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इटावा*63 वर्षीया सत्यवती क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी*

*63 वर्षीया सत्यवती क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी*

जसवंतनगर/सुबोध पाठक। आत्मनिर्भरता की मिसाल बन कर सत्यवती देवी प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत वाले सपनों को साकार कर रही हैं।
निलोई गांव की 63 वर्षीया सत्यवती देवी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की एक मिसाल बन गई हैं। उन्होंने आत्मनिर्भरता की ओर 30 साल पहले कदम बढ़ाने शुरू किए थे जब वे उद्यान विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने लगीं थीं और गांव में उन्होंने विचार मंडल का गठन भी किया था। महिलाओं के बीच में बैठकर उन्हें उनके पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन, बच्चों के पालन पोषण में सहायक विचारों से अवगत कराना और आत्मनिर्भर उन्नत कृषि के तरीके, घरों में छोटे-मोटे आइटम चिप्स, पापड़ दाल, दलिया, मोमबत्तियां इत्यादि तैयार करने हेतु प्रेरित करना आदि इनकी नियमित दिनचर्या का हिस्सा हो गया।
कक्षा पांचवी तक पढ़ीं सत्यवती ने वर्ष 1996 में उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना के अंतर्गत एक स्वयं सहायता समूह का गठन किया जिसके अंतर्गत उन्होंने फूलों की खेती, केंचुआ खाद बनाना जैसे काम शुरू किए थे। छोटी-छोटी मासिक बचत के माध्यम से स्वयं सहायता समूह के पास पूंजी बढ़ती गई और सत्यवती सहित अन्य महिलाओं का भी हौसला बढ़ता गया। बाद में इस प्रगतिशील महिला सत्यवती को विभिन्न प्रशिक्षण शिविरों और स्थलीय भ्रमण करने का मौका मिला तथा गोवा, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली जैसे कई प्रदेशों में कुछ ना कुछ सीखने को मिला।
प्रगतिशील महिला किसान सत्यवती अपने आपको गौरवान्वित गौरवान्वित महसूस करती हैं क्योंकि उन्हें कई बार कृषि विभाग की ओर से सम्मानित भी किया गया तथा प्रगतिशील किसान का पुरस्कार भी उन्हें मिल चुका है। केंचुए से जैविक खाद बनाने का काम तो उन्होंने बड़े पैमाने पर स्टार्ट किया था और आसपास के गांव में भी उनको देख अन्य किसानों ने भी केंचुआ से जैविक खाद का निर्माण शुरू किया। विभिन्न प्रकार की खेती कराने के लिए वह अक्सर खुद विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों पर जाती रही हैं और कभी-कभी तो दर्जनों महिलाएं उनके साथ प्रशिक्षण में शामिल हुईं हैं।
उनके प्रयास से गांव निलोई में कृषि विभाग की आत्मा एजेंसी ने फार्म स्कूल की स्थापना कराई थी जिसके माध्यम से कुछ समय किसानों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण भी दिए गए थे किंतु फंड के अभाव में अब वह बंद पड़ा है। वैसे तो सत्यवती के पास काफी कम खेती है उनके इस तरह बढ़ते हुए कदमों को उनके शिक्षक पति ने हमेशा सहयोग कर प्रोत्साहित किया है। वित्तीय वर्ष 2018-19 की अपेक्षा 2019-20 में उनकी शुद्ध वार्षिक आय ढाई गुना तक पहुंची। इस आशय का प्रमाण पत्र भी चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा उन्हें प्रदान किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्र इटावा ने भी विभिन्न प्रकार की फसलों अचार, पापड़, मोमबत्ती, केंचुआ खाद बनाने जैसे गृह उद्योग संचालित करने के लिए उन्हें सम्मानित किया है।
सत्यवती ने अपनी बढ़ती उम्र को देखते हुए स्थानीय व पारिवारिक महिलाओं के कुछ और समूह बनवाएं और अब उनकी बहूएं भी उनके सहयोग से समूहों का सफल संचालन कर रहीं हैं।

इटावा *सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर रेलमंडी लुधुपुरा में एक दिवसीय मेले का आयोजन होगा*

*सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर रेलमंडी लुधुपुरा में एक दिवसीय मेले का आयोजन होगा*

जसवंतनगर। श्री सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर रेलमंडी लुधुपुरा में एक दिवसीय मेले का आयोजन आज 22 मार्च दिन मंगलवार को किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए मेला अध्यक्ष राजीव यादव सभासद ने बताया कि प्रातः 10 बजे से मंदिर प्रांगण में हवन पूजन के बाद दोपहर 2 बजे से झंडे चढ़ाए जाएंगे। सांय 4 बजे से श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन कर सकेंगे। 5 बजे से फाग कार्यक्रम होगा तथा रात 8 बजे से सुंदरकांड का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं से उक्त कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने की अपील की है।

इटावा *घर लौटते समय प्राइवेट शिक्षक को अज्ञात वाहन ने रौंदा हुई मौत

*घर लौटते समय प्राइवेट शिक्षक को अज्ञात वाहन ने रौंदा हुई मौत*

जसवंतनगर/इटावा। क्षेत्र के एक गांव निवासी प्राइवेट शिक्षक को साइकिल से घर लौटते समय किसी अज्ञात वाहन ने रौंद दिया जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
क्षेत्र के तमेरी गांव निवासी करीब 55 वर्षीय बृजेंद्र प्रताप सिंह पांच भाइयों में तीसरे नंबर के थे। वे रात आठ बजे करीब हाईवे स्थित कुरसेना से अपने गांव वापस लौट रहे थे, जैसे ही वह धौरेरा व हनुमंत खेड़ा गांव की बीच पहुंचे थे तभी किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें रौंद दिया। राहगीरों ने जब उन्हें देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी। मृतक के दो अविवाहित बेटे 30 वर्षीय अमित कुमार व 22 वर्षीय अभिषेक कुमार तीन बेटियों में एक छोटी बेटी प्रिया अभी शादी के लायक है जबकि दो बेटियों की शादी हो चुकी है। मृतक के पास सिर्फ ढाई बीघा जमीन बताई गई है। परिवार के भरण-पोषण के लिए वह खेतीबाड़ी के साथ-साथ प्राइवेट शिक्षक के रूप में ट्यूशन पढ़ाने का काम करते थे।
परिजनों के मुताबिक वह ट्यूशन पढ़ाकर ही घर वापस लौट रहे थे इसी दौरान यह हादसा हो गया। मृतक की पत्नी सरोज देवी समेत परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। मृतक के बड़े बेटे अमित कुमार ने शव का पोस्टमार्टम कराने हेतु पुलिस को सूचना दी तो मौके पर पहुंचे धरबार पुलिस चौकी इंचार्ज उपनिरीक्षक सोमवीर सिंह ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

फिरोजाबाद सड़क किनारे खड़े 5 लोगों को ट्रक ने रौंदा,दो की मौके पर एक की इलाज के दौरान मौत*,

*फिरोजाबाद

*फिरोजाबाद सड़क किनारे खड़े 5 लोगों को ट्रक ने रौंदा,दो की मौके पर मौत*,

*एक की हॉस्पिटल में मौत ,तीन लोग हुई मौत*

*वही अन्य दो लोग घायल*

*आज कुंडली (सोनीपत) जाने को निकले थे मजदूर*

*काम पर जाने के लिए निकले थे मजदूर तभी हुई घटना*

*थाना मक्खनपुर बहादुर नगला पुल के मौजीराम मंदिर के पास की घटना*

इटावा-फर्रुखाबाद स्थानीय प्राधिकरण सीट से भाजपा के प्रत्याशी श्री प्रांशुदत्त द्विवेदी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया*

*इटावा-फर्रुखाबाद स्थानीय प्राधिकरण सीट से भाजपा के प्रत्याशी श्री प्रांशुदत्त द्विवेदी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया*

21 मार्च है नामांकन की आखिरी तिथि

*नामांकन के दौरान भाजपा  जिलाध्यक्ष श्री संजीव राजपूत, जिला महामंत्री अन्नू गुप्ता, शिवाकांत चौधरी, प्रशांत राव चौबे व पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल मोहन शर्मा उपस्थित रहे*

इटावा बकेवर थाना क्षेत्र के गांव कुङारिया में  होली की शाम के एक युवक के साथ मामूली बात को लेकर गाॅव ही लोगो ने जमकर मारपीट की गयी।

बकेवर थाना क्षेत्र के गांव कुङारिया में  होली की शाम के एक युवक के साथ मामूली बात को लेकर गाॅव ही लोगो ने जमकर मारपीट की गयी।

युवक थाने में शिकायत करके घर वापस लौट रहे फिर उक्त लोगों ने रास्ते में मारपीट की गई जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया।

सफाई अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गी। पोस्टमार्टम के बाद सब घर पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने हाईवे पर लगाया जाम

बकेवर थाना पुलिस पहुंची मौके पर ग्रामीणों को समझाने बुझाने में लगी

इटावा बलरई : क्षेत्र के पीहरपुर गांव में किसान के खेतों पर रखे हुए सरसों के गट्ठरों में आग लग जाने से उसका हजारों रुपए का नुकसान

बलरई : क्षेत्र के पीहरपुर गांव में किसान के खेतों पर रखे हुए सरसों के गट्ठरों में आग लग जाने से उसका हजारों रुपए का नुकसान हो गया।

विवरण के अनुसार घटना रात 8:30 बजे करीब की है जब कुछ लोगों ने गांव से कुछ दूरी पर सरकारी गौशाला के पीछे विकराल रूप से उठती हुई आग को देखा तो हैरान रह गए। चारों तरफ से लोग घटनास्थल की ओर टूट पड़े। मौके पर देखा तो कुंवर लाल दिवाकर पुत्र लालाराम दिवाकर की सरसों कुछ दिन पहले खेतों से काटी गई थी जिसके गट्ठर सरसों निकालने के लिए इकट्ठे करके रख दिए गए थे वह धू धू कर जल रहे थे। सूचना मिलते ही पहुंचे किसान कुंवर लाल ने बताया कि उन्होंने 5 बीघा सरसों की फसल की थी जिसमें आग लगने से उनका हजारों रुपयों का नुकसान हो गया।
किसान के परिजनों को सूचना मिलते ही वह भी घटनास्थल पर दौड़ पड़े थे। दिन रात मेहनत कर तैयार की हुई पकी फसल को आंखों के सामने जलते देख चीख-पुकार कर रहे थे। कुछ लोग पानी से भरे डिब्बे बाल्टियां लेकर भी पहुंचे थे नजदीक में कोई ट्यूबवेल भी नहीं था। लगी हुई आग डिब्बे बाल्टियों के पानी व मिट्टी के रेत से नहीं बुझ सकती थी लिहाजा दमकल को बुलाने का प्रयास किया गया। तब तक तो फसल जलकर राख हो चुकी थी।
आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका था लेकिन किसान के हुए इस बड़े नुकसान के कारण परिजनों का रोना बिलखना जारी था। सूचना मिलने पर बलरई थाना पुलिस भी पहुंच चुकी थी।

इटावा होली के त्योहार पर एस एस पी ने बृद्धा आश्रम पहुँचकर लोगो को बांटी मिठाई ,बुजुर्गों के गले मिल होली की खुशियो को बांटा

 

* इटावा  होली के त्यौहार के उपलक्ष्य में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा श्री जयप्रकाश सिंह द्वारा परिवार सहित कस्बा भरथना में वृद्ध आश्रम में पहुंच मिठाइयों का वितरण कर उनके साथ होली की खुशियों को बांटा । वृद्ध आश्रम में उपस्थित समस्त बुजुर्गों द्वारा इस अवसर पर प्रसन्नता जाहिर की गई एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा महोदय का धन्यवाद व्यक्त किया गया। इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी भरथना एवं वृद्ध आश्रम के संचालक उपस्थित रहे।

PokerBaazi.com ने अपने प्लेटफॉर्म पर खेले गए वन बिलियन हैंड्स का जश्न मनाया, इस उपलब्धि पर #BaaziBillion कैंपेन लॉन्च किया

 

● #BaaziBillion का डिजिटल कैंपेन वीडियो और इंफोग्राफिक में लॉन्च किया गया, जिसमें उपभोक्ताओं की पसंद को खास अहमियत दी गई
● भारत में पोकर को गेम के रूप में पसंद करने वाले लोगों की प्राथमिकताएं सामने आईं। इस प्लेटफॉर्म पर लोगों ने ज्यादा समय बताया। टूर्नामेंट से भी बहुत से लोग इस प्लेटफॉर्म की ओर आकर्षित हुए।

नई दिल्ली, 15 मार्च 2022: बाज़ी गेम्स की ओर से भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म PokerBaazi.com ने आज #BaaziBillion कैंपेन लॉन्च किया। इस कैंपेन के माध्यनम से प्लेटफॉर्म पर अब तक खेले गए ‘वन बिलियन हैंड्स’ की उपलब्धि का जश्न मनाया जाएगा। इसके साथ ही पोकर की अर्थव्यवस्था में योगदान देने के ब्रैंड के 7 सालों के उल्लेखनीय सफर को भी याद किया जाएगा।
PokerBaazi.com ने एक डिजिटल कैंपेन वीडियो लॉन्च किया है। यह कैंपेन इस ब्रैंड में विश्वास रखने वाले भारत के ‘बाज़ीगरों’ को धन्यवाद देने के लिए लॉन्च किया गया है। पोकर प्रेमियो की मदद से ही आज पोकर खेलने वालों की कम्युनिटी में 2 मिलियन से ज्यादा सदस्य शामिल हो गए हैं। इस कैंपेन वीडियो में पोकरबाज़ी की पूरी टीम शामिल है। इसमें साथ ही इंफोग्राफिक की मदद से कई सालों से उपभोक्ताओं के गेम के प्रति खास नजरिये को भी शामिल किया गया, जिससे भारतीय खिलाड़ियों की पोकर खेलने की प्राथमिकताओं का संकेत मिलता है।
‘ बाज़ी बिलियन’ वीडियो कैंपेन यहां देखें :https://www.youtube.com/watch?v=NV4fKr-9b78
इस वीडियो का लक्ष्य पोकरबाज़ी परिवार के उत्साह, उमंग, जोश और उम्मीद को अभिव्यक्त करने पर है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि बड़ी स्क्रीन पर 1 बिलियन हैंड्स का काउंटडाउन पूरा होने का पोकरबाज़ी फैमिली बेताबी से इंतजार कर रही थी। जैसे ही यह गिनती 1 बिलियन तक पहुंची, सभी उत्साह और खुशी से भरकर खिलखिला उठे। वहीं दूसरी ओर, इंफोग्राफिक में पिछले 7 साल से पोकरबाज़ी कम्युनिटी के कुछ प्रमुख ट्रेंड्स को दिखाया गया। इसमें भारत की सबसे सक्रिय पोकर कम्युनिटी की पसंद को भी दिखाया गया
पोकर के प्रति उपभोक्ताओं के रुख का पता लगाने में कई दिलचस्प तथ्य सामने आए:

● भारतीय रविवार ऑनलाइन पोकर खेलना पसंद करते हैं
● पोकर खिलाड़ियों के लिए यह टूर्नामेंट मुख्य आकर्षण है। इसमें नेशनल पोकर सीरीज के लिए रेगुलर कैश टेबल पर तीन गुना ज्यादा हैंड्स होते हैं
● नेशनल पोकर सीरीज 2021 का हिस्सा रहा गोल्डन रश टूर्नामेंट 1.8 लाख हैंड्स के साथ खेला गया था। प्लेटफॉर्म के इतिहास में यह ऐसा टूर्नामेंट है, जो सबसे ज्यादा लोगों ने खेला था।
● ‘टेक्सस होल्ड’एम पोकर’ लोगों का पसंदीदा फॉर्मेट बना हुआ है। हर 3 में से 2 हैंड्स टेक्सास होल्ड एम में ही खेलते हैं
● गेमप्ले लेवल पर 57 फीसदी विनिंग हैंड्स का फैसला शोडाउन किए बिना ही होता है, जबकि 0.01 फीसदी विनिंग हैंड्स रॉयल फ्लश से जीतते हैं।
● इसमें सबसे बड़ी जीत 1 करोड़ से ज्यादा की ही है.
● 2014 से यहां काफी ज्यादा तादाद में लखपति बनकर उभरे। इसमें से 10,000 से ज्यादा खिलाड़ियों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया और आठ खिलाड़ियों ने 1 मिलियन से ज्यादा हैंड्स खेले।

बाज़ी गेम्स के संस्थापक और सीईओ श्री नवकिरण सिंह ने इस उपलब्धि के बारे में कहा, “यह हमारे लिए ऐसा सफर रहा है, जिसने पोकरबाज़ी प्लेटफॉर्म पर ब्रैंड के साथ हम सभी के विकास में मदद की है। आज की यह उपलब्धि कोई छोटा-मोटा लक्ष्य नहीं है जिसे प्लेटफॉर्म ने हासिल किया है। इसमें टीम के हर सदस्य का योगदान शामिल है, जिसने इस सपने को साकार करने के लिए काफी कड़ी मेहनत की है। भारत में पोकर के नए इको सिस्टम के विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम वाकई समर्पित है। पिछले सात सालों में हम भारत के पोकर प्रेमियों के बीच अपनी आवाज पहुंचाने में सक्षम हुए हैं। कंपनी के लगातार विकास के क्रम में यही आवाज गूंज रही है। हम इस प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। हमने न सिर्फ तकनीक को फिर से पारिभाषित किया है, बल्कि हम उन क्लियर ट्रेंड्स का विशलेषण और उसके बारे में चर्चा करने में भी सक्षम हुए हैं, जो एक अंतर पैदा करते हैं। हमने अपने प्लेटफॉर्म पर 1 बिलियन हैंड्स का लक्ष्य हासिल कर लिया है। हम इस क्षेत्र में लगातार बेहतर बनने का प्रयास करते रहेंगे और भारतीय पोकर समुदाय की उम्मीदों पर खरे उतरने की भी कोशिश करेंगे।”
PokerBaazi.com इस जश्न को मनाना जारी रखने के साथ, गोवा में नेशनल पोकर सीरीज के आखिरी चरण के टूर्नामेंट की फाइनल तीन टेबल की मेजबानी 23 से 25 मार्च के बीच करेगा। इसके बाद आने वाले महीनों में तीन प्रमुख इवेंट्स, बाज़ी पोकर टूर, एंडबॉस और मनीमेकर भी आयोजित किए जाएंगे।

अदाणी ग्रीन ने कंस्ट्रक्शन फैसिलिटी को 288 मिलियन डॉलर बढ़ाया,

 

संपादक सारांश
सात अंतरराष्ट्रीय बैंकों से अनुबंधित इस वरिष्ठ ऋण सुविधा के साथ, एजीईएल ने अपने कंस्ट्रक्शन फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क को 1.64 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा दिया है।

यह एजीईएल के ओवरऑल कैपिटल मैनेजमेंट फिलोसॉफी को मजबूत करता है और 2030 तक एनर्जी ट्रांजिशन की गति बढ़ाने के लिए सतत विकास के एजेंडे को तेजी से ट्रैक करता है।

यह सुविधा भारत के राजस्थान राज्य में सौर और पवन अक्षय परियोजनाओं के 450 मेगावाट के हाइब्रिड पोर्टफोलियो का वित्तपोषण करेगी।

यह सुविधा सेकंड पार्टी ओपिनियन प्रोवाइडर आईएसएस ईएसजी द्वारा प्रमाणित ग्रीन लोन है, जिसका एसडीजी 7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा) और एसडीजी 13 (जलवायु कार्रवाई) में महत्वपूर्ण योगदान है।

यह सुविधा एजीईएल को 2030 तक 45 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सबसे आगे रखती है, सीओपी 26 के हिस्से के रूप में प्रति ऊर्जा कॉम्पैक्ट लक्ष्यों की प्रतिज्ञा की गई है।

अहमदाबाद, 21 मार्च 2022: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं के एक समूह के साथ हस्ताक्षरित निश्चित समझौतों के माध्यम से अपने अंडर-कंस्ट्रक्शन रिन्यूएबल एसेट पोर्टफोलियो के लिए 288 मिलियन डॉलर की सुविधा बढ़ाकर, अपने कंस्ट्रक्शन फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क को 1.64 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ा दिया है। यह सुविधा शुरुआत में सोलर और विंड रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स के 450 मेगावाट के हाइब्रिड पोर्टफोलियो का वित्तपोषण करेगी जिसे एजीईएल, भारत के राजस्थान में स्थापित कर रहा है। मार्च 2021 में, एजीईएल ने एशिया के सबसे बड़े परियोजना वित्तपोषण सौदों में से एक में 1.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंस्ट्रक्शन रिवॉल्वर सुविधा को बंद कर दिया था।

इन निश्चित समझौतों के अनुसार, 7 अंतरराष्ट्रीय बैंक – बीएनपी पारिबास, कोपरेटिव राबोबैंक यूए, इंटेसा सैनपाओलो एस. पी. ए., एमयूएफजी बैंक, लिमिटेड, सोसाइटी जेनरल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन – इस सुविधा के लिए प्रतिबद्ध हैं जो एक प्रमाणित ग्रीन हाइब्रिड प्रोजेक्ट लोन है। लिक्विडिटी का यह विस्तारित पूल, एनर्जी ट्रांजिशन को तेज करने के साथ एजीईएल के अपने अंडर कंस्ट्रक्शन एसेट पोर्टफोलियो के विकास को तेजी से ट्रैक करने की रणनीति को मजबूत करता है।

एजीईएल के एमडी और सीईओ श्री विनीत एस जैन ने कहा, “निर्माण सुविधा एजीईएल की पूंजी प्रबंधन योजना का प्रमुख हिस्सा है, जो हमें डीकार्बोनाइजिंग बिजली उत्पादन पर अपना ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है।” “हम सतत विकास और ऊर्जा संक्रमण को उत्प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एजीईएल ने 2030 तक 45 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जो भारत सरकार के 450 गीगावाट अक्षय ऊर्जा लक्ष्य का 10% है। हमारा विकास एजेंडा सतत विकास पर केंद्रित हमारे कैपिटल मैनेजमेंट फिलोसॉफी के माध्यम से बनाए गए समग्र पूंजी प्रबंधन के अनुरूप है।”

एजीईएल के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को रेखांकित करते हुए यह प्रोजेक्ट एक्सीलेंस फ्रेमवर्क है जो सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों जैसे पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) पहलुओं को शामिल करते हुए उचित परिश्रम के उच्चतम मानक का पालन करता है। एजीईएल संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें अपनी ईएसजी रणनीति के रणनीतिक स्तंभों में शामिल करता है। एजीईएल का सस्टेनेबिलिटी रोडमैप सस्ती, विश्वसनीय और आधुनिक ऊर्जा सेवाओं तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने तथा वैश्विक ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को पर्याप्त रूप से बढ़ाने के लक्ष्यों के अनुरूप है।

यह सुविधा सेकंड पार्टी ओपिनियन प्रोवाइडर आईएसएस ईएसजी द्वारा भी प्रमाणित है जो कि एजीएल की स्थायी रणनीति, ग्रीन लोन सिद्धांतों के साथ संरेखण और परिसंपत्ति पूल की सस्टेनेबिलिटी गुणवत्ता, ‘बहुत उच्च’ पारदर्शिता मानकों के साथ एसडीजी 7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा) और एसडीजी 13 (जलवायु कार्रवाई) में महत्वपूर्ण योगदान देता है। आकलन के अनुसार, एजीईएल अक्षय ऊर्जा उद्योग में प्रमुख ईएसजी मुद्दों पर एक उच्च सस्टेनेबिलिटी परफॉर्मेंस दिखाता है, जो उच्चतम सापेक्ष ईएसजी परफॉर्मेंस का प्रतिनिधित्व करता है।

स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने मैंडेटेड लीड अरेंजर, बुकरनर (एमएलएबी), डॉक्यूमेंटेशन बैंक और ई & एस को-ऑर्डिनेटर बैंक के रूप में काम किया है। एमयूएफजी बैंक लिमिटेड और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन ने एमएलएबी के रूप में कार्य किया, जो संयुक्त रूप से को-टेक्निकल एडवाइजर और को-ग्रीन लोन एडवाइजर के रूप में जुड़े हैं। इसके अलावा, बीएनपी परिबास, सहकारी राबोबैंक यू.ए., इंटेसा सानपोलो एस.पी.ए. और सोसाइटी जेनरल जैसे प्रत्येक ने इस सुविधा के लिए एमएलएबी के रूप में कार्य किया है।

अन्य भागीदारों में, लैथम एंड वॉटकिंस एलएलपी और सराफ एंड पार्टनर्स उधारकर्ता के वकील थे। लेनदारों के वकील लिंकलेटर्स और सिरिल अमरचंद मंगलदास थे।

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के बारे में

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भारत स्थित अदाणी ग्रुप का एक हिस्सा है, जिसके पास सबसे बड़े वैश्विक रिन्यूएबल पोर्टफोलियो में से एक पोर्टफोलियो है और 19.8 गीगावाट से अधिक क्षमता के निवेश-ग्रेड के समकक्षों की जरूरतों को पूरा करने वाले ऑपरेटिंग, निर्माणाधीन, अवार्डेड प्रोजेक्ट्स और अधिग्रहण के तहत संपत्तियां शामिल हैं। कंपनी यूटिलिटी-पैमाने पर ग्रिड से जुड़े सोलर और विंड फार्म परियोजनाओं का विकास, निर्माण, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव करती है। एजीईएल के प्रमुख ग्राहकों में सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई), नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) और विभिन्न राज्यों के डिस्कॉम शामिल हैं। 2018 में सूचीबद्ध, एजीईएल आज 19 बिलियन अमेरिकी डॉलर की मार्केट-कैप कंपनी है, जो भारत को अपने सीओपी21लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है। अमेरिका स्थित थिंक टैंक, मेरकॉम कैपिटल, ने हाल ही में अदाणी ग्रुप को #1वैश्विक सौर ऊर्जा उत्पादन परिसंपत्ति का स्वामित्व रखने वाली कंपनी का दर्जा दिया है।