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राखी के त्योहार के लिए अभी से सेव करके रखें मेहंदी की खास डिजाइन

भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हर भाई-बहन इस त्योहार का इंतजार साल भर करते हैं। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं तो वहीं भाई अपनी बहनों को रक्षा का वचन देते हैं। इस साल राखी का ये पवित्र त्योहार 19 अगस्त को मनाया जाएगा।

राखी के त्योहार के लिए भाईयों से ज्यादा बहनें उत्साहित रहती हैं। इसके लिए वो काफी समय पहले से ही तैयारी शुरू देती हैं। रक्षाबंधन के दिन हर लड़की खूब अच्छे से तैयार होती हैं। इस दिन के लिए वो एक दिन पहले अपने हाथों पर मेहंदी भी रचाती हैं। अगर आप भी राखी के त्योहार पर अपने हाथों में भाई के नाम की मेहंदी रचाती हैं, तो आज ही इसके लिए स्पेशल डिजाइन सेव करके रख लें।

राखी बांधती बहन

अगर रक्षाबंधन की मेहंदी लगवाने का सोच रही हैं तो साधारण मेहंदी लगाने की जगह इस डिजाइन को चुनें। भाई के हाथ में राखी बांधती बहन की तस्वीर आपके मेहंदी को खास बनाएगी।

भाई को मिठाई खिलाती बहन

रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के बाद बहनें अपने भाई को मिठाई खिलाती हैं। ऐसे में आप अपने हाथों पर इस रस्म की झलक दिखा सकती हैं। इसके आसपास पारंपरिक कलाकृतियां अवश्य बनाएं।

दें बधाई

आप अपनी मेहंदी की डिजाइन से सभी को राखी की बधाई दे सकती हैं। इसके लिए इस तरह की भरे हाथ मेहंदी लगाएं और बीच के गोले में राखी की बधाई दें। ये डिजाइन भी अपने आप में काफी अलग है।

लिखें मैसेज

आप अपनी मेहंदी में अपने भाई के लिए खास मैसेज लिख सकती हैं। अपनी मेहंदी के जरिए अगर आप अपने भाई के प्रति प्यार जताएंगी तो उन्हें काफी अच्छा लगेगा। इस तरह की मेहंदी लगवाने में थोड़ा समय तो लगता है लेकिन ये देखने में बेहद खूबसूरत लगती है।

तिलक लगाती बहन

आप चाहें तो अपने दोनों हाथों में अलग-अलग डिजाइन बना सकती हैं। इसके लिए एक हाथ में तिलक लगाती हुई बहन की तस्वीर बनाएं और दूसरे हाथ में भाई की। ये भी रक्षाबंधन के लिए परफेक्ट डिजाइन रहेगी।

दिखाएं बॉन्डिंग

आप रक्षाबंधन की मेहंदी में अपने भाई के साथ की बॉन्डिंग दिखा सकती हैं। अक्सर घरों में भाई-बहन लड़ते और झगड़ते रहते हैं। ऐसे में आप भी अपनी मेहंदी की डिजाइन में अपनी बॉन्डिंग की झलक दिखाएं। एक हाथ में लड़ते भाई-बहन और दूसरे हाथ में प्यार जताते भाई-बहन की तस्वीर आपकी मेहंदी को खास बनाएगी।

मानसून में डेंगू के साथ येलो फीवर का भी हो सकता है खतरा, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके

मानसून के दिनों में मच्छर जनित रोगों का खतरा काफी बढ़ जाता है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के कई राज्य इन दिनों डेंगू का प्रकोप झेल रहे हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल सहित पूर्वी राज्यों में भी इस रोग के मामले बढ़े हैं। इस साल अब तक कर्नाटक में डेंगू के 10,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, जिनमें आठ की मौत हो गई है। दिल्ली, राजस्थान और गुजरात में भी डेंगू संक्रमण के मामले बढ़ने की खबर है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मानसून के दिनों में डेंगू के साथ-साथ मच्छरों के कारण होने वाली कई अन्य बीमारियों का भी जोखिम बढ़ जाता है। येलो फीवर भी उनमें से एक है। येलो फीवर को एक गंभीर और संभावित रूप से घातक फ्लू जैसी बीमारी माना जाता है जो उन्हीं एडीज एजिप्टी मच्छरों द्वारा फैलती है, जो डेंगू और जीका वायरस फैलाते हैं।

येलो फीवर के गंभीर रूप लेने का खतरा रहता है। घातक रोग के शिकार 30 से 50 फीसदी रोगियों की मृत्यु हो जाती है। आइए जानते हैं कि येलो फीवर क्यों इतना खतरनाक है और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

येलो फीवर के बारे में जानिए

येलो फीवर वायरस (फ्लेविवायरस) येलो फीवर का कारण बनता है। ये बीमारी भी संक्रमित मच्छरों के किस इंसान को काटने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से दूसरे लोगों में इसके फैलने का खतरा नहीं होता है। जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है, इस बुखार के कारण त्वचा का रंग पीला पड़ने (पीलिया) का खतरा हो सकता है। संक्रमितों में तेज बुखार के साथ पीलिया होने का जोखिम अधिक देखा जाता रहा है।

डॉक्टर कहते हैं, समय रहते लक्षणों की पहचान कर इसका इलाज लेना जरूरी हो जाता है। इलाज में देरी के कारण गंभीर रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।

येलो फीवर के लक्षण कैसे होते हैं?

अध्ययनों से पता चलता है कि येलो फीवर के मामले तेजी से विकसित होते हैं, जिसके लक्षण संक्रमण के 3 से 6 दिन बाद दिखाई देते हैं। संक्रमण के शुरुआती लक्षण इन्फ्लूएंजा वायरस के समान ही होते हैं इसमें बुखार के साथ सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, ठंड लगने की दिक्कत हो सकती है। रोग के गंभीर रूप लेने के कारण जोड़ों में दर्द के साथ पीलिया, भूख न लगने, कंपकंपी या पीठ दर्द की भी दिक्कत हो सकती है।

समय पर अगर इसका इलाज न हो पाए तो कुछ लोगों को पेशाब की समस्या, उल्टी होने (कभी-कभी खून के साथ), हृदय गति से संबंधी समस्याएं, दौरे पड़ने और नाक-मुंह से खून आने का भी खतरा हो सकता है।

श्रीलीला ने वरुण धवन की कॉमेडी फिल्म से पीछे खींचे हाथ? रमेश तौरानी ने दिया चौंकाने वाला जवाब

वरुण धवन ओटीटी की दुनिया में कदम रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अभिनेता ‘सिटाडेल: हनी बनी’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। सीरीज की स्ट्रीमिंग की तारीख से भी पर्दा उठा दिया गया है। इन सबके बीच बीते दिन वरुण धवन की अगली फिल्म को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई। रिपोर्ट थी कि अभिनेता, निर्माता रमेश तौरानी के साथ कॉमेडी ड्रामा फिल्म पर काम करने जा रहे हैं। इतना ही नहीं जानकारी यह भी थी कि इसमें वरुण के अपोजिट तेलुगु अभिनेत्री श्रीलीला नजर आएंगी। हालांकि, बीते दिन आई रिपोर्ट ने प्रशंसकों का दिल तोड़ दिया, जिसमें कहा गया था कि अभिनेत्री ने यह फिल्म छोड़ दी है। वहीं, अब इन अफवाहों पर खुद रमेश तौरानी ने चुप्पी तोड़ी है।

मनोरंजन जगत में ऐसी अफवाहें हैं कि तेलुगु अभिनेत्री श्रीलीला ने अभिनेता वरुण धवन के साथ निर्माता रमेश तौरानी की आगामी कॉमेडी फिल्म छोड़ दी है। हालांकि, निर्माता इस चर्चा पर चुप बैठने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने अफवाहों को खारिज करते हुए एक बयान जारी किया है। इससे पहले, ऐसी चर्चा थी कि श्रीलीला को फिल्म के लिए चुना गया है, जिसके बारे में कहा जाता था कि यह बॉलीवुड में श्रीलीला की पहली फिल्म होगी।

हालिया अफवाहों के अनुसार, श्रीलीला ने कॉमेडी फिल्म छोड़ दी, जिसे डेविड धवन द्वारा निर्देशित और टिप्स फिल्म्स द्वारा निर्मित किया जा रहा है। ये भी कहा गया कि फिल्म का पहला शेड्यूल उनके बिना ही पूरा हो चुका है। हालांकि, टिप्स फिल्म्स के निर्माता रमेश तौरानी अभिनेत्री के आगामी कॉमेडी एंटरटेनर को छोड़ने की सभी अफवाहों पर स्पष्टीकरण देने के लिए आगे आए हैं। रमेश ने कहा है कि यह सच नहीं है क्योंकि उन्होंने इस भूमिका के लिए किसी से संपर्क नहीं किया है।

कांवड़िये को बचाने के लिए चक्कर में पलटी ट्रैक्टर-ट्रॉली, बुजुर्ग की मौके पर ही मौत, 14 घायल

कोतवाली गुन्नौर क्षेत्र से गुजर रहे मेरठ-बदायूं राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैजना मुस्लिम गांव के समीप अंतिम संस्कार से लौट रहे ग्रामीणों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। इसमें 14 जख्मी और एक की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

खरखौल निवासी कोमल सिंह (108) की बुधवार देर रात्रि निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार करने के लिये परिजन और ग्रामीण तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली और वाहनों ने पहुंचे थे। क्रिया खत्म होने के बाद सभी घर के लिए रवाना हुए।

सैजना मुस्लिम गांव के समीप बाइक सवार कांवड़िये को बचाने के चक्कर में ट्रैक्टर-ट्रॉली डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इसमें बैठे 25 लोग दब और उनमें चीखपुकार मच गई । मौके से गुजर रहे राहगीरों व सैजना मुस्लिम गांव के ग्रामीणों ने किसी तरह ट्रॉली को सीधे कर दबे लोगों को बाहर निकाल।

आनन-फानन नजदीक के थाना गुन्नौर को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। जहां राजेश पुत्र हरद्वारी (55) को मृत घोषित कर दिया। डंबर (50) की हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। अन्य 13 घायलों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।

63 दरोगाओं के तबादले, 19 को पुलिस लाइन से थानों में भेजा, 20 प्रभारियों को भी बदला

मुरादाबाद:  मुरादाबाद एसएसपी सतपाल अंतिल ने मंगलवार देर रात जिले में तैनात 63 दरोगाओं के तबादले कर दिए। 19 दरोगाओं को पुलिस लाइन से थानों और चौकियों में भेजा है। 20 पुलिस चौकी के प्रभारियों का भी कार्यक्षेत्र बदला दिया। पुलिस लाइन से दरोगा सीताराम को रिट सेल, राजेंद्र कुमार को छजलैट, शरद कुमार को डिलारी, सुभाष कुमार सिंह को सिविल लाइंस, शांति स्वरूप को कुंदरकी प्रभारी बनाया गया है

कल्याण सिंह को मझोला, एसएसआई महेश पाल सिंह को थाना छजलैट, सलाउद्दीन को नागफनी, दीपक कुमार को कुंदरकी, संजीव कुमार, रवींद्र सिंह भाटी को मूंढापांडे, मुकेश कुमार को मूंढापांडे, देवेंद्र उपाध्यक्ष को मैनाठेर, शेरपाल, दुलीचंद, प्रदीप कुमार को कुंदरकी, अशोक कुमार को मैनाठेर, अखिल कुमार को डिलारी की जलालपुर चौकी का प्रभारी बनाया गया है।

कस्बा बिलारी चौकी से नीतेश सहरावत को चौकी दांग, दस सराय चौकी से देवेंद्र सिंह को फकीरपुरा चौकी प्रभारी, महिला दारोगा रीता तेवतिया को चौकी इंचार्ज फैजगंज, अंकुर सिंह को चौकी फैजगंज से थाना मैनाठेर, सोमपाल सिंह चौकी इंचार्ज मकबरा को काशीपुर तिराहा चौकी, चौकी इंचार्ज काशीपुरा तिराहा ओम शुक्ला को चौकी इंचार्ज लालबाग की जिम्मेदारी दी है।

लालबाग चौकी से नरेंद्र सिंह को जयंतीपुर, जयंतीपुर से पवन कुमार को आशियाना चौकी का प्रभारी बनाया है। आशियाना चौकी से कृष्ण कुमार को हटाकर कटघर थाने में भेजा है। पीतल बस्ती चौकी इंचार्ज हरेंद्र सिंह को हरथला चौकी इंचार्ज, प्रबोध कुमार को हरथला चौकी से पीतलबस्ती चौकी इंचार्ज, हरेंद्र सिंह को चौकी तहसील स्कूल से थाना कुंदरकी भेजा गया है।

विवेक यादव को साइबर थाने से चौकी इंचार्ज तहसील स्कूल, प्रवेंद्र कुमार को मझोला थाने से चौकी कांशीरामनगर, उचित कुमार सिंह को चौकी गुलाबबाड़ी से पुलिस लाइन, सौरभ त्यागी को पुलिस लाइन से गुलाबबाड़ी, पुलिस लाइन से अर्जुन सिंह को टीपी नगर चौकी इंचार्ज, टीपी नगर चौकी इंचार्ज सुशील चौधरी को चौकी इंचार्ज खदाना बनाया गया है।

हरेंद्र सिंह को पुलिस लाइन से मकबरा, मनोज पवार को चौकी लाइनपार से थाना मैनाठेर, सर्वेश कुमार को पुलिस लाइन से लाइनपार चौकी, ओमपाल सिंह को कांशीराम नगर से थाना डिलारी, सुरेंद्र सिंह चौकी इंचार्ज रौंडा झोंडा से मैनाठेर, देव सिंह को चौकी इंचार्ज रानी नांगल से पुलिस लाइन, नीरजपाल सिंह को थाना डिलारी से पुलिस लाइन भेजा गया है।

रमेश गिरी को चुनाव सेल रानी नांगल, सविता तोमर को पुलिस लाइन से कोतवाली, हंसराज को पुलिस लाइन से मूंढापांडे, बबलू को मूंढापांडे से मैनाठेर, रामभूल सिंह को भगतपुर से कुंदरकी भेजा गया है। उदयवीर सिंह मुगलपुरा से मूंढापांडे, महेश चंद गुुप्ता को पुलिस लाइन से मूंढापांडे, नरेश कुमार राठी को यूपी 112 से मूंढापांडे भेजा गया है।

सभी आरोपी दोषी करार, घूंघट में आई शीबा, कड़ी सुरक्षा में कोर्ट लाया गया इजलाल

मेरठ:  मेरठ के चर्चित गुदड़ी बाजार हत्याकांड में फैसले को लेकर हर किसी की निगाहें दिन भर टिकी रही। अदालत ने युवती शीबा समेत सभी आरोपियों को दोषी करार दिया है। सजा पर पांच अगस्त को सुनवाई होगी। मृतक तीन बेटों की रूह को आज सुकून मिला तो वहीं पीड़ित परिजनों को इंसाफ की आस जागी है। आज सभी आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लाया गया। इस दाैरान आरोपी युवती घूंघट में कोर्ट पहुंची।

ये घटना 23 मई 2008 की है। आज से 16 साल पहले तीन दोस्तों को दोस्ती का वास्ता देकर बुलाया और बड़ी ही बेरहमी से तीनों को बारी-बारी से क्रूरता से माैत के घाट उतार दिया। इस वारदात का जब खुलासा हुआ तो शहर में आक्रोश फैल गया था। शहर में हर तरफ आक्रोश था। जांच में सामने आया कि हत्या की वजह एक युवती की माैजूदगी थी, जिसकी वजह से इजलाल ने तीन दोस्तों की जिंदगी को माैत की भेंट चढ़ा दिया।

23 मई, 2008 को बागपत के बालैनी गांव के जंगल में हिंडन नदी के किनारे दिन के पाैने बारह बजे एक कार में तीन युवकों की लाश मिली। इनकी पहचान मेरठ कॉलेज के छात्र सुनील ढाका निवासी जागृति विहार, पुनीत गिरि निवासी परीक्षितगढ़ रोड और सुधीर उज्जवल निवासी सिरसली बागपत के रूप में हुई। तीनों युवकों की लाश देखकर जनाक्रोश फैल गया था। मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंच चुकी थी।

24 मई को सनसनीखेज खुलासा हुआ कि इन तीन युवकों की हत्या कोतवाली मेरठ के गुदड़ी बाजार में हाजी इजलाल के घर पर हुई थी। पुलिस के अनुसार हाजी इजलाल ने एक युवती के चक्कर में हुए विवाद के चलते अपने साथियों के साथ इस तिहरे हत्याकांड को बड़ी नृशंसता के साथ अंजाम दिया था।

मामला दो समुदाय से जुड़ा होने पर शहर में आक्रोश के साथ माहौल तनावपूर्ण हो गया था। हत्याकांड के विरोध में शहर के बाजार बंद रहे। पुलिस ने हाजी इजलाल व उसके चारों भाइयों को जेल भेजा था।

हाजी इजलाल के घर में जिस जगह पर इस वारदात को अंजाम दिया गया, वहां सड़क से लेकर चबूतरे तक खून ही खून फैला था। पुलिस मौके पर पहुंचती इससे पहले ही खून साफ कर दिया गया।

पुलिस ने मुख्य आरोपी इजलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कई माह तक कोतवाली के गुदड़ी बाजार से लेकर शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस अलर्ट रही थी।

पति के आत्महत्या करने के 24 घंटे बाद पत्नी की सांप के डसने से मौत, एक साथ होगा अंतिम संस्कार

महोबा :महोबा जिले में थाना श्रीनगर के बिलखी गांव में पति के आत्महत्या करने के 24 घंटे बाद पत्नी की भी सांप के डसने से मौत हो गई। बहू-बेटे की मौत से सदमे में आई मां अचेत हो गई। गंभीर हालत में उसे अस्पताल पहुंचाया गया। गुरुवार की शाम एक साथ दो अर्थियां उठने से हर किसी की आंखें नम हो गईं। बिलखी निवासी देशराज अहिरवार की शादी दो माह पहले दुर्गा (21) के साथ हुई थी।

30 जुलाई की रात देशराज ने मकान के कमरे में फंदे लगाकर जान दे दी थी। पिता धनीराम ने मूंगफली की फसल खराब होने से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कही थी। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया था। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम होना था। बुधवार रात मृतक की पत्नी दुर्गा घर पर थी। तभी उसे किसी सांप ने डस लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लाए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

24 घंटे के अंदर बेटे के बाद बहू की मौत से माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां बेटीबाई दहाड़े मारकर रोते हुए कई बार अचेत हो गई। तब परिजन उसे स्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर ले गए। जहां इलाज चल रहा है। दोपहर बाद पति-पत्नी के शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद शव गांव पहुंचे तो चारों और मातम छा गया। एक साथ दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।

अल्ट्रासाउंड कराने जा रहीं सास-बहू में बाइक ने मारी टक्कर, दोनों की हुई मौत, युवक भी घायल

अलीगढ़: सास अपनी गर्भवती बहू का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए जा रही थी। दोनों अलीगढ़-पलवल मार्ग को पार कर रहे थे कि तभी एक बाइक सवार युवक ने उनमें टक्कर मार दी। जिससे सास और बहू की मौत हो गई। टक्कर मारने वाला युवक भी गंभीर घायल हुआ है।

खैर थाना अंतर्गत सुजानपुर गांव से सास अपनी आठ माह की गर्भवती बहू का खैर में अल्ट्रासाउंड कराने ले जा रही थी। जैसे ही सास-बहू अलीगढ़-पलवल मार्ग को पार कर रहीं थी, तभी एक युवक बाइक पर सवार होकर तेज रफ्तार में आ रहा था। बाइक सवार युवक ने सास-बहू में टक्कर मार दी। टक्कर लगने से गर्भवती बहू और उसकी सास की मौत हो गई। दोनों की मौत से परिवार में मातम छा गया।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बाइक सवार युवक भी टक्कर में गंभीर घायल हो गया। गंभीर घायल युवक को सीएचसी खैर के डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद अलीगढ़ रेफर कर दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

’30 करोड़ डॉलर की क्रेडिट लाइन पर बनी सहमति से वियतनाम की समुद्री सीमा सुरक्षा…’, बोले PM मोदी

हैदराबाद:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वियतनाम के पीएम फाम मिन्ह चिन्ह की मौजूदगी में हैदराबाद हाउस में भारत और वियतनाम के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। वहीं, वियतनाम के न्हा ट्रांग में टेली-कम्युनिकेशंस यूनिवर्सिटी में आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में हम दोनों के विचारों में अच्छा सामंजस्य है। हम स्वतंत्र, नियम-आधारित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपने सहयोग को जारी रखेंगे।

हमारे द्विपक्षीय व्यापार में 85 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं वियतनाम के पीएम फाम मिन्ह चिन्ह और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करता हूं। सबसे पहले मैं वहां के जनरल सचिव के निधन पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। वे भारत के अच्छे मित्र थे। पिछले एक दशक में हमारे संबंधों में विस्तार और इनमें गहराई भी आई है। पिछले 10 वर्षों में हमने अपने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी का रूप दिया है। हमारे द्विपक्षीय व्यापार में 85 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई है।’

भविष्य की रूपरेखा तैयार करने की ओर कई कदम उठाए
उन्होंने कहा, ‘पिछले दशक की उपलब्धियों को देखते हुए आज की हमारी चर्चा में हमने आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों पर व्यापक रूप से चर्चा की और भविष्य की रूपरेखा तैयार करने की ओर कई कदम उठाए। हम मानते हैं कि विकसित भारत 2047 और वियतनाम के विजन 2045 के कारण दोनों देशों में विकास ने गति पकड़ी है। इससे आपसी सहयोग के बहुत से नए क्षेत्र खुल रहे हैं इसलिए अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूती देने के लिए आज हमने एक नई कार्रवाई की योजना अपनाई है।’

रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए नए कदम उठाए
उन्होंने आगे ने कहा, ‘रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए नए कदम उठाए हैं। ‘नया-चांग’ में बने आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क का आज उद्घाटन किया गया। 300 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन पर बनी सहमति से वियतनाम की समुद्री सीमा सुरक्षा सशक्त होगी। हमने यह भी तय किया है कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के विषयों पर सहयोग को बल दिया जाएगा।’

श्रीलंकाई नौसेना के जहाज से टकराने के बाद भारतीय मछुआरे की मौत, मामले में MEA ने जताया कड़ा विरोध

चेन्नई:  श्रीलंकाई नौसेना के जहाज से टकराने के बाद भारतीय मछुआरों की एक नाव पलट गई। इस हादसे में एक मछुआरे की मौतत हो गई और एक अन्य लापता है। दरअसल, श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करने की कोशिश के दौरान उनकी नाव पलट गई। नाव पर चार मछुआरे मौजूद थे, जिनमें से एक की मौत हो गई, एक लापता है और बाकी के दो श्रीलंकाई नौसेना की हिरासत में हैं। हादसे के बाद दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को आज सुबह विदेश मंत्रालय बुलाया गया। इस घटना को लेकर विदेश मंत्रालय ने कड़ा विरोध दर्ज किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा, “हमने जान गंवाने वाले के लिए दुख और सदभावना व्यक्त की। कोलंबो में हमारे उच्चायुक्त भी इस मामले को श्रीलंकाई सरकार के सामने उठा रहे हैं।” इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि यह घटना सुबह के पांच बजे कच्चातिवु द्वीप के पास घटी। दो मछुआरों को बचाकर कांकेसंतुरई तट पर लाया गया है। फिलहाल लापता मछुआरे की तलाश जारी है। जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को तुरंत कांकेसंतुरई पहुंचने, मछुआरों और उनके परिवारवालों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।

भारत-श्रीलंका के संबंधों में मछुआरों का मुद्दा एक विवादास्पद मुद्दा
भारत और श्रीलंका के संबंधों में मछुआरों का मुद्दा एक विवादास्पद मुद्दा है। इस तरह की ज्यादातर घटनाएं पाक जलडमरूमध्य में होती हैं। यह तमिलनाडु से उत्तरी श्रीलंका के बीच एक पट्टी है। यह मछलियों के लिए समृद्ध क्षेत्र माना जाता है। इस साल अबतक श्रीलंका ने 180 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले साल 240 से 245 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पिछले महीने श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के तट से दो पावरबोट समेत रामेश्वरम के नौ भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया। उन्होंने दावा किया कि मछुआरे भारतीय सीमा के पार जाकर मछली पकड़ रहे थे।