Monday , October 28 2024

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इंटरनेशनल आर्टिस्ट कनिका पटवारी ने अपने नवीनतम रिलीज़ ‘दिल परदेसी’ के साथ मारवाड़ी को दिलाई वैश्विक पहचान

 

मारवाड़ी को बढ़ावा देने और इसे ग्लोबल म्यूजिक स्टेज पर पेश करने वाली भारत की इंटरनेशनल म्यूजिशियन कनिका पटवारी अपनी जड़ों से जुड़े रहने में विश्वास रखती हैं। उनका नवीनतम इलेक्ट्रिफाइंग हिट ‘दिल परदेसी’ इंडियन और ग्लोबल म्यूजिक पर अनूठी छाप छोड़ने वाला मारवाड़ी गीत है।

दिल परदेसी किसी विशेष व्यक्ति से मिलने, प्यार में पड़ने और अपने दिल के नर्वस लेकिन मीठे एहसास को बयान करने की रोमांटिक कहानी के इर्द-गिर्द घूमता है। इसका टाइटल किसी विशेष के लिए अपना दिल खो बैठने की स्वीकृति से प्रेरित है।

मारवाड़ी म्यूजिक के लिए यह एक बड़ा कदम है। अन्य रीजनल इंडियन म्यूजिक, जैसे- पंजाबी सॉन्ग्स आदि ने इंटरनेशनल स्तर पर अपने लिए एक मजबूत जगह बना रखी है। पटवारी का लक्ष्य, मारवाड़ी को भी ऐसी ही पहुँच प्रदान करना है। अपने गृहनगर की भाषा को एक बड़ा, ग्लोबल प्लेटफॉर्म देना उनके सपनों में से एक है। पटवारी का जन्म बेल्जियम के एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। वे वहीं पली-बढ़ीं। हालाँकि, भारत से हमेशा से ही जुड़ी रही हैं। उनका म्यूजिक स्टाइल निश्चित रूप से वैश्विक संवेदनाओं के साथ ही साथ भारतीय संगीत के भारी प्रभाव को भी दर्शाता है।

अपने नवीनतम रिलीज़ पर टिप्पणी करते हुए, कनिका पटवारी कहती हैं, “दिल परदेसी मेरे दिल के बेहद करीब है, क्योंकि यह मारवाड़ी गीत है और जब भी मैं मारवाड़ी में गाती हूँ, तो मैं खुद को अपनी जड़ों के करीब महसूस करती हूँ। अपने समाज को इस म्यूजिक का आनंद लेते और इसे अपनाते हुए देखना अद्भुत लगता है। मुझे सीमाओं को पार करते हुए म्यूजिक देखना पसंद है और मारवाड़ी में गाना इसे करने के मेरे खास तरीकों में से एक है। मुझे उम्मीद है कि लोग इन गीतों का आनंद लेंगे।”

यह गीत पहले से ही म्यूजिक लवर्स, विशेष रूप से मिलेनियल और जेन ज़ेड मारवाड़ी आबादी के बीच ट्रेंड कर रहा है। दिल परदेसी के लिए कनिका ने म्यूजिक प्रोड्यूसर ‘वाएसोब्लू’ के साथ कोलेबरेट किया है, जिन्होंने ट्रैक में एक दिलचस्प इलेक्ट्रॉनिक आधार जोड़ा है और म्यूजिक के एक दिलचस्प मिश्रण को जन्म दिया है। यह पहली बार नहीं है, जब पटवारी ने मारवाड़ी गीत गाया है, उनका हिट ‘रुनक झुनक’ एक मजेदार, ग्रोवी डांस नंबर था, जो इंटरनेशनल वाइब के साथ एक बेमिसाल मारवाड़ी मेलोडी के रूप में सामने आया।

‘दिल परदेसी’ कनिका पटवारी के नवीनतम ईपी धाराओं का एक हिस्सा है, जो अब उनके अपने यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है। उनके अन्य गीतों में हिंदी में उनके द्वारा गाए गए ‘खोने दो’, ‘तारे’ और ‘बावरे’ शामिल हैं, जो ईपी का एक हिस्सा हैं।

सॉन्ग की लिंक: https://www.youtube.com/playlist?list=PL4rZbCM8tYFZAhqMJ86_HF08vvBWo3PX3

जसवंत नगर,ट्रैक्टर एजेंसी की तीसरी मंजिल पर काम कर रहे राजमिस्त्री काम करते वक्त गिरा सैफ़ई में हुई मौत

जसवंतनगर: सैफई रोड पर स्थित एक ट्रैक्टर एजेंसी की तीसरी मंजिल पर काम कर रहे राजमिस्त्री जो काम करते समय ऊपर से गिर गया जिसे पीजीआई में भर्ती कराया गया सोमवार की तड़के उसकी मृत्यु हो गई
बताते हैं कि ग्राम नगला कुआं निवासी रघुवीर सिंह के पुत्र मृतक प्रदीप जाटव उम्र 34 वर्ष रविवार की शाम सैफई जाने वाली रोड स्वराज एजेंसी की तीसरी मंजिल पर काम कर रहे थे तभी वह दोपहर 3:00 नीचे गिर गए आनन-फानन में मकान मालिक तथा आसपास के लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की गाड़ी से उन्हें सैफई पीजीआई भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान सोमवार की तड़के 3:00 बजे उनकी मृत्यु हो गई
मृतक के 5 बच्चे है जिनके नाम आयुष ,गुंजन ,अंश ,वंश राज तथा तान्या है मृतक भूमिहीं वयक्ति है इस घटना के बाद से उसकी पत्नी श्रीमती रचना तथा अन्य लोगों का रो रो कर बुरा हाल है

 

जसवंतनगर: सिद्धार्थ महाविद्यालय जसवंतनगर में प्रवक्ता भूगोल के पद पर कार्यरत एक अध्यापक का असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ है उन्होंने प्रदेश में 7 वीं रैंक हासिल की है।

जसवंतनगर: सिद्धार्थ महाविद्यालय जसवंतनगर में प्रवक्ता भूगोल के पद पर कार्यरत एक अध्यापक का असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन हुआ है उन्होंने प्रदेश में 7 वीं रैंक हासिल की है।
बताते है कि महाविद्यालय के प्रबंधक सूरत सिंह शाक्य के चचेरे भाई ग्राम -ईश्वर पुरा, धनुवां के मूल निवासी ऋषिकांत डॉ. कन्हैया लाल शाक्य के छोटे भाई श्री राजन सिंह शाक्य के पुत्र हैं। ऋषिकांत शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं। उनकी सफलता पर सिद्धार्थ महाविद्यालय के सचिव जवाहर लाल शाक्य, प्रचार्य डॉ. पुरुषोत्तम पाण्डेय, प्रवक्ता डॉ.भुवनेश कुमार डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह, अल्ताफ हुसैन, राहुल कुमार, जाकिर हुसैन, यतेंद्र सिंह, धीरज, शैलेन्द्र एवं समस्त स्टाफ ने बधाई देकर उज्जवल भविष्य की कामना की।

 

औरैया, काम से छाप छोड़ने वालों को मिला सम्मान* लखनऊ में जिला वैक्सीन प्रबंधक और भंडारण प्रबंधक को किया गया सम्मानित

*औरैया, काम से छाप छोड़ने वालों को मिला सम्मान*

*कोरोना संक्रमण के दौरान वैक्सीन के रखरखाव और वितरण में निभाई अहम जिम्मेदारी*

*लखनऊ में जिला वैक्सीन प्रबंधक और भंडारण प्रबंधक को किया गया सम्मानित*

*औरैया।* कोरोना के साथ-साथ नियमित टीकाकरण की वैक्सीन बेहतर रखरखाव और प्रबंधन के मद्देनजर राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.अजय घई ने बीते सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में जिला वैक्सीन प्रबंधक सतेंद्र सिंह और जिला वैक्सीन भंडारण प्रबंधक गौरव काश्टवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कोरोना संक्रमण के दौरान केंद्र सरकार ने को-विन एप लांच किया था। इस एप में कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थी के विषय में समस्त जानकारी भरी जाती थी, इसी के बाद उसे स्लॉट एलॉट होता था औ टीका लगता था। ई-विन एई एप से कोरोना से संबंधित कोविशील्ड, कोवैक्सीन और नियमित टीकाकरण की वैक्सीन का रखरखाव और वितरण की स्थिति के बारे में सीधी मॉनीटरिंग की गई। संक्रमण काल में जिला वैक्सीन प्रबंधक सतेंद्र सिंह और जिला वैक्सीन भंडारण प्रबंधक गौरव काश्टवाल दोनों ने रात-दिन ड्यूटी की और वैक्सीन के रखरखाव की जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाएं। इसके अलावा नियमित टीकाकरण की वैक्सीन के रखरखाव में भी दोनों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। लिहाजा इनके परिश्रम को देखते हुए बीते सोमवार को लखनऊ में आयोजित हुए प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में जिला वैक्सीन प्रबंधक और जिला वैक्सीन भंडारण प्रबंधक दोनों को राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, स्वामी ब्रह्मानंद फाउंडेशन सामाजिक कुरीतियां दूर करने का चलाएगा अभियान*

*औरैया, स्वामी ब्रह्मानंद फाउंडेशन सामाजिक कुरीतियां दूर करने का चलाएगा अभियान*

*दिबियापुर,औरैया।* स्वामी ब्रहमानंद फाउंडेशन की बैठक में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए अभियान चलाने पर सहमति बनी तय हुआ कि निर्धन बच्चों को पढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने के भी किए जाएगे।
बैठक में स्वामी ब्रह्मानंद फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशन राजपूत ने बताया कि स्वामी बमानंद ने देश एवं समाज के लिए लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों के विरोध में हमेशा आवाज उठाई और लगातार विरोध किया। इन्हीं सब कारणों से अंग्रेजों ने उन्हें जेल में डाला था। कहा कि शिक्षा समाज के लिए यह आइना है, जो किसी को भी अंधकार में प्रकाश की ओर से जा सकती है। इस दौरान जिलाध्यक्ष इंजीनियर सतेंद्र राजपूत ने जिला कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए सौरभ राजपूत को जिला उपाध्यक्ष नियुक्त कर मालार्पण कर सम्मानित किया। उन्होंने सभी लोगो से आहावान किया कि वह अपनी कार्यशैली के द्वारा समाज प्रगति के पथ पर अग्रसर हो । इससे पूर्व सदस्यों ने प्रदेश अध्यक्ष सहित जिलाध्यक्ष व उनकी टीम का मालार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर संरक्षक पंचम लाल राजपूत, ओम प्रकाश राजपूत, प्रवक्ता डॉ. रामहेत राजपूत, कथावाचक रामकिशोर,दीपू राजपूत, अनुराग राजपूत, राम प्रताप राजपूत आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, ईश्वर के प्रति लगन व सच्ची निष्ठा से 5 वर्षीय ध्रुव का ईश्वर से साक्षात्कार हुआ- भागवताचार्य*

*औरैया, ईश्वर के प्रति लगन व सच्ची निष्ठा से 5 वर्षीय ध्रुव का ईश्वर से साक्षात्कार हुआ- भागवताचार्य*

*मानव के सत्कर्म ही ईश्वर की सच्ची पूजा है भगवान सिर्फ भाव के भूखे हैं*

*बिधूना,औरैया।* पुर्वापट्टी के श्री राम जानकी मंदिर पर आयोजित नौ दिवसीय विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन सोमवार को ग्वालियर के भागवताचार्य पंडित कमलेश पाठक ने ध्रुव प्रसंग व सती प्रसंग का मार्मिक वर्णन करते हुए कहा कि ईश्वर भक्त ध्रुव ने 5 वर्ष की उम्र में ही ईश्वर के प्रति लगन और सच्ची निष्ठा के बलबूते कठिन तपस्या कर ईश्वर का साक्षात्कार करने में कामयाबी हासिल की थी। उन्होंने कहा कि भक्त ध्रुव को पिता उत्तानपाद द्वारा अपनी गोद में बैठा लेने पर अहंकारी सौतेली मां सुरुचि ने उसे पिता की गोद से नीचे उतार कर कहा था कि तुम इस गोद में बैठने लायक नहीं हो इसका हकदार मेरा पुत्र उत्तम है तुम्हें इस गोद में बैठने के लिए ईश्वर की कृपा पाकर अगला जन्म लेना होगा। सौतेली मां की इस कृत्य से दुखी 5 वर्षीय ध्रुव ने ईश्वर की तपस्या की बात ठानकर अपनी मां सुनीति से आशीर्वाद लेकर घने जंगलों में ईश्वर की तपस्या के लिए चल दिए तभी रास्ते में प्रकट हुए नारद मुनि ने ध्रुव से कहा कि बिना गुरु ज्ञान के तपस्या पूर्ण नहीं हो सकती जिस पर ध्रुव ने नारद मुनि को ही अपना गुरु बना लिया नारद मुनि द्वारा उन्हें ऊं नमो भगवते वासुदेवाय का मंत्र दिया गया। भक्त ध्रुव ने कठिन तपस्या कर और ईश्वर के दर्शन कर परमपद को प्राप्त करने में कामयाबी हासिल की। भागवताचार्य ने कहा कि मानव के सत्कर्म ही ईश्वर की सच्ची पूजा है। भगवान को कुछ भी नहीं चाहिए वह सिर्फ भाव के भूखे हैं। भागवताचार्य कमलेश पाठक ने सती प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि शादी के बाद महिलाओं को बिना बुलाए अपने मायके नहीं जाना चाहिए और अपने पति के आदेश मानना चाहिए। अपने दामाद भगवान शंकर से नाराज राजा दक्ष प्रजापति ने यज्ञ में भगवान शंकर को आमंत्रित नहीं किया किंतु पार्वती माता बिना बुलाए यज्ञ में पहुंची लेकिन अपने पति का यज्ञ में स्थान ना पाकर और अपमान महसूस कर क्रोधित होकर में अपने शरीर का परित्याग कर दिया। कथा के विश्राम पर आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। बाद में वृंदावन धाम मथुरा के कलाकारों द्वारा रासलीला का भी भव्य मंचन किया गया। इस मौके पर यज्ञपति सुरजन सिंह, पुजारी सियाराम दास, प्रधान अजीत राजपूत, बाबा रामचंद्र , लाल दास , भजन लाल , चंद्र मोहन राजपूत , राम अवतार , अशोक कुमार , राम नरेश , चंद्र शेखर , वीरेंद्र कुमार , राजपाल सिंह , आनंद स्वरूप , रोहताश, अवधेश , मानिक चन्द्र , अमरेंद्र राजपूत , पिंटू राजपूत , अमित राजपूत , कैलाश बाबू , अविनाश बाबू , हर विलास , नवाब सिंह , अहिवरन सिंह , अन्नू , संजेश , ललित , सुधीर , सुभाष , अभिषेक , रवि , अवनीश , सुधाकर , राहुल , विनोद , राम प्रकाश , श्यामू व अमित आदि के अलावा श्रीमद् भागवत कथा आयोजन समिति के पदाधिकारी भी प्रमुख रूप से शामिल थे।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

औरैया, कोरोना पीड़ित बच्चों की भविष्य को बनाने के लिए संचालित की गई है योजना*

*औरैया, कोरोना पीड़ित बच्चों की भविष्य को बनाने के लिए संचालित की गई है योजना*

*माननीय प्रधानमंत्री ने बच्चों के भविष्य का रखा है ख्याल- मा0 राज्यमंत्री*

*औरैया।* एन0आई0सी0, ब्लॉक औरैया में पी0एम0 केयर्स फॉर चिल्ड्रेन स्कीम के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रम में जनपद में पात्र 02 बच्चे को माननीय प्रधानमंत्री जी, भारत सरकार द्वारा बच्चे के बैंक खाते में रूपया 10 लाख की धनराशि प्रदान की गयी। इसके साथ ही माननीय प्रधानमंत्री जी ने बटन दबाकर कक्षा-1 से 12 तक अध्ययनरत प्रत्येक बच्चे के बैंक खाते में विशेष ”स्कॉलरशिप फॉर पी0एम0 केयर्स फॉर चिल्ड्रेन“ के तहत रू0 20,000/- की धनराशि प्रेषित की, जिसमें रू0 1,000/- प्रतिमाह एक वर्ष तक कुल रू0 12,000/- तथा रू0 8,000/- बच्चे की किताबें, यूनीफार्म, जूते एवं शिक्षा से सम्बन्धित अन्य सामग्री हेतु है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा और अन्य लाभों की घोषणा की है। पीएम केयर्स फंड के जरिए बच्चों को लाभ मिलेगा. पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं, और सरकार बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए सब कुछ करेगी।
इस योजना के तहत जनपद के दो बच्चों कुमारी सोनम एवं अर्जुन पाल को इस योजना का लाभ प्रदान किया गया। इसके लिए माननीय राज्यमंत्री कौशल किशोर शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय द्वारा जनपद के एन आई सी में हुए कार्यक्रम के तहत बच्चों को लाभ प्रदान किया गया। योजना की जानकारी देते हुए माननीय मंत्री ने कहा के कोरोना महामारी के समय में जिन बच्चों के माता-पिता नहीं रहे हैं उन बच्चों के भविष्य की चिंताओं को देखते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा यह बड़ा कदम उठाया गया है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा है कि देश का बच्चा इस देश का भविष्य है और उस भविष्य की देखभाल की जिम्मेदारी हमारी है इसलिए हर बच्चे की जिम्मेदारी को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 1 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चों को लाभ प्रदान किया जाएगा। जिसमें उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत प्रत्येक पीड़ित बच्चे को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। बच्चों को 23 साल की उम्र होने पर यह राशि मिलेगी। इसके अलावा अनाथ बच्चों के रहने-खाने के साथ-साथ शिक्षा की भी व्यवस्था सरकार करती है। इन बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण सरकार देगी। प्रत्येक बच्चे को 5 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया गया है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा दोनों बच्चों को गोद ले लिया गया है तथा भविष्य में कभी भी किसी भी बात की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें संपर्क स्थापित करने के लिए अपना मोबाइल नंबर भी बच्चों को दे दिया है। इस अवसर पर माननीय मंत्री कौशल किशोर, राज्यमंत्री, शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय, जिलाध्यक्ष राम जी मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि रिया शाक्य, जिलाधिकारी प्रकाश चंद श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अब्दुल बासित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अर्चना श्रीवास्तव, जिला प्रोबेशन अधिकारी आशुतोष सिंह एवं विभागीय अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे।

रिपोर्ट :-: आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता

बारात घर का 14 साल से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

जसवंतनगर: क्षेत्र की ग्राम पंचायत आलई के मजरा नगला पसी में विधायक निधि से बारात घर तो बना दिया गया था।लेकिन ग्रामीणों को बारात घर का 14 साल से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। इस बरात घर पर दंबगो का कब्जा है। ग्रामीण इसकी शिकायत कर थक चुके हैं, लेकिन आज तक बारात घर से कब्जा नहीं हट पाया।

जसवंतनगर ब्लाक की ग्राम पंचायत आलई में वर्ष 2006-07में ग्रामीणों के लिए विधायक निधि से बारात घर बनाया था।14 साल बीत जाने के बावजूद भी ग्रामीणों को बारात घर का लाभ नहीं मिल पाया है।
ग्रामीण शयामसुंदर पुत्र जिगुलकिसोर ,महाबीर पुत्र वृंदावन, प्रधान प्रतिनिधि संदेश कुमार पुत्र मुकुट सिंह निवासी गढ़ नगला पसी
आदि का कहना है कि गांव के दबंग किस्म के अजय यादव पुत्र रछपाल सिंह ,संदीप व अजीत पुत्र रामबीर सिंह ने बारात पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। आरोप है कि आरोपियो व्यक्तियो ने बारात घर के दरवाजों पर ताला लगाकर भूसा व अपना सामान भर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले की शिकायत वह कई बार अफसरों से कर चुके हैं। लेकिन आज तक बारात घर को कब्जा मुक्त नहीं कराया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही प्रशासन द्वारा यह बनाकर खाली नहीं कराया गया तो जल्द हम गांव निवासी लखनऊ में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के पास जाकर अपनी शिकायत करेंगे
खंड विकास अधिकारी एम एल यादव ने बताया कि उन्हें पत्रकारों द्वारा बताया गया है अभी कोई शिकायत नहीं मिली है शिकायत मिलने पर कब्जा हटवाया जाएगा

 

जसवंतनगर: सोमवार की सुबह सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए विधि विधान से व्रत रख बरगद के पेड़ की पूजा अर्चना की

जसवंतनगर: सोमवार की सुबह सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए विधि विधान से व्रत रख बरगद के पेड़ की पूजा अर्चना की

बताते हैं कि हिंदू धर्म में इस वट सावित्री व्रत और पूजा का विशेष महत्व है यह व्रत सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती है इसकी धार्मिक मान्यता है कि जेष्ठ अमावस्या के दिन ही सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण बचाए थे इसलिए महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती है और बरगद के पेड़ की पूजा अर्चना करती हैं कोठी कैस्त स्थित महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर पूरी ,गुलगुले, मिठाई आदि का भोग लगाया इस दौरान महिलाओं में भावना, कंचन पांडे, पूजा,बबली, सोनी, श्वेता, राधा ,अंजलि आदि मौजूद रही

 

जसवंत नगर , लद्दाख के हुये हादसे मैं शहीद हुए जवानों के लिए कस्बे में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई

जसवंतनगर: बीते दिनों लद्दाख में 26 जवानों से भरी बस नदी में गिर गई थी इस हादसे में 7 जवानों की मौत हो गई तथा कई जवान घायल भी हुए थे इस हादसे मैं शहीद हुए जवानों के लिए कस्बे में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई
बताते हैं कि कस्बे के युवा संगठन द्वारा रविवार की देर रात एक कैंडल मार्च निकाला गया जिसमें लगभग 2 दर्जन से ज्यादा लोग शामिल थे यह कैंडल मार्च केला गमा देवी मंदिर से शुरू होते हुए बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, कटरा बुलाकीदास ,बस स्टैंड चौराहा ,होता हुआ अपने गंतव्य स्थल पर समाप्त हुआ । श्रद्धांजलि देने वालों में विकास गुप्ता ,अजीत यादव, अमर यादव, गोविंद गुप्ता ,जितेंद्र यादव, अवनीश यादव ,हेमू ठाकुर, मोंटी गुप्ता, चंदू जैन, राज गुप्ता ,प्रदीप शर्मा, गोलू गुप्ता, श्याम पंडित ,आदि ने मिलकर श्रद्धांजलि देकर कैंडल मार्च निकाला