Thursday , October 24 2024

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आज रात से बरेली में प्रवेश नहीं करेंगे भारी वाहन, छोटे वाहनों का भी बदला मार्ग

बरेली: सावन में कांवड़ियों की सुरक्षा के मद्देनजर बरेली शहर के मुख्य मार्गों पर यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार की रात आठ बजे से सोमवार की रात दस बजे तक भारी वाहन शहर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।

एसपी ट्रैफिक शिवराज ने बताया कि डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया गया है। यह व्यवस्था 19 जुलाई से 19 अगस्त तक लागू रहेगी। छोटे वाहनों के शहर में प्रवेश के लिए भी रूट निर्धारित किए गए हैं। रविवार सुबह छह बजे से सोमवार रात दस बजे तक इनका रूट भी बदला रहेगा।

इस तरह होगी व्यवस्था
– झुमका तिराहे से मिनी बाइपास की तरफ भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र के भारी वाहन ट्यूलिया अंडरपास से आ-जा सकेंगे।
– लखनऊ से बरेली होकर दिल्ली की तरफ जाने वाले भारी वाहन फतेहगंज पूर्वी से नवादा मोड़-दातागंज बदायूं रोड, बबराला, नरौरा, बुलंदशहर होकर गुजरेंगे।
– बरेली से मुरादाबाद, आगरा, अलीगढ़ जाने वाले भारी वाहन बड़ा बाइपास होते हुए मिलक-शाहबाद-चंदौसी, अनूप शहर, नरौरा, अलीगढ़, आगरा होकर जा सकेंगे।
– बरेली से लखनऊ की तरफ जाने वाले भारी वाहन बड़ा बाइपास, फरीदपुर, शाहजहांपुर होते हुए जाएंगे। शाहजहांपुर में कांवड़ियों की संख्या अधिक होने पर बरेली से बड़ा बाइपास, भुता-बीसलपुर होते हुए आगे जा सकेंगे।
– इन्वर्टिस तिराहा, बीसलपुर रोड, विलयधाम, बिलवा पुल से भारी वाहनों का शहर में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
– रोडवेज बसों और छोटे वाहनों के संचालन की व्यवस्था- पुराने बस अड्डे से रोडवेज बसें व अन्य वाहन पटेल चौक, चौकी चौराहा, गांधी उद्यान, मालियों की पुलिया, सेटेलाइट होकर जाएंगी।
– दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन सेटेलाइट से नरियावल, टीपीनगर, इन्वर्टिस तिराहा, बड़ा बाइपास, झुमका तिराहा होते हुए रामपुर जा सकेंगे।
– बरेली से आगरा-मथुरा की ओर जाने वाले वाहन सेटेलाइट, इन्वर्टिस, बड़ा बाइपास, झुमका तिराहा, मिलक शाहबाद, बिलारी, बबराला, नरौरा, अलीगढ़ होते हुए जाएंगे।
– बरेली से बदायूं जाने वाले वाहन लाल फाटक, रामगंगा पुल पार कर अखा मोड़, अलीगंज, आवंला, कुंवरगांव होकर जाएंगे।

हाईवे पर ऐसी होगी यातायात व्यवस्था
– बरेली बदायूं-मार्ग पर कांवड़ियों की संख्या ज्यादा रहती है। इस पर निर्धारित डायवर्जन के साथ धीरे-धीरे निकालने की व्यवस्था रहेगी। पीलीभीत के कांवड़िये महानगर से विलयधाम होते हुए आगे जाएंगे।
– ब्रजघाट गढ़ मुक्तेश्वर-हापुड़-रामपुर से झुमका-बड़ा बाइपास-शाहजहांपुर मार्ग की एक लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी। दूसरी लेन से वाहन धीमी गति से निकलेंगे।
– हरिद्वार से रुद्रपुर-बहेड़ी होकर बिलवा पुल से जिले के विभिन्न शिव मंदिरों तक कांवड़िये जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। बिलवा पुल-विलयधाम से कांवड़िये पीलीभीत-बीसलपुर-लखीमपुर खीरी गोला शाहजहांपुर के लिए आगे बढ़ेंगे।
– शहर में रामगंगा तिराहे से चौपुला, चौपुला से किला, चौपुला से पटेल चौक तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
– झुमका तिराहे से रामगंगा तिराहे तक वाहनों को धीमी गति से निकालने के निर्देश हैं।

हाई ट्राइग्लिसराइड कितना खतरनाक? जानिए इसके बढ़ने के कारण और बचाव के तरीके

हृदय रोगों के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आनुवांशिकता और जन्मजात स्थितियों को छोड़ दिया जाए तो हृदय रोग के अधिकांश कारकों को नियंत्रित करके इस गंभीर समस्या से सुरक्षित रहा जा सकता है। मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल, हाई ट्राइग्लिसराइड्स के अलावा शुगर बढ़ने, आहार-दिनचर्या में गड़बड़ी के कारण हृदय से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।नियमित रूप से इनकी जांच और बचाव के लिए उपाय कर लिए जाएं तो हृदय रोग सहित कई बीमारियों से भी सुरक्षित रहा जा सकता है। इस लेख में हम ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने के कारण और इससे बचाव के बारे में जानेंगे।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, ट्राइग्लिसराइड्स हृदय स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण पैमाना है। जिन लोगों का ट्राइग्लिसराइड बहुत अधिक बढ़ा रहता है उनमें हृदय रोग और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है। आहार और लाइफस्टाइल को ठीक रखकर ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को नियंत्रित रखा जा सकता है।

ट्राइग्लिसराइड्स और इसके कारण होने वाली समस्या

ट्राइग्लिसराइड्स एक प्रकार का फैट हैं जिसे लिपिड कहा जाता है। ट्राइग्लिसराइड्स कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से मक्खन, तेल और अन्य वसा वाले स्रोतों से आते हैं। वैसे तो इसे हानिकारक नहीं माना जाता है पर अगर इसकी मात्रा अधिक हो जाए तो इससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है।

जो लोग नियमित रूप से सीमित मात्रा से अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं, विशेष रूप से हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का खतरा रहता है।

क्यों बढ़ता है ट्राइग्लिसराइड?

खून की जांच में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर 200 मिलीग्रा/डीएल से अधिक होना हानिकारक माना जाता है।सिंपल कार्बोहाइड्रेट जैसे कि चीनी-सफेद आटा या फ्रुक्टोज से बने खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन के कारण ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का जोखिम रहता है। इसके अलावा अधिक वजन वाले लोगों में भी इसका जोखिम रहता है।

क्या एक ही चीज है कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड?

कहीं आप भी तो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को एक ही नहीं मानते आ रहे हैं? ये दोनों अलग-अलग हैं।
ट्राइग्लिसराइड्स, शरीर द्वारा उपयोग न की गई कैलोरी को संग्रहीत करता है और आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
कोलेस्ट्रॉल का उपयोग कोशिकाओं और कुछ हार्मोन बनाने के लिए किया जाता है।

हाई ट्राइग्लिसराइड का स्तर स्ट्रोक और अग्न्याशय में सूजन के साथ-साथ अन्य गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को बढ़ा देता है। वहीं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से धमनियों में जमाव हो सकता है जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस नामक समस्या होती है। ये हार्ट अटैक के प्रमुख कारकों में से एक है।

ट्राइग्लिसराइड को कैसे करें कंट्रोल?

आहार और दिनचर्या में कुछ आवश्यक बदलाव करके ट्राइग्लिसराइड को बढ़ने से रोकने या इसे नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।हरी सब्जियों को वैसे तो सेहत के लिए कई प्रकार से लाभकारी माना जाता है पर जिन लोगों का ट्राइग्लिसराइड बढ़ा हुआ रहता है उन्हें स्टार्च वाली सब्जियों जैसे मकई और मटर आदि के अधिक सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा शराब पीने वालों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड दोनों का स्तर बढ़ने का जोखिम देखा जाता रहा है। हृदय स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखने के लिए शराब और धूम्रपान दोनों से दूरी बनाकर रखना आवश्यक माना जाता है।

ये तीन ‘सफेद चीजें’ सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक, कम कर दें इनका सेवन वरना हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

हम जिस तरह की चीजों का सेवन करते हैं सेहत पर उसका सीधा असर होता है। यही कारण है कि शरीर को रोग मुक्त रखने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ आहार में पौष्टिक चीजों जैसे हरी सब्जियां-फल, नट्स-सीड्स को शामिल करने की सलाह देते हैं। बीमारियों से बचे रहने के लिए आहार में क्या शामिल करें, इससे ज्यादा ये जानना जरूरी है कि किन चीजों से दूरी बनाई जाए?

अध्ययनों के आधार पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, हम सभी के दैनिक आहार में तीन सफेद चीजें ऐसी हैं जिनसे कई प्रकार की बीमारियों का जोखिम हो सकता है। बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो वर्षों से इनका सेवन तो कर रहे हैं पर इसके कारण होने वाली दिक्कतों से अनजान हैं।

आइए इन चीजों के बारे में जानते हैं।

आहार में शामिल तीन सफेद चीजें

मेडिकल रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दुनियाभर में तेजी से बढ़ती क्रोनिक बीमारियों के लिए आहार की जिन चीजों को सबसे ज्यादा नुकसानदायक पाया गया है वह हैं- चीनी, नमक और सफेद चावल। ब्लड प्रेशर से लेकर वजन बढ़ने, ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाने और किडनी-लिवर की सेहत को नुकसान पहुंचाने के लिए इन्हें प्रमुख कारकों में से एक पाया गया है।

इतना ही नहीं वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे हार्ट अटैक के जोखिमों से बचाव के लिए वैज्ञानिक सभी लोगों को आहार में नमक (सोडियम) की मात्रा कम रखने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि ये सफेद चीजें सेहत को किस तरह से नुकसान पहुंचाती हैं?

नमक से ब्लड प्रेशर-हार्ट की दिक्कत

सोडियम (सफेद नमक) का सेवन हम सभी रोजाना करते हैं, पर क्या आप जानते हैं कि असल में ये हमारे लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। ज्यादा नमक वाली चीजों के सेवन के कारण हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम रहता है जिससे हृदय रोग-हार्ट अटैक होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा इसे किडनी की बीमारियों के लिए भी जिम्मेदार पाया गया है।

अध्ययनों में पाया गया है कि नमक के अधिक सेवन से मूत्र प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है जो किडनी रोग और हृदय रोग के विकास के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। ये किडनी स्टोन के खतरे को भी बढ़ा देता है।

चीनी से डायबिटीज-मोटापे का जोखिम

नमक की ही तरह से सफेद चीनी को भी बहुत हानिकारक माना जाता रहा है। जिन लोगों को डायबिटीज की दिक्कत होती है उन्हें सफेद चीनी से बिल्कुल परहेज करने की सलाह दी जाती है। अधिक चीनी खाने से टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम कारक बढ़ सकते हैं। सोडा जैसे पेय पदार्थों में भी बहुत अधिक चीनी होती है जिससे ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है।

शोध में पाया गया है कि जो लोग अधिक चीनी या मीठे पेय का सेवन करते हैं उनमें मोटापा होने का खतरा भी काफी अधिक हो सकता है।

सफेद चावल का कम कर दें सेवन

सफेद चावल में पौष्टिक चीजों की कमी होती है साथ ही ये कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी से भरपूर होता है। इसके अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है। डायबिटीज रोगियों को भोजन में सफेद चावल की मात्रा कम से कम रखने की सलाह दी जाती है। सफेद चावल में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है और अगर आप इसका ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे डायबिटीज बढ़ सकती है। स्टार्च की अधिक मात्रा के कारण चावल, शरीर में शुगर लेवल को बढ़ाता है जिससे बॉडी फैट की मात्रा भी बढ़ने का खतरा रहता है।

आप खुद ही तो नहीं पहुंचा रहे हैं मस्तिष्क को नुकसान? बहुत हानिकारक हैं ये आदतें

मस्तिष्क हमारे शरीर का ‘मास्टर’ हिस्सा है। शरीर के सभी कार्यों के संचालन, भावनात्मक नियंत्रण के साथ इसकी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप क्या सोचते हैं, क्या महसूस करते हैं, आप कैसे सीखते और चीजों को याद रखते हैं, आप कैसे चलते और बात करते हैं ये सभी चीजें मस्तिष्क द्वारा ही नियंत्रित और संचालित की जाती है। मसलन, मस्तिष्क को शरीर का सेंट्रल कंप्यूटर कहा जा सकता है जो शरीर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है।

इससे स्पष्ट होता है कि शरीर को स्वस्थ रखने और बेहतर तरीके से काम करते रहने के लिए मस्तिष्क का फिट रहना सबसे जरूरी है। हालांकि हमारी दिनचर्या की कुछ खराब आदतों और आहार में गड़बड़ी के कारण मस्तिष्क से संबंधित कई तरह की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।

इन्हीं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य विषयों पर सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के बारे में लोगों को शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है।

मस्तिष्क विकारों का बढ़ता जोखिम

अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थाएं दुनियाभर में बढ़ती मस्तिष्क विकारों को लेकर काफी चिंतित हैं। विशेषज्ञ कहते हैं, जलवायु परिवर्तन, दिनचर्या में गड़बड़ी सहित कई कारक मस्तिष्क के लिए दिक्कतें बढ़ाती जा रही हैं। बढ़ते तापमान, प्रदूषण जैसी पर्यावरणीय और धूम्रपान, शारीरिक निष्क्रियता जैसी आदतों के कारण स्ट्रोक, माइग्रेन, मिर्गी, मल्टीपल स्केलेरोसिस, सिजोफ्रेनिया, अल्जाइमर रोग और पार्किंसंस जैसी दिक्कतें पहले के तुलना में काफी आम हो गई हैं। यहां तक कि कम उम्र के लोग भी अब इन रोगों के शिकार हो रहे हैं।

आइए जानते हैं कि हमारी कौन सी आदतें मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा रही हैं जिनमें तुरंत सुधार किया जाना जरूरी है?

बहुत ज्यादा बैठे रहना नुकसानदायक

जॉन्स हॉपकिंस की रिपोर्ट के मुताबिक औसत वयस्क प्रतिदिन साढ़े छह घंटे बैठा रहता है, और कुर्सी पर बैठे रहने का यह सारा समय मस्तिष्क पर बहुत बुरा असर डालता है। साल 2018 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहने की आदत मस्तिष्क के उस हिस्से में बदलाव का कारण बनती है जो याददाश्त के लिए जरूरी है।

शोधकर्ताओं ने 45 से 75 वर्ष की आयु के कुछ प्रतिभागियों के एमआरआई में पाया कि ज्यादा बैठे रहने वाले लोगों के ब्रेन का मीडियल टेम्पोरल लोब (एमटीएल) काफी पतला हो गया था। एमटीएल मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो नई यादें बनाता है। इस बदलाव के कारण संज्ञानात्मक गिरावट और डिमेंशिया का जोखिम बढ़ सकता है।

नींद पूरी नहीं होती है तो सावधान

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने एक रिपोर्ट में बताया दुनियाभर में एक तिहाई वयस्कों को रोजाना सात से आठ घंटे की नींद नहीं मिल पाती है। इससे संबंधित एक शोध में पाया गया कि जो लोग कम सोते हैं उनमें मस्तिष्क विकारों की समस्या अधिक देखी जाती है। इससे संज्ञानात्मक कौशल- जैसे कि याददाश्त, तर्क और समस्या के समाधान की ताकत भी कम हो जाती है। लंबे समय तक नींद पूरी न होने से कई मानसिक रोगों का जोखिम भी बढ़ जाता है।

गड़बड़ खान-पान का असर

आपका आहार भी मस्तिष्क के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अधिक चीनी का सेवन मस्तिष्क के स्मृति केंद्र हिप्पोकैम्पस को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। ब्रेड, बिस्किट और पैक्ड जूस जैसे अधिक चीनी वाले खाद्य और पेय पदार्थों से बचें। इसके अतिरिक्त, तले हुए खाद्य पदार्थों और शराब से भी मस्तिष्क की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। आहार में नमक की मात्रा अधिक होने से ब्लड प्रेशर बढ़ने और ब्रेन स्ट्रोक जैसी जानलेवा समस्याओं का भी जोखिम रहता है।

‘तौबा-तौबा’ के गायक करण औजला हुए हादसे का शिकार, वीडियो देख बढ़ी प्रशंसकों की चिंता

विक्की कौशल, तृप्ति डिमरी और एमी विर्क अभिनीत फिल्म ‘बैड न्यूज’ आज यानी 19 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक दे रही है। फिल्म की रिलीज से पहले ही इसका गाना ‘तौबा-तौबा’ बड़ी सफलता हासिल कर चुका है। गाने को दर्शकों का बेशुमार प्यार मिल रहा है। हालांकि, इसी बीच एक दुखद खबर सामने आई है। ‘तौबा-तौबा’ के सिंगर करण औजला ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह सड़क दुर्घटना का शिकार होते नजर आए हैं। औजला का पोस्ट सामने आते ही सोशल मीडिया पर छा गया है।

टूटने से बची करण औजला की गर्दन की हड्डी
करण औजला ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने नए एल्बम के रिलीज होने की जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि ‘हू दे?’ गाने की शूटिंग के दौरान उनका एक्सीडेंट हो गया और उनकी गर्दन की हड्डी टूटते-टूटते बची। क्लिप में औजला को रेसर गाड़ी चलाती देखा जा रहा है। हालांकि, तेज स्पीड के कारण कार पलट जाती है और सुरक्षाकर्मी तुरंत उन्हें बचाने के लिए दौड़ते हैं। वीडियो को देखकर साफ हो रहा है कि ‘हू दे?’ गाने के लिए सिंगर ने काफी मेहनत की है।

वीडियो देख चिंतित हुए प्रशंसक
तेज स्पीड में गाड़ी चलाना गाने की शूटिंग का हिस्सा था, लेकिन कार का पलट जाना चिंता का सबब बन गया। हादसे में करण औजला बाल-बाल बचे। वीडियो के जारी होने के बाद से ही प्रशंसक अपनी प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है, ‘हैवी ड्राइवर’। दूसरे ने लिखा, ‘करण औजला भाई आपकी हिम्मत को सलाम।’ वहीं, एक अन्य लिखते हैं, ‘भाई थोड़ा ख्याल रखा करो।’ ऐसे ही बाकी यूजर्स भी करण को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते नजर आए हैं। यह वीडियो पुराना है, लेकिन करण ने इसे अब साझा कर घटना को दर्शाया है।

विजय सेतुपति की ‘महाराजा’ ओटीटी पर आते ही बनी राजा, ग्लोबल चार्ट में इस पायदान पर पहुंची

दक्षिण भारतीय अभिनेता विजय सेतुपति की फिल्म ‘महाराजा’ बड़े परदे के बाद अब ओटीटी पर भी धमाल मचा रही है। दर्शकों ने ‘महाराजा’ के नेटफ्लिक्स पर आते ही इसका जोरदार स्वागत किया और देखते-ही-देखते यह फिल्म सप्ताह चार्ट में शीर्ष पर पहुंच गई। नेटफ्लिक्स पर अपनी इसी लोकप्रियता को बरकरार रखते हुए फिल्म ने एक और कारनामा कर दिखाया है।

‘महाराजा’ का ताजा कारनामा है कि यह फिल्म नेटफ्लिक्स के वैश्विक चार्ट में गैर-अंग्रेजी श्रेणी में ट्रेंडिंग टाइटल बन गई है। फिलहाल यह फिल्म चौथे स्थान पर काबिज है। इससे जाहिर है कि दर्शक इस फिल्म को खूब पसंद कर रहे हैं। इसकी दमदार कहानी लगातार दर्शकों को अपनी ओर खींच रही है।

‘महाराजा’ विजय सेतुपति की 50वीं फिल्म है। नेटफ्लिक्स पर इसके प्रदर्शन को देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाले कई दिनों तक यह चार्ट में अपनी जगह बनाए रखेगी। इसके घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो ‘महाराजा’ ने 71.26 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। वहीं, वैश्विक स्तर पर इसने 104.84 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था।

फिल्म का निर्देशन निथिलन सामीनाथन ने किया है। इसमें विजय सेतुपति तो मुख्य भूमिका में है ही, उनके अलावा अनुराग कश्यप, ममता मोहनदास, नटराज, सचाना निमिदास, अभिराम, सिंगमपुली, भारतीराजा, विनोद सागर, अरुलदोस, मुनीशकांत, कल्कि, सचाना निमिदास और मणिकंदन समेत कई कलाकारों ने अभिनय किया है।

‘महाराजा’ 14 जून, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। हिंदी सिनेमा बनाने वाले निर्देशक अनुराग कश्यप की बतौर अभिनेता यह तीसरी तमिल फिल्म है। उनकी पिछली तमिल फिल्म लियो थी, इससे पहले उन्होंने ‘इमाइका नोडिगल’ में अभिनय किया था। मालूम हो कि ‘महाराजा’ में उन्होंने निगेटिव रोल किया है।

हीरामंडी-चमकीला की सफलता के साथ नेटफ्लिक्स के राजस्व प्रतिशत वृद्धि में भारत भी शामिल, बना तीसरा देश

आजकल लोगों में ओटीटी का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही फिल्मों और वेब सीरीज को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। हीरामंडी: द डायमंड बाजार, द ग्रेट इंडियन कपिल शो और अमर सिंह चमकीला से प्रेरित होकर रिवेन्यू के मामले में भारत दूसरी तिमाही में स्ट्रीमिंग सेवा नेटफ्लिक्स के लिए तीसरे देश के रूप में उभरा है।

नेटफ्लिक्स ने दूसरी तिमाही की कमाई की जारी
गुरुवार को नेटफ्लिक्स ने 2024 के लिए अपनी दूसरी तिमाही की कमाई जारी की और भारतीय कंटेट ने इस साल लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय शो जैसे ब्रिजर्टन 3, बेबी रेनडियर, कोरियन ड्रामा क्वीन ऑफ टियर्स और हिट मैन और अंडर पेरिस जैसी फिल्मों के साथ शानदार वृद्धि की है। स्ट्रीमर के अनुसार, इस वर्ष भारत और यूके की स्थिति विशेष रूप से मजबूत रही है। Q2 में भारत भुगतान किए गए अच्छे विज्ञापनों और राजस्व प्रतिशत वृद्धि के मामले में दूसरा और तीसरा देश था।

सबसे बड़ी भारतीय सीरीज बनकर उभरी हीरामंडी
संजय लीला भंसाली की हीरामंडी: द डायमंड बाजार जैसी शीर्षकों की सफलता के कारण यह स्ट्रीमर की अब तक की सबसे बड़ी भारतीय ड्रामा सीरीज बनी। हीरामंडी को 15 मिलियन बार देखा गया। इम्तियाज अली निर्देशित बायोपिक फिल्म अमर सिंह चमकीला 8.3 मिलियन व्यूज के साथ नेटफ्लिक्स के लिए एक और सफलता बनकर उभरी। इसने किरण राव की लापता लेडीज और अजय देवगन की हॉरर ड्रामा फिल्म शैतान जैसी फिल्मों के साथ सफलता दर्ज की।

इस साल नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुए ये प्रोजेक्ट
यू.के. से और बेबी रेनडियर, जो 11 बार एमी नामांकित हुई, ये 88.4 मिलियन व्यूज के साथ बड़ी हिट बनकर उभरी। द जेंटलमेन , वन डे और फ़ूल मी वन्स ने भी स्ट्रीमर की वैश्विक टीवी टॉप 10 की लिस्ट में कई हफ्ते बिताए। साल 2024 में भारत के लिए आगामी लाइन-अप में नॉन-फिक्शन कंटेट जैसे मॉडर्न मास्टर्स फीट एसएस राजामौली, नयनतारा: बियॉन्ड द फेयरी टेल और यो यो हनी सिंह शामिल हैं। फिक्शन स्पेस में ये काली काली आंखें सीजन 2, फिर आई हसीन दिलरुबा , द ग्रेट इंडियन कपिल शो एस 2, फैब्युलस लाइव्स बनाम बॉलीवुड वाइव्स का तीसरा सीजन शामिल है।

आज का राशिफल: 19 जुलाई 2024

मेष राशि: 
आज का दिन आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। प्रेम जीवन जी रहे लोग साथी को किसी लॉन्ग ड्राइव पर लेकर जा सकते हैं। आपकी धार्मिक कार्यों के प्रति आस्था बढ़ने से परिवार के सदस्य प्रसन्न रहेंगे। किसी नए काम की शुरुआत आप कर सकते हैं, क्योंकि उसमें आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। विद्यार्थी उच्च शिक्षा पर पूरा ध्यान देंगे और आप अपने विषयों में कोई बदलाव न करें।

वृष राशिः 
आज का दिन आपके लिए धैर्य और साहस से काम लेने के लिए रहेगा। आप यदि किसी निवेश के लिए सोच विचार कर रहे हैं, तो उसमें आप नीति नियमों पर पूरा ध्यान दें। कार्यक्षेत्र में आप किसी के दबाव में आकर कोई काम ना करें, नहीं तो उसमें आपसे गड़बड़ी होने की संभावना है। आपको कुछ अनजान लोगों से कोई जरूरी जानकारी शेयर करने से बचना होगा, नहीं तो वह आपके कामों को बिगड़ने की कोशिश करेंगे।
मिथुन राशि : 
आज का दिन गृहस्थ जीवन जी रहे लोगों के लिए अच्छा रहेगा, उनके जीवन में प्रेम भरपूर रहेगा। आपकी कोई प्रॉपर्टी की डील साझेदारी में फाइनल होने की संभावना है। आपकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी, लेकिन आप अपने दिनचर्या में कोई बदलाव न करें, नहीं तो इससे आपको समस्या हो सकती है। आप अपने धन को संचय करने पर भी पूरा ध्यान देंगे। आपके भाई व बहन किसी जरूरी काम को लेकर सलाह ले सकते हैं।
कर्क राशि: 
आज का दिन आप नौकरी में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा रहने वाला है। आपको अपने कामों को लेकर धैर्य बनाए रखना होगा, लेकिन आप अपने आसपास रह रहे लोगों का भरोसा आसानी से जीत पाएंगे। आपको अपने किसी पुराने मित्र से मिलकर खुशी होगी। माताजी आपको कोई जिम्मेदारी दे सकती है, जिसे आप खुशी-खुशी निभाएंगे। आप अपने खर्चो को थोड़ा कंट्रोल करें और अपने बेफिजूल के खर्चे पर लगाम लगाएं।
सिंह राशि: 
आज के दिन आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आप अपने खानपान में लापरवाही के कारण परेशान रहेंगे। आपकी दीर्घकालीन योजनाएं फलीभूत होंगी, जो आपके बिजनेस को ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे, लेकिन आपकी जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं, जिन पर आपको डील नहीं देनी है। प्रेम और सहयोग की भावना आपके मन में रहेगी। कामकाज को लेकर आप किसी पर ज्यादा भरोसा ना करें।
कन्या राशि: 
आज का दिन आपके लिए वाणी और व्यवहार में मधुरता बनाए रखने के लिए रहेगा। आपको कुछ पारिवारिक मामलों को मिल बैठकर सुलझाने की आवश्यकता है। आप किसी काम को लेकर यदि जल्दबाजी दिखाएंगे, तो वह आपका नुकसान करा सकती है। कार्यक्षेत्र में आपको किसी की बातों पर भरोसा करने से बचना होगा, नहीं तो वह आपको धोखा दे सकता है।
तुला राशिः 
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। आपके करीबी आपको यदि कोई सलाह दें, तो आप उस पर अमल बहुत ही सोच विचारकर करें। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य में गिरावट आने के कारण भागदौड़ अधिक रहेगी। आपकी कुछ नए लोगों से मुलाकात होगी। आप अपनी सुख सुविधाओं पर पूरा ध्यान देंगे। आप अपने आलस्य के कारण अपने कुछ कामों को कल पर टालने की कोशिश करेंगे, जो आपके लिए समस्या बन सकते हैं।
वृश्चिक राशिः 
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आपके परिवार के सदस्यों में किसी बात को लेकर आपसी सहमति न होने के कारण कोई वाद विवाद खड़ा हो सकता है। आप कुछ नए लोगों से मेलजोल बढ़ाने में कामयाब रहेंगे। गृहस्थ जीवन में प्रेम बना रहेगा, क्योंकि आपके साथी भी आपकी बातों को पूरा महत्व देंगे। विद्यार्थियों यदि किसी प्रतियोगिता के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो वह कर सकते हैं।
धनु राशिः 
आज का दिन आपके लिए खुशनुमा रहने वाला है। आपको घर और बाहर खुशखबरी मिलने से आपके चारों ओर का वातावरण खुशनुमा रहेगा। बिजनेस को लेकर आप कुछ नए प्रयास करेंगे, जिनमें आपको सफलता मिलने की पूरी संभावना है। आपको अपने किसी पुराने मित्र से लंबे समय बाद मिलने का मौका मिलेगा। आपको किसी प्रॉपर्टी संबंधित डील को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है। आप अपनी आर्थिक स्थिति पर पूरा ध्यान देंगे।
मकर राशिः 
आज के दिन आपको कोई निर्णय सावधान रहकर लेने के लिए रहेगा। आपके मन में हड़बड़ाहट रहेगी, जो आपसे कामों में गड़बड़ी कराएगी। भगवान के भक्ति में आपका खूब मन लगेगा। आप कुछ धार्मिक आयोजनों में भी सम्मिलित होंगे। आप अपने काम को लेकर ज्यादा स्ट्रेस ना लें। खर्चो को लेकर आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। आपका लंबे समय से कोई काम यदि रुका हुआ था, तो आप उसे पूरा करने की भी कोशिश करेंगे।
कुंभ राशिः 
आज का दिन आपके लिए किसी बड़े लक्ष्य पर पूरा ध्यान देने के लिए रहेगा। विद्यार्थी अपनी पढ़ाई लिखाई से ज्यादा अपने मित्रों से बाकी कामों को समय देंगे। आपको कोई बड़ी उपलब्धि मिल सकती है, जो आपको खुशी देगी। आपके नेतृत्व क्षमता पहले से बेहतर रहेगी और आप अपने कामों को लेकर सचेत रहेंगे, जिसमें आप तेजी दिखाएंगे, तभी वह समय से पूरे हो सकेंगे। आपके मन में प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी।
मीन राशिः 
आज का दिन आपके लिए बिजनेस के लिहाज से अच्छा रहने वाला है, क्योंकि आप अपनी योजनाओं को लेकर पूरा ध्यान देंगे और किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह से आप किसी योजना में धन लगाएंगे, तो आपके लिए अच्छा रहेगा। आपके मन में आज कुछ उलझन सी रह सकती है, जो आपके तनाव को बढ़ाएगी। आपके मान सम्मान में वृद्धि होने से आपका उत्साह और बढ़ेगा। सामाजिक सेवा में लगे लोगों को किसी बड़े नेता से मिलने का मौका मिलेगा।

पिछले कुछ समय से रहे बीमार, अब तैयारियों के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते एचएस प्रणय

भारत का ओलंपिक में बैडमिंटन में प्रदर्शन सराहनीय रहा है और इससे हमेशा देश को पदक की उम्मीद रहती है। महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने रियो और टोक्यो में पदक जीते थे और इस बार में बैडमिंटन में पदक की आस रहेगी। पुरुष सिंगल्स वर्ग में चुनौती पेश करने वाले एचएस प्रणय पिछले कुछ समय से बीमार रहे जिसके कारण उन्हें लंबे समय तक खेल से दूर रहना पड़ा था। प्रणय अपने कोच तथा पूर्व खिलाड़ी आरएमवी गुरुसाईदत्त की देखरेख में खेल की गति को बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।

चोट और बीमारियों से जूझते रहे प्रणय
प्रणय पिछले कुछ समय के लगातार बीमारियों की चपेट में रहे हैं। थॉमस कप विजेता की के इस अहम सदस्य को पेट की गंभीर बीमारी के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रहना पड़ा था। इसके बाद पीठ की चोट ने उन्हें परेशान किया और फिर चिकनगुनिया के कारण उन्हें एक सप्ताह तक विश्राम करना पड़ा। विश्व चैंपियनशिप 2023 में कांस्य पदक जीतने के बाद प्रणय को दूसरी बार पेट की उस तरह की गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा जो उन्होंने अतीत में झेला था। यह बीमारी इतनी गंभीर थी कि वह कुछ भी खा नहीं पा रहे थे। इस बीमारी के कारण वह लगभग छह महीने तक खेल से दूर रहे।वह इसके बावजूद दो प्रतियोगिताओं के सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे।

गुरुसाईदत्त ने कहा, ऑस्ट्रेलिया ओपन के बाद हमने जो तैयारियां शुरू की थी, वे सही रास्ते पर हैं, हम सही रास्ते पर है। इस यात्रा में प्रणय के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि भले ही वह संघर्ष कर रहा था लेकिन अभ्यास में कोई कोताही नहीं बरत रहा था और अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहा था। उसे मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा इसलिए को बनाये रखना आसान नहीं था।’’

उन्होंने कहा, वह उस तरह का खिलाड़ी है जो बड़े मौकों पर दमदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। उसने पिछले तीन-चार वर्षों में कई बार ऐसा किया है। एक कोच के रूप में मुझे और राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद को उन पर भरोसा है। हम कुछ नया तरीका आजमाना चाहते थे। पिछले तीन-चार टूर्नामेंटों के आधार पर गोपी सर का मानना है कि उसे लंबी अवधि के मैच खेलने होंगे। हमने इस पहलू पर काम किया।

फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर करने लगे वाहनों की चेकिंग, पुलिस ने पकड़े आरोपी

दाड़लाघाट:  पुलिस ने फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर वाहनों की जांच करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह तीनों आरोपी शालूघाट में मंदिर द्वार के समीप अपनी गाड़ी में बत्ती लगाकर वाहनों को जांच के लिए रोक रहे थे। जिसकी शिकायत एक व्यक्ति ने पुलिस को दी। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि यह तीनों अपना रूतबा बनाने के लिए गाडिय़ों की जांच कर रहे थे। अभी तक किसी भी व्यक्ति से पैसे ऐंठने को लेकर कोई शिकायत नहीं है। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।

पुलिस जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी अर्की जिला सोलन ने पुलिस को शिकायत दी कि जब वह अपनी कार में तेल डालने के लिए खारसी जा रहा था, तो शालूघाट में मंदिर गेट के पास एक कार खड़ी थी, जिसपर लाल बत्ती लगी हुई थी। कार के साथ दो व्यक्ति खड़े थे जो आने-जाने वाली गाड़ियों की जांच कर रहे थे और अपने आप को सीबीआई के अधिकारी बता रहे थे। पुलिस ने इस शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए तीन आरोपियों मनोज कुमार, विनोद कुमार और नरेश कुमार उर्फ भूरा को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के निवासी हैं। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों से गाड़ी में लगी फ्लैशर लाइट को भी कब्जे में लिया।

एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि तीनों शालूघाट मंदिर में माथा टेकने आए थे। वहां उन्होंने सीबीआई अधिकारी बनकर गाड़ियों की जांच करने और अपना रुतबा बनाने का प्लान बनाया। नरेश कुमार उर्फ भूरा डीएसपी सीबीआई बनकर गाड़ी में बैठ गया, जबकि मनोज कुमार और विनोद कुमार आने-जाने वाली गाड़ियों को चेकिंग के लिए रोकने लगे। मौके पर लोगों की भीड़ जुटने पर वे वहां से भाग गए। जांच में पाया गया कि इन तीनों ने गाड़ी पर लगी फ्लैशर लाइट 12 जुलाई को ऑनलाइन मंगवाई थी। अभी तक की जांच में इनकी तरफ से पैसे उगाही की कोई बात सामने नहीं आई है। फिर भी मामले की प्राथमिकता से जांच जारी है।