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धारावी पुनर्विकास परियोजना में आएगी तेजी, निवासी निकाय ने सरकारी सर्वेक्षण को दिया समर्थन

मुंबई:एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती धारावी के पुनर्विकास में अब तेजी आने की उम्मीद है। दरअसल धारावी और उसके आसपास के निवासियों के एक नवगठित संघ ने राज्य सरकार के नेतृत्व में चल रहे सर्वेक्षण को अपना समर्थन दे दिया है। तीन अरब डॉलर की धारावी पुनर्विकास परियोजना को अदाणी समूह द्वारा विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से धारावी के करीब 10 लाख निवासियों का जीवन बदलने का वादा किया गया है।

धारावी के निवासी निकाय ने कहा- बिना किसी देरी के आगे बढ़े काम
धारावी निवासियों के ‘नागरिक और समाज विकास कल्याण निकाय’ ने 30 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार के ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना/झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण’ (डीआरपी/एसआरए) के सीईओ एसवीआर श्रीनिवास को लिखा, ‘हम विनती करते हैं कि पुनर्विकास का काम बिना किसी और देरी के आगे बढ़ाया जाए,

ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सर्वेक्षण जल्द से जल्द किया जाए।’ ‘धारावी बनाओ’ आंदोलन का नारा देने वाले नागरिक और समाज विकास कल्याण के प्रतिनिधियों ने श्रीनिवास से मुलाकात की और धारावी में किए जा रहे सर्वेक्षण को शीघ्र शुरू करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

परियोजना पूरी होने में लग सकता है सात वर्ष का समय
18 मार्च, 2024 को शुरू हुए राज्य सरकार के सर्वेक्षण में अब तक घर-घर जाकर 10,000 मकानों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि 21,000 से ज़्यादा मकानों की गिनती की जा चुकी है। इसमें धारावी के रिहायशी, व्यावसायिक मकान और धार्मिक संरचनाएं भी शामिल हैं। घनी आबादी वाले धारावी का लगभग 600 एकड़ क्षेत्र का मानचित्रण पुनर्विकास के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे पूरा होने में सात साल का समय लगने की संभावना है।

परियोजना पूरी होने के बाद पात्र निवासियों को इस क्षेत्र में 350 वर्ग फुट का फ्लैट मिलेगा, जबकि अपात्र निवासियों को मुंबई में कहीं और फिर से बसाया जाएगा। 3-डी मैपिंग विशेषज्ञ जेनेसिस इंटरनेशनल लिमिटेड इस क्षेत्र का मानचित्रण करेगा, जबकि यूके कंसल्टेंसी ब्यूरो हैपोल्ड लिमिटेड भौतिक बुनियादी ढांचे की ज़रूरतों को रेखांकित करेगा और बोस्टन स्थित सासाकी एसोसिएट्स इंक समग्र पुनर्डिज़ाइन का काम करेगी।

ममता बनर्जी ने झारखंड के CM हेमंत सोरेन से की बात, बांध से पानी छोड़ने पर ध्यान देने का अनुरोध

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि उन्होंने झारखंड के सीेम हेमंत सोरेन से बातचीत की है। ममता बनर्जी ने कहा कि बातचीत के दौरान उन्होंने झारखंड के बाधों से पानी छोड़ने को लेकर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। ममता बनर्जी ने दावा किया है कि झारखंड के बांधों से छोड़े जाने वाले पानी की वजह से पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति पनप रही है। उधर, झारखंड और पश्चिम बंगाल में विभिन्न हाइड्रो पावर प्रोजक्ट का संचालन करने वाली कंपनी दामोदर वैली कोर्पोरेशन (डीवीसी) का कहना है कि बारिश झारखंड में इस बार बारिश की कमी देखने को मिली है। डीवीसी का यह भी कहना है कि उसे निचले इलाकों में किसी तरह की बाढ़ का खतरा नजर नहीं आया है।

ममता बनर्जी ने क्या कहा?
सोशल मीडिया मंच एक्स पर ममता बनर्जी ने लिखा, ‘मैंंने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से बात की है। मैंने उनसे बाढ़ के हालातों के बारे में चर्चा की। बातचीत के दौरान तनुघाट से पानी छोड़ने पर चर्चा की गई, जिस वजह से पश्चिम बंगाल में बाढ़ के हालात पनपे हैं। मैंने उन्हें बताया कि झारखंड द्वारा पानी छोड़ने की वजह से पश्चिम बंगाल में बाढ़ आ गई है। मैंने उनसे इसका ध्यान रखने का अनुरोध किया है।’ पश्चिम बंगाल की सीएम ने यह भी कहा कि उनकी बाढ़ के हालातों पर नजर बनी हुई है। इसके साथ ही वह इसे लेकर लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं।

‘बाढ़ के हालातों पर बनी हुई है नजर’
ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘मेरी बाढ़ के हालात पर लगातार नजर बनी हुई है। मैंने बंगाल के दक्षिण और उत्तरी क्षेत्र के जिलाधिकारियों से इस संबंध में बातचीत की है। मैंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगले तीन से चार दिन तक बाढ़ के हालातों पर लगातार नजर बनाए रखें। मैंने उनसे सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना न हो।’ उधर, डीवीसी का कहना है कि बारिश में कमी के कारण झारखंड के तनुघाट से कम पानी छोड़े जाने की उम्मीद है।

‘संसद में सरकार ने माना कि बंगाल को मनरेगा कोष के लिए ‘शून्य’ पैसा दिया गया’, डेरेक ओ ब्रायन का दावा

नई दिल्ली:  तृणमूल कांग्रेस (टीएमएसी) सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने रविवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने आखिरकार इस बात को माना है कि उसने पश्चिम बंगाल को 100 दिन की ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत शून्य धन दिया है। ब्रायन ने इसके लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) पर सरकार द्वारा राज्यसभा में दिए गए एक सवाल के जवाब का हवाला दिया।

राज्यसभा सदस्य ओ ब्रायन ने ‘एक्स’ पर कहा, टीएमसी के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी इस योजना पर श्वेत पत्र की मांग कर रहे हैं, ताकि यह साबित हो सके कि केंद्र ने 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार के बाद पश्चिम बंगाल को क्या भुगतान किया है।

ओ ब्रायन ने सरकार के 26 जुलाई के उस जवाब को एक्स पर साझा किया, जिसमें मनरेगा के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 दिनों का रोजगार पूरा करने वाले परिवारों की संख्या पर पिछले पांच वित्तीय वर्षों के आंकड़े दिए गए थे। उन्होंने लिखा, आखिरकार! मोदी सरकार ने संसद में माना है कि बंगाल को मनरेगा कोष के लिए शून्य धन दिया गया है।

संसद के ऊपरी सदन में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान की ओर से दिए गए लिखित जवाब के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 2023-24 में 100 दिनों का रोजगार पूरा करने वाले परिवारों की संख्या शून्य थी। 2022-23 में योजना के तहत राज्य में 1,618 परिवारों को 100 दिनों का काम मिला। जबकि 2021-22 में यह 4,71,136 था। मंत्रालय ने कहा कि 2020-21 में कोरोना की पहली लहर के दौरान यह आंकड़ा 6,78,633 और 2019-20 में यह 3,65,683 था।

अरब सागर में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध 15 अगस्त तक बढ़ा, कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

अहमदाबाद :  गुजरात सरकार ने अरब सागर में मछली पकड़ने पर लगाए गए प्रतिबंध को 15 अगस्त बढ़ाने का फैसला किया है। कांग्रेस ने इस कदम को अनुचित बताया है। विपक्षी पार्टी ने कहा कि इससे मछुआरा समुदाय को वित्तीय नुकसान होगा। हालांकि, राज्य के मत्स्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मछलियों के प्रजनन और उन्हें समय देने के लिए मछुआरा संघ की ओर से प्रतिवेदन मिला, जिस पर विचार करने के बाद ही केंद्र सरकार के परामर्श से यह निर्णय लिया गया।

उन्होंने कहा कि सरकार ने इस फैसले तक पहुंचने के लिए वैज्ञानिक आंकडों और मौसम की स्थिति को भी ध्यान में रखा। अधिकारी ने कहा कि इस कदम को अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाए जाने की संभावना है। साल 2021 से राज्य में वार्षिक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध 1 जून से 31 जुलाई तक प्रभावी रहा।

मत्स्य विभाग ने 31 जुलाई को गुजरात मत्स्य पालन (संशोधन) नियम, 2020 में संशोधन करते हुए एक अधिसूचना जारी की थी। जिसमें कहा गया था कि कोई भी व्यक्ति एक कैलेंडर वर्ष में 1 जून से 15 अगस्त (कुल 76 दिन) तक अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय जल क्षेत्र मं किसी भी प्रकार की मछली नहीं पकड़ेगा।

हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने आज एक बयान में कहा, 15 अगस्त तक मछली पकडने पर प्रतिबंध लगाने का गुजरात सरकार का फैसला अनुचित है। हम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात सरकार से आग्रह करते हैं कि वे इस पर विचार करें और मछुआरों को तुरंत समुद्र में जाने दें।

उन्होंने दावा किया मत्स्य आयुक्त ने 31 जुलाई को दोपहर 12 बजे एक सर्कुलर जारी किया। जिसमें कहा गया कि अगर 1, 2 और 3 अगस्त को मौसमम खराब रहता है, तो मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने जाने के लिए टोकन नहीं मिलेगा। गोहिल ने कहा कि उसी दिन शाम सात बजे एक और सर्कुलर जारी किया गया, जिसमें 15 अगस्त तक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

उन्होंने कहा कि मछुआरों से चर्चा किए बिना अचानक मत्स्य पालन अधिनियम 2003 के नियमों में संशोधन किया गया। इस वजह से मछुआरों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि एक अगस्त से मछली पकड़ने का मौसम शुरू होने के साथ ही मछुआरों ने अपनी नावों पर डीजल, बर्फ औऱ खाद्य पदार्थों आदि की व्यवस्था की थी। दूर-दराज के मछुआरे ये सोचके कच्छ के जखाऊ पहुचे थे कि सीजन एख अगस्त को शुरू होगा। उन्होंने अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए रेल टिकटों पर पैसे खर्च किए हैं, जहां उन्हें अगले दो हफ्ते तक बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

आज कई इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश की चेतावनी, इन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के साथ-साथ झारखंड-बिहार और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण शनिवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश रिकाॅर्ड की गई। रविवार को भी यही स्थिति बने रहने के आसार हैं। साथ ही 20 से 30 किमी की रफ्तार से तेज हवा चलने के आसार भी जताए जा रहे हैं। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बरसात की संभावना जताते हुए यलो अलर्ट भी जारी किया है। बिजली गिरने के भी आसार हैं।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह व मो. दानिश के मुताबिक, बाराबंकी में 15.4 मिमी, कानपुर में 12 मिमी बरसात हुई। वाराणसी में 22.4, चुर्क में 42 मिमी से अधिक पानी बरसा। लखनऊ में दोपहर से शाम तक अलग-अलग हिस्सों में बरसात हुई। प्रयागराज, गाजीपुर, झांसी, बरेली, शाहजहांपुर, आगरा में भी बारिश हुई।बीते दो-तीन दिन से बरसात का असर ये रहा कि गाजीपुर, बहराइच, में पारा 30 डिग्री से नीचे आ गया।

इन इलाकों के लिए अलर्ट
ललितपुर व आसपास के इलाकों के लिए भारी बरसात का अलर्ट जारी किया गया है। बांदा, चित्रकूट, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी व आसपास के इलाकों में भी भारी बरसात का अलर्ट जारी किया गया है।

100 KM की रफ्तार…स्कूटी को उड़ाया, 20 मीटर दूर गिरीं थीं मां-बेटी, नाबालिग व पिता गिरफ्तार

कानपुर:  कानपुर में बिगड़ैल नाबालिग छात्र ने कार से स्टंटबाजी करते हुए एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियों को रौंद डाला। शुक्रवार दोपहर को साकेतनगर में टेलीफोन एक्सचेंज रोड पर 100 की स्पीड से लग्जरी कार दौड़ाकर एक स्कूटी को उड़ा दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कूटी चला रही महिला और पीछे बैठी आठवीं में पढ़ने वाली बेटी उछलकर करीब 20 मीटर दूर जाकर गिरीं। हादसे में महिला की मौत हो गई, जबकि बेटी का बायां पैर और कूल्हा टूट गया है।

कार में एक अन्य नाबालिग छात्र और दो छात्राएं भी थीं। कहा जा रहा कि लड़कियों को दिखाने के लिए नाबालिग ने कार तेज रफ्तार से दौड़ाई और स्कूटी सामने आने पर हैंडब्रेक लगा दी। इस वजह से कार काफी दूर तक घिसटी और स्कूटी को चपेट में ले लिया। मृतका के पति की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर नाबालिग चालक और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, 12वीं में पढ़ने वाला सेन पश्चिमपारा के सागरपुरी निवासी करीब 17 साल का छात्र एक दोस्त और दो छात्राओं को लेकर गंगा बैराज पर मैगी खाने जा रहा था। वहीं, किदवईनगर थाना क्षेत्र के बांके बिहारी इंक्लेव उस्मानपुर निवासी भावना मिश्रा (42) बेटी मेधावी को कोतवाली के पास होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. हर्ष निगम को दिखाने जा रहीं थीं। मेधावी के चेहरे पर एक मस्सा है।

सिर के बल गिरने से टूट गया था हेलमेट
भावना के पति अनूप मिश्रा नवीन मार्केट एचडीएफसी बैंक की कारपोरेट शाखा में सीनियर मैनेजर हैं। मेधावी सेंट थॉमस स्कूल किदवईनगर में कक्षा आठ की छात्रा है। मां-बेटी दरोगा पार्क के पास पहुंचीं थीं कि तभी सामने से आ रही अनियंत्रित कार ने जोरदार टक्कर मार दी। उछलकर सिर के बल गिरने से भावना का हेलमेट भी टूट गया। तेज रफ्तार कार वहां खड़ी नगर निगम के सेवानिवृत्त इंजीनियर यमुना सिंह की ब्रेजा कार से टकराने के बाद रुक गई।

नाबालिग को राहगीरों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा
कार का एक पहिया फट गया और पिछला शीशा टूट गया। उधर, घायल मां-बेटी को गंभीर अवस्था में गोविंदनगर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। यहां कुछ देर बाद भावना की मौत हो गई। बच्ची का इलाज अभी भी चल रहा है। उधर, कार चालक नाबालिग को राहगीरों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

महाराष्ट्र के सियासी रण में चाचा-भतीजे के बीच छिड़ी जंग! आदित्य के खिलाफ इसे उतारेंगे राज ठाकरे

मुंबई: लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र में भाजपा के अगुवाई वाली महायुति और विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी ने विधानसभा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हाल के लोकसभा चुनावों में वर्ली में उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना के उम्मीदवार की बढ़त सात हजार से कम होने के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को एक अवसर का आभास हो रहा है और वह इस विधानसभा सीट से संदीप देशपांडे को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। ऐसे में शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे का मुकाबला मनसे के उम्मीदवार से हो सकता है।

कई योजनाएं ठप
मुंबई दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के वर्ली में भारत के कुछ सबसे धनी लोगों का घर है। यह व्यापारिक गतिविधियों के लिए खासा जाना जाता है। हालांकि, यहां बीडीडी चॉल और पुलिस कॉलोनियां पुनर्विकास के इंतजार में हैं। कई झुग्गी पुनर्वास परियोजनाएं ठप पड़ी हुई हैं।

राज ठाकरे ने सीएम शिंदे से की मुलाकात
इन सबके बीच, मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। इस दौरान वर्ली के मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, बैठक के बाद शिंदे ने अधिकारियों को वर्ली के मुद्दों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। वहीं, दूसरी ओर मनसे के नेता संदीप देशपांडे वर्ली निवासियों की चिंताओं को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से उनके साथ जुड़ रहे हैं।

क्या था 2019 का चुनावी आांकड़ा
विशेष रूप से, मनसे ने 2019 के विधानसभा चुनावों में वर्ली से उम्मीदवार नहीं उतारा था क्योंकि उद्ध ठाकरे वाली शिवसेना (के प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे अपना पहला चुनाव लड़ रहे थे। बिना किसी मजबूत विरोध के ठाकरे ने 62,247 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। शिवसेना (यूबीटी) की जीत के बाद भी इस साल के लोकसभा चुनावों के दौरान वर्ली विधानसभा क्षेत्र में बढ़त में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई।

वायनाड भूस्खलन में अब तक 300 से अधिक मौतें, छठे दिन भी राहत व बचाव कार्य जारी; जानें सब कुछ

वायनाड : केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में आए भूस्खलन ने भारी तबाही मचा दी थी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हैं। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों चूरलमाला और मुंडक्कई में सेना का राहत व बचाव कार्य छठे दिन भी जारी है। अभी भी मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। वहीं, राज्य के तीन जिलों के लोगों के लिए जीवन रेखा रही चलियार नदी भूस्खलन के बाद से विनाश का प्रतीक बन गई है।

केरल के पर्यटन मंत्री पीए मोहम्मद रियास का कहना है कि उत्तरी केरल के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में छठे दिन भी बचाव अभियान जारी रहेगा और उन स्थानों पर अधिक बल और उपकरण तैनात किए गए हैं, जहां शवों के बरामद होने की संभावना ज्यादा है।

…और शवों के मिलने की संभावना
उन्होंने कहा कि वायनाड, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों से बहने वाली चलियार नदी के 40 किलोमीटर के हिस्से में खोज अभियान जारी रहेगा, क्योंकि मलप्पुरम में नीलांबुर के पास कई शव और अवशेष बरामद किए गए हैं। भूस्खलन से तबाह हुए मुंडक्कई और चूरलमाला इलाकों में बचाव अभियान पिछले कुछ दिनों की तरह ही जारी रहेगा और उन स्थानों पर अधिक बल और उपकरण तैनात किए जाएंगे, जहां शवों के मिलने की संभावना अधिक है।

पुनर्वास के बारे में पीड़ितों के विचार जानेंगे: रियास
जो लोग प्राकृतिक आपदा से जिंदा बच गए हैं, उनके पुनर्वास के बारे में पर्यटन मंत्री ने कहा कि सभी के साथ चर्चा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘शिविरों और अस्पतालों में रह रहे लोगों के विचारों को प्राथमिकता दी जाएगी। मगर अभी चर्चा नहीं की जाएगी। इन सब पर बात तब होगी जब यह लोग बात करने की स्थिति में होंगे।’

मंत्री ने कहा कि पहचान और अन्य महत्वपूर्ण रिकॉर्ड खो चुके लोगों की मदद के लिए तत्काल हस्तक्षेप किया जाएगा। वहीं, भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा किसी भी तरह से बाधित न हो, इसके लिए भी कदम उठाए जाएंगे।

मैथियास के संन्यास के एलान पर तापसी पन्नू ने दी प्रतिक्रिया, पति का समर्थन करते हुए कही यह बात

तापसी पन्नू को हाल ही में पेरिस ओलंपिक 2024 में देखा गया था। दरअसल, वह अपने पति और भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों चिराग शेट्टी और सात्विकसाई के कोच मौथियास बो का समर्थन करती नजर आई थीं। इस बीच अपने खिलाड़ियों के टूर्नामेंट बाहर होने के बाद हाल ही में कोचिंग से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया।

मैथियास बोए ने इंस्टाग्राम पर एक भावपूर्ण संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा, “मेरे लिए मेरे कोचिंग के दिन यहीं खत्म हुए। मैं कम से कम अभी के लिए भारत या कहीं और कोचिंग नहीं दूंगा। मैंने बैडमिंटन हॉल में बहुत ज्यादा समय बिताया है। कोच बनना भी काफी तनावपूर्ण है। मैं एक थका हुआ बूढ़ा आदमी हूं।” साथ ही, उन्होंने इस पोस्ट में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और भारतीय बैडमिंटन के सभी साथियों को धन्यवाद दिया।

उनके इस फैसले पर अब तापसी की प्रतिक्रिया सामने आई है। अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर अपने पति का समर्थन करते हुए दिल छू लेने वाली टिप्पणी की है। अभिनेत्री ने मैथियस की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, “अब आप एक शादीशुदा आदमी हैं। आपको एक कदम पीछे हटने की जरूरत है। मुझे रोजाना काम से घर आकर आपके लिए डिनर तैयार करना है और सफाई करनी है।”

वर्क फ्रंट की बात करें तो तापसी को बड़े पर्दे पर आखिरी बार फिल्म डंकी में देखा गया था। फिल्म में वह शाहरुख खान के साथ नजर आई थीं। राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उनके अभिनय की जमकर प्रशंसा हुई थी। बॉक्स ऑफिस पर भी फिल्म ने अच्छा कारोबार किया था।

उनके आगामी प्रोजेक्ट की बात करें तो वह जल्द ही फिर आई हसीन दिलरुबा में नजर आएंगी। फिल्म में उनके साथ विक्रांत मैसी और सनी कौशल भी हैं। यह फिल्म सीधा ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आएगी। 9 अगस्त से इसे स्ट्रीम किया जा सकेगा।

इस अभिनेता की वजह से फिल्मों को लेकर बदला तृप्ति डिमरी का नजरिया, बोलीं- मेरा अभिनय…

संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘एनिमल’ में जोया की भूमिका से सभी को आर्शयचकित कर देने वाली अभिनेत्री तृप्ति डिमरी अब नेशनल क्रश बन चुकी हैं। एक्शन थ्रिलर फिल्म ‘एनिमल’ में उनके किरदार के बाद उन्हें आमतौर पर ‘भाभी 2’ के नाम से पुकारा जाने लगा है। कुछ भी हो लेकिन ‘एनिमल’ से तृप्ति को काफी प्रशंसा और ख्याति मिली है। अब तृप्ति ने अपने एक सह-कलाकार की तारीफ की है साथ ही यह भी बताया कि उन्हें फिल्मों को लेकर किसने उनका नजरिया बदला है।

2017 में श्रेयस तलपड़े की डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म ‘पोस्टर बॉयज’ से अभिनय की शुरुआत करने वाली तृप्ति ने एक साल बाद रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘लैला मजनू’ की थी। इस फिल्म में तृप्ति के अलावा सह-कलाकार अविनाश तिवारी ने मुख्य भूमिका में निभाई थी। यह अविनाश तिवारी ही थे, जिन्होंने तृप्ति को अपने कौशल को निखारने में मदद की और उन्हें एक एक्टिंग वर्कशॉप में शामिल होने का सुझाव भी दिया था। बता दें तृप्ति ने रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘लैला मजनू’ में अविनाश तिवारी के साथ काम किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तृप्ति ने कहा कि एक नवोदित कलाकार के लिए अविनाश तिवारी सबसे अच्छे सह-कलाकार हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक इंटरव्यू के दौरान, तृप्ति ने अपने सह-कलाकार अविनाश तिवारी की प्रशंसा की , जिन्होंने उनके जैसे नए कलाकार की मदद की। तृप्ति ने यह भी कहा कि वह काफी दयालु हैं। तृप्ति ने यह भी कहा कि वह उनके साथ और अधिक काम करना चाहती हैं। इंटरव्यू के दौरान ने कहा, “उन्होंने एक अभिनय कार्यशाला की सिफारिश की और मुझे वहां भेजा। इससे अभिनय के प्रति मेरा नजरिया बदल गया।”

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस इंटरव्यू के दौरान तृप्ति ने कहा कि फिल्म ‘लैला मजनू’ ने उनके लिए एक मजबूत नींव रखी। उन्होंने कहा कि उस समय, उन्हें अभिनय के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। तृप्ति ने कहा, “मैं अपने अंदर के ज्ञान और निर्देशक के निर्देशों का पालन कर रही थी।” शूटिंग के अपने पहले दिन को याद करते हुए, उन्होंने बताया कि वह एक भी सीन अच्छे से नहीं कर पा रही थीं और जब फिल्म का आखिरी दिन था तब वह जो कर रही थीं, उसमें आत्मविश्वास से भरी हुई थीं। तृप्ति ने कहा, ”फिल्म ‘लैला मजनू’ के साथ मैं एक अभिनेत्री के रूप में काफी विकसित हुई हूं।”