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‘किसान विरोधी होना कांग्रेस के डीएनए में है’, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का तंज

नई दिल्ली:केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि किसान विरोधी होना कांग्रेस के डीएनए में है। विपक्षी पार्टियों द्वारा केंद्र की मोदी सरकार पर कृषि क्षेत्र के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया जा रहा है। विपक्ष के आरोपों के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पार्टी को ही किसान विरोधी कह दिया।

कृषि मंत्री ने गिनवाईं मोदी सरकार की उपलब्धियां
शुक्रवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार ने बीते 10 वर्षों में कृषि क्षेत्र के बजट में अच्छी खासी बढ़ोतरी की है। किसानों को सब्सिडी पर फर्टिलाइजर्स मिल रहे हैं और आगे भी मिलते रहेंगे। कृषि मंत्री ने कहा कि किसान विरोधी होना कांग्रेस के डीएनए में है। कांग्रेस की प्राथमिकताएं शुरुआत से ही गड़बड़ रही हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए कुछ प्राथमिकताएं तय की हैं, जिनमें फसल उत्पादन को बढ़ाना, कृषि लागत को कम करना, किसानों को फसल की अच्छी कीमत देना और प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में किसानों को पर्याप्त राहत देना शामिल है।

विपक्ष ने सरकार पर किसानों के लिए कुछ न करने का आरोप लगाया
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष के अच्छे सुझावों का स्वागत करेगी। चौहान ने कहा कि उनकी सरकार किसानों को भगवान मानती है न कि वोटबैंक। उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिनमें किसानों को पर्याप्त एमएसपी न देने का आरोप लगाया गया। राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए बीते 10 वर्षों में कुछ नहीं किया है और हालिया बजट भी उम्मीदों के अनुरूप नहीं है।

‘जन औषधि केंद्रों से दवाइयां खरीदकर मरीजों ने बचाए 28000 करोड़’, स्वास्थ्य मंत्री ने दी जान

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत कम कीमतों पर बेची जाने वाली दवाओं और चिकित्सा उपकरणों से लोगों को अब तक 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत करने में मदद मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रील जेपी नड्डा ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देशभर में जन औधषि केंद्रों के माध्यम से 1,965 दवाएं और 235 चिकित्सा उपकरण बेचे जाते हैं। यह केंद्रों पर 52 से 80 फीसदी कम कमत पर उपलब्ध हैं।

संसद में प्रश्नकाल के दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि जनऔषधि केंद्रों पर कीमतों में कमी के कारम मरीज अबतक 28,000 करोड़ रुपये बचाने में सफल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इलाज के लिए सस्ती दवाएं और विश्वसनीय प्रत्यारोपण (अमृत) योजना के तहत मरीज 24,273 करोड़ रुपये बचा सकते हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना फार्माक्यूटिकल्स विभाग द्वारा जन औषधि केंद्र नामक दुकानों में गरीबों और वंचितों को कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का एकमात्र उद्देश्य कम कीमतों पर दवाएं उपलब्ध करके प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य देखभाल बजट को कम करना है।

जेपी नड्डा ने बताया कि अगस्त 2022 से कुल 3,029 ट्रांसजेंडर को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत शामिल किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ट्रांसजेंडर को राष्ट्रीय स्वस्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के लिए राष्ट्री. स्वास्थ्य प्राधिकरण और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के बीच एक समझैता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। जेपी नड्डा ने बताया कि लाभार्थियों को स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2022 के अनुसार कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं।

इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग खारिज, सुप्रीम कोर्ट का फैसला

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग खारिज कर दी है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर राजनीतिक दलों और कॉरपोरेट के बीच चंदे के कथित लेन-देन की जांच कराने की मांग की गई थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इस मांग को ठुकरा दिया है और याचिकाओं को खारिज कर दिया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही इलेक्टोरल बॉन्ड योजना पर रोक लगा चुका है।

इस आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिकाएं
मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत इस स्तर पर हस्तक्षेप करना अनुचित और बचकाना होगा। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह इस धारणा पर चुनावी बॉन्ड की खरीद की जांच का आदेश नहीं दे सकती कि यह अनुबंध परस्पर लाभ पर आधारित था। पीठ ने कहा कि ‘अदालत ने चुनावी बॉन्ड को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर इसलिए विचार किया क्योंकि इसमें न्यायिक समीक्षा का पहलू था, लेकिन आपराधिक गलत कामों से जुड़े मामले अनुच्छेद 32 के तहत नहीं आने चाहिए, जबकि कानून के तहत अन्य उपाय उपलब्ध हैं।’

गैर सरकारी संगठनों समेत इन लोगों ने दायर की थी याचिकाएं
सुप्रीम कोर्ट गैर सरकारी संगठनों – कॉमन कॉज और सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) और अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। साथ ही दो अन्य याचिकाएं डॉ. खेम सिंह भट्टी और सुदीप नारायण तमानकर और जयप्रकाश शर्मा द्वारा दायर की गईं थी। दोनों गैर सरकारी संगठनों ने जनहित याचिका में इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की आड़ में राजनीतिक दलों और कॉरपोरेट के बीच परस्पर फायदे के लिए लेन-देन करने का आरोप लगाया था।

सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों इलेक्टोरल बॉन्ड योजना पर रोक लगा दी थी और कहा था कि यह योजना संविधान के अनुच्छेद 19(1) का उल्लंघन करती है। सर्वोच्च न्यायालय ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए थे। साथ ही इलेक्टोरल बॉन्ड जारी करने वाले बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को नए बॉन्ड जारी करने से रोक दिया था।

‘शाह से मिलने दिल्ली आने की बात सच साबित हुई तो सियासत छोड़ दूंगा’, अजित पवार की विपक्ष को चुनौती

नासिक: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि अगर भाजपा से गठबंधन करने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए उनके दिल्ली आने की खबरें सच साबित हो जाती हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं को चुनौती दी कि अगर ये खबरें गलत पाई जाती हैं तो जिन लोगों ने उन पर ये आरोप लगाए हैं, उन्हें सियासत छोड़ देनी चाहिए। पवार ने आरोप लगाया कि उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया है कि हाल ही में हुई एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान अजित पवार ने खुद कहा कि उन्होंने दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर नई दिल्ली में अमित शाह के साथ बैठकें कीं। पवार ने कथित तौर कहा, “मैं उन बैठकों में भाग लेने के लिए दिल्ली जाते समय हवाई यात्रा के दौरान मास्क और टोपी पहनता था। मैंने हवाई यात्रा के दौरान अपना नाम भी बदल दिया था।”

उनके कथित बयानों के आधार पर शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरद चंद्र पवार) ने उन पर निशाना साधा था। हालांकि, अजित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह छिपकर राजनीति नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं लोकतंत्र में काम करने वाला एक कार्यकर्ता हूं। मुझे कुछ भी छिपाकर राजनीति करने की आदत नहीं है। हालांकि, हमें विरोधियों द्वारा फर्जी और झूठी खबरों से बदनाम किया जा रहा है।”

पवार ने कहा, मेरे भेष बदलकर दिल्ली जाने की खबर झूठी है। अगर मैं कहीं भी जाऊंगा तो खुले तौर पर जाऊंगा। मुझे किसी से डरने की जरूरत नहीं है। अगर ये खबरें सही साबित हो जाती हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि संसद में तथ्यों का सत्यापन होना चाहिए और अगर रिपोर्ट सही साबित हुई तो वह सियासत छोड़ देंगे। लेकिन अगर रिपोर्ट गलत पाई जाती तो बिना किसी सबूत या तथ्यों आरोप लगाने वालों राजनीति छोड़ देनी चाहिए।

शेविंग के दौरान लग गया है कट तो करें इन चीजों का इस्तेमाल, जलन से मिलेगी राहत

जो पुरुष दाढ़ी रखते हैं, वो इसे काफी अच्छे से मैंटेन भी करते हैं। दाढ़ी मैंटेन करने के लिए बहुत से पुरुष तो बाहर जाकर शेव कराते हैं लेकिन बहुत से पुरुष घर पर ही शेव करना सही समझते हैं। कई बार जल्दबाजी के चक्कर में रेजर के त्वचा कट जाती है, जिसे हम रेजर बर्न कहते हैं। रेजर से कट होने की वजह से कई बार परेशानी इस कदर बढ़ जाती है कि घाव तक हो जाता है।

कई बार तो रेजर कट की वजह से स्किन हल्की खुरदुरी हो जाती है और दाने निकलने लगते हैं। आमतौर पर ये समस्या खराब क्वालिटी का रेजर या ब्लेड यूज करने के कारण होती है। ऐसे अगर शेविंग करते वक्त रेजर से कट लग गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप कुछ घरेलू चीजों के इस्तेमाल से इस समस्या से राहत पा सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं।

फिटकरी

आपको आपकी रसोई में फिटकरी अवश्य मिल जाएगी। ऐसे में जब शेविंग करते वक्त कट लग जाए तो फिटकरी को साबुन की तरह त्वचा पर मलें। इससे खून रुक जाएगा और संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा। ये जलन से भी राहत दिलाएगी।

ठंडा पानी और बर्फ

जैसे ही रेजर से कट लगे तो बिना सोचे सबसे पहले कट पर ठंडा पानी डालें। ये तुरंत ही खून को रोकने का काम करता है। इसके साथ ही आप आईस क्यूब का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ठंडे पानी और बर्फ के इस्तेमाल से जलन से भी राहत मिलती है।

शहद

शहद में कई प्रकार के एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। ऐसे में रेजर से कट लगने पर इसे तत्काल प्रभाव से कट पर लगाएं। ये आपके घाव को जल्द ही भरने का काम करेगा।

एलोवेरा जेल

हर घर में एलोवेरा का पौधा तो होता ही है। ऐसे में आप अपने कट लगने पर तत्काल ही एलोवेरा जेल का उपयोग करें। यह त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और घाव को तेजी से ठीक करने में मदद करता है।

ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर का अंदाज है सबसे अलग, हर लुक में दिखती हैं खूबसूरत

दुनियाभर में भारत का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। उन्होंने पेरिस में चल रहे ओलिंपिक खेलों में कमाल कर दिया। वो एक ही ओलंपिक में दो मेडल लाने वाली पहली भारतीय हैं। उन्होंने सबसे पहले देश के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता। इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिक्स शूटिंग इवेंट में भी एक और कांस्य पदक जीता। उनकी जीत यहीं तक सीमित नहीं है।

आज पेरिस खेलों के सातवें दिन मनु शुक्रवार को 25 मीटर पिस्टल क्वालिफिकेशन में उतरेंगी। देश को उनसे अभी और मेडल की आस है। हर कोई उनकी जीत की कामना कर रहा है।

मनु लगातार अपनी जीत से तो लोगों का प्यार बटोर ही रही हैं, पर क्या आप जानते हैं कि उनके लुक्स भी ऐसे होते हैं कि लोग उनकी तस्वीरों की काफी तारीफ करते हैं। आइए आपको भी मनु के कुछ ऐसे लुक्स दिखाते हैं, जिन्हें देखकर आप भी कह उठेंगे कि हमारे एथलीट्स किसी मॉडल से कम हैं क्या ?

शरारा लुक

सबसे पहले बात करें मनु भाकर के एथनिक लुक की तो उनका ये अंदाज काफी खूबसूरत लग रहा है। इस शरारा सूट में मनु बला की खूबसूरत लग रही हैं। वो अक्सर एथनिक लुक में अपनी तस्वीरें साझा करती रहती हैं।

मैक्सी ड्रेस

इस सफेद रंग की मैक्सी ड्रेस में वो काफी क्यूट लग रहीं हैं। अपनी इस ड्रेस के साथ उन्होंने एक स्लिंग बैग भी कैरी किया है, जो उनके लुक के साथ अच्छा लग रहा है। अगर कहीं घूमने जाना है तो आप भी ऐसी ड्रेस अपने कलेक्शन में शामिल कर सकती हैं।

शॉर्ट ड्रेस

ये फ्लोरल प्रिंट की शॉर्ट ड्रेस उनके ऊपर कमाल की लग रही है। अगर आप भी किसी बीच पर घूमने जा रही हैं तो मनु के इस लुक से टिप्स लेकर अपने लिए खरीदारी करें। ये लुक आपकी खूबसूरती को बढ़ाने का काम करेगा।

शिमर ड्रेस

मनु अक्सर शॉर्ट ड्रेसेस में भी अपनी तस्वीरें साझा करती हैं। उनकी ये शिमर ड्रेस देखने में काफी खूबसूरत लग रही है। इस लुक में वो काफी ग्लैमरस लग रहीं हैं। सोशल मीडिया पर मनु अक्सर अपनी खूबसूरत तस्वीरें साझा करती रहती हैं।

बॉडीकॉन ड्रेस लुक

इस लाल रंग की बॉडीकॉन ड्रेस को फॉर्मल लुक की तरह पहनने के लिए मनु ने इसके साथ ब्लैक रंग का ब्लेजर पहना है। ब्लेजर की वजह से ही उनका लुक काफी अलग लग रहा है। इसके साथ मनु ने जो हाई हील्स पहनी हैं वो उनके लुक को काफी स्टाइलिश बना रहीं हैं।

विंटर लुक

मनु का ये विंटर लुक काफी खूबसूरत है। इसमें उन्होंने जींस के साथ ऑफ व्हाइट रंग की जैकेट पहनी है। इस लुक में वो काफी क्यूट दिख रहीं हैं। उनके खुले बाल उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहे हैं।

आज कांवड़ मार्ग का हवाई सर्वेक्षण करेंगे सीएम योगी, भोले के भक्तों पर कर सकते हैं पुष्प वर्षा

लखनऊ:  यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कांवड़ मार्ग का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बताते हैं कि वह हवाई सर्वेक्षण के दौरान कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी 11.20 बजे लखनऊ से राजकीय विमान से हिंडन एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से राजकीय हेलीकॉप्टर से कांवड़ मार्ग का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री मेरठ के औघड़नाथ मंदिर, बागपत के पुरा महादेव और गाजियाबाद जिले के दुग्धेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र में कांवड़ यात्रा का जायजा लेंगे।

अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब
सावन त्रयोदशी यानी सावन शिवरात्रि पर रामनगरी में कांवड़ियों का रेला उमड़ने की उम्मीद है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। रामनगरी की सुरक्षा सख्त कर दी गई है। यातायात प्रतिबंध और कड़े कर दिए गए हैं। वहीं सावन शिवरात्रि की पूर्व संध्या में बाइक से 50 हजार से अधिक कांवड़िए अयोध्या पहुंचे। सरयू में डुबकी लगाकर विभिन्न शिवालयों व मंदिरों में दर्शन-पूजन किया।

सावन शिवरात्रि पर करीब दो लाख कांवड़िया भक्तों के आगमन की संभावना है। इससे पहले बृहस्पतिवार को बाइक से पहुंचे कांवड़िया भक्तों से रामनगरी पटी नजर आई। गोंडा व बस्ती से बाइक से पहुंचे कांवड़िया भक्तों ने सबसे पहले पावन सलिला सरयू में डुबकी लगाई। इसके बाद नागेश्वरनाथ, रामलला, हनुमानगढ़ी व कनक भवन के दरबार में हाजिरी लगाई। भीड़ का सर्वाधिक दबाव नागेश्वरनाथ व सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में रहा। वहीं कांवड़िया भक्तों की बाइक रामकथा पाके सामने खड़ी कराई गई। साकेत पेट्रोल पंप से धर्मपथ के फुटपाथ भी बाइक को खड़ा कराया गया। यहां से कांवड़िया श्रद्धालुओं को पैदल जाने की अनुमति रही। देर शाम आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी राजकरण नय्यर सहित अन्य पुलिस बल ने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया।

72 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग
आचार्य प्रवीण शर्मा बताते हैं कि सावन मास की शिवरात्रि पर 72 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। गुरु प्रदोष, मृगशिरा, आर्द्रानक्षत्र के शुभ संयोग में सावन शिवरात्रि व्रत आरंभ होगा। भगवान शिव मात्र जलाभिषेक से ही प्रसन्न होते हैं। मनोवांछित फल पाने के लिए भगवान का पंचामृत अभिषेक किया जाता है। बिल्व पत्र चढ़ाया जाता है। धन की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से अभिषेक, पराक्रम के लिए अनार के रस, भक्ति के लिए केले से पूजन, समृद्धि के लिए चीकू, शांति और संतुष्टि के लिए नारंगी फल से अभिषेक की मान्यता है।

अनुमान की तुलना में एक लाख करोड़ की घटी कमाई, समीक्षा करने का सुझाव

लखनऊ:  नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट में बजट अनुमान और वास्तवित प्राप्तियों में भारी अंतर पाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022-23 के बजट में करीब 5.90 लाख करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया गया था। इसकी तुलना में करीब 4.85 लाख करोड़ ही प्राप्त हुआ। इस प्रकार अनुमानित आय की तुलना में वास्तविक आय 1.05 लाख करोड़ रुपये कम हुई। सीएजी ने इसकी समीक्षा का सुझाव दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में स्वयं के कर राजस्व में आय का अनुमान करीब 2.20 लाख करोड़ था, लेकिन वास्तव में 1.74 लाख करोड़ की आय ही हुई। इसमें 21 फीसदी की कमी दर्ज की गई। केंद्रीय करों के अंश में वृद्धि हुई है। इस मद में 1.46 लाख करोड़ मिलने का अनुमान था लेकिन, 1.69 लाख करोड़ प्राप्त हुए। गैर कर राजस्व 23406 करोड़ के अनुमान के एवज में 13489 करोड़ प्राप्त हुआ। इस मद में 42 फीसदी की कमी आई।

भारत सरकार से सहायता अनुदान में 1.08 लाख करोड़ के बजाय 59919 करोड़ ही मिले। इसमें भी 44 फीसदी से ज्यादा कमी आई। ऋण एवं अग्रिमों की वसूली 2565 करोड़ रुपये की जगह 1337 करोड़ की हुई। इसमें 47 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई। लोक ऋण में 89174 करोड़ की जगह 66846 करोड़ मिले। इसमें भी 25 फीसदी की कमी आई। इस तरह कुल आय अनुमान की तुलना में एक लाख करोड़ से ज्यादा घट गई।

‘मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था’, विवादित टिप्पणी पर घिरे ममता बनर्जी के मंत्री की सफाई

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल में भाजपा के विरोध के बीच राज्य मंत्री फिरहाद हकीम ने दावा किया कि एक धार्मिक कार्यक्रम में उनकी टिप्पणियों को गलत तरीके से बताया गया है। उन्होंने आगे कहा कि उनका किसी को भी ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। फिरहाद हकीम बंगाल के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर भी हैं। उन्होंने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि वह एक मुसलमान है, लेकिन ह हमेशा दुर्गा पूजा और काली पूजा का आयोजन करते हैं।

अपनी टिप्पणी को लेकर विवाद पर बोले फिरहाद हकीम
फिरहाद हकीम जब पिछले महीने अखिल भारतीय कुरान प्रतियोगिता में की गई टिप्पणी पर सदन में बोलने के लिए खड़े हुए तो उसी समय भाजपा विधायक वॉकआउट करने लगे। इस पर हकीम ने कहा, “यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि जब भी मैं किसी प्रश्न का उत्तर देने के लिए खड़ा होता हूं तो यह व्यक्ति या पूरा ग्रुप वॉकआउट कर रहा होता है। अगर मेरी किसी टिप्पणी का गलत मतलब निकाला जाता है तो मैं इसमें क्या कर सकता हूं। भाजपा नेता शंकर घोष और जो भी लोग यहां मौजूद हैं, क्या वे मुझे बता सकते हैं कि वे मुझे धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति मानते हैं या नहीं? हर कोई जानता है कि मैं एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हूं। इस सदन के बाहर मेरी टिप्पणी का राजनीतिकरण करना सही नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “मैंने कभी भी किसी भी अन्य धर्म का अनादर नहीं किया और अपने जीवन के आखिरी दिनों में भी नहीं करूंगा। मैं दूसरे धर्म के लोगों का भी सम्मान करता हूं। मैं इस्लाम को मानता हूं, लेकिन हमेशा दुर्गा पूजा और काली पूजा का आयोजन करता हूं। मेरी टिप्पणी का राजनीतिकरण किया गया है। मेरा किसी को भी ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। मैं धर्मनिरपेक्ष हूं और आगे भी ऐसा ही रहूंगा।”

शुभेंदु अधिकारी ने दी प्रतिक्रिया
सदन में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि जिस तरह से हकीम ने अपनी टिप्पणी का विवरण दिया, उससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “उस कार्यक्रम में आपको एक मेयर और एक मंत्री के तौर पर आमंत्रित किया गया था। आपने वहां जो भी कहा, मैं वह नहीं कह रहा हूं। आपके भाषण का पहला भाग ठीक है, लेकिन दूसरे भाग में आप अन्य धर्मों के लोगों को उस धर्म में शामिल होने के लिए बुला रहे हैं, जिसे आप मानते हैं। मैं नहीं चाहता हूं कि आप मांफी मांगें, लेकिन मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि आपने जिनके भावनाओं को ठेस पहुंचाया है और उन्हें सॉरी बोल दें।” हकीम ने बताया कि वह कार्यक्रम में इसलिए गए, क्योंकि उन्हें वहां एक विशेष धर्म के प्रतिनिधि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

मणिपुर में शांति बहाल करने की कवायद, मैतेई और हमार समुदाय जिरीबाम में साथ काम करने को सहमत हुए

इंफाल: मैतेई और हमार समुदाय के प्रतिनिधियों ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में हालात सुधारने और शांति बहाल करने के लिए साथ काम करने को सहमत हो गए हैं। असम के कछार में गुरुवार को सीआरपीएफ सुविधा केंद्र में आयोजित बैठक में आमने-सामने खड़े दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। अधिकारियों ने बताया कि बैठक का संचालन जिरीबाम जिला प्रशासन, असम राइफल्स और सीआरपीएफ कर्मियों ने किया। बैठक में जिरीबाम जिले के थाडू, पैते और मिजो समुदायों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

बैठक में क्या-क्या तय हुआ?
बैठक में यह तय किया गया कि दोनों पक्ष सामान्य स्थिति लाने, आगजनी तथा गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। दोनों पक्ष जिरीबाम जिले में तैनात सभी सुरक्षा बलों की मदद करेंगे। दोनों पक्ष नियंत्रित और समन्वित आवाजाही को सुविधाजनक बनाएंगे। सभी सहभागी समुदायों के प्रतिनिधियों ने इस दौरान वादों से जुड़ा बयान जारी किया। इस पर सभी के हस्ताक्षर थे। अगली बैठक 15 अगस्त को होगी।

मणिपुर में हिंसा कब शुरु हुई?
दरअसल, पिछले साल मई से इंफाल घाटी के मैतेई और आसपास की पहाड़ियों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

जिरीबाम में हिंसा कब से शुरू हुई?
जातीय रूप से विविधतापूर्ण जिरीबाम इंफाल घाटी और आसपास की पहाड़ियों में जातीय हिंसा से काफी हद तक अछूता था। हालांकि, इस साल जून में खेतों में एक किसान का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद यहां भी हिंसा शुरू हो गई। दोनों पक्षों की ओर से की गई आगजनी की घटनाओं के कारण हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में जाना पड़ा। यहीं जुलाई के मध्य में सुरक्षा बलों की गश्त के दौरान आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस दौरान सीआरपीएफ के एक जवान की जान चली गई थी।