Friday , October 25 2024

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हरियाणा में अब भी नहीं बच पा रही बेटियां फिर बिगड़ गया लैंगिक अनुपात

हरियाणा में एक फिर से लैंगिक अनुपात बिगड़ गया है और ऐसा लगने लगा कि शायद फिर से बेटियां नहीं बच पा रही हैं। हरियाणा में इस साल के पहले नौ महीनों के दौरान यानी सितंबर तक जन्म के समय लिंगानुपात में पिछले साल की तुलना में 16 अंकों की गिरावट देखी गई। 2020 में यह 922 थी, जो इस साल 30 सितंबर तक घटकर 906 हो गई।

इस वर्ष कुल 22 जिलों में से 13 में लिंगानुपात राज्य के औसत (906) से नीचे दर्ज किया गया है। सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए रोहतक ने 955 का लिंगानुपात दर्ज किया, जो पिछले साल के आंकड़े से 43 अंकों का सुधार है। इसके बाद लिंगानुपात में चरखी दादरी (937), पानीपत (930), नूंह (922), जींद (919) और सिरसा (919) का स्थान रहा।

 

880 के न्यूनतम लिंगानुपात के साथ सोनीपत और झज्जर सबसे खराब प्रदर्शन वाले जिले थे। अन्य जिलों में फतेहाबाद में 882, अंबाला (891), रेवाड़ी (892), करनाल और फरीदाबाद (896 दोनों), भिवानी और कैथल (दोनों 897),  पलवल (899), गुरुग्राम (901), यमुनानगर (902) और महेंद्रगढ़ (905)  का लिंगानुपात दर्ज किया गया।

इस साल 1 जनवरी से 30 सितंबर के बीच हरियाणा में कुल 3,65,393 बच्चों का जन्म हुआ। इनमें 1,91,662 पुरुष और 1,73,731 महिलाएं थीं। हालांकि, लिंगानुपात में गिरावट का अब तक असल कारण सामने नहीं आया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जन्म के समय लिंगानुपात में गिरावट के कारणों का पता जिलों से रिपोर्ट मिलने के बाद ही लगाया जाएगा।

1 लाख बीस हजार की रिश्वत मांग रहा था पुलिसकर्मी युवक ने खाया जहर एसपी को मालूम पड़ा तो किया सस्पेंड

छत्तीसगढ़ में धमतरी जिले के पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने अर्जुनी थाना के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) दुलाल नाथ को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बोड़रा के युवक जितेंद्र साहू ने एक मामले में एएसआई पर मोटी रकम रश्वित मांगकर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। युवक ने बुधवार को जहर सेवन कर लिया था। जिसका उपचार यहां निजी अस्पताल में चल रहा है।

दोस्त से हुआ था झगड़ा
मिली जानकारी के अनुसार ती अक्टूबर को ग्राम बोड़रा निवासी युवक जितेन्द्र साहू का अपने पिता के दोस्त के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद पिता के दोस्त ने जितेन्द्र के खिलाफ अर्जुनी थाना में मारपीट की शिकायत की थी। जितेन्द्र के माता पिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि मामले का समझौता करने के लिए एएसआई दुलाल नाथ ने 1 लाख 20 हजार रुपए मांगे थे। नहीं देने पर किसी भी केस में जेल भेजने की बात कही थी।

 

80 हजार की रकम दे चुका था
इस बात से डरकर जितेंद साहू ने 80 हजार रूपये पुलिस को दिए। बाकी बचे 40 हजार के लिए बुधवार को फिर से एएसआई ने फोन लगाया। इस बात से परेशान जितेन्द्र ने अपने घर पर जहर सेवन कर लिया। जिसका इलाज धमतरी के बठेना अस्पताल में चल रहा है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कल बीस अक्टूबर की देर शाम एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने एएसआई दुलाल नाथ को सस्पेंड कर दिया।

नाबालिग से रेप के मामले में मुंह बोले मामा को फांसी की सजा

राजस्थान के नागौर जिले की पॉक्सो कोर्ट ने नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को फांसी की सजा सुनाई है। आरोपी ने दुष्कर्म के बाद 7 साल की मासूम बच्ची की हत्या कर दी थी। कोर्ट में चली दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद ये ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया है।

पॉक्सो विशेष कोर्ट की जज रेखा राठौड़ ने आरोपी दिनेश चौधरी (25) को फांसी की सजा सुनाते हुए ये आदेश दिया है। इस फैसले के समय मृतक बच्ची के माता-पिता भी कोर्ट में उपस्थित रहे।पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे विशिष्ट लोक अभियोजक एडवोकेट सुमेर सिंह बेड़ा बताया कि जघन्य अपराधों में फांसी की सजा का प्रावधान है। न्यायालय ने इस मामले को भी ऐसा ही प्रकरण माना। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कोर्ट ने फांसी की सजा का आदेश दिया।

 

पुलिस ने तुरंत किया गिरफ्तार

घटना नागौर के पादूकलां थाना क्षेत्र के एक गांव की है। यहां 20 सितंबर को मुंहबोला मामा दिनेश परिजनों के साथ बहानेबाजी करके 7 साल की बच्ची को अपने घर ले गया। इसी दौरान रास्ते में आरोपी ने मासूम के साथ दुष्कर्म किया और पोल खुलने के डर से उसकी हत्या कर दी। पादूकलां थाना पुलिस ने घटना के तुरंत बाद ही आरोपी दिनेश को गिरफ्तार कर लिया था।

शादी से इनकार करने पर किया था ट्रांसपोर्टर की बेटी का कत्ल

ग्रेटर नोएडा। संवाददाता

ग्रेटर नोएडा की पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी में बुधवार को घर में घुसकर ट्रांसपोर्टर की बेटी की हत्या करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसने एक दरोगा की पिस्तौल छीनकर फायरिंग कर भागने की कोशिश की थी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में हत्यारोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में भर्ती करवाया है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि वह युवती पर शादी के लिए दबाव बना रहा था। युवती के इनकार करने पर उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।

डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरिश्चंद्र ने बताया कि ट्रांसपोर्टर कालू सिंह की बेटी पिंकी बुधवार को घर में अकेली थी। इसके चलते दोपहर करीब 1:00 बजे दिल्ली के पल्ला गांव का रहने वाला आरोपी चमन उर्फ अर्जुन सोसाइटी में ट्रांसपोर्टर के घर पहुंचा। इस बीच चमन और पिंकी के बीच झगड़ा हुआ। इसके चलते चमन ने धारदार हथियार से गला रेत कर पिंकी की हत्या कर दी। चमन हत्या करने के बाद पिंकी का मोबाइल और घर में रखी ज्वेलरी लेकर फरार हो गया।

 

उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन कर हत्याकांड का खुलासा किया। इस घटना की सूचना ग्रेटर नोएडा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को भी दी थी। दिल्ली पुलिस की नारकोटिक्स सेल की टीम ने गुरुवार की देर रात आरोपी चमन को धर दबोचा। सूरजपुर कोतवाली पुलिस की टीम गुरुवार की देर रात हत्यारोपी चमन को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद कराने के लिए लेकर जा रही थी। इस दौरान हत्यारोपी ने एक दरोगा की पिस्तौल छीनकर फायरिंग कर भागने की कोशिश की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई तो एक गोली आरोपी के पैर में जा लगी जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया है।

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी पिंकी से दोस्ती थी। वह पिंकी से शादी करना चाहता था लेकिन पिंकी शादी करने से इनकार कर रही थी। आरोपी चमन को पता चला कि पिंकी की शादी किसी दूसरी जगह होने वाली है। इसी के चलते उसने पिंकी की हत्या की साजिश रची। इसके चलते वह बुधवार को पिंकी के घर पहुंचा और उसे अकेली पाकर हत्या की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। अपने आप को बचाने के लिए उसने घर में लूटपाट की थी ताकि परिवार के लोगों को लगे कि लूटपाट के विरोध में युवती की हत्या की गई है। लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने हत्यारोपी की पोल खोल दी। पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त चाकू, घर से लूटे गए जेवरात, मोबाइल और नगदी आदि सामान बरामद किया है।

पीड़िता के घर में अकेले होनी थी जानकारी

पुलिस जांच में पता चला है कि हत्यारोपी चमन ने पूरी साजिश के साथ वारदात को अंजाम दिया। पुलिस से बचने के लिए उसने घटना के दो दिन पहले से पिंकी से बात करना बंद कर दिया था। घटना वाले दिन भी वह बिना फोन किए पिंकी के घर पहुंचा था। उसे पता था कि बुधवार को पिंकी घर में अकेली रहेगी। इसके चलते वह चाकू लेकर पिंकी के घर पहुंचा और करीब दो घंटे तक घर में रहा। इस बीच उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया और आसानी से सोसाइटी से बाहर निकल कर फरार हो गया था।

सीसीटीवी फुटेज से पहचान में आया आरोपी

सूरजपुर कोतवाली पुलिस और फोरेंसिक टीम घटना की सूचना मिलने पर पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट सोसाइटी पहुंची थी। पुलिस ने सोसाइटी के गेट पर लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। सीसीटीवी की फुटेज में परिजनों ने आरोपी की पहचान की जिसके बाद पुलिस तुरंत हत्यारोपी के घर पहुंची थी लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी घर से फरार हो गया था।

Karwa Chauth 2021- रोहिणी नक्षत्र में होगा इस बार करवा चौथ का व्रत

– करवा चौथ पर रात साढ़े आठ बजे के करीब दर्शन देगा चांद।

– 24 अक्टूबर को पड़ रही है करवा चौथ।

– पूजा के लिए शाम 5.45 से 7.02 बजे तक का समय शुभ रहेगा।

– अर्घ्य देने का समय 8.30 से 9.30 बजे तक का समय शुभ रहेगा।

– 23 अक्टूबर की रात 9:52 से शुरू होकर 24 अक्टूबर की रात 01:01 बजे तक रहेगा रोहिणी नक्षत्र।

पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए इस बार करवा चौथ पर व्रत रखने वाली सुहागिनों को चंद्रमा अधिक नहीं सताएगा। 24 अक्टूबर को पड़ रही करवा चौथ का व्रत इस बार रोहिणी नक्षत्र में होगा। करवा चौथ की पूजा के लिए शाम 5.45 से 7.02 तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। वहीं, साढ़े आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक चंद्रमा को अर्घ्य देने का समय शुभ रहेगा।

 

गुरु कृपा से आने वाले 29 दिनों तक ये राशि वाले रहेंगे परेशानियों से दूर, मनाएंगे जश्न

श्री गुरू ज्योतिष शोध संस्थान के अध्यक्ष पं. हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि 23 अक्टूबर की रात 9.52 से शुरू होकर 24 अक्टूबर की रात 01:01 बजे तक रहेगा। इस नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। यह नक्षत्र सभी कार्यों के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है। सुहागिन कुमकुम, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मेहंदी, मिठाई, गंगाजल, चंदन, चावल, सिंदूर, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का करवा से पूजा कार्य संपन्न करें। पति की लंबी आयु की कामना करते हुए करवा चौथ की व्रत कथा का पाठ करें।

आगरा में भू माफिया से परेशान महिला ने खुद को जमीन में गाढा 5 घंटे में हो गई पैमाइश

आगरा में भूमाफिया से परेशान एक महिला ने शुक्रवार को अपने खेत में ही भूसमाधि लेने का प्रयास किया। उसने खुद को जमीन में गले तक गाड़ लिया। सिर्फ उसका सिर दिख रहा था। उसने कहा कि जब तक भू-माफिया पर कार्रवाई नहीं होती है, वह अन्न-जल नहीं खाएगी-पीयेगी। उसने कहा कि अगर उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसके मरने के बाद बच्चों को भी दफन कर देना।

महिला का एक वीडियो भी वायरल हुआ। वीडियो पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचा तो खलबली मची। थाना सिकंदरा पुलिस और तहसील की टीम मौके पर पहुंची। 5 घंटे की मशक्कत के बाद महिला को समाधि से बाहर निकाला गया। उसकी मांग पूरी करते हुए जमीन की पैमाइश भी की गई।

सिकंदरा के बाईपुर गांव की रहने वाली प्रेमलता ने गांव के ही रिटायर्ड कर्नल सुरेंद्र सिंह, शांत कुमार, अश्वनी यादव और अन्य पर आरोप लगाया कि दबंग उसको खेत पर काम नहीं करने देते हैं। खेत पर कब्जा करना चाहते हैं। गुरुवार को कानूनगो और लेखपाल आए थे और गलत पैमाइश कर हमारा खेत दूसरे पक्ष के कब्जे में दिलवा दिया। इसके बाद शुक्रवार सुबह महिला ने अपने खेत में गड्ढा खोद कर उसमें समाधि लेने के लिए खुद को गाड़ लिया।

 

महिला को मिला खेत पर कब्जा

महिला के दो वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया। एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी के आदेश पर राजस्व विभाग की टीम और थाना सिकंदरा पुलिस मौके पर पहुंची। महिला को समझाकर दोबारा पैमाइश कराई गई। खेत कब्जे में आने के बाद महिला संतुष्ट हुई और पुलिस ने उसे समाधि से बाहर निकाला। तहसीलदार रजनीश बाजपेई के अनुसार, टीम जांच कर रही है। उक्त जमीन पर मुकदमा विचाराधीन है। महिला द्वारा नींव खुदवाई गई थी। इसके बाद दूसरे पक्ष की शिकायत पर टीम ने उसे भरवाया था। पूरी पैमाइश के बाद निर्णय हो पाएगा। फिलहाल प्रदर्शन खत्म करवा दिया गया है।

माफियाओं से मुक्त कराई गई जमीन पर बनाएंगे कर्मचारियों के आवास योगी सरकार का फैसला

उत्तर प्रदेश सरकार कर्मचारियों को सस्ते आवास का तोहफा देने जा रही है। मुख्तार,अतीक और बदन सिंह बद्दो जैसे तमाम माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई भूमि पर योगी सरकार कर्मचारियों के लिए आवास बनाने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवास विभाग को योजना का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है।

माफियाओं की ध्वस्त की गई अवैध हवेलियों पर गरीबों के आशियाने बनाने की तैयारी भी तेज कर दी गई है। शुक्रवार को अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में माफियाओं से खाली कराई गई जमीन पर गरीबों के आशियाने जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवास मूलभूत आवश्यकता है। हर परिवार को आवास मिलना ही चाहिए।

 

समूह ‘ग’ व ‘घ’ श्रेणी के कर्मचारियों को मिलेंगे मकान

माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए सरकार आवास बनाएगी। समूह ‘ग’ और ‘घ’ के कर्मचारियों के लिए भी सरकार मुक्त कराई गई भूमि पर सस्ते मकान बनाएगी। मुक्त हुई भूमि पर पत्रकारों और वकीलों के लिए भी सस्ते आवास तैयार किए जाने की योजना है। सीएम ने आवास विभाग को जल्द प्रस्ताव बना कर भेजने के निर्देश दिए हैं।

माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई डेढ़ लाख एकड़ से ज्यादा जमीन

प्रदेश में पहली बार भूमाफिया के खिलाफ ऐतिहासिक कार्यवाही करते हुए सरकारी और निजी अरबों रुपये की कीमत की डेढ़ लाख एकड़ से ज्यादा भूमि राज्य सरकार ने खाली कराई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में प्रदेश की कमान संभालने के बाद भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद प्रदेश में चार स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन कर कार्यवाही शुरू की गई। राजस्व विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 15 अगस्त तक करीब 62423.89 हेक्टेयर यानि 1,54,249 एकड़ से अधिक भूमि को मुक्त कराया गया है। राजस्व विभाग ने 2464 अतिक्रमणकारियों को चिह्नित करते हुए 187 भूमाफियाओं को जेल भेजा है और 4407 एफआईआर कराई गई है।

कानपुर में गंदगी फैलाने पर बेटे ने बुजुर्गों पिता को पीट कर मार डाला

कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात मानवता को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई। एक सब्जी विक्रेता बेटे ने गंदगी फैलाने पर अपने पिता को जमीन पर पटक कर मार डाला। कंट्रोल रूम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार किया है।

साहब नगर में रहने वाले बुजुर्ग रामसेवक अवस्थी (85) की तबीयत खराब रहती थी। इसके चलते वह बेड पर ही शौच कर देते थे। आरोप है कि देर रात सब्जी बेचकर घर लौटा बेटा राजकुमार पिता के बेड पर पड़ी गंदगी देख नाराज हो गया। आवेश में आकर उसने रामसेवक को बेरहमी से पीटा और जमीन पर पटक दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण पिता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बेटे को हिरासत में लिया है। कल्याणपुर इंस्पेक्टर ने बताया कि बुजुर्ग पिता की बेटे ने हत्या की है। उससे पूछताछ की जा रही है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

गरीबों की जमीन कब्जाने वालों की छाती पर चलेगा बुलडोजर- सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा और विरोधी दलों की सरकारों में फर्क साफ दिखता है। हमने सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया और सपा ने सबसे पहले आतंकियों से मुकदमे हटाए थे। तब जातिवाद और माफियाराज हावी था। सीएम ने कहा कि सपा सरकार में मठ-मंदिरों पर हमले होते थे। रामभक्तों पर गोलियां चलती थीं। अब प्रदेश में दंगा करने का किसी में साहस नहीं। गरीब की जमीन कब्जाने की हिम्मत किसी गुंडे-माफिया में नहीं। ऐसा करने वालों की छाती पर सरकारी बुल्डोजर चलेगा।

मुख्यमंत्री शुक्रवार को पंचायत भवन में लूनिया और चौहान समाज के सामाजिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले की केंद्र सरकार चीन और पाकिस्तान से डरकर चुप रहती थी। आतंकवाद और नक्सलवाद बढ़ गया था। आज पाकिस्तान-चीन भारत की सीमा में घुसपैठ नहीं कर सकता। अगर घुसपैठ होती है, तो भारत मुंह तोड़ जवाब देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद की जड़ धारा 370 को ही खत्म कर दिया। भाजपा ने सबका साथ-सबका विकास का मंत्र दिया। सरकार बिना भेदभाव के काम कर रही है।

 

माफी मांगें वैक्सीन का दुष्प्रचार करने वाले

योगी ने कहा कि शौचालय, गैस सिलेंडर, किसान सम्मान निधि, राशन, वैक्सीन बिना भेदभाव दी गई।  आज देश ने सौ करोड़ वैक्सीन लगाकर कीर्तिमान ही नहीं बनाया, देशवासियों को सुरक्षा कवच दिया है। योगी ने कहा कि मोदी और बीजेपी वैक्सीन कहने वाले क्या अब माफी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा शासन में गुंडाराज था।

पिछड़ों के हित के लिए भाजपा सरकार जरूरी

उन्होंने पूछा कि प्रदेश में जो मेडिकल कॉलेज आज बन रहे हैं, क्या वो पहले नहीं बन सकते थे। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, कांग्रेस को अपने परिवार से ही फुर्सत नहीं मिलती। पिछड़े वर्ग के लोगों के विकास की उनकी नीयत ही नहीं थी। पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा भाजपा सरकार ने ही दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भाजपा सरकार में ही फागू चौहान गवर्नर और दारा सिंह चौहान कैबिनेट मंत्री हैं। पिछड़े समाज का आह्वान किया कि भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए 2022 में फिर भाजपा सरकार जरूरी है। इस मौके पर पर्यावरण एवं वन मंत्री दारा सिंह चौहान, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर, पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष प्रभुनाथ चौहान आदि मौजूद रहे।

काशी में गंगा आरती पर घमासान पंडा समाज बोला इसे करने का केवल हमारा अधिकार

वाराणसी में गंगा आरती पर घमासान शुरू हो गया है। यहां सुबह-ए-बनारस संस्था की ओर से नए अस्सी घाट पर गंगा आरती की नई परंपरा शुरू की गई है। इसका विरोध तेज हो गया है। पंडा समाज ने आरती रोकने की घोषणा की है। उनका कहना है कि यह धर्मसंगत नहीं है। इससे बाजारवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राचीन काल से वाराणसी में पंडा समाज के ही लोग घाटों पर गंगा आरती करा सकते हैं। जबकि सुबह-ए-बनारस संस्था की ओर से जो आरती शुरू की गई है, वह कुछ निजी लोगों द्वारा कराई जा रही है।

पंडा समाज के रुख को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। इस वजह से शाम के समय अस्सी घाट पर पुलिस भी मौजूद रहा। गुरुवार की शाम भी कुछ देर के लिए धरना दिया गया था। संस्था द्वारा कराई जा रही आरती को रोकने का प्रयास किया गया था। धरने की सूचना पाकर मौके पर एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार और इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने पुलिस बल के साथ धरनारत लोगों को समझा कर विवाद समाप्त कराया था।

 

जब तक आरती बंद नहीं होगी रोज विरोध होगा

पंडा समाज ने शुक्रवार को भी हाथों में बैनर और तख्ती लेकर नारेबाजी करते हुए मंच पर बैठ कर विरोध शुरू कर दिया। धरने की सूचना पाकर मौके पर एसीपी भेलुपुर प्रवीण कुमार इंस्पेक्टर भेलुपुर रमाकान्त दुबे चौकी इंचार्ज अस्सी सहित भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धरनारत लोगो को समझाने बुझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि घाट पूजा, संध्या पूजा, आरती कराने का कार्य हम पंडा समाज का है ना कि सामाजिक संस्थाओं का। अगर एसे ही चलता रहा तो हम अपना जीविकोपार्जन कैसे करेंगे। देर शाम बातचीत के बाद धरना खत्म हुआ और आरती शुरू हुई। साथ ही पंडा समाज ने कहा कि जब तक आरती बंद नही होगी हम लोग रोज धरना प्रदर्शन करेंगे।

RSS की इकाई गंगा समग्र के संयोजक चंद्रशेखर मिश्र ने कहा कि सुबह-ए-बनारस द्वारा नित्य होने वाली मां गंगा आरती का व्यवसायीकरण किया जा रहा है। पूजापाठ और आरती कराने का काम हमारा है, ना कि निजी सामाजिक संस्थाओं का है। संस्था को सुबह के समय ही आरती कराने की अनुमति दी गई है। लेकिन, जिस तरह धर्म के क्षेत्र में वह अनैतिक घुसपैठ कर रहे हैं उसे देखते हुए तो अब सुबह की भी आरती बंद करानी पड़ेगी। हालत यह है कि इस आरती में बैंकों के पोस्टर व बैनर भी लगाए जा रहे हैं। यहां जुटने वाले पर्यटकों की भीड़ का फायदा और दान-चढ़ावा आदि के लालच में यह आरती शुरू की गई है।

वहीं, सुबह-ए-बनारस संस्था के प्रमुख रत्नेश वर्मा ने पंडा समाज के विरोध को लेकर कहा कि आश्रय सेवा संस्था के द्वारा आरती कराई जा रही है। यह आरती पंडा समाज के ही लोग कर रहे हैं। उन्हें केवल धन से इस काम में हमारी ओर से मदद की जा रही है। आरती बाकायदा प्रशासन से अनुमति लेकर कराई जा रही है। बातचीत कर मसले को सुलझा लिया जाएगा।