना खाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

ज्यादा मखाना खाने से ब्लोटिंग की समस्या बढ़ सकती है। मखाने में भरपूर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन पाया जाता हैं, जो पचने में समय लेता है। अगर आपको पेट से जुड़ी कोई समस्या हैं, तो मखाने से बचें।

मखाने में कैल्शियम पाया जाता है। जिस कारण इसको खाने से स्टोन का साइज बढ़ सकता है। स्टोन होने की समस्या में मखाने खाने से बचें। इसको खाने से शरीर में कैल्शियम की अधिकता भी हो सकती है।

क्या आप भी खाना बनाने के लिए इस्तेमाल करती हैं नॉन-स्टिक बर्तन

कुछ समय से भारतीय रसोईं में खाने की चीजों से लेकर खाना पकाने तक बहुत से बदलाव हुए हैं. लेकिन आधुनिक समय में नॉन-स्टिक बर्तनों में खाना पकाने का क्रेज बढ़ गया है. प्रदूषित वातावरण के चलते हर कोई अपनी सेहत को लेकर सतर्क है.

लोग कम तेल वाला भोजन करने के लिए नॉन-स्टिक बर्तनों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं.  नॉन स्टिक पैन आदि में खाना बनाने के लिए काफी कम मात्रा में तेल की जरूरत पड़ती है.  दूसरे बर्तनों की तुलना में नॉन-स्टिक बर्तनों को साफ करना भी काफी आसान होता है.

नॉन स्टिक बर्तनों में खाना पकाने से शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. जैसे आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है. शरीर में आयरन की कमी से भी कई समस्याएं होती हैं.

नॉन स्टिक पैन में बने खाने को अगर आफ खाते हैं तो इससे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के भी शिकार हो सकते हैं. अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, नॉन-स्टिक बर्तनों के ज्यादा इस्तेमाल से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.

दिमाग को शांत करने के साथ तनाव कम करता हैं ये योगासन

ध्यान तनाव को कम करने में मदद करता है, आपके दिमाग को शांत करता है, आपको आराम करने और आराम करने में मदद करता है। ध्यान और कुछ नहीं बल्कि अपनी सांस को देखते हुए सही मुद्रा में बैठना है। इस आसन को सुखासन या आसान मुद्रा कहा जाता है।

सुखासन में बैठकर अपनी सांस को ध्यान से देखें, सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को तोड़ते हुए। किसी भी विचार प्रक्रिया को नियंत्रित करना, केवल सांस पर ध्यान केंद्रित करना। रोजाना इसका अभ्यास करने से चमत्कार हो सकता है!

अब सांस भरते हुए अपने बाएं पैर को जमीन से ऊपर उठाएं और पैर के अंगूठे को बाहर की ओर रखते हुए सुविधानुसार पिंडली या जांघ पर रखें। इसके साथ ही अपने हाथों को ऊपर उठाएं और उन्हें अपने सिर के ऊपर नमस्ते की मुद्रा में जोड़ लें। क्षमता के अनुसार आसन धारण करें और छोड़ें।

अपने दोनों पैरों के बीच में 3-4 फीट की दूरी बनाकर रखें। बाएं पैर को उसी स्थिति में रखते हुए दाएं पैर को बाहर की ओर मोड़ें और हाथों को जमीन के समानांतर ऊपर उठाएं। साँस छोड़ते हुए, अपने दाहिने घुटने को 90 डिग्री के कोण पर आगे की ओर झुकाएँ और बाएँ पैर को लम्बा रखें जिसके नियमित अभ्यास से आपके शरीर में कई तरह के रोग ठीक हो सकते हैं।

च्यवनप्राश खाने से सर्दियों में शरीर को मिलते हैं ये लाभ

कुछ चीजों का क्रेज कभी नहीं बदलता है. पुराने समय में हमारे दादा-नाना सुबह-सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाते थे.जिससे उन्हें भी थोड़ा च्यवनप्राश का स्वाद चखने को मिल जाएं. ये आज भी अधिकतर घरों में देखने को मिलता है.  पुराना क्यों न हो जाए, लेकिन च्यवनप्राश अपनी जगह बना हुआ है. इसे कब, किस तरह खाना चाहिए, ये आज हम इस आर्टिकल में बताएंगे.

बचपन में लगभग सभी ने टीवी में च्यवनप्राश का प्रचार देखा ही होगा. इसे खाने से शरीर को बहुत से लाभ मिलते हैं. लेकिन इसे हमेशा पर्याप्त मात्रा में ही खाना चाहिए. अगर आप अधिक मात्रा में च्यवनप्राश का सेवन करते हैं,, लूज मोशन जैसी समस्या हो सकती है. एक व्यस्क रोजाना एक चम्मच च्यवनप्राश सुबह-शाम गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकता है.

आपके परिवार में किसी को अस्थमा या सांस की दिक्कत है तो उन्हें दूध या दही के साथ च्यवनप्राश का सेवन न करने दें. साथ ही ब्लड शुगर की शिकायत वाले लोगों को भी डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए.

च्यवनप्राश शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है. लेकिन ठंड के मौसम में च्यवनप्राश और भी फायदेमंद होता है. ये शरीर को होने वाले वायरल इंफेक्शन से बचाता है. च्यवनप्राश विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है.

इन मसालों की मदद से सर्दियों में रखें इम्यून सिस्टम को मजबूत

र्दियां आ चुकी हैं। लेकिन ठंड में गर्मी का अहसास कराने के लिए आप कई काम करते हैं,। मौसम गंभीर सर्दी, खांसी या बुखार के लिए भी फेमस है। सर्दियों में बीमारियों से बचने के लिए यहां पर आपको आपके किचन में मौजूद उन चीजों के बारें में बता रहे हैं.

बीमारी से लड़ने का सबसे अच्छा तरीको में से एक है। इसके लिए ठंड में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रामक रोगों से लड़ने में कुशल रहे, इसके लिए हर किसी के पास मसालों और जड़ी-बूटियों का अपना संयोजन होता है। सभी काढ़ा में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

तुलसी को पवित्र तुलसी भी कहा जाता है, ये विटामिन ए और सी से भरपूर होती है। एक नेचुरल कंडिशन के रूप में, तुलसी शरीर को तनाव और चिंता के अनुकूल बनाने में मदद करती है। इसमें एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। ये इंटरनली संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

हल्दी में करक्यूमिन होता है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, करक्यूमिन में उच्च एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। हल्दी बॉडी में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में भी मदद करती है।

गुर्दे में होने वाली इन बिमारियों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

आपके गुर्दे आपकी पीठ के निचले हिस्से के क्षेत्र में स्थित अंगों की एक जोड़ी हैं। गुर्दे आपके रक्त को फ़िल्टर करते हैं और आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालते हैं। ये विषाक्त पदार्थ आपके मूत्राशय में जाते हैं और जब आप पेशाब करते हैं तो समाप्त हो जाते हैं।

 गुर्दे की बीमारी के प्रारंभिक चरण के लक्षणों को पहचानना मुश्किल हो सकता है। वे अक्सर सूक्ष्म और पहचानने में कठिन होते हैं।
गुर्दे की विफलता कई स्थितियों या कारणों का परिणाम हो सकती है। गुर्दे में रक्त प्रवाह का नुकसान आपके गुर्दे में रक्त प्रवाह का अचानक नुकसान गुर्दे की विफलता का संकेत दे सकता है
गुर्दे में रक्त के प्रवाह को नुकसान पहुंचाने वाली कुछ स्थितियों में शामिल हैं: दिल का दौरा दिल की बीमारी जिगर या जिगर की विफलता का निशान निर्जलीकरण गंभीर जलन एलर्जी गंभीर संक्रमण, जैसे सेप्सिस उच्च रक्तचाप और सूजन-रोधी दवाएं भी रक्त के प्रवाह को सीमित कर सकती हैं।
 आपके मूत्र का रंग आपके शरीर के स्वास्थ्य में एक छोटी सी खिड़की है। यह आपके गुर्दे की कार्यप्रणाली की स्थिति के बारे में तब तक बहुत कुछ नहीं बताता जब तक कि गुर्दे की क्षति बढ़ न जाए।फिर भी, मूत्र के रंग में परिवर्तन कुछ मुद्दों का चेतावनी संकेत हो सकता है।

डिंपल के लिए बीहड़ी गांवों में जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल, किया सघन संपर्क

फोटो: बीहड़ी इलाके में जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव अंशुल के साथ भुजवीर सिंह आदि डिंपल के लिए प्रचार करते

जसवंतनगर (इटावा)। लोकसभा उपचुनाव को लेकर क्षेत्र में चुनाव अभियान चरम पर पहुंच चुका है। पार्टियों के प्रत्याशी विभिन्न जातियों के मतदाताओं को लुभाने के लिए उनकी जातियों के नेताओं को गांव गांव भेज रहे है।

समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए लोधी राजपूत, पाल बघेल, कश्यप, बाथम, मल्लाह जातिय मतों को साधने के लिए स्वर्गीय नेता जी के भतीजे और जिला पंचायत अध्यक्ष इटावा अभिषेक यादव जसवंत नगर इलाके के बीहड़ी गांवों म लोगों के बीच पहुंचे और उन्हें बताया कि समाजवादी पार्टी में ही पिछड़े वर्गों का हित सुरक्षित है। भारतीय जनता पार्टी केवल ऊंची जातियों को परिश्रय देती है।

उनके संग विशेष रूप से जिला पंचायत सदस्य भुजवीर सिंह यादव एडवोकेट थे।उन्होंने बीहड़ इलाके के गांवों खा का बाग, मढैला, किरतपुर सिरसा की मड़ैया, कोकावली , अंडावली ,लुंगे की मढैया, फकीरे की मढैया ,नगला विशुन, नगला गुंदी नगला रामसुंदर, कछपूरा बाउथ,नगला तौर, नगला सलहदी गोपालपुर, जुगौर , तमेरी,बीबामऊ, सिरहौल, अंडावली, कोकावली, आदि में पहुंचे और नुक्कड़ सभायें की, साथ ही समाज के लोगों के द्वार द्वार दस्तक दी। मतदाता रहते हैं।

जनसंपर्क के दौरान मोहित यादव ‘सनी’ ,युसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव, समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अशोक यादव के अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष सपा राजीव यादव ,सुशील यादव, पंडित विकास प्रताप सिंह, यादव ,छोटू यादव, देवेंद्र कुमार, रामबाबू बघेल, नरेंद्र पाल सिंह गोपालपुर, सत्यवीर सिंह बघेल पूर्व प्रधान नगला तौर, मानसिंह पाल नगला तौर, भारत सिंह बघेल प्रधान नगला सलहदी आदि भी मौजूद थे।

इन जातियों के मतदाताओं ने आश्वस्त किया कि वह इस बार स्वर्गीय नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए हर हालत में डिंपल यादव को ही समर्थन देंगे।

*वेदव्रत गुप्ता

सुरक्षा बलों को लेकर डीएम एसएसपी ने जसवंतनगर, बलरई में किया फ्लैग मार्च

जसवंतनगर(इटावा)।: मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर जिलाधिकारी अविनाश राय तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश की अगुआई में यहां नगर में सुरक्षा बलों को जोरदार फ्लैग मार्च निकाला गया।

इनअफसरों ने नागरिकों खासतौर से राह चलती महिलाओं से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया। उन्हें निर्भीक होकर अधिकाधिक मतदान करने के लिए भी प्रेरित किया।

यह फ्लैग मार्च सोमवार दोपहर लधुपुरा तिराहे से शुरू हुआ। नदी का पुल, छोटा चौराहे, जैन मोहल्ला, विलैयामठ , फक्कड़पुरा, कटरापुख्ता, बड़ा चौराहा होते हुए बस स्टैंड तक।चला नगर की सड़कें सुरक्षाबलों के बूटों और धमक से गूंज उठी। इस दौरान क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान, प्रभारी निरीक्षक रण बहादुर मौजूद रहे।

इसी प्रकार एसएसपी जयप्रकाश सिंह के निर्देशन में निरीक्षक अल्मा अहिरवार के नेतृत्व में पुलिस व महिला अर्धसैनिक बल द्वारा बलरई थाना क्षेत्र के आगरा, फिरोजाबाद बॉर्डर पर स्थित बाऊथ, खंदिया, फकीरे की मड़ैयां, तुलसीनगर, तिजौरा, नगला विशुन आदि बीहड़ी गांव में फ्लैग मार्च किया।

इस दौरान क्राइम इंस्पेक्टर रजनीश कुमार भी संग मौजूद शामिल रहे।

*वेदव्रत गुप्ता

शिवपाल की ‘जेड’ सिक्योरिटी हटाने को लेकर हर तरफ विरोध

फोटो: शिवपाल सिंह यादव

जसवंतनगर (इटावा)। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक शिवपाल सिंह यादव की जेड सुरक्षा व्यवस्था हटाए जाने को लेकर जबरदस्त आक्रोश उमड़ पड़ा है। कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी और योगी सरकार उन्हें खतरे में डाल रही है।

बताते चलें कि शिवपाल सिंह यादव,स्व मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई हैं।वह करीब 30 वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं।प्रदेश सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री और एक बार विपक्ष के नेता रह चुके हैं। साथ ही वह एक पार्टी के राष्ट्रीयअध्यक्ष भी हैं ।इसी भाजपा सरकार ने उन्हें सुरक्षा दे रखी थी। अब क्योंकि शिवपाल सिंह यादव भाजपा नीतियों का खुलकर विरोध कर रहे हैं ,इसलिए उनकी सुरक्षा हटा कर योगी सरकार उन्हें असुरक्षित करके और उन्हे दबाव में लेना चाह रही है।

हाल ही में घटे राजनीतिक घटनाक्रम में शिवपाल सिंह यादव मतभेद भुलाकर अपने भतीजे और प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव के साथ एक हो गए । वह अपने परिवार की मैनपुरी लोकसभा चुनाव में लड़ रहीं डिंपल यादव के प्रचार में भी इन दिनों जुटे हैं ।

चूंकि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी की नाक का सवाल बन गया है और उसे लग रहा है कि शिवपाल सिंह यादव के कारण अब भारतीय जनता पार्टी का मैनपुरी में खेल खत्म हो गया है। इस वजह से योगी सरकार ने चुनाव दौरान शिवपाल सिंह की सुरक्षा व्यवस्था जेड से हटाकर वाई सुरक्षा की है।

स्व मुलायम सिंह नेताजी का परिवार देश का बहुत बड़ा राजनीतिक परिवार है । इस परिवार के सदस्यों स्वयं मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह को सुरक्षा की सख्त जरूरत रही है इस कारण इन्हें जेड प्लस और जेड जैसी सुरक्षाएं दी जाती रहीं।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा कम करने को लेकर उनके बेटे और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा है कि

सुरक्षा कम करने का सीधा यही मतलब है कि कही न कहीं भाजपा को डर और बदहवासी भी बीजेपी के अंदर है।

। इस चुनाव को लेकर ,पहले बीजेपी को लगा था कि वह चुनाव को जीतेगी, लेकिन अखिलेश और शिवपाल को एक साथ और जनता में डिंपल की जीत का जबरदस्त उत्साह देख ,भाजपा हताशा में चली गई है। जितने भी हथकंडे है, सरकार उनको आजमा रही है।उन्होंने कहा कि हम लोगो को पहले से ही इस बात का आभास था, इसमे अचरज होने वाली कोई बात नही। हो सकता है कि सुरक्षा व्यवस्था हटाए जाने के नाम पर भाजपा के अराजक तत्व उन पर हमला बोल भी बोल दें।

समाजवादी पार्टी चिकित्सा पुणे प्रकोष्ठ के नेता डॉ आशीष दीक्षित ने कहां है किहमारे नेता की सुरक्षा कम करना दर्शाता है कि मैनपुरी में सपा को दिये समर्थन व मिल रहें जनादेश से भारतीय जनता पार्टी को उसकी हार का एहसास हो चुका हैं ।

सुरक्षा व्यवस्था हटाने को लेकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के महासचिव अजेंद्र सिंह गौर, राहुल गुप्ता, महावीर सिंह यादव, विनोद यादव, राजीव यादव, अभिषेक यादव, मोना यादव,प्रो डॉ बृजेश चंद् यादव, अनुज मोंटी यादव, मोहम्मद अहसान, मोहम्मद फारुख, विद्याराम यादव, नीरज यादव, अशोक क्रांतिकारी, रामनरेश पप्पू ,राजीव गुप्ता बबलू ,शांतनु गुप्ता, मोहम्मद अमजद, रफीक सलीम टाल वाले सतनारायण पुद्दल, संतोष शाक्य सत्यवती यादव, आदि ने योगी सरकार को कटघरे में लेते तुरंत शिवपाल सिंह यादव की जेड सुरक्षा बहाल करने की अपील की है।

∆वेदव्रत गुप्ता

द्वाराचार की रस्म के समय पहुंची पुलिस ने दूल्हे को गिरफ्तार 

अजीतमल।अजीतमल कस्बे के एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह में द्वाराचार की रस्म के दौरान बाराती उल्लास के साथ नाच रहे थे तभी फिल्मी स्टाइल में एक युवती के आरोप पर वहां पहुंची पुलिस ने आरोपों के चलते दूल्हे को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी।

रविवार की देर शाम अजीतमल कस्बे के एक गेस्ट हाउस में इटावा जनपद के सिविल लाइन थाना अंतर्गत डूड पुरा निवासी नीलू उर्फ राहुल प्रताप पुत्र स्वर्गीय जयपाल सिंह बारात लेकर पहुंचे थे दूल्हा बने नीलू की बारात उल्लास के साथ द्वाराचार के लिए पहुंची तभी अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की एक युवती की शिकायत पर पुलिस वहां पहुंच गई पुलिस को देख धूमधाम के बीच सन्नाटा पसर गया और सेहरा लगाए दूल्हे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया दूल्हे की गिरफ्तारी देख बारातियों और जनातियो में खलबली मच गई लोगों ने मामले को रफा-दफा करने का काफी प्रयास किया, मामला रफा दफा करने का दौर कई घंटे तक चलता रहा लेकिन आरोप लगाने वाली युवती कि सामने किसी की एक ना चली और पुलिस ने युवती द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर दूल्हे के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया। दर्ज मुकदमे में युवती ने दूल्हे नीलू पर आरोप लगाया नीलू के साथ उसकी शादी तय हो गई थी शादी के लिए उसके परिजनों द्वारा आठ लाख रुपए व्याना के रूप में दिए गए थे आरोपी शादी का झांसा देकर चार वर्ष तक उसके साथ शारीरिक शोषण करता रहा इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अजीतमल रजनीश कटियार ने बताया कि युवती द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है जांच की जा रही है।