Monday , October 28 2024

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जसवंतनगर: ग्राम पंचायत कैस्त के मुख्य मार्ग से गांव के अंदर जाने वाली रास्ता पर भीषण जलभराव से लोगो का निकलना दूभर

जसवंतनगर: ग्राम पंचायत कैस्त के मुख्य मार्ग से गांव के अंदर जाने वाली रास्ता पर भीषण जलभराव जिसके चलते स्कूली बच्चों को आने जाने में परेशानी हो रही है बताते हैं कि इस मार्ग से लगभग आधा दर्जन से ज्यादा स्कूलों के बच्चे होकर गुजरते हैं
जानकारी के अनुसार इस समस्या का मुख्य कारण नाले की सफाई ना होना बताया गया है साथ ही यह भी बताया गया है कि सड़क पर जो नाला बना है वह गांव जाने वाली सड़क से ऊंचा है जिसके चलते यह समस्या बनी हुई है बरसात के दिनों में तथा हमेशा जलभराव की समस्या बनी रहती है
इस सड़क से प्राथमिक विद्यालय प्रथम व द्वितीय ,गुरुकुल स्कूल ,राम जानकी विद्या मंदिर केस्त, सिद्धार्थ महाविद्यालय लधुपुरा आदि के सैकड़ों बच्चे यहां से गुजरते हैं इसके अलावा राशन देने के लिए भी आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग इसी मार्ग से आते जाते हैं
ग्राम प्रधान कमला देवी से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया नाले का जो पानी शराब में जाता है मैं ओवरफ्लो हो गया है खंड विकास अधिकारी द्वारा इस तालाब का निरीक्षण किया गया था जल्द ही इस तालाब का पानी नदी में जाने के लिए व्यवस्था की जा रही है तभी है समस्या का निदान हो पाएगा

इटावा,मृत पड़े गौवंशों पर यूटिलिटी गाड़ी चढ़कर पलटी, दो गंभीर घायल

मृत पड़े गौवंशों पर यूटिलिटी गाड़ी चढ़कर पलटी, दो गंभीर घायल
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जसवंतनगर । यहां सिक्सलेन हाइवे पर शुक्रवार रात्रि दो गौ वंशों को अज्ञात वाहन रौंद गया, बाद में मृत पड़े इन गौवंशों पर एक पत्थर लादकर आ रही यूटिलिटी गाड़ी चढ़कर पलट गई, जिससे दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह घटना हाइवे पर तहसील से 500 मीटर दूर संतोष पेट्रोल पंप के पास घटित हुई।


बताते हैं कि मध्य रात्रि के बाद एक आवारा गाय और सांड को कोई वाहन हाइवे पर रौंद गया। ये दोनो बीच सड़क पर मृत पड़े थे, तभी कुछ अंतराल के बाद आगरा की तरफ से और मेंहदीपुर राजस्थान से पत्थर लादकर इटावा जा रही एक यूटिलिटी गाड़ी गुजरी और इन गौ वंशों से टकराकर बीच सड़क पलट गई। उसमे सवार पत्थर कारीगर भरत लाल सैनी(उम्र40 वर्ष) तथा गाड़ी चालक कालूराम(उम्र 35 वर्ष) बुरी तरह गाड़ी में फंस गए। जिन्हे बमुश्किल दूसरे वाहन के चालकों ने निकलवाकर गंभीर रूप से घायलावस्था में सीएचसी भेजा, जहां से उन्हे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

स्पाइस मनी मध्य प्रदेश के 92,000 नैनोप्रेन्योर्स को स्पाइस मनी अधिकारी के रूप में स्व-रोजगार का अवसर दे रहा है स्पाइस मनी के साथ मध्य प्रदेश के ग्रामीण नागरिक बुनियादी बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में सशक्त बन रहे हैं

 

भोपाल, 28 जुलाई, 2022: भारत की बैंकिंग कार्य प्रणाली में क्रांति लाने वाली देश की प्रमुख ग्रामीण फिनटेक कंपनी स्‍पाइस मनी, मध्य प्रदेश में स्पाइस मनी अधिकारियों (नैनोप्रेन्योर्स) द्वारा हुई ज़बरदस्त वृद्धि की गवाह रही है, अधिकारी नेटवर्क में साल दर साल (YoY) 223.22% दर बढ़त हुई है। मौजूदा समय में स्पाइस मनी के पास संपूर्ण भारत से 10,00,000 से ज्यादा अधिकारियों का मजबूत नेटवर्क है, जिनमें से लगभग 92,000 अधिकारी मध्य प्रदेश से हैं।

 

वर्षों से ग्रामीण आबादी को अपनी बैंकिंग जरूरतों के लिए बैंक शाखा तक पहुँचने हेतु मीलों दूर जाना पड़ता था। जो कि ग्रामीण नागरिकों को सामान्य बैंकिंग प्रणाली से जुड़ने में रुकावट पैदा करती थी । स्पाइस मनी अपने अधिकारियों के बड़े नेटवर्क के साथ देश के अंतिम छोर तक बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं प्रदान करके इस समस्या का समाधान कर रहा है। ग्रामीण आबादी के सामने एक और बड़ी चुनौती है, रोजगार के अवसरों की कमी, जिससे बेरोजगारी दर ज़्यादा है। फरवरी 2021 में जीरो इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम लॉन्च करके स्पाइस मनी ने इच्छुक नैनोप्रेन्योर्स के लिए एक ऐसा मंच तैयार किया है, जहां वह केवल स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन की मदद से स्पाइस मनी नेटवर्क से जुड़कर अधिकारी (नैनोप्रेन्योर) के रूप में आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बना जा सकता है।

 

स्पाइस मनी अधिकारी अब स्पाइस मनी ऐप और वेब पोर्टल की मदद से बैंकिंग सेवाओं से वंचित और बैंकों की पहुंच से दूर स्थानीय समुदायों को बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। कंपनी अपने अधिकारी नेटवर्क के जरिए नकद निकासी, नकद जमा, बिल भुगतान, रिचार्ज, बीमा, लोन और ट्रैवल बुकिंग सेवाओं समेत अन्य सहायक सेवाएं प्रदान करती है। वित्तीय वर्ष FY22 में, स्पाइस मनी ने अपने अधिकारी नेटवर्क को लगभग दोगुना करते हुए 10 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। यह नेटवर्क संपूर्ण ग्रामीण भारत में फैला हुआ है, जिसमें 95% से अधिक ग्रामीण पिनकोड, 2,50,000 गाँव, 700+ जिले शामिल हैं, जो 100 मिलियन से अधिक उपभोक्ताओं को बुनियादी सेवाएं प्रदान करते हैं। अकेले स्पाइस मनी ने मध्य प्रदेश में 9,298 मिनी एटीएम और देश भर में 1 लाख से अधिक मिनी एटीएम का आंकड़ा पार करते हुए सबसे बड़ा मिनी एटीएम नेटवर्क स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। इसके साथ ही, कंपनी ने राज्य में सकल लेनदेन मूल्य यानी ग्रॉस ट्रांसेक्शन वैल्यू (जीटीवी) में 80% की वृद्धि भी की है।

 

स्पाइस मनी के सह-संस्थापक और सीईओ संजीव कुमार के अनुसार, “भारत में स्पाइस मनी के विकास की कहानी में मध्य प्रदेश प्रमुख बाजारों में से एक है। राज्य में अधिकारी और माइक्रो-एटीएम नेटवर्क में तेजी से वृद्धि हुई है, जो उद्यमशीलता की व्यावसायिक संभावनाओं में ग्रामीण आबादी के मजबूत उत्साह और डिजिटल और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में स्पाइस मनी अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका दोनों को प्रदर्शित करता है। हम ग्रामीण नैनोप्रेन्योर्स को सशक्त बनाने और मध्य प्रदेश के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों के निवासियों को वित्तीय स्वतंत्रता की दिशा में एक मार्ग प्रदान करने के अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे। मुझे विश्वास है कि स्पाइस मनी राज्य में वंचित लोगों को वित्तीय समावेशन की छत्रछाया में वर्षों तक लाना जारी रखेगा।”

 

ग्रामीण फिनटेक गतिविधियों से सीखे गए सबक और सफलताओं की ठोस नींव पर स्पाइस मनी ने भारत के पहले B2B ग्रामीण ट्रैवल-टेक प्लेटफॉर्म ट्रैवल यूनियन के साथ रूरल ट्रैवल बाजार में भी प्रवेश किया है । यह प्लेटफॉर्म ग्रामीण ट्रैवल एजेंसियों और उनके ग्राहकों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों के समाधान उपलब्ध कराता है। ग्रामीण यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश के ट्रैवल एजेंट ट्रैवल यूनियन के सदस्य बन रहे हैं, यह उद्योग और उसके ग्राहकों दोनों के लिए राज्य के बड़े विकास क्षमता की ओर इशारा करते हैं।

 

स्पाइस मनी के बारे में:

स्पाइस मनी भारत की अग्रणी ग्रामीण फिनटेक कंपनी है, जो 10 लाख से ज़्यादा अधिकारियों के साथ भारत की बैंकिंग कार्य प्रणाली में क्रांति ला रही है। इसके 10 लाख से ज़्यादा अधिकारी कैश डिपॉजिट, कैश विड्रॉल के लिए आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम, मिनी एटीएम, बीमा, लोन, बिल भुगतान, ग्राहक/एजेंटों/NBFC/बैंकों के प्रतिनिधि के लिए कैश कलेक्शन सेंटर/बैंक, एयरटाइम रिचार्ज, टूर और ट्रैवल, ऑनलाइन शॉपिंग, पैन कार्ड और mPoS सेवाएं प्रदान करते हैं। स्पाइस मनी डीजीस्पाइस टेक्नोलॉजीज़ की 100% सहायक कंपनी है। कंपनी का बड़ा अधिकारी नेटवर्क भारत के 95% ग्रामीण पिनकोड को कवर करता है और हर महीने 2 करोड़ से ज़्यादा ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। स्पाइस मनी की सेवाएं स्पाइस मनी ऐप (अधिकारी ऐप) और वेब पोर्टल पर उपलब्ध हैं। यूज़र फ़्रेंडली इंटरफेस और बेहतर टेक्नोलॉजी वाले प्लेटफ़ॉर्म की वजह से ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर इंडस्ट्री की बेस्ट, 4.4 की उत्कृष्ट रेटिंग हासिल करने में कामयाबी मिली है। स्पाइस मनी अपनी अत्याधुनिक तकनीक और स्पाइस मनी अधिकारियों के विस्तृत नेटवर्क के माध्यम से, भारत के कोने-कोने तक जनता के लिए विभिन्न वित्तीय सेवाओं की कमी को दूर करने का प्रयास कर रहा है।

परेश रावल कहते हैं, “यह ऋषि कपूर की फिल्म है और मेरा मकसद वो पूरा करना था, जो उन्होंने शुरू किया था”

 

शर्माजी नमकीन… वैसे ये नाम ही सबकुछ कह देता है। जहां शर्माजी के जुनून के चलते इस फिल्म ने हमारे मुंह में पानी ला दिया, वहीं इसने हमारे दिलों को प्यार, कृतज्ञता और करुणा से भर दिया। नमकीनियत और भावनाएं फिल्म की सबसे बड़ी खासियत हैं, लेकिन स्वर्गीय ऋषि कपूर ने अपने प्रतिभाशाली को-स्टार्स के साथ इसे और भी खास बना दिया। हालांकि, ऋषि जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के कारण, जाने-माने अभिनेता परेश रावल ने इस रोल में कदम रखा और इस प्रोजेक्ट को पूरा किया। हिंदी सिनेमा में यह पहली बार है, जब दो असाधारण अभिनेता एक ही किरदार को बड़ी सहजता से निभाते नजर आए। परेश रावल ने बड़ी मौलिकता के साथ ऋषि जी के तेजतर्रार व्यक्तित्व को जीवित रखते हुए शर्माजी का रोल बखूबी निभाया। एंड पिक्चर्स पर 30 जुलाई को रात 8 बजे ‘शर्माजी नमकीन’ के वर्ल्ड टेलीविज़न प्रीमियर से पहले परेश रावल ने हमें अपने सफर के बारे में बताया,

– ऋषि जी के दुखद निधन से दुनिया स्तब्ध रह गई थी। जब आपको उनकी जगह लेने के लिए कहा गया, तो आपको कैसा लगा?

मैं वाकई ऋषि जी के काम को पसंद करता हूं, खासकर वो जिस तरह से किरदार में उतरते हैं। मुझे उस वक्त बड़ा सम्मानित महसूस हुआ, जब मुझे उनका रोल निभाने के लिए कहा गया। शर्माजी का किरदार ऋषि कपूर के लिए तैयार किया गया था, और बीच में इस किरदार को अपनाना काफी चैलेंजिंग था। एक तरफ हम भारी मन से सेट पर चीजों को आगे बढ़ा रहे थे, वहीं, यह पहली बार है जब मैंने ऐसा कुछ किया है। इससे वाकई मेरी कला निखरी है। मैं बहुत लंबे समय से ‘शर्माजी नमकीन’ के मेकर्स के साथ काम करने के मौके ढूंढ रहा था, और जब उन्होंने मुझे इस रोल में लिया, तो मुझे एक तरह से जिम्मेदारी महसूस हुई। बॉलीवुड में ऐसा कम ही होता है कि दो एक्टर्स एक ही रोल निभाते हैं और मुझे ये मौका दिया गया, जिसने इसे और यादगार बना दिया।

– शर्माजी का किरदार पहले से ही स्थापित था, फिर आपने इस किरदार में जगह कैसे बनाई?

सच कहूं तो मैं ऋषि जी द्वारा शर्माजी के चित्रण की मौलिकता के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहता था। उन्होंने इस किरदार में नमकीनियत का एक ऐसा फ्लेवर जोड़ा, जिसकी बराबरी मैं नहीं कर सकता। इसलिए, मैं उनकी नकल करने की बजाय बस भावनाओं को पकड़ना चाहता था! मैं कहानी और किरदारों में गहराई से उतरा, ताकि मैं दर्शकों के दृश्य प्रवाह को बाधित न कर सकूं। मैं निर्माताओं और कलाकारों का आभारी हूं जिन्होंने इस प्रक्रिया में मेरी पूरी मदद की। यह ऋषि कपूर की फिल्म है और मेरा मकसद ऋषि जी के प्रभाव को खत्म किए बिना वो काम पूरा करना था, जो उन्होंने शुरू किया था।

– क्या आपको खुद में और शर्मा जी में कोई समानताएं नजर आईं?

इसके उल्टा, ऋषि जी खाने के सच्चे शौकीन थे। वो जितना अच्छा पका सकते थे, उतने ही अच्छे से खा सकते थे और दूसरी तरफ, मैं सिर्फ पानी उबाल सकता था! लेकिन, शूटिंग के बाद, मैंने खाना पकाने की कुछ समझ विकसित कर ली… इसके लिए ‘शर्माजी नमकीन’ को धन्यवाद। खाना पकाने के अलावा, मुझे लगता है कि मैं ज़िंदगी के प्रति उनके इस सकारात्मक नजरिए से जुड़ता हूं कि कैसे जुनून सारी मुश्किलों को पार कर जाता है।

– आपकी और ऋषि जी की कोई खास यादें, जो फिल्म निर्माण के दौरान आपके ज़ेहन में ताज़ा हुई हों?

मुझे याद है कि जब इस फिल्म के निर्माता मेरे पास आए, तो मेरे अंदर का एक्टर इस रोल के लिए लालची हो गया था। मैंने और ऋषि ने एक साथ दो फिल्मों में काम किया है; हमारी यात्रा 80 के दशक के अंत से शुरू हुई। वो हमेशा बिना कोई मुखौटा लगाए रहे और एक मज़ेदार इंसान थे। वो ऐसे इंसान थे, जिनके आसपास आप रहना चाहते हैं। उनके निर्देशन में बनी पहली फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ के दौरान मैंने उनका एक बिल्कुल अलग रूप देखा। जहां हमने हल्की-फुल्की ड्रामा/कॉमेडी फिल्मों में साथ काम किया, वहीं हमने हमेशा मुश्किल किरदारों और कहानियों में काम करने की बात की, जहां हम एक-दूसरे को सहकर्मियों और एक व्यक्ति के रूप में अच्छी तरह से जान सकें।

इटावा, रात्रि मे कोबरा सांप निकलने से मचा हड़कंप* *वन्य जीव विशेषज्ञ सर्प प्रेमी संजीव चौहान ने पकड़कर छोड़ा*

*रात्रि मे कोबरा सांप निकलने से मचा हड़कंप*
*वन्य जीव विशेषज्ञ सर्प प्रेमी संजीव चौहान ने पकड़कर छोड़ा*

इटावा क्षेत्र के अन्तर्गत वैशाली पुरम कालोनी मे घर पर कोबरा सांप निकलने से हड़कंप मच गया घर के मुखिया नरेन्द्र सिंह ने रात्रि मे आपातकालीन स्थिति में डायल 112 को सूचना दी हैड कांस्टेबल प्रवीण कुमार ने स्थिति को भापते हुए बिना देर किए वन्यजीव एवं पर्यावरण पर कार्य कर रही संस्था सोसाइटी फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर स्कॉन के सचिव वन्यजीव विशेषज्ञ सर्प प्रेमी संजीव चौहान अवगत कराया।
वन विभाग एंव स्कॉन टीम वन दरोगा श्रीनिवास पांडे,अजीत पाल सिंह व शिवम शाक्य मौके पर पहुंचकर देखा कि कोबरा सांप ईटों मे छुपा हुआ था जिसे सुरक्षित निकालकर पकड़ा जा सका।

वन्यजीव विशेषज्ञ सर्प प्रेमी संजीव चौहान ने बताया कि कोबरा सांप की लंबाई लगभग 5 फीट रही होगी।
काला सांप स्पेक्टिकल कोबरा है इसमें जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है जिसे लोग नाग, नागराज व फन वाला काला सांप भी कहते हैं।

संस्था स्कॉन द्वारा शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम का ही असर है जो कि वन्यजीवों के प्रति व्यक्ति जागरूक हो गये हैं। पहले लोग जानकारी के अभाव में सांपों व अन्य जीवों को नुकसान पहुंचा देते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।
प्रभागीय निदेशक वन अतुल कान्त शुक्ला के निर्देशन पर कोबरा सांप को सुरक्षित रात्रि मे ही प्राकृतिकवास में छोड़ दिया गया है। बचाव अभियान में पुलिस विभाग से प्रवीण कुमार, अरुण कुमार ,रजनी सिंह व पुनीता वर्मा का सहयोग रहा।

इटावा, चंबल आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप की तैयारी शुरू, 6 अगस्त को दिखेगा पंजे का कमाल*

* इटावा, चंबल आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप की तैयारी शुरू, 6 अगस्त को दिखेगा पंजे का कमाल*

– मद्रास क्रांति के महानायक की याद में होगी कुश्ती

-इटावा के खिलाड़ी भी दिखा सकेंगे दमखम

इटावा: मद्रास क्रांति के महानायक प्रसिद्ध क्रांतिकारी शंभुनाथ आजाद की याद में चंबल पंजा कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। चंबल परिवार द्वारा आजादी के हीरक वर्ष में यह प्रतियोगिता आगामी 6 अगस्त को प्रातः 9 बजे से भदावर पीजी कालेज में शुरू होगी। इस ओपन प्रतियोगिता में इटावा के खिलाड़ी भी हिस्सा ले सकेंगे.

क्रांतिकारी लेखक और चंबल परिवार प्रमुख डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि आजादी आंदोलन में चंबल घाटी के रणबाकुरों के अनगिनत रोमांचकारी किस्से दफ्न हैं जिसे आजादी के इतने साल बाद भी इतिहास का उत्खनन कर नई पीढ़ी को नहीं बताया गया। आजादी के अमृत वर्ष में मद्रास क्रांति के महानायक दादा शंभुनाथ आजाद को बिसरा दिया गया। डॉ. राना ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में 1930-31 का दौर था। मद्रास के गर्वनर ने शेखी मारी कि हमारे यहां कोई क्रांतिकारी गतिविधियां हो ही नहीं सकतीं। यह बात चंबल के लाल शंभुनाथ आजाद के जेहन में चुभ गईं। इसी दौरान दादा शंभुनाथ आजाद की अगुवाई में ‘बूचड़खाना’ नाम से कुख्यात कोतवाली पर बम फेंका गया। रोशनलाल और उमाशंकर के इस एक्शन से सरकार कांप उठी थी। 1932 में जब शंभूनाथ जेल से छूटकर आये तो उन्होंने दक्षिण भारत को केन्द्र बना कर क्रांतिकारी एक्शन करने का निश्चय किया। तत्कालिक खर्च के लिए उन्होंने अपने घर से पांच हजार रुपये लिये। शंभूनाथ आजाद मद्रास में रोशनलाल, सरदार बंता सिंह, इंद्र सिंह, खुशीराम मेहता, गोविंदराम वर्मा, बच्चू लाल आदि क्रांतिधर्मी मजदूरों की एक बस्ती में किराये का मकान लेकर रहने लगे। यहां इन्होंने मद्रास और बंगाल के दोनों गर्वनर पर एक साथ बम फेंकने का खाका बना डाला। लिहाजा पैसे न होने पर क्रांतिकारियों ने सफलता पूर्वक ऊटी बैंक पर एक्शन किया। दादा शंभूनाथ आजाद और भी क्रांतिकारी गतिविधियां चला रहे थे। कई साथियों की गिरफ्तारी हुई, उन्हीं साथियों को छुड़ाने के लिए बम बनाने का फैसला हुआ।

 

दरअसल, बम बनाने के लिए विदेशी खोल नहीं मिल रही थी। तब वहां मौजूद चूड़ीदार लोटे को ही बम के खोल के तौर पर इस्तेमाल करने फैसला हुआ। एक्शन के दौरान कहीं चूक न हो जाय लिहाजा क्रांतिकारी घटना से पहले बम का परिक्षण का निश्चय किया गया। मद्रास बंदरगाह के सेवापुरम क्षेत्र में 30 अप्रैल 1933 को रात आठ बजे बम परिक्षण के लिए पहुंचे, परीक्षण के दौरान वक्त बम फट गया। बम के टुकड़े रोशन लाल मेहरा के जिस्म में अंदर तक घुस गए। जिससे रोशन लाल मेहरा की शहादत हो गयी। बम विस्फोट के बाद पुलिस अधीक्षक को समझने में देर न लगी कि मद्रास के बाहर के भी क्रांतिकारी यहां सक्रिय हैं। दादा शम्भुनाथ आज़ाद बम बनाने में इतना माहिर थे कि ताले में बम फिट कर देते थे। दादा शंभुनाथ आजाद लंबे समय तक कालापानी जेल में रहे ही और आज़ाद भारत में कई बार बुनियादी सवालों पर आंदोलन कर जेल में बने रहे। दादा शंभुनाथ आजाद ने कचौरा स्थित घर को अपने क्रांतिधर्मी साथियों की याद में स्मारक बनाया था।

कार्यक्रम संयोजक शंकर देव तिवारी ने कहा कि चंबल-युमना के इस दोआब में बागियों-दस्युओं की शरणस्थली खिलाड़ियों की भी जननी रही है। जिन्होंने राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने जुनून, त्याग और परिश्रम से अपना परचम लहराया है। चंबल पंजा कुश्ती चैंपियनशिप में खिलाड़ी आनलाइन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। बाह, इटावा, जालौन, औरैया, भिंड, मुरैना, धौलपुर के जूनियर, सीनियर, मास्टर और विकलांग महिला-पुरूष खिलाड़ी इसमें प्रतिभाग कर सकेंगे। आयु और वजन के हिसाब से मुकाबलें होंगे। 13 अलग-अलग कैटेगरी के मुकाबले होंगे। लगातार दो बार हार जाने वाला खिलाड़ी अपने आप बाहर हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जूनियर (महिला-पुरूष) 18 वर्ष तक, सीनियर (महिला-पुरूष) 40 वर्ष तक, मास्टर (महिला-पुरूष) 60 वर्ष तक, विकलांग (महिला-पुरूष) 40 वर्ष तक के अलग-अलग कटेगरी में मेडल दिये जाएंगे। सभी खिलाडियों को प्रमाण पत्र दिया जाएगाl उ.प्र. पंजा कुश्ती एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. वीपी सिंह को चीफ रेफरी, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी किशन और संकेत को रेफरी बनाया गया है।

औरैया, वृद्धावस्था पेंशन धारक आधार प्रमाणीकरण कराये*

*औरैया, वृद्धावस्था पेंशन धारक आधार प्रमाणीकरण कराये*

*औरैया।* जनपद के कुल 42774 वृद्धावस्था पेंशन धारकों के सापेक्ष अब तक मात्र 13297 पेंशन धारकों द्वारा ही अपना आधार प्रमाणीकरण कराया गया है। अवशेष 29477 वृद्धावस्था पेंशन धारकों द्वारा आधार प्रमाणीकरण कराया जाना अति आवश्यक है, जिससे उनकी पेंशन का भुगतान समय पर हो सके। जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ इन्द्रा सिंह द्वारा जानकारी दी गई है कि जनपद के समस्त वृद्धावस्था पेंशन धारकों को अपने निकटतम स्थित किसी भी जन सुविधा केंद्र में जाकर अपना आधार प्रमाणीकरण कराना सुनिश्चित करा लें, यदि अवशेष पेंशन धारकों द्वारा आधार प्रमाणीकरण नहीं कराया जाता है तो पेंशन की अगली किस्त की धनराशि का भुगतान आपके खाते में नहीं किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु आवेदन करे*

*औरैया, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु आवेदन करे*

*औरैया।* जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ इन्द्रा सिंह ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत शैक्षिक सत्र 2021-22 एवं 2022 -23 में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु जैसे- सिविल सेवा परीक्षा ,एन0 डी0ए0 ,सी0डी0एस0 ,आई0आई0टी0- जेईई, नीट में चयनित छात्र /छात्राओं को सूचित किया जाता है, कि वे जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ( विकास भवन) से आवेदन प्राप्त कर एवं आवेदन पत्र पूर्ण कर मय संलग्नकों सहित जमा करें तथा निःशुल्क कोचिंग कक्षाओं का लाभ उठाये ।यदि वह कोचिंग कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते हैं ,तो उनके नाम कोचिंग कक्षाओं से विरत कर दिए जाएंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उन्हीं की होगी। साथ ही बीते 22, जुलाई को समीक्षा बैठक में श्री एल बेंकटेश्वर लू महानिदेशक उपाम द्वारा निर्देश दिए गए थे कि जो भी निर्बल आय वर्ग के परिवारों के प्रतिभावान मेधावी, लगनशील एवं परिश्रमी छात्र/छात्राएं, सिविल सेवा परीक्षा, एन डी ए, सी डी एस, आईआईटी- जेईई नीट कोचिंग करना चाहते हैं वह भी जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय विकास भवन से आवेदन प्राप्त कर एवं आवेदन पत्र पूर्ण कर मय संलग्नको सहित कार्यालय में जमा करें, कोचिंग हेतु चयन होने पर उनको सूचित किया जाएगा।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, 10 लाख कीमत की चरस सहित शातिर गिरफ्तार एल

*औरैया, 10 लाख कीमत की चरस सहित शातिर गिरफ्तार एल*

*अछल्दा,औरैया।* पुलिस अधीक्षक चारु निगम एवं अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल सिंह तथा क्षेत्राधिकारी महेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में थानाध्यक्ष दीपक सिंह के नेतृत्व में थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुयी है कई मुकदमों में वांछित अभियुक्त को थाना पुलिस ने चरस सहित गिरफ्तार किया है शुक्रवार दोपहर करीब पौने 1 बजे घसारा नहर पुल के आसपास पुलिस गश्त कर रही थी तभी पुल महज डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर एक संदिग्ध व्यक्ति आते हुये दिखाई दिया तो पुलिस ने उसकी तलाशी लेने पर 1 किलो चरस बरामद हुयी है जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये बतायी जा रही है पकड़े गये अभियुक्त ने अपना नाम शीटू उर्फ शालू उर्फ पवन यादव पुत्र विनोद कुमार निवासी बकोंहा थाना अछल्दा बताया है पकड़ा गया अभियुक्त शातिर किस्म का अपराधी है इसके ऊपर लूट,गैंगेस्टर सहित आधा दर्जन से ज्यादा मामले जनपद सहित दूसरे जनपदों में दर्ज हैं l

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, बाइक साइकिल से टकराई भाई बहन समेत तीन घायल*

*औरैया, बाइक साइकिल से टकराई भाई बहन समेत तीन घायल*

*औरैया।* दिबियापुर औरैया रोड ग्राम ऊमऱसाना के सामने सेंगर नदी दिबियापुर रोड चढ़ान के समीप शुक्रवार की दोपहर बाइक ने साइकिल में टक्कर मार दी। जिससे साइकिल सवार समेत बाइक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि उसकी बहन को मामूली चोटें आई। घायलावस्था में भाई-बहन को औरैया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि साइकिल सवार किसी अन्य अस्पताल में ले जाया गया। मोहल्ला गोविंद नगर औरैया निवासी सोनू 23 वर्ष पुत्र चरन सिंह अपनी 30 वर्षीय बहन रानी देवी पत्नी कुंवर सिंह के साथ शुक्रवार की दोपहर करीब सवा 1 बजे जनपद कानपुर देहात थाना कस्बा मंगलपुर से बाइक द्वारा औरैया आ रहा था, जैसे ही बाइक दिबियापुर थाना क्षेत्र के ग्राम ऊमरसाना के सामने दिबियापुर रोड चढ़ाव के समीप पहुंची , उसी समय बाइक ने साइकिल सवार एक युवक को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बाइक एवं साइकिल सवार सड़क पर गिरकर घायल हो गये। घायलावस्था में बाइक सवार भाई – बहन को 50 शैय्या युक्त जिला संयुक्त चिकित्सालय औरैया में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा था। जबकि साइकिल सवार को किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल युवक सोनू ने अस्पताल में बताया कि साइकिल सवाल भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसके दांत भी टूट गई है। जिसे किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता