Monday , October 28 2024

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युवती को सर्प ने काटा-बच गई जान*सर्पमित्र डॉ०आशीष से मिली सहायता-घबराएं नहीं,

 

*युवती को सर्प ने काटा-बच गई जान*

● सर्पमित्र डॉ०आशीष से मिली सहायता-घबराएं नहीं,

इटावा। इटावा जनपद में सर्प निकलने की आहट अब शुरू हो चुकी है। बरसात का मौसम अब लगभग आ चुका है। अब सबसे जरूरी बात यह कि सभी सर्प जहरीले नही होते है अतः कभी सर्पदंश होने पर घबराये नही,बुधवार की दोपहर लगभग डेढ़ बजे जसवंत नगर से सर्पदंश की घटना होने की कॉल जिला संघ चालक राम नरेश शर्मा द्वारा सर्पमित्र डॉ०आशीष को मिली जिसके अनुसार जसवंत नगर के नगला सलहेदी निवासी संतोष पाठक की 20 वर्षीय पुत्री दीक्षा पाठक जो एम ए प्रथम वर्ष की छात्रा है को दोपहर घर मे बक्से के किनारे बैठे एक सर्प ने अचानक काट लिया। तभी युवती को पैर में गमछे से बन्ध लगाकर किसी भी प्रकार की झाड़ फूँक न कराकर सीधे ही निजी वाहन से अस्पताल ले जाने की तैयारी की गई। तभी रास्ते मे सर्पमित्र डॉ० आशीष से उनके फोन पर संपर्क किया गया और दीक्षा के भाई राहुल ने तुरन्त सर्प के काटे हुये स्थान की फ़ोटो खींच कर डॉ०आशीष को व्हाट्सएप्प पर भेजी गई फ़ोटो देखने व दीक्षा से फोन पर बात करने के बाद उसके मौजूदा सर्पदंश के बाद के लक्षणों को समझकर व दीक्षा के बताये रंग व लम्बाई के अनुसार मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर एवं वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ० आशीष त्रिपाठी ने उस सर्प की पहचान एक विषहीन सर्प के रूप में करली,तभी इसी बीच एक फोटो भी उनके पास आई जिसमे ग्रामीणों ने अज्ञानतावश उस सर्प को मार डाला जिसमे कोई जहर ही नही होता था,उसका सिर काला था व वह पीले सुनहरे रंग का काली चित्तीदार लम्बा सा विषहीन दुर्लभ रॉयल स्नेक सर्प ही था। वह उस समय घर मे एक खाली कमरे में घुसे चूहों को सूंघकर अपने भोजन की तलाश करते हुये बक्से के पास आ गया था। जिस पर धोखे से पैर पड़ने पर दीक्षा को उसने अपनी आत्मरक्षा में ही काट लिया । सर्पमित्र डॉ०आशीष त्रिपाठी द्वारा सर्प के विषहीन होने की पुख्ता जानकारी मिलने पर दीक्षा की घबराहट काफी कम हुई व उसे समझाने से उसकी जान भी बच गई।
इसी बीच दीक्षा के परिजन उसे जिला अस्पताल भी ले आये और इमरजेंसी वार्ड के कमरा नम्बर तीन में उसे जिला चिकित्सालय के सीएमएस एमएम आर्या के निर्देश पर जरूरी उपचार भी उपलब्ध कराया गया। दीक्षा बिल्कुल ठीक थी उसका रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) भी सामान्य था। अब इस सामान्य घटना से अन्य सभी लोगो को भी यह सीख लेनी है कि,कभी भी सर्पदंश होने पर बिल्कुल भी घबराये नही किसी भी प्रकार के सर्पदंश में पीड़ित के एक हल्का बन्ध लगाकर मरीज को सीधे जिला अस्पताल ले आयें और मरीज को बिल्कुल शान्त रहने व जल्द ही ठीक होने की सलाह देकर उसकी घबराहट कम करें क्यों कि हमारे आस पास दिखाई देने वाले सभी सर्पों में कोबरा,करैत, ₹रसल वाइपर व सॉ स्केल्ड वाइपर के सिवा अन्य सर्प जहरीले ही नही होते है। अतः सर्पदंश होने पर बिल्कुल भी घबराएं नही क्यों कि ज्यादातर मौत विषहीन सर्प के काटने के मामले में मरीज के अत्यधिक घबराहट होने से ही हो जाती है। आपको बतादें कि,आपके जनपद में सर्पदंश का इलाज जिला अस्पताल के इमरर्जेन्सी वार्ड के 3 नम्बर रूम में मौजूद है।

जसवन्तनगर: थाना क्षेत्र के अंतर्गत सैंफई मार्ग पर ग्राम पाठक पुरा मोड़ के समीप एक नलकूल के सामने दो बाइक सबार बदमासों ने युबक पर किया हमला

जसवन्तनगर: थाना क्षेत्र के अंतर्गत सैंफई मार्ग पर ग्राम पाठक पुरा मोड़ के समीप एक नलकूल के सामने दो बाइक सबार बदमासों ने एक 20 वर्षीय बाइक सबार पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे समदायिक स्वाथ्य केंद्र ले जाया गया जहाँ डॉक्टरो ने उसे मृत घोसित कर दिया
बताते है कि बुधबार शाम 7 बजे दो बाइको पर सबार बदमास सैफई की ओर से आ रहे थे तभी आगे एक बाइक पर सबार को बदमासों ने रोक लिया और उसपर हमला कर दिया जिससे वह लोहूलुहान हो गया और बदमास उसे मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गए इसकी सूचना नलकूप मालिक राजीव यादव ने 112 नम्बर पुलिस को दी मोके पर प्रभारी निरीक्षक रण बहादुर सिंह पुलिस फोर्स के पहुंच गए और युवक को लेकर सीएचसी आए वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर बाद मे पुलिस ने घटनास्थल पर पड़ताल की तो मृतक का नाम प्रशांत कुमार उम्र 20 वर्ष पुत्र संत कुमार निवासी रानीपुरा करहल मैनपुरी के रूप में हुई पुलिस घटना का कारण पता लगाने में जुटी हुई है

औरैया, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डंपर से टकराई रोडवेज बस,25 घायल*

*औरैया, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डंपर से टकराई रोडवेज बस,25 घायल*

*० घायलों को सीएचसी ऐरवाकटरा व सैफई हॉस्पिटल इलाज के लिए भेजा गया*

*० घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी बिधूना पुलिस फ़ोर्स के साथ पहुँचे*

*औरैया।* थानाक्षेत्र एरवाकटरा के अंतर्गत आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर रात्रि करीब साढे़ 12 बजे बहराइच से जयपुर जा रही बहराइच डिपो की रोडवेज गाड़ी आगे चल रहे डंपर से टकरा गई। एक जोरदार टक्कर से बस में बैठी सबरियो की नींद उड़ गई, और चारों तरफ चीख- पुकार मच गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही एरवाकटरा थानाध्यक्ष राम सहाय पटेल पुलिस फ़ोर्स कर साथ घटना स्थल पर पहुँचे ,और गंभीर घायलों को यूपीडा की एम्बुलेंस से सैफई इलाज के लिए भिजवाया तथा अन्य घायलों को सीएचसी एरवाकटरा भेजा गया। घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी बिधूना महेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल पर पहुँचकर हादसे की जानकारी ली। जिसमें उन्हें घायलों की संख्या बताई गई। जिनमें से ड्राइवर(53) बहराइच , काजल पुत्री बलराम बहराइच (23),वेवी सिंह पत्नी बलराम (50) बहराइच , बलराम पुत्र सालिग सिंह (50) बहराइच ,
अमरीत पुत्र बहादुर 24 नेपाल, दिल बहादुर पुत्र प्रेम वहादुर 58 नेपाल, लक्ष्मी पटेल पुत्री विजय पटेल 22 बड़ोदरा, पूरन थापा पुत्र बालाराम थापा 55 अहमदाबाद, हनोंद्र बहादुर थापा पुत्र धोजे थापा 52 नेपाल , मजीद पुत्र नान बाबू 25 श्रावस्ती, अनिल कुमार पुत्र देवतादीन कश्यप 30 श्रावस्ती,मोहन बहादुर पुत्र नर बहादुर 41 नेपाल, योगेंद्र यादव पुत्र राम नक्षत्र 26 बहराइच, मनोज पुत्र लोकेंद्र भाई केजी 27अहमदाबाद , अशोक पुत्र राम मनोरथ 21 बहराइच , प्रेम सिंह पुत्र पदम सिंह 57 नेपाल,आशाराम पुत्र परशुराम 20 बहराइच, अजय कुमार राम नरेश 21 बहराइच , नागर पुत्र नंदाराम नेपाल , देवन्त भंडारी पुत्र नंदाराम , पवन पुत्र शिवनाथ , रामबाबू पुत्र बहलो सिंह ,बालकुमारी पत्नी राम बहादुर नेपाल , निठमत पुत्र गंगाराम नेपाल , रमेश खत्री पुत्र कांशीराम नेपाल आदि शामिल हैं।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

इटावा,तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक सवारों को रौंदा- एक युवक जिंदा जला,

*इटावा में सड़क हादसा-दो की हुई मौत*

● तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक सवारों को रौंदा-
एक युवक जिंदा जला,

भरथना,इटावा। इटावा में भरथना तहसील क्षेत्र अन्तर्गत हाईवे पर हुए सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। बुधवार दोपहर हाईवे पर तेज रफ्तार डीसीएम ने एक बाइक में टक्कर मार दी। बाइक पर पीछे बैठे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना में चालक मय बाइक के डीसीएम में फंस गया। करीब 1 किमी० वह घसीटता जला गया।


इसके बाद डीसीएम में आग लग गई। इस दौरान जिंदा जलने से दूसरे युवक भी मौत हो गई। हादसे के बाद डीसीएम का ड्राइवर मौके से भाग गया। आस पास के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। जिसपर फायर ब्रिगेड ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर बमुश्किल काबू पाया। इस दौरान हाईवे पर यातायात प्रभावित रहा।
आपको बतादें डीसीएम ने बाइक में पीछे से टक्कर मारने का मामला थाना बकेबर क्षेत्र के NH2 हाईवे का है। बुधवार शाम शाम साढ़े बाइक सवार दो युवक औरया की ओर जा रहे थे। इस बीच सब्जी लादे डीसीएम अचानक से अनियंत्रित हो गई,और उक्त डीसीएम ने आगे चल रही बाइक में पीछे से जोरदार टक्कर मारदी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर लगने से बाइक पर पीछे बैठा युवक सड़क पर गिर गया।
दुर्घटना में लगी आग से डीसीएम के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। आस पास के लोगों ने पुलिस को आग लगने की सूचना दी थी।
जबकि डीसीएम में आग लगने से बाइक सवार एक युवक जिंदा जल गया
उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं,बाइक चलाने वाला डीसीएम के नीचे घसीटते हुए चला गया। वह बाइक समेत डीसीएम में फंस गया। इस दौरान सड़क पर बाइक घसीटने से चिंगारी निकालने से बाइक और डीसीएम में आग लग गई। आग लगने से डीसीएम में फंसा युवक जिंदा ही जल गया और उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मौके पर जांच पड़ताल शुरू करदी है। जबकि मृतकों के शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी है।
सूचना मिलते ही एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह, बकेवर पुलिस और इकदिल पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। एसपी देहात सत्यपाल सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त की जा रही है।

इटावा, योग करने से मिलती है तन ,मन को शांति ,और मिलता है कई परेशानियों में आराम:मोहम्मद आमीन*

*योग करने से मिलती है तन ,मन को शांति ,और मिलता है कई परेशानियों में आराम:मोहम्मद आमीन*

*कठफोरी* ।विश्व योग दिवस पर सेराबेस्ट कम्पनी के डायरेक्टर मोहम्मद आमीन ने कहा कि योग करने से तन और मन को मिलती है शांति और शरीर की कई परेशानियों मिलता है आराम ।


उन्होंने कहा कि विकास के इस युग में आज भी अधिकांश लोग अनियमित जीवनशैली जी रहे है जो विभिन्न बीमारियों को दावत देने जैसा है। उन्होंने कहा कि कई बीमारियों में संतुलित खानपान, नियमित दिनचर्या के साथ योग को अपनाकर इलाज में बेहतर परिणाम पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि योग हमें प्रकृति के साथ जोड़ता है भागदौड भरी जिंदगी को आसान बनाने की जरूरत है। इसके लिए उन्होंने योग से जुडने की सलाह दी।
मोहम्मद आमीन ने विभिन्न आसनों की सरल शब्दों में व्याख्या करते हुए कहा कि योग हमें सकारात्मक उर्जा व सुन्दर विचारों से जोड़ता है। जिससे व्यक्ति का मन प्रसन्नचित् एवं उल्लासित रहता है। इसके अलावा यदि हम प्रकृति के साथ तालमेल करके चलें तो अधिकांश बीमारियों का इलाज प्राकृतिक रूप से व योग को अपनाकर कर सकते हैं।
सेराबेस्ट कठफोरी सेन्टर के डायरेक्टर इस्तियाक अली ने योग शिविर में भाग लेने पर सभी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि शिविर का मुख्य आकर्षण शारिरिक आसनों तथा प्राणायाम का अभ्यास रहा। उन्होंने योग को एक प्राचीन तथा कारगर विधा बताया।
सेंटर पर उपस्थित सीनियर रज्ज़ाक भाई, इमरान खान, सौरभ सविता ,मास्टर हरगोविंद ,शनि एवं सेंटर स्टाफ हरिओम ,कुमारी रजनी , बीनू आशिफ अली, सुभान अली ,अरमान अली आदि उपस्थित रहे।

औरैया, भक्त प्रहलाद लीला सुन स्रोताओ के छलके आंसू*

*औरैया, भक्त प्रहलाद लीला सुन स्रोताओ के छलके आंसू*

*औरैया।* बिधूना तहसील क्षेत्र के एरवाकटरा उमरैन के ग्राम रमपुरा में चल रहीं श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन निशा शास्त्री जी ने कथा स्रोताओ को भक्त प्रहलाद की कथा सुनाई श्रीमद भागवत कथा में भक्त प्रहलाद की कथा सुन स्रोताओ के छलके आंसू कथा वाचक निशा शास्त्री ने श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन भक्त प्रहलाद लीला में बताया कि श्रीहरि के अनन्य भक्त प्रहलाद जोकि दैत्यराज हिरण्यकशिपु के पुत्र थे एक दिन भक्त प्रहलाद ने अपने पिता हिरण्यकशिपु को प्रणाम किया और श्रीहरी का नाम लेते ही हिरण्यकशिपु के नेत्र क्रोध से लाल हो उठे, उसने कांपते हुए होठों से प्रह्लाद के गुरु से कहा अरे दुर्बुद्धि ब्राह्मण ! यह क्या ? तूने मेरी अवज्ञा करके इस बालक को मेरे परम शत्रु की स्तुति से युक्त शिक्षा कैसे दी, गुरूजी ने कहा – ” दैत्यराज ! आपको क्रोध के वशीभूत नहीं होना चाहिए। आपका पुत्र मेरी सिखाई हुई बात नहीं कह रहा है। “ हिरण्यकशिपु बोला – ” बेटा प्रह्लाद ! बताओ तुमको यह शिक्षा किसने दी है ? तुम्हारे गुरूजी कहते हैं कि मैंने तो इसे ऐसा उपदेश दिया ही नहीं है। “प्रह्लाद बोले – ” पिताजी ! ह्रदय में स्थित भगवान विष्णु ही तो सम्पूर्ण जगत के उपदेशक हैं। उनको छोड़कर और कौन किसी को कुछ सीखा सकता है। “हिरण्यकशिपु बोला – ” अरे मुर्ख ! जिस विष्णु का तू प्रशशंक होकर स्तुति कर रहा है, वह मेरे सामने कौन है ? मेरे रहते हुए और कौन परमेश्वर कहा जा सकता है ? फिर भी तू मौत के मुख में जाने की इक्षा से बार-बार ऐसा बक रहा है। “ऐसा कहकर हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद को अनेकों प्रकार से समझाया पर प्रह्लाद के मन से श्रीहरि के प्रति भक्ति और श्रद्धाभाव को कम नहीं कर पाया। तब अत्यंत क्रोधित होकर हिरण्यकशिपु ने अपने सेवकों से कहा ” अरे ! यह बड़ा दुरात्मा है। इसको मार डालो। अब इसके जीने से कोई लाभ नहीं है, क्योंकि यह शत्रुप्रेमी तो अपने कुल का ही नाश करने वाला हो गया है। “हिरण्यकशिपु की आज्ञा पाकर उसके सैनिकों ने प्रह्लाद को अनेकों प्रकार से मारने की चेष्टा की पर उनके सभी प्रयास श्रीहरि की कृपा से असफल हो जाते थे।
उन सैनिकों ने प्रह्लाद पर अनेक प्रकार के अस्त्र शस्त्रों से आघात किये पर प्रह्लाद को कुछ नहीं हुआ। उन्होंने प्रह्लाद के हाथ-पैर बाँधकर समुद्र में डाल दिया पर प्रह्लाद फिर भी बच गए। उन सबने प्रह्लाद को अनेकों विषैले साँपों से डसवाया और पर्वत शिखर से गिराया पर भगवद्कृपा से प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ।


रसोइयों के द्वारा विष मिला हुआ भोजन देने पर प्रह्लाद उसे भी पचा गए। जब प्रह्लाद को मारने के सब प्रकार के प्रयास विफल हो गए तब हिरण्यकशिपु के पुरोहितों ने अग्निशिखा के समान प्रज्ज्वलित शरीरवाली कृत्या उत्पन्न कर दी।उस अति भयंकरी कृत्या ने अपने पैरों से पृथ्वी को कम्पित करते हुए वहाँ प्रकट होकर बड़े क्रोध से प्रह्लाद जी की छाती में त्रिशूल से प्रहार किया। पर उस बालक के छाती में लगते ही वह तेजोमय त्रिशूल टूटकर निचे गिर पड़ा। उन पापी पुरोहितों ने उस निष्पाप बालक पर कृत्या का प्रयोग किया था। इसलिए कृत्या ने तुरंत ही उन पुरोहितों पर वार किया और स्वयं भी नष्ट हो गई। अन्य प्रचलित कथाओं के अनुसार कृत्या के स्थान पर होलिका का नाम आता है जिसे अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था। होलिका प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर प्रज्ज्वलित अग्नि में प्रवेश कर गयी पर ईश्वर की कृपा से प्रह्लाद को कुछ भी नहीं हुआ और होलिका जल कर भस्म हो गई। भगवान का नृसिंह अवतार हिरण्यकशिपु के दूतों ने उसे जब यह समाचार सुनाया तो वह अत्यंत क्षुब्ध हुआ और उसने प्रह्लाद को अपनी सभा में बुलवाया और हिरण्यकशिपु ने प्रह्लाद से कहा ” रे दुष्ट ! जिसके बल पर तू ऐसी बहकी बहकी बातें करता है, तेरा वह ईश्वर कहाँ है ? वह यदि सर्वत्र है तो मुझे इस खम्बे में क्यों नहीं दिखाई देता ? “
तब प्रह्लाद ने कहा – ” मुझे तो वे प्रभु खम्बे में भी दिखाई दे रहे हैं। “यह सुनकर हिरण्यकशिपु क्रोध के मारे स्वयं को संभाल नहीं सका और हाथ में तलवार लेकर सिंघासन से कूद पड़ा और बड़े जोर से उस खम्बे में एक घूँसा मारा। उसी समय उस खम्बे से बड़ा भयंकर शब्द हुआ और उस खम्बे को तोड़कर एक विचित्र प्राणी बाहर निकलने लगा जिसका आधा शरीर सिंह का और आधा शरीर मनुष्य का था। यह भगवान श्रीहरि का नृसिंह अवतार था। उनका रूप बड़ा भयंकर था। उनकी तपाये हुए सोने के समान पीली पीली आँखें थीं, उनकी दाढ़ें बड़ी विकराल थीं और वे भयंकर शब्दों से गर्जन कर रहे थे। उनके निकट जाने का साहस किसी में नहीं हो रहा था। यह देखकर हिरण्यकशिपु सिंघनाद करता हुआ हाथ में गदा लेकर नृसिंह भगवान पर टूट पड़ा। तब भगवान भी हिरण्यकशिपु के साथ कुछ देर तक युद्ध लीला करते रहे और अंत में उसे झपटकर दबोच लिया और उसे सभा के दरवाजे पर ले जाकर अपनी जांघों पर गिरा लिया और खेल ही खेल में अपनी नखों से उसके कलेजे को फाड़कर उसे पृथ्वी पर पटक दिया। फिर वहाँ उपस्थित अन्य असुरों और दैत्यों को खदेड़ खदेड़ कर मार डाला। उनका क्रोध बढ़ता ही जा रहा था। वे हिरण्यकशिपु की ऊँची सिंघासन पर विराजमान हो गए। उनकी क्रोधपूर्ण मुखाकृति को देखकर किसी को भी उनके निकट जाकर उनको प्रसन्न करने का साहस नहीं हो रहा था। हिरण्यकशिपु की मृत्यु का समाचार सुनकर उस सभा में ब्रह्मा, इन्द्र, शंकर, सभी देवगण, ऋषि-मुनि, सिद्ध, नाग, गन्धर्व आदि पहुँचे और थोड़ी दूरी पर स्थित होकर सभी ने अंजलि बाँध कर भगवान की अलग-अलग से स्तुति की पर भगवान नृसिंह का क्रोध शांत नहीं हुआ। तब देवताओं ने माता लक्ष्मी को उनके निकट भेजा पर भगवान के उग्र रूप को देखकर वे भी भयभीत हो गयीं। तब ब्रह्मा जी ने प्रह्लाद से कहा – ” बेटा ! तुम्हारे पिता पर ही तो भगवान क्रुद्ध हुए थे, अब तुम्ही जाकर उनको शांत करो। “तब प्रह्लाद भगवान के समीप जाकर हाथ जोड़कर साष्टांग भूमि पर लोट गए और उनकी स्तुति करने लगे। बालक प्रह्लाद को अपने चरणों में पड़ा देखकर भगवान दयार्द्र हो गए और उसे उठाकर गोद में बिठा लिया और प्रेमपूर्वक बोले ” वत्स प्रह्लाद ! तुम्हारे जैसे एकांतप्रेमी भक्त को यद्यपि किसी वस्तु की अभिलाषा नहीं रहती पर फिर भी तुम केवल एक मन्वन्तर तक मेरी प्रसन्नता के लिए इस लोक में दैत्याधिपति के समस्त भोग स्वीकार कर लो। भोग के द्वारा पुण्यकर्मो के फल और निष्काम पुण्यकर्मों के द्वारा पाप का नाश करते हुए समय पर शरीर का त्याग करके समस्त बंधनों से मुक्त होकर तुम मेरे पास आ जाओगे। देवलोक में भी लोग तुम्हारी विशुद्ध कीर्ति का गान करेंगे। “ यह कहकर भगवान नृसिंह वहीँ अंतर्ध्यान हो गए।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया,100 शैय्या अस्तपाल रिफर रास्ते मे एम्बुलेन्स में भट्टा मजदूर की पत्नी ने बच्चे को दिया जन्म

औरैया,100 शैय्या अस्तपाल रिफर रास्ते मे एम्बुलेन्स में भट्टा मजदूर की पत्नी ने बच्चे को दिया जन्म

औरैया,अजीतमल। आशा की सूचना पर प्रसूता को अजीतमल सीएचसी में एम्बुलेन्स द्वारा भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा 100 शैया अस्पताल चिचौली रिफर कर दिया। एम्बुलेन्स द्वारा लेजाते वक्त प्रसूता का रास्ते मे आशा व एम्बुलेन्स की टीम द्वारा सुरक्षित प्रसव कराया गया। उसके बाद जच्चा और बच्चा को सकुशल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अजीतमल क्षेत्र के जगतपुर भट्टा बल्लापुर पर अनिल कुमार अपने परिवार के साथ रहकर ईट पाथने का कार्य करता है। बुधवार की सुवह अचानक पत्नी विमला को प्रशव पीड़ा होने पर गांव की आशा मीरा देवी द्वारा 108 को सूचना दी गयी। सूचना पर पहुची 108 द्वारा सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहाँ डॉक्टरो ने देखते ही 100 शैया चिचौली अस्पताल रिफर कर दिया गया। एम्बुलेन्स up BG 8675 के चालक रविन्द्र कुमार पाल व ईएमटी भानू प्रताप द्वारा 100 शैय्या अस्पताल ले जाते वक्त बमरीपुर गांव के समीप अचानक प्रसूता की हालत बिगड़ने पर साथ मे रही आशा मीरा देवी ने एम्बुलेन्स टीम के साथ मिलकर सुरक्षित प्रसव कराया। जिसमे प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। सुरक्षित प्रशव के बाद जच्चा और बच्चा को सकुशल 100 शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया। वही परिजनों ने एम्बुलेन्स टीम का धन्यबाद प्रकट किया।
ए, के,सिंह सवांददाता

औरैया, युवकों ने खड़े ट्रक व डम्पर मे की तोड़-फोड़*

*औरैया, युवकों ने खड़े ट्रक व डम्पर मे की तोड़-फोड़*

*कंचौसी,औरैया।* मंगलवार सुबह दस बजे के आसपास पास कुछ युवक रेलवे क्रासिंग की तरफ जा रहे थे,उसी समय बंद रेलवे क्रासिंग के पास खड़े छोटे बड़े वाहनो के साथ रसूलाबाद की तरह आये डम्पर व ट्रक के ड्राइवर केबिन मे करने लगे जिससे आगे का शीशा टूट गया, तोड़-फोड़ के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है, वहीं कुछ सहमे लोग इधर-उधर भागने लगे, तो कुछ तमासबीन होकर नजारा देख रहे थेउस समय क्रासिंग के पास कोई रेल पुलिस के जवान नही थे। दस मिनट से अधिक चले हंगामे तोड़ -फोड़ के बीच कंचौसी चौकी थाना मंगलपुर पुलिस ने मौके पर पहुंच तोड़-फोड़ कर रहे युवकों को खदेडा जो बलरामपुर गांव की तरफ भाग गये। पुलिस इनका पता लगाने मे जुटी है। इससे रेल ट्रेक पर कोई बाधा नही हुई।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

इटावा , बढ़पुरा थाना पुलिस ने चोरी के ट्रक सहित एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया

इटावा/उदी। थाना बढपुरा पुलिस द्वारा अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी जसवन्तनगर के निर्देशन में एक अभियुक्त को चोरी का एक ट्रक सहित गिरफ्तार किया गया।

                                       जानकारी के मुताबिक थाना बढपुरा प्रभारी मुकेश कुमार सोलंकी पुलिस बल द्वारा यमुना नदी पुल पर चैकिंग की जा रही थी। उसी दौरान खास मुखबिर ने आकर सूचना दी कि दो वर्ष पहले थाने में दाखिल जो ट्रक चोरी हुए थे। उनसे सम्बन्धित एक ट्रक संख्या UP 75 AT 6365 का चालक ट्रक लेकर बाह रोड से इधर आ रहा है। सूचना पर विश्वास करके थाना प्रभारी ने पुलिस बल उक्त ट्रक का इन्तजार करते हुए तिराहे पर सतर्क होकर खड़े हो गये। तथा सतर्कता से चेकिंग करने लगे थोडी देर में ट्रक संख्या UP 75 AT 6365 आता दिखाई दिया जिसे रोककर सड़क के किनारे खड़ा कराया गया। चालक को उतार कर नाम पता पूछा गया तो उसने अपना नाम राजेन्द्र यादव पुत्र हाकिम सिंह निवासी नगला कोरी तहसील ताखा थाना उसराहार जनपद इटावा बताया। ट्रक चोरी कर ले जाने के सम्बन्ध में पूछने पर बताया कि ट्रक मालिक शैलेन्द्र कुमार यादव पुत्र मेहरबान सिंह निवासी कउवा रम्पुरा थाना उसराहार इटावा के नाम है। काफी दिनों से मैं यह ट्रक चलाता हूँ करीब डेढ़ वर्ष पहले अवैध खनन लोडिंग में पकड़ा गया था तथा चौकी के पास खड़ा कराया था। लोग ट्रक निकालकर ले जा रहे थे। मैंने भी अपना ट्रक निकाल लिया था। बढपुरा थाना पुलिस द्वारा ट्रक को बरामद कर अभियुक्त राजेन्द्र यादव पुत्र हाकिम सिंह निवासी नगला कोरी तहसील ताखा थाना उसराहार जनपद इटावा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।

जसवंतनगर। हाईवे किनारे नगला नवल गांव स्थित श्री गमा देवी मंदिर पर श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ

जसवंतनगर। हाईवे किनारे नगला नवल गांव स्थित श्री गमा देवी मंदिर पर श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा निकालकर हुई। कथा के पहले दिन सरस कथा वाचक दिव्या शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत सुनने से जीवन के सारे पापों का नाश हो जाता है और जीवन सुखमय हो जाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा से हुई। गांव के सात जल स्रोतों से पवित्र जल लेकर कलश यात्रा निकाली गई जो गांव की गलियों में घूमती हुई मुख्य मार्ग से गमा देवी मंदिर पहुंची। कथा स्थल पर सरस कथा वाचक दिव्या शास्त्री ने भगवत जनों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपनी वैदिक परंपराओं को ना भूलें। वेदों से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने सती माता की कहानी भी सुनाई कि उनके कितने जन्म हुए व कैसे भगवान शंकर से उनका मिलन हुआ तथा उन्होंने कैसे शिव आराधना की और कैसे उनसे विवाह किया।
आयोजक परीक्षत कमला देवी केदार सिंह एवं सुषमा यादव जसराम यादव ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 27 जून तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से 5 बजे तक भागवत कथा आयोजन के बाद 28 जून मंगलवार को विशाल भंडारे के साथ संपन्न होगी।
इस दौरान विमल कुमार, तकवीर सिंह, यदुवीर सिंह यादव, उपदेश यादव, शैलेंद्र सिंह, करू यादव, रत्नेश यादव, सुनील यादव आदि के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।