Thursday , October 24 2024

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यूपी कैबिनेट की बैठक में मौजूद रहे दोनों डिप्टी सीएम, केशव ने एक्स पर तस्वीर पोस्ट कर दी जानकारी

लखनऊ:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें करीब 30 हजार करोड़ के अनुपूरक बजट को कैबिनेट की मंजूरी मिलने की संभावना है। विधानसभा और विधान परिषद में मंगलवार को ही अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें कुंभ मेला, बसों की खरीद, औद्योगिक परियोजनाओं और 50 साल से ज्यादा पुराने पुलों के स्थान पर नए पुलों के निर्माण आदि मदों में धनराशि की व्यवस्था होगी।

 

बैठक में दोनों उप मुख्यमंत्री मौजूद रहे। इसकी जानकारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुद भी सोशल साइट पर तस्वीर पोस्ट कर दी।

सोमवार से शुरू हुआ विधानमंडल का मानसून सत्र
विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हो गई। हालांकि पहले दिन ही विधानसभा की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। बिजली कटौती, प्रदेश में बाढ़ से तबाही, सूखा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सपा ने जमकर हंगामा किया। सपा सदस्यों ने वेल में नारेबाजी भी की। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सूखा, बाढ़, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग रखी, तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नहीं माना। इस पर सपा सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। वहीं प्रश्न काल के बाद बिजली संकट पर चर्चा कराने की मांग को लेकर भी सपा ने सदन से बहिर्गमन किया।

सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने प्रदेश में बाढ़, कानून-व्यवस्था, बिजली संकट और बढ़ते भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए इस कहा कि सारी कार्यवाही रोककर जनता से जुड़े इन अहम मुद्दों पर चर्चा कराई जाए। उनकी बात खत्म होने से पहले ही सपा सदस्य पोस्टर, बैनर लेकर वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। उनके पोस्टरों में बेरोजगारों को रोजगार देने, भाजपा विफल है अपने कामों में-जनता त्रस्त है बढ़ते दामों से जैसे नारे लिखे थे। कुछ सदस्य अपने कुर्ते के पीछे नारे लिखे हुए पोस्टर चिपका कर आए थे।

आज विधानसभा व विधान परिषद में रखा जाएगा 30 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट

आज यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन है। पहले दिन योगी सरकार ने कई विधेयक सदन के पटल पर रखे। मंगलवार को विधानसभा और विधान परिषद में अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया जाएगा।इस बजट में कुंभ मेला, बसों की खरीद, औद्योगिक परियोजनाओं और 50 साल से ज्यादा पुराने पुलों के स्थान पर नए पुलों के निर्माण आदि मदों में धनराशि की व्यवस्था होगी।

इसके पहले सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। बिजली कटौती, प्रदेश में बाढ़ से तबाही, सूखा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सपा ने जमकर हंगामा किया। सपा सदस्यों ने वेल में नारेबाजी भी की।नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सूखा, बाढ़, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग रखी, तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नहीं माना। इस पर सपा सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। वहीं प्रश्न काल के बाद बिजली संकट पर चर्चा कराने की मांग को लेकर भी सपा ने सदन से बहिर्गमन किया।

आज का राशिफल: 30 जुलाई 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए उत्साहपूर्ण रहने वाला है। विद्यार्थियों को अपने किसी कोर्स में दाखिला लेने मे यदि समस्या आ रही थी, तो वह दूर होती दिख रही है। आपकी कोई पुरानी गलती अधिकारियों के सामने आ सकती है, जिसके लिए आपको पछतावा होगा। आप किसी के कहने में आकर कोई बड़ा काम ना करें, नहीं तो समस्याएं बढ़ सकती हैं। वैवाहिक जीवन में चल रही समस्याओं से आपको छुटकारा मिलेगा। आपको अपनी आय और व्यय को ध्यान में रखकर खर्च करना होगा।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए बुद्धि और विवेक से निर्णय लेने के लिए रहेगा। कला कौशल में सुधार आएगा। माता-पिता आपके मन में चल रही उलझनों को जानने की कोशिश करेंगे। आप किसी से कोई ऐसी बात ना बोलें, जो किसी को बुरी लगे। आपके घर किसी धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होने से माहौल खुशनुमा रहेगा। आपको अपनी संतान के भविष्य को लेकर कुछ धन संचय करने की प्लानिंग करनी होगी।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से कमजोर रहने वाला है। संतान के करियर में चल रही समस्याओं को आपको नजरअंदाज नहीं करना है। आपके माता-पिता यदि आपको कोई सलाह दे, तो आप उसे पर अमल अवश्य करें। बिजनेस कर रहे लोगों को कमाई के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। आपको अपने आसपास रह रहे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आपका मन किसी बात को लेकर परेशान रहेगा।
कर्क राशि: 
आज का दिन आपके लिए किसी कानूनी मामले में मिलाजुला रहने वाला है। विद्यार्थियों को शिक्षा को लेकर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। गृहस्थ जीवन में चल रही समस्याएं फिर से खड़ी हो सकती हैं, जिन्हें दूर करने के लिए आपको बातचीत करनी होगी, नहीं तो कुछ दूरियां आने की संभावना है। जीवनसाथी को करियर में तरक्की करते देख आपको खुशी होगी। आपको अपने परिवार के किसी सदस्य की कोई बात बुरी लग सकती है, लेकिन फिर भी आप कुछ नहीं कहेंगे। आपको किसी काम को लेकर योजना बनाकर आगे बढ़ना होगा।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। परिवार के सदस्यों के साथ आप कुछ समय मौज मस्ती करने में व्यतीत करेंगे। आपको कार्यक्षेत्र में कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। यदि आप अपने कामों को लेकर लंबे समय से परेशान चल रहे थे, तो वह आज समस्या होगी। आपको अपने मित्रों के साथ कोई भी लेनदेन सोच विचारकर करना होगा। आपको अपने किसी काम को कल पर टालने से बचना होगा, नहीं तो आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए रचनात्मक कार्यों से जुड़कर नाम कमाने के लिए रहेगा। आप अपनी बुद्धि से काफी कुछ पा सकते हैं। आपको एक के बाद एक खुशखबरी सुनने को मिलती रहेगी और परिवार में आप किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर आपको चिंता सता सकती हैं। आपको अपनी कमाई से ज्यादा खर्चों के बढ़ने की चिंता सताएगी। आपको यदि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़े, तो सलाह मशवरा अवश्य करें।
तुला राशिः
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आप किसी को बिना मांगे सलाह ना दें। आपकी तरक्की में यदि कुछ बाधा आ रही थी, तो वह भी दूर होगी। आपकी माताजी को आपको अपने आसपास रह रहे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आपका मन यदि किसी बात को लेकर परेशान चल रहा है, तो आप अपने पिताजी से कोई बात शेयर कर सकते हैं। आपके आसपास में यदि कोई वाद विवाद हो, तो आप उसमें चुप रहें।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए जिम्मेदारी भरा रहने वाला है। सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को उनके कामों से एक नई पहचान मिलेगी। व्यापार में कुछ नए उपकरणों को शामिल करने से आपकी आय बढ़ेगी। भाई बहनों का आपको पूरा साथ मिलेगा। आपको किसी प्रॉपर्टी में निवेश करने की यदि योजना बना रहे थे, तो आपकी वह इच्छा पूरी हो सकती है। आपको किसी सहयोगी से अपने मन की बात को कहने का मौका मिलेगा।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए सुखमय रहने वाला है। प्रेम जीवन जी रहे लोगो को अपने किसी साथी से यदि किसी बात को लेकर नाराजगी थी, तो उसे दूर करने की कोशिश करनी होगी और आप अपने धन संबंधित मामलों को परिवार में मिल बैठ कर सुलझाएं, तो आपके लिए बेहतर रहेगा। आपको किसी संपत्ति की प्राप्ति होने से माहौल खुशनुमा रहेगा। जीवन जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा। आपकी किसी नए काम के प्रति रुचि जागृत हो सकती है।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए एक से अधिक स्त्रोतों से आय दिलाने वाला रहेगा। आपको अपनी कमाई के बढ़ने से खुशी होगी और आप अपने मनचाहे खर्च आसानी से कर पाएंगे। रोजगार को लेकर परेशान चल रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। आपकी किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। आपको किसी अजनबी से अपने मन की बात शेयर नहीं करनी है।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपकी पद प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाला रहेगा। आपको कमाई के अच्छे स्रोत प्राप्त होंगे और आपके साख व सम्मान में वृद्धि होगी। आपको किसी विरोधी की बातों में आने से बचना होगा। आपको अपने आसपास रह रहे शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता है। आप अपनों के साथ कुछ आनंदमय पल व्यतीत करेंगे। घूमने करने के दौरान आपको कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। जीवनसाथी का सहयोग व सानिध्य भरपूर मात्रा में मिलता दिख रहा है। व्यापार कर रहे लोगों को कोई खुशखबरी सुनने को मिलेगी।
मीन राशिः  
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आपके दिए गए सुझावों का स्वागत होगा, जिससे आपको खुशी होगी। आपको आर्थिक स्थिति की यदि कोई चिंता सता रही थी, तो वह भी दूर होगी, क्योंकि बिजनेस में कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद भी आप अच्छा धन कमाने में कामयाब रहेंगे। संतान की पढ़ाई को लेकर आपको कोई महत्वपूर्ण कदम उठाना पड़ सकता है। आप ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति को धन उधार देने से बचें।

भारत की डिजिटल इकोनॉमी 2026 तक जीडीपी का पांचवां हिस्सा बनने की ओर, आरबीआई की रिपोर्ट में दावा

भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2026 तक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का पांचवां हिस्सा बनने की ओर बढ़ रही है’वर्ष 2023-24 के लिए मुद्रा और वित्त (RCF) पर रिपोर्ट’ की प्रस्तावना में रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जोर देकर कहा कि वित्तीय क्षेत्र में डिजिटलीकरण अगली पीढ़ी की बैंकिंग का मार्ग प्रशस्त कर रहा है और सस्ती कीमत पर वित्तीय सेवाओं तक पहुंच में सुधार कर रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत डिजिटल क्रांति के मामले में सबसे आगे है।

रिपोर्ट के अनुसार देश ने डिजिटल भुगतान में तेजी लाकर न केवल वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) को अपनाया है, बल्कि बायोमेट्रिक पहचान, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई), मोबाइल कनेक्टिविटी, डिजिटल लॉकर और सहमति-आधारित डेटा साझाकरण के मामले में भी उपलब्धि हासिल की है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल क्रांति से बैंकिंग ढांचे और सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणालियों को बढ़ावा मिल रहा है जो प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और कर संग्रह दोनों में मदद करते करते हैं।

रिपोर्ट के अनुसार जीवंत ई-बाजार उभर रहे हैं और अपनी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि डिजिटल अर्थव्यवस्था वर्तमान में भारत के सकल घरेलू उत्पाद का दसवां हिस्सा है; पिछले एक दशक में देखी गई वृद्धि दर को देखते हुए, यह 2026 तक जीडीपी का पांचवां हिस्सा बनने के लिए तैयार है।

इस क्रांति को सक्रिय करने के लिए अनेक सबल शक्तियां एक साथ आ गई हैं। हालांकि 2023 में भारत में इंटरनेट की पहुंच 55 प्रतिशत थी, लेकिन हाल के तीन वर्षों में इंटरनेट उपयोगकर्ता आधार में 199 मिलियन की वृद्धि हुई है।

भारत में प्रति जीबी डेटा खपत की लागत वैश्विक स्तर पर सबसे कम 13.32 रुपये (0.16 डॉलर) प्रति जीबी के औसत के साथ है। भारत 2023 में प्रति उपयोगकर्ता प्रति माह औसतन 24.1 जीबी की खपत के साथ दुनिया में सबसे अधिक मोबाइल डेटा खपत वाले देशों में एक है।

रिपोर्ट की प्रस्तावना में आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा कि यूपीआई ने अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए खुदरा भुगतान अनुभव मामले में क्रांति ला दी है, जिससे लेनदेन तेज और अधिक सुविधाजनक हो गया है। डिजिटल मुद्रा क्षेत्र में, भारतीय रिजर्व बैंक ई-रुपया, केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) के पायलट रन के साथ सबसे आगे है।

रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल लेंडिंग इकोसिस्टम ओपन क्रेडिट एनेबलमेंट नेटवर्क, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स और फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म जैसी पहलों के साथ जीवंत होता जा रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनटेक बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ ऋण सेवा प्रदाताओं के रूप में सहयोग कर रहे हैं। वे डिजिटल क्रेडिट की सुविधा के लिए प्लेटफॉर्म भी संचालित कर रहे हैं। बिगटेक तीसरे पक्ष के सेवा प्रदाताओं के रूप में भुगतान ऐप और ऋण उत्पादों को समर्थन प्रदान कर रहे हैं।

सोना 950 रुपये लुढ़का, चांदी में 2024 में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट, 4500 रुपये टूटी

घरेलू सर्राफा बाजार में सोने कीमतें 950 रुपये सस्ती होकर 71050 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गई। ज्वेलर्स की ओर से मांग में कमी आने के कारण यह गिरावट आई। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार शनिवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 72000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ।

सोमवार 99.5 प्रतिश शुद्धता वाला सोना 1650 रुपये की गिरावट के साथ 70,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर कारोबार करता दिखा। इससे पहले शनिवार को यह 72,350 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। सोमवार को चांदी की कीमतों मे भी बड़ी गिरावट दिखी। चांदी के भाव 4500 रुपये टूटकर 84500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए। चांदी की कीमतों में 2024 में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट आई।

कारोबारियों के अनुसार ज्वेलर्स और खुदरा खरीदारों की ओर से मांग में कमी आने के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है।

पिछले मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सोने पर लगने वाले सीमा शुल्क को 15 प्रतिशत से घटकाकर 6 प्रतिशत करने का एलान किया था, उसके बाद से सोने की कीमतों में दबाव देखा जा रहा है। मोतीलाल ओसवाल के सीनियर एनालिस्ट कॉमोडिटी मानव मोदी के अनुसार बजट में सीमा शुल्क में कटौती के एलान के बाद सोने पर प्रीमियम एक दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

हालांकि वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स गोल्ड 2,438.50 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार करता दिखा। इसमें पिछले कारोबारी सत्र की तुलना में 10.60 डॉलर प्रति औंस की बढ़त दिखी। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतें मामूली बढ़त के साथ 28.28 डॉलर प्रति औंस के भाव पर कारोबार करती दिखीं।

निकोलस मादुरो तीसरी बार चुने गए वेनेजुएला के राष्ट्रपति, विपक्ष ने लगाए धांधली के आरोप

वेनेजुएला में हुए राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर निकोलस मादुरौ की सत्ता में वापसी हुई है और वह लगातार तीसरी बार वेनेजुएला के राष्ट्रपति चुने गए हैं। हालांकि विपक्ष ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए नतीजों पर सवाल उठाए हैं। वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रविवार को मतदान हुआ था। देश के विभिन्न मतदान केंद्रों पर लोगों की भारी भीड़ देखी गई थी और करीब दो करोड़ पंजीकृत मतदाताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया था।

विपक्ष अपनी जीत को लेकर था आश्वस्त
वेनेजुएला के चुनाव आयोग नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल के प्रमुख एल्विस एमोरोसो ने बताया कि निकोलस मादुरो को 51 प्रतिशत वोट मिले। वहीं विपक्ष के नेता एडमुंडो गोंजालेज को 44 प्रतिशत मत मिले। विपक्ष अपनी जीत को लेकर इतना सुनिश्चित था कि चुनाव नतीजे आने से पहले ही विपक्ष के नेताओं ने सोशल मीडिया पर जीत के दावे करना और जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया था। एग्जिट पोल्स के नतीजों में भी गोंजालेज को बड़े अंतर से जीतता हुआ बताया गया था, जिससे विपक्ष के हौसले बुलंद थे। हालांकि जैसे ही नतीजे सामने आए तो विपक्ष हैरान रह गया। विपक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहा है।

निकोलस मादुरो को मिली थी कड़ी चुनौती
मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को इस चुनाव में एकजुट विपक्ष से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा था। विपक्ष ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि वे बीते एक दशक से जारी आर्थिक संकट को दूर करेंगे। वेनेजुएला में आर्थिक संकट के चलते करीब 70 लाख लोग देश छोड़कर अन्य देशों में बस चुके हैं। 74 वर्षीय एडमुंडो गोंजालेज युरुशिया के नेतृत्व में विपक्ष ने मादुरो के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि वह बीते 11 वर्षों से सत्ता पर काबिज निकोलस मादुरो को मात नहीं दे सके।

श्रीलंका के न्याय मंत्री विजयदासा राजपक्षे का इस्तीफा, विक्रमसिंघे के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

श्रीलंका के न्याय मंत्री विजयदासा राजपक्षे ने सोमवार को कहा कि उन्होंने आगामी 21 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ विजयदासा राजपक्षे राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के बाद राष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाले दूसरे उम्मीदवार बन गए हैं। बता दें कि बीते शुक्रवार को राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।

मैं एक नए मोर्चे के तहत चुनाव लडूंगा- विजयेदासा
विजयेदासा राजपक्षे ने आगे कहा कि मैंने चुनाव लड़ने के लिए अपने मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया है। मैं एक नए मोर्चे के तहत चुनाव लडूंगा, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी। जब मैंने और राष्ट्रपति ने चुनाव लड़ने की अपनी मंशा की घोषणा की, तो कुछ मुद्दे उठे। मुख्य मुद्दा यह था कि मंत्रिमंडल के दो लोग राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे, भले ही हम दो अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ रहे थे। राष्ट्रपति ने इस पर मेरी राय मांगी और मैंने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है।

सिरिसेना कर रहे हैं राजपक्षे का समर्थन
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई क्षेत्रों में मुद्दों को हल करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने आगे विश्वास जताया कि राष्ट्रीय चुनाव आयोग आगामी चुनावों के संबंध में स्वतंत्र रूप से और संविधान के अनुसार काम करेगा। बता दें कि विजयदासा राजपक्षे को पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना का समर्थन प्राप्त है, जो फ्रीडम पार्टी के एक गुट का नेतृत्व करते हैं।

विपक्ष का दावा राजपक्षे की एसएलपीपी सदस्यता है अमान्य
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को एसएलएफपी के नेता के रूप में उनके कामकाज पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर की गई थी। बाद में सिरिसेना ने एसएलएफपी के नेता राजपक्षे को नियुक्त किया, जिस पर एक अन्य कैबिनेट मंत्री निमल सिरिपाला डी सिल्वा के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी एसएलएफपी गुट ने अदालत में विवाद खड़ा कर दिया। विपक्ष का दावा है कि राजपक्षे एसएलपीपी के सदस्य बने हुए हैं और उनकी कथित एसएलएफपी सदस्यता अमान्य है। हालांकि, राजपक्षे ने दावा किया कि श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) के 90 प्रतिशत सदस्य उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।

‘लेबनान में रहने वाले भारतीय सतर्क और मिशन के संपर्क में रहें’, दूतावास की गाइडलाइन

लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्ला और इस्राइल के बीच लगातार तनातनी की खबरें सामने आ रहीं हैं। इस वजह से लेबनान स्थित भारतीय दूतावास ने वहां मौजूद भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने के लिए परामर्श जारी किया है। भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि किसी भी जानकारी के लिए लगातार दूतावास के संपर्क में रहें।

बीते शनिवार हिजबुल्ला ने इस्राइल पर किया था रॉकेट से हमला
आपको बता दें कि बीते वर्ष आठ अक्तूबर से इस्राइली सेना और हिजबुल्ला के बीच सीमा पर संघर्ष चल रहा है। इस्राइल के अनुसार, बीते शनिवार को हिजबुल्ला ने इस्राइल में एक फुटबॉल के मैदान में रॉकेट से हमला कर दिया था। इस हमले में में 12 बच्चे और किशोर मारे गए थे। इसके बाद से इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच संघर्ष और भी अधिक बढ़ गया है। अधिकारियों का कहना है कि जबसे इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच संघर्ष शुरू हुआ है, तबसे यह अब तक का सबसे घातक हमला था। आगे बताया गया है कि इस्राइल की उत्तरी सीमा पर हिजबुल्ला द्वारा किया गया यह सबसे भयानक हमला था। इस हमले के बाद से सीमा पर संघर्ष बढ़ने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है।

बांग्लादेश में ताजा प्रदर्शनों के आह्वान को लेकर अलर्ट, पुलिस-अर्द्धसैनिक बलों ने बढ़ाई पेट्रोलिंग

बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार को लेकर हिंसा जारी है। देशभर में जारी हिंसा के बीच पहली बार बांग्लादेश सरकार ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि देशभर में फैले अशांति में 150 छात्रों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी कर बताया कि सरकार ने फैसला किया कि देशभर में कल शोक मनाया जाएगा। सोमवार को बांग्लादेशी सेना और अर्धसैनिक बल ने राजधानी ढाका में पेट्रोलिंग की। वहीं पुलिस ने चप्पे-चप्पे की कड़ी निगरानी कर रही है। गुप्त सूत्रों से मिले इनपुट के बाद सुरक्षा बलों ने उपद्रवियों से निपटने की सभी तैयारियां शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी छात्रों के एक गुट ने बीती रात में ही नए दौर के विरोध प्रदर्शन का आह्वान कर दिया है। यह बात उस वक्त सामने आई, जब उनके छह समन्वयकों ने प्रदर्शन वापस लेने की घोषणा कर दी थी।

पीएमओ कार्यालय से जारी बयान में कहा गया, “कल देशभर में शोक मनाया जाएगा। हिंसा में जान गंवाने वालों की याद में सभी से काला बैंड पहनने का भी अनुरोध किया गया है। मृतकों और घायलों के लिए देश भर के सभी मस्जिदों चर्चों और मंदिरों में पूजा करने के लिए भी कहा गया है।”

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने ताजा हिंसा को रोकने के लिए सेना जुटा ली है।” गवाहों और टीवी फुटेज के अनुसार, सुरक्षा बल, सेना के साथ राजधानी के मुख्य जगहों की रक्षा में जुटे हुए हैं। पुलिस अर्धसैनिक बलों के साथ सड़कों पर पेट्रोलिंग कर रही है। सोमवार को छात्रों के एक समूह ने एक नए विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। दरअसल, इसी समूह के छह नेताओं ने प्रदर्शन को वापस लेने की घोषणा की थी।

बता दें कि बीते महीने 5 जून को बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने देश में फिर से आरक्षण की पुरानी व्यवस्था लागू करने का आदेश दिया। शेख हसीना सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील भी की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आदेश को बरकरार रखा। इससे छात्र नाराज हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बांग्लादेश के विश्वविद्यालयों से शुरू हुआ ये विरोध प्रदर्शन अब बढ़ते-बढ़ते हिंसा में तब्दील हो गया है।

डिंपल यादव ने किसान-युवा का मुद्दा उठाया, राजीव प्रताप रूडी ने सर्पदंश से हुई मौतों पर चेताया

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान डिंपल यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान डिंपल यादव ने किसानों, युवाओं से मुद्दों पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार के किए वादों पर भी सवाल पूछा।

डिंपल यादव का सरकार पर निशाना
डिंपल यादव ने कहा, ‘हमारे देश कृषि प्रधान देश है और ऐसे में अगर हम युवाओं और किसानों के लिए कुछ कर नहीं पा रहे, तो इसका मतलब है कि हम अपने फर्ज से डगमगा रहे हैं।’ सपा सांसद ने सवाल किया कि सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था, उसका क्या हुआ? डिंपल यादव ने सवाल पूछा, ‘’सरकार ने बजट में किसानों के लिए क्या किया? उत्तर प्रदेश को क्या मिला? क्या बीते 10 वर्षों में एक भी मंडी तैयार की गई? क्या जीएसटी में कोई राहत दी गई? उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पूरा देश इस समय चौकीदारी कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आवारा मवेशियों के आतंक की वजह से लोग सो नहीं पा रहे क्योंकि मवेशियों की बढ़ती संख्या की वजह से लोगों को अपने खेतों की रक्षा के लिए रात भर जागना पड़ता है। सपा सांसद ने सरकार से सवाल पूछा कि क्या केंद्रीय बजट में इस समस्या से निपटने के लिए कोई व्यवस्था तैयार की गई है?

किसानों की मौत और आत्महत्या पर उठाए सवाल
देश में किसानों की आत्महत्या पर डिंपल यादव ने कहा, ‘वर्ष 2020 और 2021 में किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की मौत हो गई। इसके अलावा वर्ष 2014 से 2022 के बीच एक लाख किसानों ने आत्महत्या कर दी। किसान बीमा योजना का लाभ कितने किसानों को पहुंचा? अर्थव्यवस्था चरमरा रही है और महंगाई बढ़ रही है।’ डिंपल यादव ने युवाओं की समस्या पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने युवाओं से रोजगार का वादा किया था लेकिन, आज युवा दुखी हैं। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है और अग्निपथ जैसी योजनाओं से उनका मनोबल गिर रहा है। सरकार ने जाति जनगणना और महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर आंखें मूंदी हुई हैं। सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था की है?

स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बजट की आलोचना
डिंपल यादव ने स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बजट की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर बजट में कोई भी ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आवंटित किया गया बजट देश के सकल घरेलू उत्पाद का 1.9 फीसदी है, जो कि बहुत कम है। सपा सांसद ने कहा कि सरकार को इन सब बातों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।