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झोपड़ी में रहने वालों की दुर्दशा पर हाईकोर्ट ने जताई चिंता, कहा- मुंबई को झुग्गीमुक्त बनाना लक्ष्य

मुंबई:  बॉम्बे हाई कोर्ट ने प्राइवेट डेवलपर्स के हाथों शिकार बनने वाले झुग्गीवासियों की दुर्दशा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य मुंबई को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त शहर बनाना होना चाहिए। जस्टिस जीएस कुलकर्णी और सोमशेखर सुंदरेसन की पीठ ने महाराष्ट्र स्लम एरिया (सुदार, निक्सी और पुनर्विकास) एक्ट की कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया।

अदालत ने कहा, “लक्ष्य मुंबई, जिसे अंतरराष्ट्रीय शहर माना जाता है और जो भारत की वित्तीय राजधानी है, उसे झुग्गी-झोपड़ी मुक्त शहर बनाना है। हमें एक बिलकुल झुग्गी-झोपड़ी मुक्त शहर बनाना होगा। यह एक्ट (अधिनियम) हमें मुंबई को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त शहर बनाने में मदद करेगा।” जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार एक्ट का परफॉर्मेंस ऑडिट करने के लिए पिछले सप्ताह पीठ का गठन किया गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने कार्यप्रणाली जताई चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने अधिनियम की कार्यप्रणाली पर चिंता जताई। उन्होंने सतत विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। पीठ ने झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण और अन्य पक्षों को अपना हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया और मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर को तय की। अदालत ने सवाल करते हुए कहा, “भविष्य के बारे में सोचिए। अगले 100 वर्षों में यही होगा। क्या वहां सिर्फ गगनचुंबी इमारते ही रहेंगी? क्या हमें खुले स्थानों की जरूरत नहीं? लंदन जैसे अन्य शहरों का उदाहरण देते हुए अदालत ने कहा, हमें सतत विकास की जरूरत है। हम केवल कंक्रीट का जंगल नहीं बना सकते, जिसमें कोई खुली जगह न हो।”

अदालत ने झोपड़पट्टी पुनर्विकास परियोजनाओं में देरी को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “हम वास्तव में झुग्गीवासियों की दुर्दशा कोलेकर चिंतित हैं। केवल इसलिए कि आप झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको डेवलपर्स पर छोड़ दिया जाए। झुग्गीवासी उन डेवलपर्स के हाथों पीड़ित हैं जो काम करने का इरादा नहीं रखते। इस स्थिति में सरकार और झोपडपट्टी पुनर्वसन प्राधिकरण मूकदर्शक बनकर बैठे हैं।”

महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों का एलान क्यों नहीं? CEC राजीव कुमार ने दिया यह जवाब

नई दिल्ली:  हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। महाराष्ट्र में भी चुनाव कराए जाने का अनुमान था, हालांकि आयोग ने फिलहाल इस राज्य में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा नहीं की है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराने से जुड़े एक सवाल पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे। उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था। हालांकि, इस साल 4 चुनाव हैं और इसके तुरंत बाद 5वां चुनाव भी कराया जाना है। जिन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली शामिल हैं।

महाराष्ट्र में क्यों नहीं हो रहे चुनाव?
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने साफ किया कि सुरक्षा बलों की जरूरत के आधार पर निर्वाचन आयोग ने फिलहाल दो राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है। उन्होंने चुनाव न कराने के दूसरे फैक्टर के रूप में महाराष्ट्र में भारी बारिश और आने वाले हफ्तों में कई त्योहारों का भी जिक्र किया।

CEC ने जम्मू-कश्मीर की जनता पर जताया भरोसा
इससे पहले चुनाव आयुक्त ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बीते कुछ वर्षों में जम्मू कश्मीर के हालात में उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग को प्रदेश की जनता पर पूरा यकीन है। इस बात कड़ी सुरक्षा के बीच तीन चरणों में मतदान कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आयोग ने अमरनाथ यात्रा के साथ-साथ सेब के किसानों और कारोबारियों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा है। CEC ने कहा कि लोकतंत्र के प्रति समर्पित जनता तमाम चुनौतियों का मिलकर मुकाबला करेगी।

पारादीप बंदरगाह पर मिस्त्र का जहाज जब्त, ओडिशा उच्च न्यायालय के आदेश पर हुई कार्रवाई

भुवनेश्वर:  ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर लंगर डाले हुए मिस्र के एक जहाज को जब्त कर लिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि उड़ीसा उच्च न्यायालय के आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि जहाज 6 अगस्त को पारादीप बंदरगाह पर पहुंचा था। इस जहाज पर जर्मनी की एक कंपनी का 3.96 करोड़ रुपये बकाया था। कर्ज का भुगतान न करने पर ओडिशा उच्च न्यायालय के आदेश पर जहाज को जब्त कर लिया गया।

क्या है मामला
कम सल्फर वाली समुद्री गैस तेल के परिवहन से संबंधित एक जर्मन कंपनी ने ओडिशा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर जहाज को हिरासत में लेने की अपील की थी। इस पर उच्च न्यायालय ने बीती 14 अगस्त को जहाज को हिरासत में लेने का आदेश दिया। अदालत के आदेश के बाद जहाज को जब्त कर लिया गया। समुद्री परिवहन कानून के तहत किसी जहाज को जहाज के स्वामित्व, निर्माण, कब्जे, प्रबंधन और संचालन संबंधी दावों के तहत जब्त किया जा सकता है।

अधिकारी ने बताया कि हिरासत की निगरानी के लिए स्थानीय अदालत के एक वरिष्ठ न्यायाधीश को एडमिरल नियुक्त किया गया है। अदालत के आदेश के अनुसार, जहाज को अगले नोटिस तक हिरासत में रखा जाएगा। जहाज – एमवी वादी अलबोस्तान – पारादीप बंदरगाह से 55,000 मीट्रिक टन लौह अयस्क लेकर चीन जा रहा था। मिस्त्र के जहाज को जब्त करने की यह पारादीप बंदरगाह पर बीते चार महीने में तीसरी घटना है।

राखी पर बहन को तोहफे में दें ये चीजें, जो करेंगी उनकी सुरक्षा

19 अगस्त 2024 को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है। रक्षाबंधन हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है। राखी का पर्व एक अहम रिश्ते का प्रतीक है। इस दिन को भाई बहन मिलकर मनाते हैं। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र रूपी राखी बांधती हैं और भाई बहन की रक्षा का वचन देता है। लेकिन आज के दौर में जहां पढ़ाई, नौकरी और बाद में अपने-अपने गृहस्थ जीवन के कारण भाई-बहन हर वक्त एक दूसरे के साथ नहीं रह सकते हैं। ऐसे में भाई के लिए हर वक्त बहन की रक्षा कर पाना संभव नहीं है।बहन की सुरक्षा के लिए भाई को उन्हें आत्मरक्षा के गुण सिखाने चाहिए। साथ ही बहन को कुछ ऐसी चीजें देनी चाहिए जो उनकी सुरक्षा में मददगार साबित हो सकें। रक्षाबंधन के मौके पर भाई बहन को तोहफे में ऐसी चीजें दें, जो उनकी सुरक्षा में काम आ सकें।

पेपर स्प्रे

हर महिला के पास पेपर स्प्रे जरूर होना चाहिए। इसे आत्मरक्षा स्प्रे भी कहते हैं। जो लड़कियां या महिलाएं घर से बाहर निकलती हैं, उन्हें अपने पर्स में पेपर स्प्रे रखना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर इसका उपयोग कर सकें। भाई अपनी बहन को पेपर स्प्रे तोहफे में दे सकते हैं।

पर्सनल सेफ्टी अलार्म

यह एक छोटा सा उपकरण होता है जो खतरनाक स्थिति में जोर से अलार्म बजाकर ध्यान आकर्षित करता है। बहन के बैग में ये आसानी से फिट हो सकता है। बहन को तोहफे में सेफ्टी अलार्म दे सकते हैं।

ट्रैकिंग ऐप

बहन के पास स्मार्टफोन है तो उसके मोबाइल में ट्रैकिंग ऐप्स इंस्टॉल कर सकते हैं। इससे आप उनकी लोकेशन ट्रैक कर पाएंगे और इमरजेंसी में तुरंत मदद कर सकेंगे।

इमरजेंसी कीचेन

इस तरह का कीचेन विभिन्न सुरक्षा उपकरणों से लैस होता है, जैसे ग्लास ब्रेकर, सीट बेल्ट कटर और एक छोटा ब्लेड। इसे आसानी से बहन की चाबियों के साथ रखा जा सकता है जो आपात स्थिति में उपयोगी साबित हो सकता है।

स्टन गन

बहन नियमित रूप से अकेले बाहर निकलती है या यात्रा करती है तो उसे स्टन गन तोहफे में दें। स्टन गन उनकी सुरक्षा के लिए उपयोगी हो सकता है। इमरजेंसी के वक्त आत्मरक्षा के लिए प्रभावी होता है।

केवल रक्षाबंधन के दिन खुलते हैं इस मंदिर के कपाट, भाई-बहन कर सकते हैं भगवान के दर्शन

भारत के मंदिरों की कहानियां, उनकी अद्वितीय संरचना, और मंदिरों से जुड़े चमत्कारिक अनुभव आपको एक रोमांचक सफर का पूरा आनंद देंगे। देवभूमि उत्तराखंड में आपको कई अद्भुत कहानियां और चमत्कारी मंदिर देखने को मिलेंगे। सुंदर पहाड़ों के बीच बसे इन मंदिरों में एक ऐसा मंदिर भी है जो सालभर बंद रहता है। यह मंदिर साल में सिर्फ एक दिन, एक खास मौके पर, केवल 12 घंटों के लिए ही खोला जाता है। अगर आप सालभर बंद रहने वाले इस मंदिर के बारे में जानना चाहते हैं और इसके दर्शन करना चाहते हैं, तो इस रोमांचक सफर के बारे में विस्तार से जानिए।

चमोली में स्थित मंदिर 364 दिन बंद रहता है

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बंशी नारायण मंदिर एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। यह मंदिर सालभर बंद रहता है, जिससे भक्त इसकी नियमित पूजा अर्चना नहीं कर पाते। हालांकि, मंदिर के कपाट एक विशेष दिन पर केवल 12 घंटे के लिए खोले जाते हैं। इस खास दिन पर मंदिर के खुलते ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है, जो यहां पूजा अर्चना करते हैं और भगवान बंशी नारायण का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

बंशी नारायण मंदिर के कपाट कब खुलते हैं?

चमोली में स्थित बंशी नारायण मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए केवल रक्षाबंधन के दिन खोले जाते हैं। इस दिन, जब तक सूर्य की रोशनी रहती है, मंदिर खुला रहता है। सूर्यास्त होते ही मंदिर के कपाट फिर से बंद कर दिए जाते हैं। सुबह से ही दूर-दराज से श्रद्धालु मंदिर के दर्शन के लिए यहां पहुंचने लगते हैं और बेसब्री से कपाट खुलने का इंतजार करते हैं।

बंशी नारायण मंदिर से जुड़ी कथा

यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि भगवान विष्णु अपने वामन अवतार से मुक्ति पाने के बाद सबसे पहले इसी स्थान पर आए थे। तब देव ऋषि नारद ने यहां भगवान नारायण की पूजा अर्चना की थी। इसलिए, मान्यता है कि केवल एक दिन के लिए, भगवान के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खोले जाते हैं।

रक्षाबंधन पर ही क्यों खुलता है मंदिर?

इस मंदिर के रक्षाबंधन के दिन खुलने की कथा राजा बलि और भगवान विष्णु से जुड़ी हुई है। कथा के अनुसार, राजा बलि ने भगवान विष्णु से उनका द्वारपाल बनने का आग्रह किया था, जिसे भगवान ने स्वीकार कर लिया और वे राजा बलि के साथ पाताल चले गए। कई दिनों तक जब माता लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को कहीं नहीं पाया, तो उन्होंने नारद जी के सुझाव पर श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर भगवान विष्णु को मुक्त करने का आग्रह किया। इसके बाद, राजा बलि ने भगवान विष्णु को माता लक्ष्मी के साथ इसी स्थान पर मिलवाया।

पूर्व पीएम अटल बिहारी की पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने किया नमन, बोले- आधुनिक भारत के निर्माण की नींव रखी

लखनऊ:  यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया।इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल जी ने आधुनिक भारत के निर्माण की नींव रखी।लगभग 6 दशक एक निष्कलंक जीवन जीते हुए वे भारतीय राजनीति को नई ऊंचाइयों पर ले गए। भारत को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए उनके सद्प्रयासों के प्रति यह राष्ट्र सदा कृतज्ञ रहेगा।

आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें नमन!

लोकभवन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा उनके कई कैबिनेट सहयोगी व भाजपा पदाधिकारी मौजूद थे।

UP के इस जिले में स्वास्थ्य विभाग पर उठे सवाल, गला घोंटू का कहर; 10 बच्चे भर्ती

आजमगढ़: आजमगढ़ के निजामाबाद थाना क्षेत्र में गला घोंटू बीमारी से 10 दिनों में छह बच्चों की मौत के बाद गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर लोगों की जांच की और दवा का वितरण किया। वहीं, दूसरे दिन गांव में कोई टीम नहीं पहुंची। इस कारण 10 बच्चे बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हैं।

सीधा सुल्तानपुर गांव की नट बस्ती में गला घोंटू (डिप्थीरिया) बीमारी से पूरी नट बस्ती संक्रमित हो गई है। बीती शाम को भी 10 बच्चों की हालत खराब हो गई, जिसके कारण लोग डरे हुए हैं। वहीं, बस्ती से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जो भी नालियां बनी हैं सब गंदगी और कीचड़ से भरी हुई हैं।

आसपास के जो भी खेत खाली हैं, उनमें नाबदान का पानी एकत्र है, जिससे उठने वाली बदबू लोगों को परेशान कर रही है। बस्ती में तीन जातियों की आबादी सबसे ज्यादा है। इस बीमारी से मीरू (3) पुत्र मंजन, अलीराज (5) पुत्र मिनहाज, मोहम्मद (3) पुत्र सुहेल, आतिफ (4) पुत्र कैश, कासिम (1) पुत्री गुड्डी समेत एक अन्य बच्चे की मौत हो चुकी है।
वहीं, लगभग 10 बच्चे अभी भी डिप्थीरिया की बीमारी से पीड़ित हैं।

गांव की महिला अख़्तारून का कहना है कि जब विश्वास विभाग की टीम टीकाकरण को आती है तो मनमाने ढंग से एकाक टीका लगाकर चली जाती है। कोई घर पर रहता है या नहीं, इसकी जानकारी कोई नहीं लेता। आधे घंटे में ही सब काम करके टीम लौट जाती है।

आज सरकारी अस्पतालों में काली पट्टी बांधकर मरीज देखेंगे चिकित्सक, प्राइवेट डॉक्टरों का कैंडल मार्च

वाराणसी:  कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी के विरोध में देशभर में रेजिडेंट की हड़ताल के समर्थन में अब सरकारी डॉक्टर भी उतर आए हैं। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर 16 अगस्त को प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ से जुड़े सभी सरकारी डॉक्टर अपने हाथ पर काली पट्टी बांध कर मरीज को देखेंगे।

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के सचिव डॉक्टर आर एन सिंह ने बताया कि जिस तरह की घटना कोलकाता में घटी है इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। उन्होंने बुधवार की रात अस्पताल में तोड़फोड़ और मारपीट की घटना की भी निंदा की है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलता रहेगा।

उधर आईएमएस बीएचयू में भी रेजिडेंट ने गुरुवार को भी कैंडल मार्च निकालकर घटना पर विरोध जताया और सरकार से जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की। इसके अलावा एकेडमिक ऑफ पीडियाट्रिक्स के बैनर तले निजी डॉक्टरों ने आईएमए से लहुराबीर चौराहे तक कैंडल मार्च निकाला। साथ ही दोषियों पर सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की।

इसरो आज लॉन्च करेगा SSLV रॉकेट, आपदा को लेकर देगा अलर्ट, काउंटडाउन शुरू

श्री हरिकोटा:इसरो आज सुबह श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 9:19 बजे नया रॉकेट एसएसएलवी D3 की लॉन्चिंग करने जा रहा है। इसके साथ EOS-08 मिशन के तौर पर नया अर्थ ऑब्जरवेशन सेटेलाइट लॉन्च किया जाएगा, जोकि आपदाओं के बारे में अलर्ट देगा। यह एसएसएलवी की अंतिम प्रदर्शन उड़ान होगी। इसरो ने बताया कि एसएसएलवी-डी3-ईओएस के प्रक्षेपण से पहले काउंटडाउन 02: 47 बजे शुरू हो गया।

पर्यावरण और आपदा की जानकारी देगा EOS-08
अर्थ ऑब्जरवेशन सेटेलाइट EOS-08 पृथ्वी की निगरानी करने के साथ ही पर्यावरण और आपदा को लेकर जानकारी देगा। इसके साथ ही तकनीकी प्रदर्शन भी करेगा। लगभग 175.5 किलोग्राम वजन वाला EOS-08 कई वैज्ञानिक और व्यावहारिक क्षेत्रों में मूल्यवान डाटा और अंतर्दृष्टि का योगदान देने के लिए तैयार है। ईओएस-08 में तीन अत्याधुनिक पेलोड हैं: एक इलेक्ट्रो ऑप्टिकल इन्फ्रारेड पेलोड (ईओआईआर), एक ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम-रिफ्लेक्टोमेट्री पेलोड (जीएनएसएस-आर) और एक एसआईसी यूवी डोसिमीटर।

ईओआईआर पेलोड को मध्य-तरंग आईआर और लंबी-तरंग आईआर बैंड में दिन और रात दोनों छवियों को कैप्चर करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो आपदा निगरानी से लेकर आग का पता लगाने और ज्वालामुखी गतिविधि अवलोकन तक के अनुप्रयोगों को सक्षम बनाता है। जीएनएसएस-आर पेलोड महासागर की सतह की हवा के विश्लेषण, मिट्टी की नमी के आकलन और बाढ़ का पता लगाने के लिए अभिनव रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।

एक वर्ष के लिए तय है ईओएस-08 का मिशन
ईओएस-08 में कई स्वदेशी रूप से विकसित घटक भी शामिल हैं, जिनमें सौर सेल निर्माण प्रक्रियाएं और माइक्रोसैट अनुप्रयोगों के लिए एक नैनो स्टार-सेंसर शामिल हैं। इसरो ने कहा था कि नवाचार के लिए मिशन की प्रतिबद्धता बेहतर प्रदर्शन के लिए एक्स-बैंड डेटा ट्रांसमिशन सिस्टम तक फैली हुई है। इसरो ने कहा था, अपने नियोजित एक वर्ष के मिशन जीवन के साथ, ईओएस-08 महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करने के लिए तैयार है, जो पृथ्वी की प्रणालियों की समझ को बढ़ाएगा और समाज और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए लाभकारी अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला का समर्थन करेगा।

SSLV को मिल जाएगा यह दर्जा
इस मिशन की उम्र एक साल है। एसएसएलवी D3 की लॉन्चिंग के बाद SSLV को पूरी तरह से ऑपरेशन रॉकेट का दर्जा मिल जाएगा। SSLV-D1/EOS-02 के पहले मिशन ने अगस्त 2022 में उपग्रहों को इच्छित कक्षाओं में स्थापित किया था। दूसरी विकासात्मक उड़ान 10 फरवरी, 2023 को सफलतापूर्वक लॉन्च की गई थी। एसएसएलवी रॉकेट की लागत PSLV रॉकेट से करीब छह गुना तक कम है।

‘कलाकार होकर अश्लीलता को बढ़ावा न दें’, स्वतंत्रता दिवस पर कंगना रणौत ने नोट साझा कर दी सीख

अभिनेत्री से राजनीतिज्ञ बनीं कंगना रणौत अक्सर अपने बेबाक बयानों के कारण सुर्खियों में बनी रहती हैं। मुखर अभिनेत्री कंगना रणौत ने स्वतंत्रता दिवस पर इंस्टाग्राम पर स्वतंत्रता के साथ आने वाली जिम्मेदारियों के बारे में एक शक्तिशाली संदेश साझा किया। अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में कंगना ने राष्ट्र का सम्मान करने, बुनियादी शिष्टाचार का पालन करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने अपने प्रशंसकों से अपने देश का मजाक न उड़ाने और सार्वजनिक और निजी जीवन दोनों में अपने कार्यों के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया।

कंगना के अपने संदेश में कलाकारों और सार्वजनिक हस्तियों की जिम्मेदारियों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि सुर्खियों में रहने वालों को अश्लीलता या हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री को बढ़ावा देने से बचना चाहिए। इसके बजाय उन्होंने ऐसे काम की सलाह दी, जो राष्ट्र के लिए अच्छा और उसके हित में हो। साथ ही इसके नैतिक और सांस्कृतिक ताने-बाने में योगदान देता हो। अभिनेत्री ने अपने संदेश के अंत में सभी कोशिशों में सच्चाई, ईमानदारी और निष्ठा रखने और राष्ट्र की भलाई के लिए प्यार और प्रार्थना करने का आग्रह किया।

लंबा नोट साझा करते हुए कंगना ने कहा, ‘यदि आप कलाकार हैं तो अश्लीलता को बढ़ावा न दें या कुछ पैसे कमाने के लिए ऐसा घृणित काम न करें, जो बलात्कार और हिंसा को बढ़ावा देता हो। अपने देश का उपहास न करें। खुलेआम कूड़ा न फैलाएं या थूकें। अपनी संस्कृति और परंपराओं के बारे में बुरा न बोलें। यातायात नियमों और बुनियादी मानवीय शिष्टाचार के साथ नियमों का पालन करें। ऐसा व्यक्ति बनें, जो किसी स्थान को उससे बेहतर स्थिति में रखे। आप चाहे किसी भी क्षेत्र से हों, खुद से पूछें कि आपने राष्ट्र निर्माण में किस तरह योगदान दिया।’