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आज का राशिफल: 24 जुलाई 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए पद प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला रहेगा। आपको एक साथ कई काम हाथ लग सकते हैं, जो आपकी व्याकाग्रता को बढ़ाएंगे। आपका रुका हुआ धन मिलने की पूरी संभावना है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कार्य क्षेत्र में आपको अपने अधिकारियों का सहयोग और समर्थन भरपूर मात्रा में मिलेगा। धर्म कर्म के कार्यों में आप बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। आपके सामने कुछ नई चुनौतियां रहेगी, जिनसे आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है।
वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहने वाला है। आपके घर किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है, जिसमें परिवार के सभी सदस्य व्यस्त रहेंगे। आपको किसी काम को लेकर जल्दबाजी नहीं दिखानी है। आपके अच्छे कामों से अधिकारी भी आपकी तारीफ करते नजर आएंगे और समाज में आपको एक नई पहचान मिलेगी। विद्यार्थियों को किसी पुरस्कार के मिलने की संभावना है।
मिथुन राशि : 
आज का दिन आपके लिए वाणी व्यवहार पर संयम बनाए रखने के लिए रहेगा। आपके विरोधी सतर्क रहेंगे। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य आपको भरपूर मात्रा में मिलेगा। आप किसी प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना बना सकते हैं। आपको कुछ सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने का मौका मिलेगा। आपको किसी से किए हुए वादे को समय रहकर पूरा करना होगा। संतान आपकी लिए कोई सरप्राइज गिफ्ट लेकर आ सकती है।
कर्क राशि:
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। कुछ बड़े सदस्य की ओर से आपको कोई भेंट मिल सकती है। आपकी सोच से आपके काफी काम पूरे होंगे। आप जीवनसाथी को लेकर कहीं जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। माता जी को कोई दिल से संबंधित समस्या हो सकती है। यदि आप अपने बिजनेस को लेकर कुछ सोच विचार कर रहे थे, तो आप उन बदलावों को कर सकते हैं। रोजगार की तलाश में लगे लोगों को कोई अच्छा अवसर मिलने की संभावना है।
सिंह राशि: 
आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आप अपने से ज्यादा औरों के कामों पर ध्यान लगाएंगे, जिससे आपके काम लटकाने की संभावना है। कार्यक्षेत्र में आपको वाद-विवाद से बचना होगा, नहीं तो वह आपके लिए नुकसानदायक रहेगा, जो लोग लोहे का काम करते हैं, उनको अच्छा आर्डर मिलने की संभावना है। परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहेगा, जो आपको खुशी देगा।
कन्या राशि:
आज का दिन आपके लिए कला कौशल में सुधार लेकर आएगा। रचनात्मक कार्य से जुड़कर आप अच्छा नाम कमाएंगे। आपकी कुछ नए कामों के प्रति रुचि जागृत हो सकती है। विद्यार्थी किसी नौकरी की तैयारी के लिए कोई कोचिंग कर सकते हैं। आपको संतान के करियर को लेकर तनाव रहेगा। आपको वाहनों के प्रयोग से सावधान रहने की आवश्यकता है। पारिवारिक संपत्ति को लेकर यदि कोई विवाद लंबे समय से कानून में चल रहा था, तो वह भी समाप्त होगा।
तुला राशिः
आज का दिन आपके लिए जिम्मेदारियों से भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी आपके ऊपर काम का बोझ अधिक रहेगा। आप नौकरी को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में तलाश करेंगे, उनमें आपको अच्छा लाभ मिलने की संभावना है। प्रेम सहयोग की भावना आपके मन में रहेगी। आपको अकस्मात कुछ धन की प्राप्ति हो सकती है, जिससे आपको अपने दैनिक खर्च करने में कोई समस्या नहीं आएगी। आप अपनी माता-पिता से किसी योजना को लेकर बातचीत कर सकते हैं।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए उलझनों से भरा रहने वाला है। आपको निर्णय लेने की क्षमता का लाभ मिलेगा। विद्यार्थी किसी प्रतियोगिता में भाग लेंगे, तो वह उसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जिसमें उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। आपको बिजनेस के कुछ योजनाओं पर पूरा ध्यान देना होगा, नहीं तो उन पर विराम लग सकता है। वैवाहिक जीवन जी रहे लोगों में आपसी सामंजस्य से न रहने के कारण लड़ाई झगड़ा बढ़ेंगे। परिवार में किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए सेहत में उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए अपने इनकम के सोर्स को बढ़ाने की कोशिश करेंगे, जिसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी। नौकरी में कार्यरत लोग पार्ट टाइम कार्य को करने के लिए भी समय निकालने में कामयाब रहेंगे। आपकी संतान को शिक्षा में मनचाहे परिणाम मिलने से खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा, जो जातक विदेशों से व्यापार करते हैं, उन्हें कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।
मकर राशिः 
आज का दिन आपके लिए ऊर्जा से भरपूर रहने वाला है। आप अपनी मेहनत से एक अच्छा मुकाम हासिल करेंगे। आपको अपने ऊर्जा को सही कामों में लगाना होगा। आपको किसी निवेश को करने से पहले अपने भाइयों से सलाह मश्वरा करना बेहतर रहेगा। आप अपने घर में कुछ बदलाव कर सकते हैं, जो आपके लिए अच्छे रहेंगे। आपको किसी काम को लेकर कुछ नई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आप कुछ नए लोगों से मेलजोल बढ़ाने में कामयाब रहेंगे।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए तरक्की के नए-नए मार्ग खोलेगा। आप अपनी बुद्धि और विवेक से कार्यक्षेत्र में काफी कुछ पा सकते हैं। आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आप अपने खान-पान पर सावधानी बरतें, नहीं तो आपको कोई पेट संबंधित समस्या परेशान कर सकती है। आपको किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई को लेकर जागरूक होना होगा। आपको किसी काम के चलते अकस्मात यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए तनावग्रस्त रहने वाला है। आप अपने घर बाहर की समस्याओं को लेकर परेशान रहेंगे। आप तनाव को अपने ऊपर हावी होने ना दें। आपके खर्च बढ़ने से आपको समस्या होगी। आप अपनी दिनचर्या को बेहतर रखें ताकि कोई स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान ना कर सके। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी काफी रुचि रहेगी। आपको अपने आसपास रह रहे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को कोई नुकसान हो सकता है।

रेल बजट में 50 फीसदी हिस्सा नई ट्रेनों की बजाय यात्रियों की सुरक्षा पर होगा खर्च, आएगा कवच 4.0

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट 2024 पेश कर दिया। वित्त मंत्री से बजट में भारतीय रेलवे के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करने की उम्मीद थी, लेकिन बजट में रेलवे को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वित्त मंत्री ने अपने बजट 2024 भाषण में भारतीय रेलवे के लिए किसी भी नई योजना या पहल की कोई घोषणा भी नहीं की। रेल यात्रियों को भी उम्मीद थी कि बजट में वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसके अलावा रेल यात्रियों को भी उम्मीद थी कि सफर के दौरान कई सुविधाएं भी मिलेंगी, लेकिन वित्तमंत्री ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की।

केंद्रीय बजट 2024-25 पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्रीय बजट में रेल मंत्रालय को एतिहासिक राशि का आवंटन हुआ है। रेलवे को बजट में 2.62 लाख करोड़ रुपये मिले हैं। इस आवंटन का सबसे बड़ा हिस्सा 1.8 लाख हजार करोड़ रुपये सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा। इसमें पुराने ट्रैक की जगह नए ट्रैक लगाना, सिग्नल सिस्टम को नई तकनीक के साथ विकसित करना और फ्लाईओवर-अंडरपास का निर्माण करना और ट्रेनों में कवच प्रणाली स्थापित करने में ये राशि खर्च की जाएगी।

रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि पिछले दस वर्षों में मोदी सरकार ने जो काम किए हैं, उन प्रोजेक्ट्स को हम तीसरे कार्यकाल में दोगुनी गति से इसे आगे बढ़ाएंगे। आने वाले दिनों में हम रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे, रेलवे इंजन और डिब्बों के मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ाएंगे। आमतौर पर निम्न वर्ग और मध्यवर्गीय लोगों सफर के लिए रेलवे का ज्यादा का उपयोग करते हैं। पहले के मुकाबले इन दिनों जनरल कोच में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में 700 करोड़ लोगों ने रेलवे से यात्री की है। इनमें एक व्यक्ति ने एक से अधिक बार यात्राएं की हैं। इसमें वो आंकड़ा भी शामिल किया गया है।

इसलिए रेलवे ने हाल ही में 2500 जनरल कोच लगाने का फैसला किया। साथ ही 10 हजार नए जनरल कोच बनाने का निर्णय लिया गया है। इनकी मंजूरी बजट 2024 में मिल गई है। कुछ दिनों पहले ही कवच प्रणाली 4.0 लागू हो गई है। तेजी से इसे ट्रेनों में लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं, आने वाले दिनों में रेलवे प्रोजेक्ट में तेजी लाई जाएगी।

रेलवे का जिक्र नहीं होने से गिरे रेलवे के शेयर
इसी बीच बजट में रेलवे का जिक्र नहीं होने से रेल कंपनियों से जुड़े शेयर धड़ाम हो गए। एक शेयर में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। इसका कारण रहा कि वित्त मंत्री ने रेलवे के लिए किसी भी घोषणा का जिक्र नहीं किया। हाल ही में हुए ट्रेन हादसों के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने और नई ट्रेनों के लिए कुछ घोषणाएं हो सकती हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसी का कारण रहा कि रेलवे से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में मंगलवार को जबरदस्त गिरावट आई है।

एक करोड़ गरीब-मध्यम वर्गीय परिवारों को घर, हाउसिंग सेक्टर को एक साल में 15% वृद्धि का अनुमान

23 जुलाई को वितमंत्री निर्मला सीतारामण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश किया। जिसमें किसानों, महिलाओं और युवाओं के लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं की है। इसके साथ ही एक करोड़ गरीब व मध्यम वर्ग परिवारों को घर मुहैया करवाने के लिए सरकार ने ब्याज पर सब्सिडी योजना का एलान किया है। महिलाओं को विशेषरूप से प्रॉपट्री खरीदने पर राज्य सरकारों से स्टैम्प ड्यूटी पर छूट देने को कहा गया है। जिसमें महिलाएं अपने घर का सपना पूरा कर सकें। बजट भाषण में बोलते हुए वित्तमंत्री ने एलान किया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में तीन करोड़ अतिरिक्त घरों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा औद्योगिक श्रमिक जो कि रोजगार के लिए शहरों में आते हैं उनके लिए सरकार छात्रावास शैली के आवासों के साथ किराये के आवास भी बनाएगी। यह सार्वजनिक और निजी भागीदारी मॉडल (पीपीपी) पर आधारित होगा।

हाउसिंग सेक्टर की ग्रोथ एक साल 10 से 15 प्रतिशत रहने का अनुमान
हिरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन एवं एमी नीरजंन हीरानंदानी का कहना है कि बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना को आगे बढ़ाए जाने से हाउसिंग सेक्टर की ग्रोथ अगले एक साल 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ेगी। सरकार ने अफोडेबल हाउसिंग के लिए जो एलान किया है उससे होम फाइनेंस कंपनियों की कारोबारी वृद्धि में 25 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि अगले पांच सालों में जब हम पांच ट्रिलियन की इकॉनमी बनेंगे तो भारत के जीडीपी में हाउसिंग और इन्फ्रा का योगदान 20 प्रतिशत होगा। मौजूदा समय में यह जीडीपी में 7 प्रतिशत की योगदान है।

हाउसिंग फाइनेंस और सीमेंट कंपनियों को मिलेगा लाभ
स्मॉल केस मैनेजर और संस्थापक सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि तीन करोड़ अतिरिक्त घर बनाने की सरकार की घोषणा से रियल एस्टेट मार्केट में तेजी तो आएगी लेकिन इसका सीधा फायदा हाउसिंग फाइनेंस और सीमेंट कंपनियों को होगा। हाउसिंग फाइनेंस फर्मों को लोन की मांग बढ़ने से लाभ होगा जिससे नए बाजार और अवसर भी पैदा होंगे। हालांकि उन्हें क्रेडिट मूल्यांकन और जोखिम प्रबंधन में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सीमेंट कंपनियों को अपने उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। जिसमें बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके। कंपनियों का फोकस कच्चे माल की बढ़ती लागत का प्रबंधन करने और उत्पादन क्षमता पर निवेश पर होगा। सैमको सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिव्यम मौर ने कहा, एक करोड़ गरीब मध्यमवर्गीय परिवारों को घर खरीदने में मदद करने के लिए वित्तमंत्री के 10 लाख करोड़ रुपये के आवंट से आवसीय संपत्तियों की मांग को बढ़ावा मिलेगा साथ ही ब्याज सब्सिडी और फंडिंग से रियल एस्टेट उद्योग डेवलपर्स और छोटी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को बहुत फायदा होगा।

वेनेजुएला में अगले हफ्ते आम चुनाव, सत्ता बचाने के लिए मतदान से पहले सेना का समर्थन जुटा रहे मादुरो

वेनेजुएला में रविवार को आम चुनाव के लिए मतदान होने हैं। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को अपनी कुर्सी खतरे में पड़ती नजर आ रही है। ऐसे में मतदान से पहले वह सेना का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैंघास फूस वाले गैस स्टेशन से कुछ ही दूरी पर हल्के हरे रंग के कपड़े पहने युवा और महिलाएं मादुरो के विरोधियों की रैली से लौट रहे वाहनों को रोकते हैं। यात्रियों से उनकी पहचान पूछते हैं और उनकी कारों, ट्रकों और मोटरसाइकिलों का निरीक्षण करते हैं। इस तरह मतदान से पहले बड़े मैदानों, ऊंचे जंगली इलाकों और समुद्र तट पर ऐसी चौकियों की संख्या बढ़ गई है। जिनका मकसद सरकार के आलोचकों को डराना और कभी-कभी उन्हें हिरासत में लेना है। इस दौरान अक्सर अकेले यात्रा कर रहे लोगों से छोटी रिश्वत लेना भी शामिल है।

एक सैनिक विपक्षी नेता मारिया कोरिया मचाडो के बारे में यात्रियों से पूछता है, “क्या वह महिला आई? क्या वहां बहुत सारे लोग थे?” एक दूसरा सिपाही उनसे फुसफुसाते हुए कहता है, यहां कोई वाई-फाई तो नहीं है।

मादुरो ने साल 2013 में सत्ता संभाली। उन्होंने सरकारी नौकरियों और प्रमुख उद्योगों को नियंत्रित करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को सम्मानित किया। यही नहीं, उन्होंने विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के लिए सैनिको तैनात करने में भी कोई संकोच नहीं किया। अब जब मादुरो की पकड़ सत्ता पर ढीली पड़ रही है तो सशस्त्र बलों के शीर्ष कमांडर अपनी वफादारी दिखाने के लिए पहले से कहीं अधिक मेहनत कर रहे हैं।

हाल के दिनों में मादुरो 25 हजार पुलिस अधिकारियों के एक समारोह में भाग लेते हुए सरकार के नियंत्रण वाले टेलीविजन चैनल पर दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों के दंगा भड़काने के प्रयासों को रोकने के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने दर्जनों अधिकारियों को पदोन्नत भी किया और अपने सबसे लंबे समय तक रक्षा मंत्री रहे व्लादिमीर पाडरिनो लोपेज को सम्मानित किया।

मादुरो ने इस महीने एक रैली में कहा, वेनेजुएला का भविष्य हमारी जीत पर निर्भर करेगा। अगर हम फासीवादियों द्वारा शुरू किए गए खून खराबा और गृह युद्ध से बचना चाहते हैं तो हमें अब तक की सबसे बड़ी चुनावी जीत की गारंटी देनी होगी। शीर्ष नेतृत्व मादुरो के साथ मजबूती से खड़ा है। वह वोट पाने के लिए अपनी पारंपरिक तरीकों को अपनाने के बजाय विपक्षी नेताओं पर कीचड़ उछालने में जुटा है।

ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल हर्नांडेज लारेज ने सोशल मीडिया पर हाल ही में एक तस्वीर पोस्ट की। जिसमें विपक्षी नेता मचाडो को एक सफेद बोर्ड के सामने बोलते हुए दिखाया गया है। पोस्टर में वह कथित तौर पर सशस्र बलों को खत्म करने का आह्वान कर रही हैं। हालांकि, एक मीडिया समूह ने कहा कि उनकी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है। मचाडो ने भी इस तस्वीर को फर्जी बताया है। उन्हें पहले चुनाव लड़ने से भी प्रतिबंधित किया गया था।

मुसलमानों से माफी मांगेगी श्रीलंका सरकार, कोरोना महामारी के दौरान शव दफनाने की नहीं दी थी अनुमति

श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह कोरोना महामारी के दौरान अंतिम संस्कार की विवादास्पद नीति अपनाने के लिए देश के मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय से माफी मांगेगी। सरकार ने साल 2020 में कोरोना से हुई मौतों को लेकर एक आदेश जारी किया था। जिसमें अंतिम संस्कार के लिए मुसलमानों सहित अल्पसंख्यक समुदायों को उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया था। बाद में इस फैसले की दुनियाभर में आलोचना हुई तो सरकार ने फरवरी 2021 में इसे रद्द कर दिया था।

द्वीप राष्ट्र के मंत्रिमंडल ने सोमवार एक बैठक की। बैठक में 2020 में किए गए फैसले के लिए मुस्लिम समुदाय से माफी मांगने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने सरकार की ओर से सभी समुदायों से माफी मांगने का फैसला किया है। इसके अलावा, मंत्रिमंडल ने एक कानून पेश करने का भी फैसला किया, ताकि इस तरह के विवादास्पद कदमों की पुनरावृत्ति न हो सके।

मंत्रिमंडल ने धार्मिक मान्यताओं के आधार पर शवों को दफनाने या उनका दाह संस्कार करने के लिए एक प्रस्तावित कानून को भी मंजूरी दी। यह कानून एक व्यक्ति या परिजनों को अपने विवेक पर मृत व्यक्ति को दफनाने या दाह संस्कार करने की अनुमति देता है।

देश के मुस्लिम समुदाय ने तब जबरन दाह संस्कार की नीति का विरोध किया था। कुछ ने तो अपने प्रियजनों के शवों को अस्पताल के मुर्दाघरों में ही छोड़ दिया था। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कहा था कि उन्हें दाह संस्कार के लिए मजबूर किया गया। इस्लाम में दाह संस्कार हराम है। फरवरी 2021 में आदेश रद्द होने से पहले मुस्लिम समुदाय के 276 शवों का अंतिम संस्कार किया गया था।

तब श्रीलंका की सरकार ने स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए मृतकों को दफनाने की अनुमति नहीं दी थी। उसने कुछ विशेषज्ञों का हवाला देते हुए दावा किया था कि कोविड-19 से मरे लोगों को दफनाने से पानी दूषित हो जाएगा, जिससे महामारी और फैल जाएगी।

कमला हैरिस का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनना तय!, अभियान के पहले दिन ही जुटाया पर्याप्त समर्थन

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो बाइडन के नाम वापस लेने के बाद मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम समर्थन किया था। फिलहाल पार्टी की उम्मीदवार बनने के लिए कमला हैरिस की तरफ से कड़ी मेहनत की जा रही है। इस बीच, उम्मीदवार के रूप में अपने पहले दिन, कमला हैरिस ने 81 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं।

कमला हैरिस के पास 1,976 से अधिक प्रतिनिधियों का समर्थन
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय और अफ्रीकी मूल की कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी के नामांकन को पहले मतपत्र पर जीतने के लिए आवश्यक 1,976 से अधिक प्रतिबद्ध प्रतिनिधियों का समर्थन प्राप्त हुआ है। वहीं उन्होंने ने सोमवार देर रात एक बयान में कहा, मैं जल्द ही औपचारिक रूप से नामांकन स्वीकार करने की उम्मीद कर रही हूं।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जब 19-22 अगस्त तक पार्टी के अधिकारी शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन से पहले औपचारिक रूप से उम्मीदवार को नामांकित करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की तैयारी कर होंगे। तो डेमोक्रेटिक टिकट के बारे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कमला हैरिस अपने साथी (उपराष्ट्रपति) के रूप में किसे चुनेंगी।

डेलावेयर में कमला हैरिस ने दिया जोरदार भाषण
जानकारी के मुताबिक कमला हैरिस मंगलवार को मिल्वौकी में एक अभियान कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इससे पहले कमला हैरिस ने सोमवार शाम को डेलावेयर में अभियान के मुख्यालय का दौरा करते हुए एक शानदार भाषण के साथ पार्टी के ध्वजवाहक की भूमिका के लिए अपना दावा पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे पास चुनाव के दिन तक 106 दिन हैं और उस समय में हमें कुछ कड़ी मेहनत करनी है। कमला हैरिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बताया और उन्हें आश्वासन दिया कि जो लोग बाइडन के नेतृत्व वाले अभियान के लिए काम कर रहे थे, वे साथ बने रहेंगे।

प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर कमला हैरिस का हमला जारी
वहीं कमला हैरिस ने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अपना हमला जारी रखा। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के कई घोटालों और कानूनी अड़चनों का हवाला दिया गया। उन्होंने जिला अटॉर्नी और कैलिफोर्निया अटॉर्नी जनरल के रूप में अपने कार्यकाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने सभी प्रकार के अपराधियों का सामना किया है। महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले, उपभोक्ताओं को ठगने वाले धोखेबाज, अपने खेल के लिए नियम तोड़ने वाले धोखेबाज। तो मेरी बात सुनो, मैं डोनाल्ड ट्रंप जैसे लोगों को जानती हूं।

सालों पुराने बंटवारे को खत्म करेंगे 14 प्रतिद्वंदी फलस्तीन गुट, चीन के दखल के बाद बनी सहमति

बीजिंग: गाजा में छिड़े युद्ध के बीच हमास और फतह समेत 14 फलस्तीन प्रतिद्वंदी गुटों ने एकजुटता दिखाते हुए सालों पुराने बंटवारे को खत्म करने का फैसला किया है। फलस्तीन गुटों ने चीन के दखल के बाद मंगलवार एक बैठक के दौरान घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए। तीन दिन से गुटों के बीच बातचीत कराने में जुटे चीन के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले को इस्राइली हमलों से जूझ रही गाजा पट्टी में मजबूत और टिकाऊ युद्ध विराम की दिशा में पहला कदम बताया।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुटों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह सहमति फलस्तीन मुद्दे के बीच एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि इस घोषणा के तहत सभी प्रतिद्वंदी गुटों ने गाजा पर शासन करने के लिए अंतरिम राष्ट्रीय सुलह सरकार की स्थापना पर सहमति जताई है। समझौते का उद्देश्य इस्राइल हमले के दौरान फलस्तीनियों को एकजुट रखना है। हमास के वरिष्ठ अधिकारी मौसा अबू मरजौक और फतह के महमूद अल अलौल के अलावा 12 अन्य फलस्तीन गुटों के प्रतिनिधियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।

चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि यह पहला मौका है जब 14 फलस्तीन गुट एक मंच पर आए हैं। सुलह फलस्तीन गुटों का आंतरिक मामला है, लेकिन मौजूदा समय में यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग के बिना संभव नहीं है। वांग ने कहा कि पीएलओ (फलस्तीन लिबरेशेन ऑर्गनाइजेशन) फलस्तीन लोगों का एकमात्र प्रतिनिधि है। लेकिन गाजा युद्ध समाप्त होने के बाद अस्थायी राष्ट्रीय सुलह सरकार को लेकर फैसला होगा। हालांकि वांग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस समझौते तहत हमास की क्या भूमिका होगी, जोकि पीएलओ का हिस्सा नहीं है।

शिक्षामित्र 25 जुलाई को मनाएंगे काला दिवस, जानें- मानदेय बढ़ने की चर्चा पर क्या कहते हैं अधिकारी

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के नेतृत्व में सभी जिलों में शिक्षामित्र 25 जुलाई को काला दिवस मनाएंगे। वर्ष 2017 में इसी दिन शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त किया गया था तब से शिक्षामित्र आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हैं।

संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि अब तक कई शिक्षामित्रों का निधन हो चुका है। इसमें कुछ बीमार होने पर अपना इलाज भी नहीं करा सके थे। 25 जुलाई को हर जिले में मृत शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही डीएम के माध्यम से शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने व अन्य समस्याओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजेंगे।

सोशल मीडिया पर रही मानदेय बढ़ने की चर्चा
शिक्षामित्र राजधानी में आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच रविवार से ही शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के मानदेय बढ़ने की चर्चा सोशल मीडिया पर चलती रही। कुछ शिक्षक संगठनों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव परियोजना कार्यालय से स्वीकृत कर आगे बढ़ा दिया गया है। वित्त विभाग की सहमति के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा। जबकि बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एमकेएस सुंदरम ने इस चर्चा को गलत बताया।

बीमार मां के लिए हरिद्वार से पैदल 30 लीटर गंगाजल ला रही बेटी, माता-पिता के लिए बेटे बने ‘श्रवण’

मेरठ:  माता-पिता की भक्ति का स्मरण आते ही मस्तिष्क के कैनवास पर श्रवण कुमार का चित्र उभर कर आ जाता है। ऐसी ही अगाध श्रद्धा इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान देखने को मिल रही है। फर्क सिर्फ इतना है कि श्रवण कुमार की जगह एक युवती है। उसका नाम है निशा। उसके कांधे पर कावंड़ है, लेकिन इस कांवड़ में माता-पिता की जगह तीस लीटर गंगाजल है। वह पूर जज्बे के साथ हरिद्वार से लोनी की पैदल यात्रा कर रही है।

दरअसल, निशा की मां गंभीर बीमार हैं। वह तीर्थाटन नहीं कर सकतीं। इसलिए निशा ने हरिद्वार से गंगाजल लाकर मां को उससे गंगा स्नान कराने की ठानी है। आपको सबका नमन है निशा। लोनी गाजियाबाद निवासी निशा चौधरी (35) पैदल कांवड़ ला रही हैं। सोमवार को हाईवे पर पहुंचीं निशा ने बताया कि वह 30 लीटर गंगाजल लेकर हरिद्वार से लोनी जा रही हैं। बताया कि पिता की मृत्यु हो चुकी है और मां अक्सर बीमार रहती हैं।

मां ज्यादा घूम फिर नहीं सकतीं, जिस कारण वह गंगा स्नान के लिए भी नहीं जा पातीं। इस बार वह अपनी मां को गंगा स्नान कराने के लिए कांवड़ लेकर आ रही है। बताया कि शिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद वह हरिद्वार से लेकर आई गंगाजल से अपनी मां को स्नान कराएगी।

ये हैं मेरठ के ‘श्रवण कुमार’
माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से पैदल ही उसके चार पुत्र अपने गंतव्य को ले जा रहे हैं। माता पिता दोनों बहुत खुश हैं उनकी यह पहली कांवड़ यात्रा है। जनपद मेरठ के गांव डेरिया निवासी सगे चार भाई बिट्टू गुर्जर, यश, नितिन व अमित अपने पिता रणबीर सिंह व माता राजेश देवी के साथ हरिद्वार पहुंचे ओर कांवड़ में उन्हें बैठाया अपने गंतव्य को चल दिए। मुजफ्फरनगर के छपार थानाक्षेत्र के गांव बरला में वे आराम करने के लिए रुके। उनका कहना है कि उनकी पहली कांवड़ यात्रा है, वे अपने गांव पहुंचकर शिव मंदिर में गंगाजल चढ़ाएंगे।

सीएम योगी बोले- बजट में अंत्योदय की पावन भावना…, अखिलेश बोले- नाउम्मीदी का पुलिंदा है

लखनऊ:केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये बजट सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी, विकासोन्मुखी आम बजट 2024-25, 140 करोड़ देशवासियों की आशाओं, आकांक्षाओं और अमृतकाल के सभी संकल्पों को सिद्ध करने वाला है।

आम बजट 2024-25 ‘विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण का आर्थिक दस्तावेज है। इसमें अंत्योदय की पावन भावना, विकास की असीम संभावना और नवोन्मेष की नव-दृष्टि है।इस बजट में गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान समेत समाज के सभी तबकों के समग्र विकास का संकल्प, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दृष्टि और वंचित को वंचना से मुक्त कराने का रोडमैप है। मध्यम वर्ग को बड़ी राहत प्रदान करते हुए प्रत्यक्ष कर प्रणाली के संबंध में नए प्राविधानों की घोषणा स्वागत योग्य है।

‘नए भारत’ को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और विश्व का ग्रोथ इंजन बनाने का मार्ग प्रशस्त करते इस लोक-कल्याणकारी बजट के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार एवं मा. केंद्रीय वित्त मंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन है।

दूसरे दलों के नेताओं ने भी बजट को लेकर प्रतिक्रिया दी है:

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस बजट में युवाओं के रोजगार के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ये बजट भी नाउम्मीदगी का ही पुलिंदा है। शुक्र है इंसान इन हालातों में भी जिंदा है।

मायावती बोलीं- ये बजट भी पुराने ढर्रे पर
बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्रीय बजट 2024 को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का ये बजट भी पुराने ढर्रे पर है। ये बजट अच्छे दिन की उम्मीद वाला कम और मायूस करने वाला ज्यादा है।

उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु ‘अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है।

देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और पिछड़ापन तथा यहां के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव है। बजट में ऐसे प्रावधानों से क्या लोगों का जीवन खुश व खुशहाल हो पाएगा?

उन्होंने कहा कि देश का विकास व लोगों का उत्थान आंकड़ों के भूलभुलैया वाला न हो बल्कि लोगों को त्रस्त जीवन से मुक्ति के लिए रोजगार के अवसर, जेब में खर्च के लिए पैसे और आमदनी जैसी बुनियादी तरक्की सभी को मिलकर महसूस भी हो। रेलवे का विकास भी अति-जरूरी है। सरकार बीएसपी सरकार की तरह हर हाथ को काम दे।

डिप्टी सीएम बोले- सबका साथ, सबका विकास वाला बजट
यह सबका साथ, सबका विकास वाला बजट है। इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। युवाओं, महिलाओं और नौकरीपेशा लोगों के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की हैं। यह कहना है प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का।