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फैंटा ने एप्पेल डिलाइट लॉन्चं किया; कार्तिक आर्यन बने फैंटा के ब्राण्ड‍ एम्बे सेडर

फैंटा ने एप्पेल डिलाइट लॉन्चं किया; कार्तिक आर्यन बने फैंटा के ब्राण्ड‍ एम्बे सेडर

एप्पेल वैरिएंट के साथ पोर्टफोलियो का विस्तार किया

मुंबई, 05 मार्च, 2022: कोका-कोला इंडिया ने फैंटा के नये फ्लेवर एप्पटल डिलाइट के लॉन्चे की घोषणा की है। इसके साथ ही कंपनी ने एक स्वाफदिष्ट फल के स्वापद वाले वैरिएंट से अपने ब्राण्डं के रंगीन पोर्टफोलियो का विस्तानर किया है। इस गर्मी, भारत में उपभोक्ताक असली सेब के रस वाले तरोताजा स्पावर्कलिंग पेय का मजा ले सकेंगे, जो उनके दिमाग, शरीर और मन को तरोताजा करेगा। भारत के पसंदीदा फ्रूट फ्लेेवर्ड ब्राण्डट ने अपने ब्राण्डम एम्बेेसेडर और युवाओं के चहेते कार्तिक आर्यन के साथ नया रंगबिरंगा विज्ञापन भी लॉन्चा किया है, जो फैंटा के एक और मजेदार वर्जन के रोमांच और ऊर्जा को बढ़ाते हैं।

एक नये विज्ञापन में कार्तिक आर्यन को फैंटा एप्प ल डिलाइट का मजा लेते देखा जा सकता है, जिसके साथ कार्तिक इस ब्राण्डं के साथ अपने रिश्तेप की शुरूआत कर रहे हैं। फैंटा अपने उपभोक्ताकओं के जीवन में जिंदादिली और उत्साइह लाने का पर्याय रहा है और एप्पैल डिलाइट के साथ यह नया कैम्पेेन उन्हें। अपने आधुनिक जीवन के अनुकूल बनने की कोशिश के बावजूद रंगीन रहने के लिये प्रेरित करेगा।

भारत में स्पाीर्कलिंग बेवरेजेज की कैटेगरी में फलों के स्वा द वाले पेय तेजी से वृद्धि कर रहे हैं। फैंटा द्वारा यह नया फ्लेवर लाये जाने से भारत में इस ब्राण्ड के पोर्टफोलियो में दो फ्लेवर की रेंज हो जाएगी। यह ड्रिंक पूरे देश में 250 एमएल, 600 एमएल और 750 एमएल के पैक्सी में उपलब्धय होगा।

भारत में इस लॉन्चस पर अपनी बात रखते हुए, टिश कोंडेनो, सीनियर डायरेक्टधर- स्पा2र्कलिंग फ्लेवर्स, कोका-कोला इंडिया एंड साउथ वेस्टर एशिया ने कहा, “जिन्दरगी के लिये पेय’ के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप और आज के उपभोक्ताइओं के बदलते स्वा द और पसंद पर केन्द्रित होकर, हमने एप्पकल फ्ले’वर सेगमेंट में कदम रखने का फैसला किया है। इसके अलावा, नवाचार को प्राथमिकता देने और गहन शोध के चलते हम नये फैंटा एप्प ल डिलाइट के साथ स्पा,र्कलिंग एप्पेल में एक तरोताजा ट्विस्ट लेकर आये हैं।‘’

उन्होंाने आगे कहा, “कार्तिक एक खुशनुमा तरीके से हमारे ब्राण्डं को अपना जोश और ऊर्जा दे रहे हैं। हमारे नये विज्ञापन में गर्मी के दिनों में रोशनी से भरपूर दृश्यम हमारे उपभोक्ता ओं को जिंदादिल रहने की याद दिलाते हैं, चाहे स्थितियाँ चुनौतियों से भरी क्योंे ना हों।”

फैंटा के नये कैम्पेतन का चेहरा कार्तिक आर्यन ने कहा, “फैंटा दशकों से घर-घर में जाना पहचाना नाम है। मैं फैंटा पीते हुए बड़ा हुआ हूँ, खासकर अपने दोस्तोंब के साथ मस्ती- करते और अपने पसंदीदा स्नैिक्‍स का आनंद उठाते हुए हमने खूब फैंटा पिया है । मैं फैंटा के नये लॉन्चर फैंटा एप्पतल डिलाइट के जरिये दर्शकों का मनोरंजन करते हुए उत्साबहित हूँ, जिसमें सेब का ताजगी देने वाला स्वांद है। इस लॉन्चय के माध्यंम से मैं अपने दर्शकों से कहना चाहता हूँ कि वे जीवन को बहुत गंभीरता से न लें और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ मजे करें। नये फैंटा एप्प ल डिलाइट का एक घूंट लें और इस गर्मी में खुश और रंगीन रहें।”’

फैंटा का नया विज्ञापन 5 मार्च, 2022 से भारत के टीवी चैनलों पर प्रसारित होगा और इस नये प्रोडक्टक वैरिएंट से दर्शकों का परिचय कराने के लिये विज्ञापन को अनोखे ढंग से परिकल्पित किया गया है। इस विज्ञापन को विपणन के लिये एक मजबूत चौतरफा दृष्टिकोण का साथ मिलेगा, जिसमें डिजिटल और ओओएच, दोनों पर प्रयास किये जाएंगे।

ऋतु शारदा, चीफ क्रियेटिव ऑफिसर, ऑगिल्वीे इंडिया (नॉर्थ)- “फैंटा रंगीन लोगों के लिये ही है। और नया फैंटा एप्पएल डिलाइट लोगों को रोजाना की चुनौतियों को मजेदार बनाने का साधन देता है। यह ट्विस्टफ वाला ड्रिंक है। आप इसे पीते नहीं, बल्कि खाते हैं, क्योंाकि इसमें असली सेब का रस है। सेब को खाने की आवाज न केवल एप्प ल फ्लेवर की याद दिलाती है, बल्कि हमें दीवाना भी कर देती है। इसे शानदार और रंगीन अभिनेता कार्तिक आर्यन जीवंत बना रहे हैं।”

नया वैरिएंट इस गर्मी की शुरूआत में भारत के प्रमुख बाजारों में उपलब्धा होगा और देश की आधा मिलियन से ज्याेदा दुकानें इसका फुटकर व्याआपार करेंगी। फैंटा दुनिया के कई बाजारों में एप्पिल और एप्पआल वैरिएंट्स में उपलब्धा है और अब फैंटा एप्पकल डिलाइट के साथ भारत में उपलब्धा है।

ऑरेंज सेगमेंट के बाजार में फैंटा की हिस्सेलदारी सबसे ज्यालदा है और इस वैरिएंट के साथ ब्राण्डए का लक्ष्यल समूचे फ्रूट-फ्ले वर्ड सेगमेंट में अपनी स्थिति को और भी मजबूत करना है। नये फ्लेवर से बहुत ज्यापदा बिक्री की अपेक्षा की जा रही है और यह देश में सॉफ्ट बेवरेजेस की कैटेगरी में कोका-कोला की स्थिति को और भी सुदृढ़ करेगा।

कैम्पेरन का लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=0za0s2_KolA

कोका-कोला इंडिया के विषय में
कोका-कोला इंडिया देश की अग्रणी पेय कंपनियों में से एक है, जो उपभोक्ताओं के लिये स्वास्थ्यवर्द्धक, सुरक्षित, उच्च गुणवत्ता के, तरोताजा करने वाले पेय विकल्पों की पेशकश करती है। वर्ष 1993 में अपने पुनःप्रवेश के बाद से कंपनी पेय उत्पादों से उपभोक्ताओं को तरोताजा कर रही है, जैसे कोका-कोला, कोका-कोला ज़ीरो, डाइट कोक, थम्स अप, थम्स अप चार्ज्ड, थम्स अप चार्ज्ड नो शुगर, फैन्टा, लिम्का, स्प्राइट, माज़ा, वियो “फ्लेवर्ड मिल्क”, मिनट मेड रेन्ज ऑफ ज्यूसेस, मिनट मेड स्मूथी और मिनट मेड विटिंगो, हॉट और कोल्ड चाय और कॉफी विकल्पोंा की जॉर्जिया श्रृंखला, एक्वैरियस और एक्वैरियस ग्लूकोचार्ज, श्वीप्सा, स्मार्ट वाटर, किनले और बोनएक्वा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर और किनले क्लब सोडा। कंपनी अपने खुद के बॉटलिंग परिचालन और अन्य बॉटलिंग पार्टनर्स के साथ, करीब 2.6 मिलियन रिटेल दुकानों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से करोड़ों उपभोक्ताओं के जीवन का हिस्सा बन चुकी है, जिसकी प्रति सेकंड 500 सर्विंग्स की दर है। इसके ब्राण्ड देश में सबसे चहेते और सबसे अधिक बिकने वाले पेयों में शुमार हैं- थम्स अप और स्प्राइट, सबसे अधिक बिकने वाले दो स्पार्कलिंग पेय हैं।

कोका-कोला इंडिया का सिस्टम 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष और 150,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार देता है। भारत में कोका-कोला सिस्टम सामुदायिक पहलों के माध्यम से स्थायी समुदाय निर्मित करने में छोटा-सा योगदान दे रहा है, जैसे वर्ल्डम विदाउट वेस्ट , फ्रूट सर्कुलर इकोनॉमी, वाटर स्टीरवर्डशिप, महिला सशक्तिकरण आदि।

भारत में कंपनी के परिचालन और उत्पादों के सम्बंध में अधिक जानकारी के लिये कृपया www.coca-colaindia.com और www.hccb.in देखें।

बापू गांधी ने कहा था “खुद में वे बदलाव लाइए, जो आप दूसरों में देखना चाहते हैं।

बापू गांधी ने कहा था “खुद में वे बदलाव लाइए, जो आप दूसरों में देखना चाहते हैं।

महात्मा गाँधी के इन शब्दों को चरितार्थ कर विकास की हर कसौटी पर आज की आत्मनिर्भर महिलाएं खरी साबित हुई हैं। सदियों से महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कमजोर और अबला बता दिया जाता था। लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं, आज की सबल महिलाएं अपने जीवन की कमान खुद संभाले हुए हैं, वे ऐसी भूमिकाओं में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं, जहां कभी पुरुषों का बोलबाला था। चाहे वह कारखानों में काम करना हो, लड़ाकू जेट उड़ाना हो या सेना में भर्ती होना।

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की 24 वर्षीय सविता भारतीय सेना में शामिल होकर जब अपने गांव लौटी, तो उसका स्वागत माला और ढोल-नगाड़ों के साथ बजते देशभक्ति के गीतों से हुआ। भोपाल की एक अन्य प्रसिद्ध हिंदी लेखिका डॉ स्वाति तिवारी ने भोपाल गैस त्रासदी की विधवाओं के जीवन पर किताब लिखकर ‘नेशनल लाडली मीडिया एंड एडवरटाइजिंग अवॉर्ड फॉर जेंडर सेंसेटिविटी’ जीता। जहां, पुरुषों का दशकों से खेलों पर वर्चस्व रहा है, वहीं विशेष रूप से भारत के गांवों-कस्बों में रहने वाली महिलाओं ने दिखाया है कि पूरे जुनून के साथ कोई काम किया जाए तो बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, शहडोल जिले की 22 वर्षीय पूजा वस्त्राकर क्रिकेट की दुनिया में बल्लेबाज के तौर पर नाम कमा रही हैं। ऐसे अनगिनत नाम हैं जिन्होंने विषम परिस्थितियों में अपने जज्बे से समाज और परिवार की दिशा और दशा बदली है।

अक्सर कहा जाता है कि अगर आप एक महिला को शिक्षित करते हैं तो आप पूरे परिवार को शिक्षित करते हैं। सामाजिक-आर्थिक वर्गों की महिलाएं शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण के महत्व को पहचाना है। वे जानती हैं कि शिक्षा का पुल बनाकर पिछड़ेपन की खाई को पाटा जा सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समाज में महिलाओं को उनका उचित दर्जा दिलाने में मदद करने के लिए महिला सशक्तिकरण के कई अभियान शुरू किए हैं, जिसका उद्देश्य वंचित महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनने में मदद करना और स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार को आगे बढ़ाना है।

एक अन्य महत्वपूर्ण पहल दीदी वाहन सेवा योजना है जिसे राज्य के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाओं द्वारा शुरू किया गया है। महिलाओं में स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने स्टार्ट-अप नीति और कार्यान्वयन योजना शुरू की है, जिसमें महिलाओं द्वारा स्थापित स्टार्ट-अप को अतिरिक्त 20 प्रतिशत सहायता प्रदान की जा रही है। हिंसा की शिकार महिलाओं को आश्रय, परामर्श, चिकित्सा सहायता, कानूनी सहायता और पुलिस सहायता प्रदान करने के लिए राज्य के सभी 52 जिलों में वन स्टॉप सेंटर संचालित किए जा रहे हैं।

उद्योग क्षेत्र और इससे मिलने वाले अवसरों की बात करें तो महिलाओं का प्रतिनिधित्व हमेशा से ही कम रहा है, हालांकि अब यह क्षेत्र भी महिलाओं को काम पर रखने और नए अवसर देने की ओर बढ़ रहा है। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के संचालन में महिला भागीदारी धारणाओं को तोड़ रही है।

 

 

 

यह भारत की पहली महिला मैनेजर के नेतृत्व वाली खदान है। आगामी बंदर डायमंड परियोजना आत्मनिर्भर बुंदेलखंड की ओर एक कदम है जो युवाओं और महिलाओं सहित स्थानीय लोगों को सैकड़ों रोजगार प्रदान करेगी। इस परियोजना में सरकारी खजाने में लगभग 28, 000 करोड़ के योगदान सहित क्षेत्र में लगभग 40, 000 करोड़ रुपये की आर्थिक गतिविधियों होगी, जिससे रोजगार के अवसर मिलेंगे। परियोजना के कारण आर्थिक विकास के साथ-साथ बंदर डायमंड प्रोजेक्ट अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक प्रभाव पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।

कई संगठनों ने सीएसआर के दायरे में विभिन्न पहलों से महिलाओं में शिक्षा और कौशल विकास को आगे बढ़ाया है। उदाहरण के लिए, स्टरलाइट द्वारा जीवन ज्योति, गोदरेज द्वारा सैलून-आई, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा प्रोजेक्ट सखी और आदित्य बिड़ला समूह द्वारा महिला सशक्तीकरण की पहल, उन क्षेत्रों में महिलाओं में सकारात्मक बदलाव की उदाहरण हैं जहां परियोजनाएं शुरू हुई हैं।

ऐसे में भारतीय महिलाओं की उपलब्धियों पर एक नज़र डालें तो लगता है कि वे पीढ़ियों को प्रेरित कर रही हैं। महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न न केवल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बल्कि पूरे वर्ष चलते रहना चाहिए।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए पहल और लाभ
ऽ महिला एवं बाल विकास विभाग -विशेष पोषाहार आहार योजना के लिए 1450 करोड़ रुपए का प्रावधान
ऽ आंगनबाड़ी सेवाओं के लिए 1272 करोड़ रुपए का प्रावधान
ऽ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को अतिरिक्त मानदेय हेतु 870 करोड़ रुपए का प्रावधान
ऽ प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के लिए 196 करोड़ रुपए का प्रावधान
ऽ राष्ट्रीय पोषण मिशन के लिए 155 करोड़ रुपए का प्रावधान
ऽ लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए वर्ष 2021-22 में 922 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

इटावा *बलैयापुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में महिला दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ*

*बलैयापुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में महिला दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ*

जसवंतनगर:क्षेत्र के ग्राम बलैयापुर उच्च प्राथमिक विद्यालय में महिला दिवस के अवसर पर आयोजित हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाकर राष्ट्रगान के साथ की गई। कार्यक्रम में विद्यालय की बच्चियों ने विभिन्न भेषभूषा रानी लक्ष्मीबाई, दुर्गा, काली बनकर कार्यक्रम को सफल बनाया, छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुति देकर महिला दिवस को बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया। कार्यक्रम का संचालन कर रही नीरज पाल व प्रभा बघेल ने बताया कि वअंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को महिला दिवस का महत्व बताकर कार्यक्रम के माध्यम से शारीरिक, बौद्धिक व सांस्कृतिक रूप से सशक्त और सबल बनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय महिला सशक्तिकरण का दौर है। जिसको लेकर बच्चियों व महिलाओं को उनके हक एवं अधिकार के प्रति जागरूक किया गया। मौके पर शशिभूषण यादव, सुमित नारायण सहित महिलाएं व बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

इटावा जसवंत नगर रेलमंडी में नाले-नालियों के पानी की निकासी को बना पंप हाउस, पालिकाध्यक्ष ने किया शुभारंभ।

रेलमंडी में नाले-नालियों के पानी की निकासी को बना पंप हाउस, पालिकाध्यक्ष ने किया शुभारंभ।

जसवंतनगर:- मोहल्ला रेलमंडी में घरेलू व बरसाती जलभराव की समस्या का पालिका प्रशासन ने स्थाई समाधान खोज लिया है। इसके लिए पंप हाउस बनाया गया। यह पंप हाउस कचौरा रेलवे ओवरब्रिज सभासद सत्यवीर यादव निवास समीप लैंड पर करीब पांच लाख रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इस पंप से पाइप लाइन के जरिए आवादी क्षेत्र से आने वाले दूषित जल की निकासी सुनिश्चित की गई है। पालिका अध्यक्ष सुनील कुमार जौली ने जेई सुरेंद्र कुमार मिश्रा व सभासद सत्यवीर सिंह की मौजूदगी में मोटर पंप का शुभारंभ किया। पालिका अधिशासी अधिकारी रामेन्द्र सिंह ने बताया कि घरेलू व बारिश में जलभराव होने से नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बन जाता था। इस समस्या का स्थाई हल के लिए उक्त पंप हाउस बनाया है इसमें इस इलाके से आने वाला घरेलू व बरसाती पानी इकट्ठा होगा, जिसकी पंप हाउस की मोटर से प्रेशर के जरिए पाइप लाइन से ओवरब्रिज के सहारे पाइप लाइनों द्वारा इस इलाके का पानी तेजी से निकल जाएगा। पिछले समय से जलभराव समस्या जूझते नागरिकों की इस समस्या का अब समाधान कर दिया गया है।

इटावा भरथना अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छात्र एवं छात्राओं ने महिला सुरक्षा और आत्म सम्मान एवं अस्मिता को सुरक्षित रखने का लिया संकल्प

भरथना

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विक्टर पब्लिक स्कूल के छात्र एवं छात्राओं ने महिला सुरक्षा एवं महिलाओं के आत्म सम्मान एवं अस्मिता को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य अल्पना केसरवानी ने छात्र एवं छात्राओं को बताया कि बिना महिलाओं के हमारा जीवन अकल्पनीय और अपूर्ण है महिला के गौरवपूर्ण रूप में एक मां के बिना एक बच्चे का अस्तित्व संभव नहीं है मां की प्रेरणा एवं शिक्षा से ही शिशु एक पूर्ण व्यक्तित्व प्राप्त करता है ,  इसी प्रकार सहचरी के रूप में एक नारी ही पुरुष के कंधे से कंधा मिलाकर सामाजिक जिम्मेदारी को पूर्ण रूप से निभाते हैं, बिना महिलाओं के एक पूर्ण समाज की कल्पना नहीं की जा सकती अतः हमें महिलाओं के उत्थान एवं आत्मसम्मान को  बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहिए. महिलाओं को केवल एक  दिन विशेष में प्राथमिकता ना देकर प्रतिदिन उनके विकास में  सहयोग देना चाहिए और समाज में बराबरी का दर्जा देना चाहिए. इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक रोहन सिंह ने बच्चों को महिलाओं का सम्मान करने की प्रेरणा दी एवं झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, रानी अहिल्याबाई ,सरोजिनी नायडू वर्तमान समय की नायिकाओं में आईपीएस किरण बेदी आदि विभूतियों से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने की सलाह दी।

इस अवसर पर  शिक्षक  महेंद्र सिंह, पूनम, आरती, अनीता, पलक, शालिनी, निशा, अंशिका एवं रुकसाना आदि उपस्थित थे।

 

इटावा चकरनगर:लोक अदालत का आयोजन गौहानी में 12 मार्च को*

*चकरनगर:लोक अदालत का आयोजन गौहानी में 12 मार्च को*

(डॉक्टर एस बी एस चौहान)
चकरनगर/इटावा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश विनय कुमार द्विवेदी एवं जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव जसवीर सिंह यादव के संयोजन में
दिनांक 12 मार्च 2022 को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का तहसील चकरनगर के ग्राम गौहानी में होगा।

उपलब्ध जानकारी के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश विनय कुमार द्विवेदी के कुशल निर्देशन में सचिव जसवीर सिंह यादव के संयोजन में दिनांक 12 मार्च को लगने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत का तहसील चकरनगर के ग्राम सभा गवानी में कार्यक्रम किया जाएगा जिस से संबंधित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष स्वयंसेवक अश्विनी कुमार त्रिपाठी के द्वारा प्रचार प्रसार किया गया।इस अवसर पर लोगों को लोक अदालत के बारे में बताते हुए अश्विनी त्रिपाठी ने कहा कि जिन लोगों के चकबंदी के मुकदमे, दीवानी के मुकदमे, एक्सीडेंट क्लेम के मुकदमे, बैंक ऋण, बिजली का बिल , पारिवारिक बाद न्यायालय में विचाराधीन हैं वह लोग आपसी सुलह समझौते से लोक अदालत में आकर अपने वादों को सुलह समझौते के माध्यम से निस्तारित करा सकते हैं
श्री त्रिपाठी ने बताया कि लोक अदालत में निपटाए गए मामलों की किसी भी न्यायालय में अपील भी नहीं की जाती है और आपका समय और धन दोनों की बचत भी होती है।

श्री त्रिपाठी ने समस्त ग्रामीणों से लोक अदालत के बारे में अपने परिचितों और मित्रों को अधिक से अधिक जानकारी देने वाह प्रचारित करने की अपील भी की। इस अवसर पर सुरेंद्र पाल सिंह चौहान, राकेश दीक्षित, ब्रह्मा कुमार मिश्रा, सर्वेश कुमार पांडे, मानू चौहान, रविंद्र सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे।

इटावा महिला दिवस के अवसर पर लैंगिक समानता का संदेश मानव श्रृंखला बनाकर दिया*

*महिला दिवस के अवसर पर लैंगिक समानता का संदेश मानव श्रृंखला बनाकर दिया*

जसवन्तनगर।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विश्व्यापी थीम के आधार पर कस्बे में स्थित चौ0 सुघर सिंह इंटर कॉलेज की छात्राओं ने महिला दिवस के अवसर पर लैंगिक समानता का संदेश मानव श्रृंखला बनाकर दिया। इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज के प्रबंध निदेशक अनुज मोंटी यादव ने बताया कि इसके माध्यम से छात्राओं ने संदेश दिया है कि हर कार्यक्षेत्र और हर जगह महिलाओं के लिए समान अवसर होने चाहिए जिससे देश दिन प्रतिदिन ऊँचाइयों की राह पर जा सके। किसी भी देश का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब उस देश मे महिला और पुरुष को समान अवसर दिए जाएं। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा भी इस वर्ष लैंगिक समानता की थीम को रखी गई। इसी विचार को विस्तृत रूप देने के उद्देश्य से बच्चियों ने मानव श्रृंखला बनाने का निर्णय लिया । इस मानव श्रृंखला से उन्होंने यह भी संदेश देने का प्रयास किया कि यदि महिलाएं स्वयं संगठित होकर नाती समाज के लिए कार्य करें तभी नारी सशक्तिकरण का सपना साकार हो सकता है। इस अवसर पर प्रीती रानी, गीता यादव, शिवांगिनी चौहान, संध्या कुशवाह, रश्मी पांडेय, शल्या शाक्य , पूजा सिंह , राखी यादव आदि उपस्थित रही।

जसवंतनगर।नवजात में कुपोषण रोकने के लिए सरकार ने नई पहल की है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई हैं

*आंगनबाड़ी केंद्र में हुई गोद भराई की रस्म*

जसवंतनगर।नवजात में कुपोषण रोकने के लिए सरकार ने नई पहल की है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी तय की गई हैं
सुपोषण के प्रति आम लोगों को जागृत करने एवं उनके व्यवहार परिवर्तन के लिए आँगनवाडी केन्द्रों पर त्रिमासिक तक की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की रस्म अदा की जाती है।
बताते हैं पोषण मिशन के तहत आंगनबाड़ी केंद्र जारीखेड़ा में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मोनिका पत्नी दीपचन्द्र के गर्भवती होने पर त्रिमासिक महीने पर गोद भराई की रस्म की गई। इस दौरान गर्भवती महिलाओं व बच्चों की देखभाल को लेकर जानकारी दी गई। बताया गया कि प्रथम गर्भवती होने पर महिला को पांच हजार रुपये देखभाल के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है।
गर्भवती महिलाओं की अब सरकार गोद भराई करेगी। यह कार्य घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकत्री करेंगी, ताकि गर्भवती महिला स्वस्थ रहें। जब गर्भवती महिला स्वस्थ रहेगी तो पैदा होने वाला बच्चा भी स्वस्थ होगा।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री ममता देवी ने बताया कि गोद भराई का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दिनों में बेहतर पोषण की जरूरत के विषय में गर्भवती महिलाओं को अवगत कराना है। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री ममता देवी सहायता मनोरमा देवी प्रधानाध्यापक आयशा सहायक अध्यापक सीमा यादव शिक्षामित्र विमलेश के अलावा स्कूल का अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा और काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं भी मौजूद रही।

*सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ताकि कुपोषित बच्चे न हों पैदा*

इस प्रयास के पीछे उद्देश्य यह है कि जागरूकता की कमी और अभाव में गर्भवती महिलाओं में खून की कमी आ जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान ध्यान न देने पर महिला कमजोर हो जाती हैं। जिसके कारण पैदा होने वाला बच्चा कमजोर होता है, जो कि कुपोषण और अतिकुपोषण का शिकार हो जाता है।  ऐसी स्थिति न पैदा हो इसके लिए गर्भवती महिला को क्षेत्रीय आंगनबाड़ी चिह्नित करेंगी।

*गोद भराई में ये मिलेगा*
– नारियल- हरी और पत्तेदार सब्जी- गुल्लक- मल्टी विटामिन- गुड़ और चना- लौकी- सेब- केला के अलावा मौसमी फलों को दिया जाएगा।

*आंगनबाड़ी की होगी जिम्मेदारी*

इसके लिए सरकार ने आंगनबाड़ी की जिम्मेदारी तय की है। संबंधित आंगनबाड़ी को प्रेग्नेंट महिला की गोद भराई करनी होगी। इसके साथ ही गर्भधारण के दौरान क्या सावधानी और खानपान का ध्यान रखना चाहिए, यह भी प्रेग्नेंट महिला को बताना होगा। ताकि जो बच्चा पैदा हो, वह स्वस्थ्य हो। कुपोषण का शिकार न हो। छह महीने के बच्चों को अन्न प्राशन कराए जाने का कार्यक्रम भी रखा जाय।

*ये हैं जरूरी*
जसवंतनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की महिला चिकित्सक डॉ0 रिद्धिमा गौर ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान अपने भोजन में गुड़ चना और हरी सब्जियों के साथ मौसमी फलों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए। डॉ गौर ने बताया कि हर मां को छह महीने के बाद बच्चों को अर्ध ठोस आहार जरूर देना चाहिए। क्योंकि छह महीने के बाद बच्चे को मां का दूध पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है, जिसके कारण उसका पेट नहीं भर पाता है। जो कि उसके विकास में बाधा बनता है। बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए मां के दूध के साथ अर्ध ठोस और पोषक आहार बहुत जरूरी है।  बताया कि जिन महिलाओं में खून की कमी हो, उन प्रेग्नेंट महिलाओं को बच्चे को जन्म देने से पहले 180 आयरन की गोलियां लेनी चाहिए और 180 ही जन्म देने के बाद चिकित्सक के परामर्श के अनुसार।

फोटो:-जारीखेड़ा गाँव में गोदभराई की रस्म अदायगी होते हुए

इटावा सैफई क्षेत्र में शार्ट फ़िल्म की शूटिंग शुरू

सैफई क्षेत्र में शार्ट फ़िल्म की शूटिंग शुरू

धार्मिक एकता पर किया जा रहा है फ़िल्म का निर्माण, शूटिंग देखने उमड़ी भीड़

इटावा/सैफई अवंकार ब्रॉडकास्ट मीडिया प्रा० लिमिटेड मुम्बई के बैनर तले फ़िल्म निर्माता प्रॉड्यूसर संजय शुक्ला द्वारा सामाजिक एकता को लेकर एक फ़िल्म की शूटिंग की जा रही है। जिसकी शूटिंग सैफई क्षेत्र के कस्बो में की गई। शूटिंग के दौरान आसपास के काफी लोग शूटिंग देखने उमड़ पड़ें।

फ़िल्म की कहानी दो बचपन के दोस्तो से शुरू होती है दो बच्चे योगेश और आफताब ट्यूबेल पर बैठे हुए हैं और बचपन में एक दूसरे से बातें कर रहे हैं हम लोग एक दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे उसके बाद दोनों मिलकर कंचे खेलते हैं और फिर साइकिल चलाते हुए घर चले जाते हैं बाद में दोनों दोस्तों की मुलाकात 15 साल बाद बाजार में होती है आफताब अपनी पत्नी के साथ बाजार में समान लेने जाता है। तो योगेश आफताब को पहचान लेता है दोनो दोस्त गले मिलते हैं और योगेश आफताब व उसकी पत्नी को अपने घर ले जाता है तो आफताब अपनी समस्या बताता है कि मेरा मकान मालिक मुझसे एक साल का एडवांस मांग रहा है मेरे लिए कोई मकान देख ले। इस बात पर योगेश कहता है कि मेरा ऊपर का कमरा खाली पड़ा है तो मेरे घर पर रह सकता है तो योगेश अपने मुस्लिम मित्र को अपना कमरा रहने के लिए दे देता है योगेश के पिता पूजा पाठ करने वाले व्यक्ति हैं और जब भी आफताब घर आता है तो उसके पास काली पॉलिथीन में कुछ होता है तो योगेश के पिता समझते है कि वह काली पन्नी में मीट लेकर आया है अगले दिन योगेश के पिता पूजा कर रहे होते हैं इसी बीच आफताब काली पन्नी लेकर सीढ़ियां चढ़ते हुए अपने कमरे में चला जाता है कुछ देर बाद योगेश के पिता को मीट की बदबू लगती है। तो वह गुस्से से आफताब का दरवाजा बजाते हैं और कहते हैं मांस मदिरा बाद में पका लेना पहले दरवाजा खोल इसी बीच आफताब की पत्नी दरवाजा खोलती है और योगेश के पिता बड़बड़ाते हुए कमरे में दाखिल होते हैं वहां का नजारा देखकर योगेश के पिता की आंखें फटी रह जाते हैं वह देखते है कि मुस्लिम आफताब हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां पेंट करता हुआ दिखाई देता है कुछ मूर्तियां पेंट हो चुकी होती हैं तो कुछ मूर्तियों पर आफताब कलर कर रहा होता है यह देख योगेश के पिता की आंखें खुली रह जाती हैं और वह कहते हैं कि तो यह बदबू कहां से आ रही है और उस काली पन्नी में क्या लाते थे तो आफताब कहता है वह आपका लड़का।

इसी बीच इसी बीच आफताब की पत्नी कहती है वह काली पन्नी में रंग लाया करते थे जो उन्हें मूर्ति पेंट करने के लिए उनका मालिक देता था आपको क्या लगता था कि वह काली पन्नी में मांस मदिरा लाते थे आपके हिंदू धर्म में जो मांस मदिरा खाता है क्या वह सच्चा हिंदू नहीं होता। वैसे ही हमारे धर्म में जो मांस मंदिरा खाता है वह सच्चा मुस्लिम नहीं होता। अगर होली आती है तो आप भी होली नहीं मनाते हम भी नहीं मनाते हैं। अगर आप रक्षाबंधन मनाते हैं तो क्या हम रक्षाबंधन नहीं मनाते। खुशी हमें भी होती है और हां हर मुस्लिम आतंकवादी नहीं होता है। उसके भी दिल में भारत माता के लिए जान और जज्बे का जुनून होता है आप यह मत भूलिए अब्दुल कलाम जैसे जो देश के राष्ट्रपति थे वह मुसलमान थे। यह सुनकर योगेश के पिता शर्मिन्दा हो जाते है। और नीचे आकर देखते हैं उनका लड़का किचन में खुद मीट बना रहा था यह देखकर उसे हड़काते है और कहते हैं कि तेरी वजह से आज मैंने किसी के मजहब और धर्म को ठेस पहुंचाई है शॉर्ट फिल्म में आफताब की पत्नी का रोल आकांक्षा यादव इटावा, आफताब का किरदार योगेश कुमार फिरोजाबाद, योगेश का किरदार सौरभ कुमार दिल्ली, योगेश के पिता का रोल गोविंद पाल इटावा, योगेश के पिता के मित्र का रोल पंजाब से आये रविंद्र प्रकाश सिंह भाटिया के द्वारा निभाया जा रहा है।

इटावा सपा जिला अध्यक्ष गोपाल यादव का कहना,10 मार्च को सारे एग्जिट पोल गलत साबित होंगें

इटावा सपा जिलाध्यक्ष ने न्यूज चैनल के एग्जिट पोल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, जैसे आशंका थी कि चुनाव खत्म होते ही एग्जिट पोल बीजेपी को जिताएंगे, वो देखने को मिला। हालांकि सपा यूपी में सरकार बनाने जा रही है। सपा को यूपी विजयी की अग्रिम बधाई दे रहा हूं।

 जिला अध्यक्ष ने एग्जिट पोल पर खड़े किए सवाल

बीते सोमवार को यूपी विधानसभा चुनाव का 7वां चरण संपन्न हो गया है। अलग-अलग न्यूज चैनल यूपी इलेक्शन के एग्जिट पोल दिखा रहे हैं। जिसमें बीजेपी की सरकार की वापसी दिखाई जा रही है। इस पर सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए इन सभी सर्वे को गलत बताया है। साथ ही मतगणना के समय ड्यूटी पर रहने वाले कार्यकर्ताओं को आगाह किया है। उन्होंने कहा, सपा की सरकार बनने जा रही है। दिखाए गए एग्जिट पोल गलत साबित होंगे।

एग्जिट पोल मतगणना को प्रभावित कर सकते है

गोपाल यादव ने कहा, यूपी में चुनाव हो चुका है। जैसी आशंका थी कि मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल भाजपा को जिताएंगे, क्योंकि सरकार से मदद पाने वाले सच्चाई दिखा ही नहीं सकते हैं। गोपाल यादव ने कहा, जो इंडिपेंडेंट एजेंसियां हैं, वे सभी समाजवादी पार्टी गठबंधन की सरकार बना रही हैं। हम पूरे राज्य की एक-एक सीट की वास्तविक स्थिति से परिचित हैं।

हमारा ये आंकलन है कि समाजवादी गठबंधन 300 के लगभग सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रहा है। ये फर्जी एग्जिट पोल सिर्फ मतगणना को प्रभावित करने के लिए दिखाए जा रहे हैं, लेकिन ये भूल जाते हैं कि समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता किसी भी साजिश को असफल करने में सक्षम है।