Monday , October 28 2024

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इटावा उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ से एक छोटे से गांव मंडनपुर के रहने वाले प्रदीप कुमार शर्मा ने अपने गाँव का ही नहीं उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है

उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ से एक छोटे से गांव मंडनपुर के रहने वाले प्रदीप कुमार शर्मा ने अपने गाँव का ही नहीं उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है

प्रदीप कैम ने लोगो को एक मिशाल दी अगर कोई मेहनत करें तो क्या नही कर सकता है

एक बार फिर से अभिनेता और मॉडल प्रदीप कुमार शर्मा चर्चा में है अभिनेता प्रदीप कैम की फिल्म अंत कर्म 25 मार्च को रिलीज हो गई है और उसके लिए अभिनेता प्रदीप कैम से खास बात की अभिनेता प्रदीप कैम ने बताया की आज उनकी मेहनत रंगलाई और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है अभिनेता प्रदीप कैम ने मॉडलिंग से अपनी यात्रा शुरू की और कैसे-कैसे बॉलीवुड तक बहुत मेहनत से सफर तह किया और वह जिला अलीगढ़ के कस्बा अकराबाद में एक छोटे से गांव मंडनपुर से है जो आज अभिनेता प्रदीप ने प्रदेश में एक मॉडलिंग शो सिटी 2009 मुजफ्फरनगर से मॉडल के रूप में शुरू किया अभिनेता प्रदीप ने बहुत सिटी रैंप शो किये उसके बाद उन्होंने मॉडल ग्रूमर के तौर पर भी 2 साल काम भी किया है अभिनेता प्रदीप ने विदेशो में काफी शो भी किये है जोकि एक मॉडल के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि की बात है और बो आज एक जज के तौर पर इंडिया के सभी फैशन वीक जैसे लैक्मे, बिल्स, वैन हुसैन, एफडीसीआई, जज के तौर पर काम किया है बो एक गरीब घर से बास्ता रखते है हमसे खास बात करते हुए बताया अभिनेता प्रदीप कैम ने उनके पास छोटी सिटी रैम शो फैशन के रजिस्ट्रेशन फॉर्म के लिए भी पैसे नही हुआ करते थे और ये उन दिनों बहुत बड़ी बात थी और उन्होंने एक बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया है उनका बॉलीवुड में आना एक बहुत बड़ा सपना था उन्होंने अपने सपनों के लिए बहुत मेहनत की है मैंने उनसे खास बात की तो बताया कि हमारी अभी 5 बड़ी फिल्म आने वाली हैं जिसमे से एक फिल्म जिसका नाम एकांकी आत्मा संवारे प्रोडक्शन से आ रही है जिसको बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभवा श्रीवास्तवा ने डायरेक्ट किया है जोकि सभी सिनेमा हॉल में सितंबर में आने वाली है और बताया कि हमारी मुख्य किरदार में बॉलीबुड में 5 बड़ी फिल्म आने वाली है जोकि सभी फिल्म 2023 तक आ जाएगी अभिनेता प्रदीप कैम भी इण्डिया के बडे बडे फैशन शो में जज के तौर पर जाते है अभिनेता प्रदीप कैम विदेशो मैं भी काफी शो कर चुके है और बडी बडी कंपनी के ब्रांड एम्ब्रेस्डर भी है भारत के शीर्ष ब्रांड ली कॉपर, रीबॉक, लिवाइस, ली, डी&ग़, रायमंड, वुडलैंड, पैटर इंग्लैंड और टीवी चैनलों पर भी इनके ऐड देखने को मिलते है जैसे की &टीवी, इटीसी बॉलीवुड और इन्होने हरियाणवी गानो मैं भी काम किया है गाने का नाम है हूर गजब की, लैंडलार्ड, रूहसे ना लाडो ये गानो पर भी काम किया है अभिनेता प्रदीप कैम को एक बहुत बड़ी उपलब्धि मिली है और वही इस बॉलीबुड फिल्म के दौरान प्रदीप कुमार शर्मा (प्रदीप कैम) के पिताजी डॉ. राकेश शर्मा उनकी माँ सुमन देवी, और उनके सभी मित्रों ने व रिश्तेदारो ने बहुत बहुत बधाई एवम शुभकामनाएं दी इस अवसर पर मिथलेश देवी, ऊषा देवी, सुबोध शर्मा, प्रमोद शर्मा, मनोज शर्मा, राम कुमार शर्मा, शिवकुमार शर्मा, सुनील शर्मा, मीना शर्मा, जगदीश प्रसाद, सुधीर शर्मा आदि लोग शामिल रहे।

लखनऊ योगी आदित्यनाथ आज लगातार दूसरी बार यूपी के सीएम पद की ग्रहण कर रचेंगे नया इतिहास.

लखनऊ

योगी आदित्यनाथ आज लगातार दूसरी बार यूपी के सीएम पद की ग्रहण कर रचेंगे नया इतिहास.
आज योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह.
शाम 4 बजे शुरु होगा शपथ ग्रहण समारोह.
अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में होगा समारोह.
प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह होंगे शामिल.
राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा होंगे शामिल..
12 राज्यों के सीएम, 5 डिप्टी सीएम शामिल होंगे.
योग गुरु बाबा रामदेव सहित प्रमुख महंत मौजूद रहेंगे.
कार्यक्रम में नामचीन उद्योगपति भी आमंत्रित किए गए…

आज शपथ ग्रहण समारोह में आएंगे VVIP.
शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर को निमंत्रण.
पेमा खांडू, एन बिरेन सिंह, जयराम ठाकुर को निमंत्रण.
विप्लव कुमार देव, प्रमोद सावंत, हेमंत बिस्वा होंगे शामिल.
बसवराज बोम्मई,भूपेंद्र पटेल, पुष्कर सिंह धामी को निमंत्रण.
तारकेश्वर प्रसाद, रेणु देवी शपथ ग्रहण में शामिल होंगी…

विपक्ष के बड़े चेहरों को भी इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बुलाया गया है.
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी दलों के तमाम नेताओं को आमंत्रित किया गया है.

आधुनिक तकनीकियों के माध्यम से सुखा प्रभावित क्षेत्रो में जलश्रोतों का कायाकल्प

राजस्थान जिले में वाटरशेड विकास के लिए, वर्ल्ड विजन इंडिया और वी आर वाटर फाउंडेशन, आरओसीए बाथरूम प्रोडक्ट्स इंडिया की सीएसआर विंग अलवर, एक साथ आए
22 मार्च, चेन्नई:विश्व जल दिवस थीम 2022 के महत्व के बारे में बताते हुए, “सूख चुके भूजल को पुनः संरक्षित करना”,उच्च उत्पादकता और राजस्थान के अलवर जिले में घरेलू उद्देश्यों के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए,वर्ल्ड विजन इंडिया ने वी आर वाटर फाउंडेशन के साथ साझेदारी में वाटरशेड प्रबंधन व्यवस्थाओ में सुधार किया है ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रति किसानों की सुविधा को बढ़ावा दिया जा सके।
राजस्थान में कृषि राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, कृषि और उससे सम्बंधित क्षेत्रों ने 2019-20 में राज्य के कुल सकल घरेलू उत्पाद का 25.56% योगदान दिया है। समुदाय आधारित प्राकृतिक संसाधन पुनर्जनन परियोजना के माध्यम से, अभिनव संरक्षण वाटरशेड प्रथाओं और भूमि उपयोग प्रथाओं को पेश किया गया, जिससे राजस्थान के अलवर जिले में पानी, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की गुणवत्ता में और सुधार हुआ।
राजस्थान के अलवर जिले के देवती, रामसिंगपुरा, सीतावत और खरियावास गांवों के निवासियों की आजीविका कृषि और पशुपालन का एकमात्र साधन होने के कारण, लगातार सूखे ने इन्हें राज्य के अन्य क्षेत्रों में पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया है। कोविड-19 लॉकडाउन के साथ सूखे ने इन गरीब और हाशिए के किसानों के बीच व्यापक अनिश्चितता पैदा कर दी है। पारंपरिक वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसे कि जोहड़, पाल और बंद कि स्थिति बहुत ही खराब थी, इसलिए मानसून की बारिश से पानी संग्रहीत नहीं किया जा सकता था। और ऐसी कोई बारहमासी नदियां नहीं हैं जो लोगों की जरूरतों को पूरा कर सकें।
“सोनी थॉमस, ग्रुप डायरेक्टर- रिसोर्स मोबिलाइजेशन एंड पब्लिक एंगेजमेंट, वर्ल्ड विजन इंडिया ने कहा, कि राजस्थान के सूखा प्रवण राज्य में, कोविड -19 महामारी ने स्थायी और जोखिम-रहित कृषि व्यवस्था पर ध्यान आकर्षित किया है।मुख्यतः किसानों को जलवायु अनिश्चितताओं से बचाने, तथा उनकी आजीविका को मजबूत करने और घरेलू उद्देश्यों के लिए पानी कि पर्याप्त व्यवस्था करने के उदेश्य से, वर्ल्ड विजन इंडिया ने वी आर वाटर फाउंडेशन के साथ भागीदारी की और समुदाय आधारित वाटरशेड कार्यक्रमों को लागू किया”, उन्होंने आगे कहा, “हम साझेदारी के लिए आभारी हैं क्योंकि इस टिकाऊ मॉडल को प्राकृतिक संसाधनों का कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए समुदायों को सशक्त बनाकर परस्पर जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए सर्वोत्तम जलवायु लचीला रणनीति के रूप में गिना जाता है।”
यह परियोजना राजस्थान के अलवर जिले के देवती, रामसिंगपुरा, सीतावत और खरियावास गांवों में लागू की गई थी। समुदायों में व्यापक बेरोजगारी और कृषि एकमात्र व्यवसाय होने के कारण, समुदाय आधारित प्राकृतिक संसाधन पुनर्जनन परियोजना ने समुदायों को स्थायी वाटरशेड प्रबंधन व्यवस्थाओ ने जल संकट का सामना करने में मदद की। अब सभी चार गांवों, लगभग 10000 ग्रामीणों को लाभान्वित करता है, जिनमें 134 एकड़ का वाटरशेड क्षेत्र शामिल है।
“हमारे गांव में, पारंपरिक रूप से लड़कियों और महिलाओं को पानी ले आने में बहुत परेशानी होती है। गर्मियों के दौरान, परिवार के लिए सुबह पानी लाने में कम से कम दो घंटे लगते हैं”, अलवर जिले के खरियावास गांव की 17 वर्षीय आशा बताती हैं। कि आशा और उसकी बहन रामकेश स्कूल के लिए 3 किमी पैदल चलकर जाते हैं। स्कूल जाने से पहले, उनके सुबह के काम में 3-4 बाल्टी पानी ले आना शामिल था। और उन्हें अक्सर सुबह के कामों के कारण स्कूल के लिए देर हो जाती थी। गाँव की सभी लड़कियों का यही हाल हुआ करता था। लेकिन तालाब के जीर्णोद्धार ने यह सब बदल दिया है-उनकी पहुंच के भीतर पानी आसानी से उपलब्ध होने के कारण; अब बहुत समय बचा है और वह समय का उपयोग अन्य कार्यों में कर लेतीं है। खाना पकाने, धोने और नहाने के लिए पानी की बढ़ती उपलब्धता ने निश्चित रूप से जीवन स्तर और गुणवत्ता में सुधार किया है।
परियोजना के पूरा होने पर, श्री केई रंगनाथन, मैनेजिंग ट्रस्टी, वी आर वाटर फाउंडेशन, इंडिया ने टिप्पणी करते हुए कहा, “पानी बहुत जल्द एक दुर्लभ वस्तु बन गया है जिससे जल निकायों और स्वच्छ पेयजल के अन्य स्रोतों को बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति की सामूहिक जिम्मेदारी है। दुनिया ने देखा है कि पानी ने किसी भी क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और हम एक जिम्मेदार संगठन के रूप में भारत में जल पुनःपूर्ति पहल का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसका उद्देश्य जल उपयोग दक्षता और भूजल पुनर्भरण में सुधार करना है। हमें वर्ल्ड विजन इंडिया के भागीदार होने पर गर्व है और विभिन्न हस्तक्षेप कार्यक्रमों के माध्यम से राजस्थान के अलवर जिले में हजारों परिवारों को स्वच्छ पानी की उपलब्धता में सुधार के लिए उनके भारी समर्थन के लिए धन्यवाद। और विश्व जल दिवस के अवसर पर, यह परियोजना आत्मनिर्भर समुदाय के गठन, उत्पादकता बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के निर्माण के अपने दृष्टिकोण में विशिष्ट है।
पुनः संचयित जल संसाधनों में चार गांवों में तालाबों और चेक बांधों के साथ-साथ बांध मजबूत करना, पत्थर की पिचिंग, प्राकृतिक जल निकायों के चारों ओर पुनर्भरण मेड और दीवारों का निर्माण शामिल है। लोगो की आवश्यकताओ और योजना, निर्माण और रखरखाव में सहायता करने के लिए इन जल परियोजनाओं में से चारों गांवों में ‘जल उपयोगकर्ता समितियों’ का गठन किया गया था। जल उपयोगकर्ता समितियों के प्रतिनिधि जल संचयन और बजट, जल और मृदा संरक्षण तकनीकों और नई संरचनाओं को बनाए रखने के महत्व पर काफी जागरूक थे। परियोजना का मुख्य उद्देश्य भूजल को फिर से चार्ज करना, मिट्टी के कटाव को रोकना और आजीविका में सुधार करना था। राजस्थान के अलवर जिले के इन चार गांवों में स्वच्छ पानी तक पहुंच से बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार हुआ है, समुदायों को मजबूत करने और पर्यावरण की रक्षा करने में मदद मिली है।”
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वर्ल्ड विज़न इण्डिया के बारे में:
वर्ल्ड विज़न इण्डिया देश की सबसे बड़ी बाल केंद्रित मानवतावादी संस्थाओं में से एक है। मुख्य रूप से सात दशकों के अनुभव के साथ, हम गरीबी और अन्याय से झूझ रहे कमज़ोर बच्चों और समाजों के सशक्तिकरण के लिए साबित, कुशल विकास, सामाजिक भागीदारी और राहत अभ्यासों को जारी करते हैं ताकि वह खुद के लिए कमा सकें और बड़े बदलाव ला सकें। हम सभी लोगों के लिए क्राइस्ट के बेशुमार प्यार के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए धर्म, जाती, लिंग या नस्ल के सम्बन्ध में भेदभाव किये बिना सभी बच्चों की मदद करते हैं। वर्ल्ड विज़न इण्डिया 143 जिलों में काम करती है (1 अक्टूबर, 2020 के अनुसार) जिससे 23 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 6200 समाजों में 26 लाख बच्चों और उनके परिवारों पर प्रभाव पड़ता है ताकि सरकारों, नागरिक समाजों, डोनर और कारपोरेट के साथ भागीदारी करके बच्चों को प्रभावित करने वाले मुद्दों को सम्बोधित किया जा सके। और जानकारी के लिए, https://www.worldvision.in/ पर जाएं।

इटावा स्केटिंग गेम के प्रशिक्षण के लिए बच्चों को नहीं मिल रही सुरक्षित जगह ।

इटावा में स्केटिंग गेम के प्रशिक्षण के लिए बच्चों को सुरक्षित जगह नहीं मिल रही। डीएम कार्यालय और एसएसपी आवास के बहार सुरक्षा की दृष्टि से बच्चे स्केटिंग गेम सीखने लगे। बच्चों और परिजनों ने सरकार से स्केटिंग खेल के लिए ट्रैक बनवाने की मांग की है। यहीं से सीख कर राज्य स्तरीय, देश स्तरीय टूर्नामेंट में बच्चे प्रतिभाग कर चुके हैं। कोच ने कहा, बच्चे और उनके परिजनों की मेहनत से स्केटिंग सिखा पा रहे हैं।

शहर में लगभग एक दर्जन से अधिक ऐसे बच्चे हैं, जो स्केटिंग सीखने के लिए कड़ा परिश्रम कर रहे हैं। बावजूद इसके जिस स्केटिंग गेम के लिए एक सुरक्षित ट्रैक और रिंग होना चाहिए, वह न होते हुए भी बच्चे एसएसपी आवास के बाहर वाली सड़क पर और अंधेरा होने पर डीएम कार्यालय के सामने लगभग पिछले 2 वर्ष से स्केटिंग सीख रहे हैं। ये सभी राज्य स्तरीय, राष्ट्र स्तरीय स्केटिंग गेम में प्रतिभाग कर चुके हैं।

इस खेल को सिखाने वाले भानु प्रताप बच्चों के साथ कड़ी मेहनत और मशक्कत कर रहे हैं, लेकिन कहीं न कहीं उनके चेहरे पर निराशा देखने को मिली। क्योंकि वह जिस खेल को बच्चों को सिखा रहे हैं। उसके लिए पर्याप्त संसाधन उनके पास नहीं हैं। बच्चों के लिए रिंग, ट्रैक उपलब्ध नहीं है। जिस कारण कोच भानु प्रताप बच्चों की लगन मेहनत देखते हुए एसएसपी आवास के बाहर सड़क पर बच्चों को स्केटिंग सिखाने के लिए मजबूर हैं। भानु प्रताप पिछले 2 वर्षों से बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

 

कोच भानु प्रताप बताते हैं, यह स्पीड स्केटिंग गेम है। हम बच्चों को यहां प्रशिक्षण करा रहे हैं। हमारे पास कोई मैदान नहीं है। जिस वजह से हम एसएसपी आवास के बाहर बच्चों को पिछले 2 वर्ष से सिखा रहे हैं, क्योंकि इस रोड पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं है। बच्चों के हिसाब से भी सुरक्षित है। जब यहां अंधेरा हो जाता है तो डीएम कार्यालय के बहार प्रशिक्षण देते हैं।

हमारे सिखाए हुए बच्चे नेशनल लेवल तक खेलों में प्रतिभाग कर चुके हैं। इस खेल में टाइम ट्रायल होती है, जिसमें तीन सौ मीटर, पांच सौ, एक हजार मीटर की टाइम ट्रायल में एक बच्चा प्रतिभाग करता है। 4 हजार 5 हजार मीटर में 6 बच्चे ग्रुप में भगाते हैं।

इस खेल में नेशनल, इंटरनेशनल और अब आने वाले समय में गेम ओलंपिक में भी होने जा रहा है। सरकार से बस हमारी यही मांग है कि हमारे बच्चों के प्रशिक्षण के लिए कहीं भी हंड्रेड मीटर का ट्रैक बनाकर कर देते हैं तो हमारे बच्चों को बहुत सहायता मिलेगी।

स्केटिंग सीखने वाली छात्र नेत्रा का कहना है कि मुझे यहां पर 1 वर्ष सीखते हुए हो गया है। हम स्टेट लेवल पर इस खेल को खेल चुके हैं। परिजन उपेंद्र यादव बताते हैं कि मैं अपने बच्चे को स्केटिंग सिखाने के लिए यहां पर लाता हूं। हमारे यहां स्केटिंग खेल को देखते हुए कोई मैदान कोई नहीं है तो यही एक जगह है जहां बच्चे सुरक्षित स्केटिंग सीखा सकें।

इटावा विश्व क्षय रोग दिवस पर आज से 700 टीबी रोगियों को गोद लेने का अभियान शुरू किया गया।

इटावा में विश्व क्षय रोग दिवस पर आज से 700 टीबी रोगियों को गोद लेने का अभियान शुरू किया गया। अभियान में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 15 क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लिया। जिलाधिकारी ने गोद लिए बच्चों को सांकेतिक तौर पर पुष्टाहार वितरित किया। बता दें, जनपद में कुल 893 क्षय रोग से पीड़ित हैं।

डीएम श्रुति सिंह ने विकास भवन के प्रेरणा सभागार में द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीएम श्रुति सिंह ने टीबी पीड़ित बच्चों को भुने हुए चने मूंगफली के दाने एवं गुड़ वितरित किया। इसकी कीमत 500 रखी गई है। गोद लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 500 रुपये का पुष्टाहार प्रत्येक माह रोगी को देना होगा। साथ ही राज्य सरकार के द्वारा 500 की अनुदान राशि रोगी के बैंक अकाउंट में दी जाएगी।

डीएम श्रुति सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की।

सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग के बाबुओं ने 15 बच्चों को गोद लिया

15 क्षय से ग्रसित बच्चों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी भगवान दास भिरोरिया के साथ ही डिप्टी सीएमओ एवं स्वास्थ्य विभाग के बाबुओं ने गोद लिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगवान दास भिरोरिया ने बताया कि इस 1 जनवरी से 23 मार्च तक जनपद में 893 टीबी से ग्रसित रोगियों की पहचान की जा चुकी है। इसमें 18 वर्ष से कम उम्र के 93 बच्चे तथा 18 वर्ष से ऊपर की 268 महिलाएं शामिल हैं। साथ ही 18 वर्ष से ऊपर 532 पुरुष क्षय रोग से पीड़ित हैं।

कार्यक्रम में सभी ने जिले को टीबी मुक्त करने की शपथ भी ली।

कार्यक्रम में सीडीओ संतोष कुमार राय, सैफई मेडिकल कॉलेज मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह, डॉ आदेश कुमार, जिला अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एमएम आर्य, सभी ब्लॉकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला मलेरिया अधिकारी लक्ष्मी कांत पांडे, स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कर्मी व अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

भरथना किशोरी गायब होने की पिता ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई।

भरथना

मालगाड़ी की चपेट में आने से किशोरी की मौत के मामले में पिता ने दो नामजदों सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

 

कस्बा के मोहल्ला ब्रह्न नगर निवासी नरेंद्र कुमार सिंह पुत्र रामऔतार सिंह ने मोहल्ला पुराना भरथना अंबेडकर मूर्ति के पास के निवासी रितिक व मोहल्ला महावीर नगर व हाल निवासी कैथपुर थाना भोगांव जिला मैनपुरी के अभिषेक व तीन अज्ञात युवको पर आरोप लगाया है कि मेरी पुत्री शिवानी उम्र 16 वर्ष जोकि कक्षा 10 की छात्रा थी, बीती 20 मार्च को सुबह करीब सुबह साढ़े पांच बजे घर से साइकिल लेकर मॉर्निंग वॉक के लिए गई थी,देर तक घर वापस नही आने पर पुलिस से गुमसुदगी के लिए जाने पर रेलवे ट्रेक किनारे एक किशोरी की मृतावस्था में मिलने की जानकारी मिली।घटना स्थल पर क्षतिग्रस्त अवस्था में पुत्री का मोबाइल तो मिला मगर उसका सिम कार्ड व साइकिल नही मिली।

पिता का आरोप ने नामजद दो युवकों सहित तीन अज्ञात लोगों द्वारा पुत्री को पिछले कुछ दिनों ने परेशान किया जा रहा था,जिसकी जानकारी घटना से पहले पुत्री ने परिजनों को दी थी।आरोपियों ने साजिशन पुत्री की हत्या कर दी। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

भरथना

बीयर की दुकान के संचालक ने सेल्समेन पर रुपए व रजिस्टर लेकर गायब होने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की।

कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ऊमरसेन्डा निवासी पीड़ित जगत नारायण ने पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया है कि उसका भरथना क्षेत्र के बहारपुरा गांव की बीयर की दुकान है,दुकान पर काम करने वाला नामजद सेल्समेन बीती 15 मार्च को दुकान में रखी 55 हजार की रोकड़ व रजिस्टर लेकर गायब हो गया,पता करने पर उंसके परिवारीजन उसके बाहर जाने की जानकारी देते है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।

भरथना

किशोरी गायब होने की पिता ने ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई।

कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत नगला पछाय के सुखबीर सिंह ने बताया कि बीती 21 मार्च को 17 वर्षीय पुत्री नेहा उर्फ सिन्नी भाई सुधांशु के साथ अछल्दा के खुमानपुर गांव निवासी मामा के घर से वापस आ रही थी, भरथना के साम्हो रेलवे फाटक पर पहुचने पर पुत्र फाटक कर दूसरी ओर पहुच गया इसी बीच गाड़ी आने पर पुत्री उसी ओर ही बनी रही,गाड़ी निकल जाने पर पुत्री वहां नही मिली।पुत्री के अचानक गायब होने पर संभावित स्थानों पर पडताल भी की मगर कोई सुराग नही मिला।पीड़ित पिता ने पुत्री के साथ किसी अनहोनी की आशंका व्यक्त करने हुए ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है।

भरथना

बाजार गई पुत्री के घर वापस नही आने पर पिता ने गुमसुदगी दर्ज कराई है।

कस्बा के मोहल्ला कल्याण नगर के संजय कठेरिया ने गुमसुदगी दर्ज कराई है कि बीती 21 मार्च को 19 वर्षीय पुत्री नेहा जोकि घर से बाजार गई थी,देर तक वापस नही आने पर संभावित स्थानों पर पड़ताल की मगर कोई सुराग नही मिला।

भरथना अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा स्वाभिमान मंच भरथना का होली मिलन समारोह मनाया गया।

भरथना

  1. अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा स्वाभिमान मंच भरथना का होली मिलन समारोह मनाया गया।

क्षेत्र अंतर्गत नगला हनुमान (रौरा) में सौरभ चौहान के आवास पर आयोजित होली मिलन समारोह की महासभा अध्यक्ष शिवपाल सिंह चौहान पूर्व प्रधानाचार्य ने अध्यक्षता करते हुए स्वजातियो के उत्थान व युवाओं में शैक्षणिक विकास पर जोर दिया,समारोह के दौरान मौजूद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर होली की बधाई दी और वरिष्ठ जनों का सम्मान किया।

इससे पहले स्व0 गजेंद्र सिंह चौहान के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सभी से श्रध्दा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष विष्णु सिंह भदौरिया, हंस कुमार सिंह,डॉ धर्मेंद्र सिंह कुशवाह,रघुराज सिंह कुशवाह,शंकर सिंह सेंगर,संतोष सिंह तोमर,किशन पाल सिंह आदि स्वजातीय जनों की मौजूदगी रही।

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*औरैया, तिलक महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा विश्व क्षय दिवस मनाया गया*

*औरैया, तिलक महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा विश्व क्षय दिवस मनाया गया*

*औरैया।* तिलक महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस पर ग्राम जैतापुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में विश्व क्षय दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में तिलक महाविद्यालय समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह शामिल रहे। मुख्य अतिथि द्वारा छात्र छात्राओं को टीबी बीमारी के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि दुनिया में इस संक्रामक बीमारी से हर दिन करीब 4100 से अधिक लोग अपनी जान गंवाते हैं। महाविद्यालय की एनएसएस कैडेट द्वारा विद्यालय के बच्चों को कक्षाओं में जाकर क्षय रोग के लक्षणों एवं उपचार के बारे में बताया गया। माध्यमिक विद्यालय की प्रधान अध्यापिका उषा पांडेय जी द्वारा विद्यालय परिसर में कदम्ब का पौधा रोपित कर पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अमित कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर शिक्षिका रजना सिंह, उपासना गुप्ता ,पुष्पक शुक्ला, अभिषेक कुमार एवं सभी एनएसएस कैडेट की सक्रिय भागीदारी रही।

रिपोर्टर :-: आकाश उर्फ अक्की भईया फफूंद

इंदिरा आईवीएफ एक दशक में 1 लाख आईवीएफ को सफल बनाने वाली पहली स्पेशियाल्टी चेन बनी

~ पीसीओएस और ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब महिलाओं में और कम शुक्राणु पुरुषों में इनफर्टिलिटी का प्रमुख कारण ~
मुंबई, 23 मार्च, 2022: इनफर्टिलिटी उपचार अस्पतालों में भारत की प्रमुख चेन, इंदिरा आईवीएफ ने 1,00,000 आईवीएफ को सफल बनाया है। यह देश की पहली आईवीएफ सिंगल-स्पेशियाल्टी चेन है जिसने सभी के लिए यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए 10 वर्षों की अवधि में इस उपलब्धि को हासिल किया है। इंदिरा आईवीएफ ने पाया है कि इनके केंद्रों पर आने वाली सभी महिला रोगियों में इनफर्टिलिटी के दो प्रमुख कारण हैं – पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) और ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब बांझपन; जबकि पुरुषों में इनफर्टिलिटी का प्रमुख कारण शुक्राणुओं की कम संख्या है।
एक उद्देश्यपूर्ण संगठन के रूप में, इंदिरा आईवीएफ ने देश के दूरदराज के हिस्सों तक गुणवत्तापूर्ण उपचार की पहुंच पर जोर दिया है। संगठन ने देश भर में 700 फिजिकल कैम्प्स के जरिए 60,000 कपल्स को जागरूक करने का काम किया है। कोविड -19 के दौरान भी, डिजिटल एकीकरण और व्यक्तिगत परामर्श के साथ प्रयास जारी रहे। इसके 107 केंद्रों में से 50 प्रतिशत से अधिक केंद्र टियर 2 और टियर 3 स्थानों में स्थित हैं, जिन्होंने इनफर्टिलिटी के चिकित्सा उपचार के बारे में जागरूकता पैदा करके भारी संख्या में लोगों को सशक्त बनाया और तकनीकी रूप से समर्थित उपचार को आसानीपूर्वक उपलब्ध कराया। समूह की योजना बांग्लादेश और नेपाल में केंद्र स्थापित करके अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति के साथ हर साल 20 -30 और ऐसे केंद्र खोलने की है।
इस पूरी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए, इंदिरा आईवीएफ समूह के संस्थापक और अध्यक्ष, डॉ अजय मुर्दिया ने कहा, “हमारी सफलता की पहली कहानी तब घटित हुई जब वर्ष 2011 में नव्या नामक एक बच्ची इस दुनिया में आई। उस समय के एक जीवन से लेकर एक दशक में 1 लाख के आँकड़े को स्पर्श करने तक, मुझे इसे देखकर बेहद खुशी हो रही है कि अपना परिवार बढ़ाने की चुनौतियों का सामना कर रहे कपल्स की मदद करने के उद्देश्य के साथ हम कितनी दूर आ चुके हैं। हम लोगों को इनफर्टिलिटी की समस्या से छूटकारा दिलाने और उनके उपचार के लिए चिकित्सा समाधान उपलब्ध कराने के प्रति संकल्पित हैं।”
इस उपलब्धि के बारे में बताते हुए, इंदिरा आईवीएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह–संस्थापक, डॉ क्षितिज मुर्दिया ने कहा, “सफलता की ये सभी कहानियां सफल नैदानिक परिणामों पर हमारे जोर को सामूहिक रूप से स्मरण दिलाती हैं। हमने यह सुनिश्चित किया है कि हमारी विश्व स्तरीय तकनीक हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्प्रेरक बन जाए। इसके अलावा, नवीनतम स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए, हमने थोड़े समय में ही अपनी संगठनात्मक विशेषज्ञता को भी रूपांतरित किया है। पिछले साल, हमने अपनी प्रगति और महत्वाकांक्षा में तेजी लाने के लिए एक मजबूत टीम लाए। हमने इंदिरा आईवीएफ में अपने कार्यों को संभालने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को नियुक्त करने पर ध्यान दिया है।”
इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताते हुए, इंदिरा आईवीएफ के निदेशक और सह–संस्थापक, श्री नितिज़ मुर्दिया ने कहा, “हमारे 1 लाख की उपलब्धि को हासिल करने में उन्नत तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हमने सर्वोत्तम कोटि के क्लोज्ड वर्किंग चैम्बर्स, इलेक्ट्रॉनिक विटनेसिंग, माइक्रोफ्लुइडिक्स, एडवांस्ड इनक्यूबेटर्स और लैबकेयर अलार्म सिस्टम को प्रयोग में लाया है, जिन्होंने निम्नतम संभव साइकल्स की संख्या में कपल्स को गर्भ धारण में मदद की है। हम अपने मरीजों के लिए प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) सॉफ्टवेयर के साथ भी काम कर रहे हैं।”
अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस, इंदिरा आईवीएफ अनगिनत कपल्स को इनफर्टिलिटी की अक्सर-जटिल समस्या से मुक्ति पाने और अंततः परिवार शुरू करने के उनके सपने को साकार करने में मदद करता है। यह काउंसलिंग एवं अंडाणु और शुक्राणु फ्रीज़िंग की सुविधाएं भी प्रदान करता है जो 40-45 वर्ष की आयु तक परिवार नियोजन को टाले रखने वाले असंख्य युवकों और युवतियों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

बीजेपी नेता, विनोद सोनकर की शानदार पहल

 

कौशांबी निर्वाचन क्षेत्र से एक सांसद (एमपी) लोगों से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का शानदार इस्तेमाल कर रहे हैं। विनोद सोनकर संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में लोगों से सुझाव लेने के लिए ‘कू’ पर पोस्ट मंथन कर रहे हैं।

उन्होंने गुरुवार को कू करते हुए कहा, “24 मार्च को सदन की कार्यवाही में उपस्थित रहूँगा। मैं अपने सभी मित्रों से अनुरोध करता हूँ कि यदि देश और समाज के हित में आपका कोई प्रश्न है, जिसे सदन में उठाया जाना चाहिए, तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं।”

उनकी इस पहल को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, और जमीनी स्तर पर आम लोगों की समस्याओं और मुद्दों को प्रखरता से लेने के लिए उनकी सराहना की जा रही है।

उन्होंने बुधवार को कू करते हुए कहा था, “दोस्तों, मैं सदन में लगातार आपके सवाल उठाने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मेरा एकमात्र उद्देश्य आपके जीवन को बेहतर बनाना और अपने निर्वाचन क्षेत्र कौशांबी को प्रगति के पथ पर चलाना है।”

https://www.kooapp.com/koo/bjpvinodsonkar/30b2b1d1-cb5a-49bd-845b-606be4cba85c

वे केवल सुझाव माँग ही नहीं रहे हैं, बल्कि संसद में सवाल उठा भी रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे संसद में मनौरी रेलवे स्टेशन पर चौरी-चौरा एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव को लेकर बात कर रहे हैं।

उन्होंने एक अन्य पोस्ट करते हुए कहा है, “मैं अपने संसदीय क्षेत्र कौशांबी को सुविधाओं से भरपूर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा हूँ। व्यापारी बंधु लंबे समय से चौरी-चौरा एक्सप्रेस ट्रेन को मनौरी रेलवे स्टेशन पर रोकने की माँग कर रहे थे। इसी क्रम में आम जनता और व्यापारी भाइयों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए चौरी-चौरा एक्सप्रेस ट्रेन को रोकने के संबंध में सदन में मांग रखी है।”

https://www.kooapp.com/koo/bjpvinodsonkar/e0bfe2f3-7051-43e4-90fa-3ec9e68562f1

सोनकर अपने साथी सांसदों के लिए एक मिसाल कायम कर रहे हैं कि कैसे उन लोगों के सच्चे प्रतिनिधि बनें, जिन्होंने उन्हें वोट दिया है। सोशल मीडिया राजनीतिक नेताओं के लिए आम जनता से सीधा संपर्क स्थापित करने का सबसे बेहतरीन मंच है।