Friday , October 25 2024

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नोएडा में घर के बाहर वकील की गोली मारकर हत्या

दिल्ली से सटे नोएडा के फेज दो थानाक्षेत्र के इलाबास गांव में सोमवार रात अज्ञात बदमाशों ने एक वकील की उनके घर के बाहर दो गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। निशांत पीलवान (28) सूरजपुर जिला न्यायालय में प्रेक्टिक करते थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। इस हत्याकांड से गुस्साए वकीलों ने मंगलवार को अदालत परिसर में एक शोक सभा कर काम का बहिष्कार किया। माना जा रहा है कि जमीनी विवाद के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, निशांत सोमवार रात करीब पौने दस बजे वह अपने घर के बाहर टहल रहे थे। इसी बीच अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। परिजन उन्हें नजदीक के अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बदमाशों ने एक गोली निशांत की पीठ और दूसरी पेट में मारी। मृतक के परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में कुछ रिश्तेदारों पर हत्या का शक जाहिर किया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि निशांत का उनके परिजनों व बहन के ससुराल पक्ष के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। पुलिस इन्हीं एंगलों पर मामले की जांच कर रही है।

 

पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) हरीश चंदर ने बताया कि वकील की हत्या के मामले में मृतक के परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीम बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि निशांत का कुछ लोगों से जमीन को लेकर विवाद था। उन्होंने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि निशांत का अपनी बहन के ससुराल पक्ष के लोगों से भी कुछ विवाद था। उन्होंने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।

वहीं, वकील की हत्या पर जनपद गौतमबुद्ध नगर बार एसोसिएशन ने नाराजगी जताई है। बार एसोसिएशन के सदस्यों ने अदालत परिसर में मंगलवार को एक शोक सभा आयोजित की तथा काम का बहिष्कार किया। अधिवक्ता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज भाटी ने कहा कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं होने पर वकील इस मामले में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

लखनऊ प्रेगा न्यूज़ एवं अनवान्टेड 21 डेज़ ने आशा वर्कर्स के साथ लॉन्च किया जागरुकता अभियान

लखनऊ वरिष्ठ संवाददाता

भारत के नंबर 1 प्रेगनेन्सी डिटेक्शन कार्ड प्रेगा न्यूज़ और मैनकाइंड फार्मा की ओर से ओरल कान्ट्रासेप्टिव ब्राण्ड अनवान्टेड 21 डेज़ ने लोगों को प्रेगनेन्सी साइकल और कॉन्ट्रासेप्टिय के बारे में जागरुक बनाने की पहल की है। ब्राण्ड ने लखनऊ के मलिहाबाद में पहले इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया। आने वाले समय में कंपनी चरणबद्ध तरीके से इस तरह के सत्रों का आयोजन करती रहेगी।
परिवार नियोजन के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए ब्राण्ड ने यह पहल की है, जिसके माध्यम से लोगों को जानकारी दी गई कि प्रेगनेन्सी की योजना पहले से बनानी चाहिए, और इस दौरान प्रेगनेन्सी के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए। प्रेगनेन्सी डिटेक्शन के बारे में कई गलत अवधारणाएं हैं, गर्भधारण की सही उम्र और कान्ट्रासेप्टिव के उपयोग के बारे में लोगों में जागरूकता नहीं है। इसके अलावा लोगों को यौन संचारी रोगों एवं गर्भनिरोध के अलग-अलग तरीकों, गर्भनिरोधकों के नियमित इस्तेमाल के बारे में जागरुक बनाना भी जरूरी है। इस पहल के माध्यम से मैनकाइंड फार्मा देश में दूर-दराज के इलाकों के लोगों तक पहुंच रहा है और उन्हें सही जानकारी प्रदान करने में मदद कर रहा है।
प्रेगा न्यूज़ और अनवांटेड 21 डेज़ दोनों ब्राण्ड्स ग्रामीण भारत में गर्भनिरोधकों एवं प्रेगनेन्सी डिटेक्शन कार्ड की पहुंच बढ़ाने तथा इनके बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ पूनम मिश्रा इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता थीं, जिन्होंने आशा कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। डॉ पूनम मिश्रा सेक्सुअल मेडिसिन कमेटी, फोगसी इंडिया की सदस्य हैं और कई राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा ले चुकी हैं।
कार्यक्रम में 50 से अधिक आशा कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और गर्भावस्था की सही उम्र, गर्भावस्था के लक्षणों, गर्भनिरोधक गोलियां कब लेनी चाहिए, इस बारे में अपने सवाल पूछें। डॉ पूनम मिश्रा ने गर्भनिरोधकों के इस्तेमाल से जुड़ी गलत अवधारणाओं को दूर किया, उन्हें बताया कि कैसे वे घर पर ही गर्भावस्था का पता लगा सकती हैं। डॉक्टरों ने इस बात पर भी रोशनी डाली कि गर्भनिरोधकों के सेवन से महिलाओं, खासतौर पर किशारियों के किस तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
इस पहल के बारे में बात करते हुए जॉय चैटर्जी, जनरल मैनेजर, सेल्स एण्ड मार्केटिंग, मैनकाइंड फार्मा ने कहा, “हम उद्योग जगत का एकमात्र ब्राण्ड हैं जो गर्भावस्था और परिवार नियोजन के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। तीसरे स्तर के शहरों में इस बारे में जागरुकता की कमी है और इस पहल के माध्यम से हम लोगों को समझाना चाहते हैं कि कैसे वे शुरूआती दिनों में ही गर्भवस्था के लक्षणों की पहचान कर सकते हैं।”

मैनकाइंड फार्मा भारत की अग्रणी फार्मास्युटिकल कंपनी है जो किफायती एवं सुलभ दवाओं के निर्माण, विकास, वाणिज्यीकरण तथा दवाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। ताकि उनकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके।

बलिया पत्नी से अवैध संबंधों के शक में की थी दोस्त की हत्या

रेवती (बलिया)। कस्बे के वार्ड संख्या 14 निवासी विक्की राय की हत्या की तह तक पुलिस पहुंच चुकी है। पुलिस का दावा है कि विक्की की हत्या उसके दोस्त मुहल्ले की ही रहने वाले मंजय ने की है। फिलहाल पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

पुलिस के अनुसार मृतक का मंजय के घर आना-जाना था। आरोपित को आशंका थी कि विक्की का उसकी पत्नी के साथ अवैध सम्बंध था। इसी शक में रविवार की रात वह विक्की को साथ लेकर बाइक से लेकर निकला तथा शराब पिलाने के बाद उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद वह बाइक लेकर फरार हो गया। एसओ रामायण सिंह का कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाने में लगी है।

लखनऊ जिला जेल की बाथरूम में बंदी का लटकता मिला शव

लखनऊ जिला कारागार में बंदी रूपेश (25) का शव शौचालय के रोशनदान से गमछा के सहारे लटकता हुआ मिला। बन्दियों ने देखने के बाद जेल प्रशासन को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वरिष्ठ जेल अधीक्षक व जेलर ने बन्दी के शव को नीचे उतरवाया। बन्दी के गले मे गमछा का कसा हुआ था।

करीब 12 घण्टे बीत जाने के बाद भी बन्दी के शव का अभी तक पंचनामा नहीं भरा गया है। जिसकी वजह से शव को अभी तक पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा गया है। परिजनों ने जेल प्रशासन पर रूपेश को उत्पीड़न और परेशान करने का आरोप लगाया है।

वरिष्ठ अधीक्षक आशीष तिवारी बताते हैं कि बन्दी अवसाद के चलते फांसी लगाई है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को बन्दी की मौत  की जांच के लिए पत्र लिखा है। आशीष तिवारी के मुताबिक बन्दी रूपेश  सीतापुर के बिसवां स्थित जमालपुर गांव का निवासी था। उसे गोसाईंगंज पुलिस ने डकैती के आरोप ने 12 अगस्त 2021 को जेल भेजा था।

उन्नाव खेत पर काम कर रहे मजदूर दंपत्ति की करंट लगने से मौत

 

विद्युत पोल में करंट के उतरने से हुआ हादसा से गुस्साए ग्रामीणों ने लखनऊ बांगरमऊ मार्ग किया जाम

बांगरमऊ क्षेत्र के गांव अतरधनी में खेत में काम कर रहे  मजदूर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए जिससे पति पत्नी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
बिजली के विभाग की लापरवाही के कारण हुआ हादसा । खेत में काम करें फतेहपुर चौरासी गांव के टांडा निवासी रामकुमार (कुवारे) पूत्र डोरी (45) और उनकी पत्नी कमला (42) खेत में काम कर रहे थे तभी ऊपर से गुजरी हाई टेंशन लाइन के विद्युत पोल में करंट आ रहा था जिसकी चपेट में आई कमला और कुवारे की मौके पर ही तेज करंट लगने से मौत हो गई।
गुस्साए ग्रामीणों ने विद्युत विभाग की लापरवाही से नाराज होकर लखनऊ बांगरमऊ मार्ग को जाम कर दिया सूचना लिखे जाने तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था पुलिस द्वारा उनको समझाया बुझाया जा रहा है। जिससे की आवागमन बहाल हो सके।

अर्जून तिवारी उन्नाव संवाददाता

हरदोई पूर्व प्रधान ने उखड़वाया था खड़ंजा, व्याप्त ग्रामीणों में आक्रोश

जनपद हरदोई
रिपोर्ट
प्रेमश॑कर श्रीवास्तव
ब्यूरो प्रमुख
दैनिक माधव संदेश न्यूज़ हरदोई
साथ में फोटो ग्राफर
शिवम कुमार अस्थाना

बेनीगंज-कोथावां/ हरदोई -विकासखंड कोथावां के अंतर्गत ग्राम पंचायत ऐमा का एक मामला प्रकाश में आया है।जो कि मुख्य मार्ग का है।
बताते चलें उक्त विकासखंड की ग्राम पंचायत ऐमा के पूर्व प्रधान विशेश्वर सिंह यादव रहे। उन्होंने लगभग 1 वर्ष पूर्व बगैर किसी प्रस्ताव व किसी भी संबंधित सक्षम अधिकारी को अवगत न कराते हुये गांव में लगा मुख्य मार्ग पर खरंजा उखड़वा लिया। और यहाँ तक कि ईंटे भी उठा ले गए।तबसे आज तक अपने उक्त खड़ंजा अपने निर्माण पर मुँह तक रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि मुकेश यादव व ग्रामीणों ने संपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि यह खड़ंजा मार्ग गांव के बीचो बीच का मुख्य मार्ग है। जो कि लगभग 1 वर्ष पहले पूर्व प्रधान द्वारा उखड़वाया गया था।तथा इसकी ईंटे भी उठा ले गए। तब से आज तक ऐसे ही पड़ा है। जोकि हम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित पंचायत विभाग के अधिकारियों से मांग करते हुए खड़ंजा का निर्माण कराया जाए। इस संबंध में वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि से प्रेस वार्ता की गई तो उन्होंने बताया की तत्कालीन रहे ग्राम विकास अधिकारी राजाराम से जानकारी ली। तब उन्होंने बताया की प्रस्ताव व इस्टीमेट उक्त मार्ग का नहीं बना है। प्रस्ताव व इस्टीमेट बनने पर तत्काल प्रभाव से मार्ग का निर्माण कराया जाएगा। कार्य योजना में इस मार्ग का नाम जा चुका है। इस मौके पर प्रमोद कुमार, महेंद्र कुमार, अवधेश कुमार, रामदेवी ,सुमन, सुनीता व ग्राम प्रधान सहित लगभग 2 दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने परेशानी को बयां किया।अब देखना यह होगा कि कब तक होगा मुख्य मार्ग का निर्माण तथा पूर्व प्रधान पर कार्यवाही।

BHU के सीएचएस में एडमिशन के नाम पर पांच किशोरी से दुष्कर्म खुद को एनसीसी कर्मचारी बताने वाला आरोपी गिरफ्तार

बीएचयू के एनसीसी और यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध सेंट्रल हिन्दू स्कूल (सीएचएस) में प्रवेश दिलाने के नाम पर  11 से 14 साल तक के 5 बच्चों से अप्राकृतिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। बच्चे चौबेपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। आरोपित गंगापुर निवासी मुरारी लाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित इन बच्चों के परिवार से घुला मिला था और इनको जानता था।

बीएचयू का सीएचएस बेहद प्रतिष्ठित स्कूल माना जाता है। यहां प्रवेश के लिए देशभर के बच्चों में हर साल मारामारी होती है। छठवीं, नौवीं और 11वीं में प्रवेश के लिए कई राज्यों में सेंटर बनाये जाते हैं और लाखों बच्चे परीक्षा देते हैं।

छह माह पहले चौबेपुर निवासी एक व्यक्ति से आरोपित मुरारी की मुलाकात हुई थी। उसने खुद को बीएचयू एनसीसी में कार्यरत बताया। कहा कि वह बच्चों को प्रवेश दिला सकता है। चौबेपुर निवासी व्यक्ति ने दो बच्चों को आरोपित से मिलवाया और एक-एक बच्चे के लिए 30 हजार रुपये भी दिए। मुरारीलाल दोनों बच्चों को बीएचयू परिसर में ले आया। शारीरिक परीक्षण के नाम पर झाड़ी में ले जाकर अप्राकृतिक दुष्कर्म किया। फिर बच्चों को लौटा दिया। प्रवेश न होने पर बच्चों ने आपबीती चौबेपुर निवासी व्यक्ति को सुनाई। इस बीच मुरारीलाल ने मोबाइल भी बन्द कर दिया।  चौबेपुर निवासी व्यक्ति ने किसी तरह मुरारी लाल से संपर्क किया। दो और बच्चों को प्रवेश दिलाने के नाम पर मुरारी को बहकाया। दो बच्चों को लेकर मुरारी बीएचयू पहुंचा था कि चौबेपुर निवासी व्यक्ति ने पुलिस चौकी पर सूचना दे दी और वह पकड़ा गया। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वो तीन और बच्चों का सीएचएस में दाखिला के नाम पर शोषण कर चुका है।

 

एनसीसी की ड्रेस पहन बरगलाता था

मुरारी खुद को बीएचयू के एनसीसी में कर्मचारी बताता था और खाकी रंग के ड्रेस भी पहनता था ताकि लोग विश्वास कर सकें। एनसीसी कैडेट के लिए आने वाली टी शर्ट भी पहनता था।

बच्चों के घर जाता था कुकर्मी

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि जिन बच्चों का उसने शोषण किया है, उनके घर आता जाता था। परिवार से घुलमिल गया था। उनके घर खाना भी खाता था।

पत्नी छोड़ गई, अकेले रहता था मुरारी

मुरारी बीएचयू से 2000 में बीए पास आउट होने के बाद कोचिंग और निजी विद्यालय में पढ़ाने लगा। इस दौरान दर्जनों बच्चों के साथ पहले इस  तरह की धोखाधड़ी कर चुका है। पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि  बचपन से समलैंगिग हैं। इसके कारण उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ मायके चली गई। चार भाइयों में सबसे छोटा है। माता पिता की मौत के बाद रोहनिया छितुपुर चितईपुर में किराये रहता था।

पिछले साल दो बच्चों को दिलाया प्रवेश

पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने दो बच्चों का प्रवेश पिछले साल सीएचएस में कराया था। ऑनलाइन टेस्ट के बावजूद उसने प्रवेश दिला दिया। बताया कि वहां के एक शिक्षक से उसकी साठगांठ है।

लखनऊ में 19 प्राइवेट हॉस्पिटल होंगे बंद डीएम ने की कार्रवाई

राजधानी लखनऊ में चल रहे अवैध 19 निजी अस्पताल बन्द होंगे। इनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग विधिक कार्रवाई करेगा। जिला प्रशासन के निर्देशन में कुछ माह पहले राजधानी में निजी अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया गया था। जिसमें इन अस्पतालों में बड़ी खामियां मिली थीं। अस्पतालों के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी तक नहीं है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन इन अस्पतालों का संचालन करवाकर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। निजी अस्पताल फायर के उपकरण टांग शपथ पत्र देकर खुद ही अस्पताल चला रहे हैं।

सीएमओ ने इन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएम को संस्तुति भेजी थी। इन निजी अस्पतालों में मानक पूरे थे। एमबीबीएस डॉक्टर व जरूरी संसाधन नही थे। जिस पर डीएम ने इनके खिलाफ कार्रवाई की मंजूरी दे दी है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल बताते हैं कि यह निजी अस्पताल बन्द रहेंगे और इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।

 

ये अस्पताल होंगे बंद

सम्राट हॉस्पिटल, बेस्ट केयर, वेलकेम, गैलैक्सी, शालिनी, प्रभाकर, उजाला, सिमना, इकाना, मेडिविन, सनफोर्ड, साधना, उन्नति उजाला, कॉकोरी हॉस्पिटल समेत 19 अस्पताल बंद किए जाने की तैयारी है।

इन अस्पतालों की होगी जांच

शेफालिया, चंद्रा हॉस्पिटल, हिमसिटी, हर्बल हॉस्पिटल, न्यू तुलसी, न्यू एशिया, दीपक लाइफ सांइसेंस, एसएन हॉस्पिटल, लखनऊ हॉस्पिटल, जैना हॉस्पिटल, लक्ष्य कैंसर हॉस्पिटल।

इटावामे आगरा से रिंग सेरिमनी कार्यक्रम से लौट रहे कार सवार पांच लोग हादसे में गंभीर रूप से घायल

 

इटावा। जसवंत नगर थाना क्षेत्र में सराय भूपत के पास आगरा से रिंग सेरिमनी कार्यक्रम से लौट रहे कार सवार पांच लोग हादसे में गंभीर रूप से घाय हो गए इसके बाद उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
मामला जसवंतनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सराय भूपत के पास का है जहां पर आगरा से रिंग सेरिमनी कार्यक्रम से लौट रहे राजीव गुप्ता पुत्र रामकिशन गुप्ता, अनुपम गुप्ता पत्नी राजीव गुप्ता, अंकित गुप्ता पुत्र राजीव गुप्ता, दिव्या गुप्ता पत्नी अंकित गुप्ता अंकित गुप्ता का 1 साल का बेटा सड़क दुर्घटना में घायल हो गया। जिनको एंबुलेंस व पुलिस की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल में भेजा गया।
हादसे में घायल हुए अंकित गुप्ता ने बताया कि वह बीते दिन पूर्व 25 तारीख को आगरा रिश्तेदारी में रिंग सेरेमनी के कार्यक्रम में गए थे और आज सुबह जब वहां से लौट रहे थे अभी सराय भूपत के पास हाईवे पर गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई और जिसके बाद सामने से आ रहै ट्रक और कार की भिड़ंत हो गई जिसमें परिवार के लोग घायल हो गए।

जिला अस्पताल के डॉक्टर विष्णु मल्होत्रा ने बताया हादसे में 5 लोग घायल होकर आए हैं जिनका उपचार जिला अस्पताल में जा रही है और जिसमें एक महिला दिव्या की हालत गंभीर है संभवत उसको सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया जाएगा

कानपुर में दलित की हत्या के बाद तनाव पोस्टमार्टम हाउस पर भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन

उत्‍तर प्रदेश के कानपुर में एक दलित परिवार पर हमला कर एक व्‍यक्ति की हत्‍या कर दी गई जबकि घटना में पांच लोग घायल हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पोस्‍टमार्टम हाउस पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के पनऊपुरवा गांव में चार महीने से चल रहे विवाद में देर रात पड़ोसियों ने दलित परिवार पर हमला बोल दिया। इस हमले में दलित परिवार के एक बुजुर्ग की मौत हो गई। परिवार के पांच अन्‍य लोग घायल हो गए। गांववालों के मुताबिक आनंद कुमार कुरील और श्रीकृष्ण त्रिवेदी का विवाद काफी समय से चल रहा था। कुछ समय पहले आनंद के बेटे रवि ने मामले में केस भी दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच दोनों के बीच कई बार विवाद हो गया।

 

सोमवार की देर रात विपक्षी परिवार ने एकजुट होकर दलित परिवार के घर पर हमला बोल दिया। आरोप है कि धारदार हथियारों से लैस होकर उन्‍होंने घर का दरवाजा तोड़ दिया और अंदर घुसकर जो मिला उसे मारने लगे। इस दौरान जमकर पथराव भी हुआ। मारपीट में घायल आनंद कुमार की मौत हो गई। जबकि आनंद कुमार की पत्नी आशा देवी, बहू संदीप, भाई जगन्नाथ महेंद्र घायल हो गए। परिवार का आरोप है कि मारपीट पुलिसवालों के सामने हुई है। घटना को लेकर गांव में तनाव है।