Friday , October 25 2024

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चाट पापड़ी वेचते मिले दिल्ली के सीएम इंटरनेट पर बन चुके हैं सनसनी सब कहते हैं ग्वालियर का केजरीवाल

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में इन दिनों एक शख्स खासा चर्चा में बना हुआ है। इस शख्स का नाम है गौरव गुप्ता। वैसे तो गौरव गुप्ता की यहां पर चाट पापड़ी और दही बड़े की दुकान है। लेकिन गौरव के चर्चा में होने की वजह उनका दिल्ली के सीएम का हमशक्ल होना है। जीहां, अगर आप गौरव गुप्ता को देखेंगे तो एक मिनट के लिए चौंक जाएंगे। उनका चेहरा काफी हद तक गौरव गुप्ता से मिलता है।

ग्वालियर के अरविंद केजरीवाल
गौरव गुप्ता ग्वालियर के बेजाताल के सामने अपनी चाट की दुकान लगाते हैं। उनकी दुकान पर समोसे के अलावा गुलाब जामुन खाने के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं। नवभारत टाइम्स के मुताबिक कई यू-ट्यूबर भी गौरव के पास आते हैं। सोशल मीडिया पर गौरव की खबरें आने के बाद अब वो नेशनल सेंसेशन बन चुके हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्हें ग्वालियर का अरविंद केजरीवाल से मिलने की है। अब तो गौरव गुप्ता की इच्छा असली अरविंद केजरीवाल से मिलने की है।

 

दूर-दूर से मिलने आते हैं लोग
गौरव गुप्ता की चर्चा का आलम यह है कि दूर-दूर से लोग उन्हें देखने और उनसे मिलने आते हैं।  इसके बाद उनका वीडियो बनाकर सोशल साइट्स पर भी अपलोड किए जाते हैं। गौरव के मुताबिक अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी दुकान पर आने वाले लोग उन्हें केजरीवाल कहने लगे। इसके बाद उन्होंने भी अरविंद केजरीवाल की तरह टोपी पहननी शुरू कर दी। अब तो लोग खासतौर सिर्फ उन्हें देखने के लिए ही उनकी दुकान तक पहुंच जाते हैं।

डांस करते-करते गिर पड़े डॉक्टर चंद पलों में निकल गई जान भोपाल में एक पार्टी के दौरान घटी घटना

 

भोपाल में एक डॉक्टर की मौत का वीडियो सामने आया है। यह डॉक्टर एक पार्टी अटेंड करने पहुंचे थे। यहां पर डांस करते-करते वह अचानक गिर पड़ते हैं। पार्टी में मौजूद अन्य डॉक्टर उन्हें बचाने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन कामयाब नहीं हो पाते हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना भोपाल के होटल जहांनुमा की बताई जा रही है।

पार्टी में हो रहा था डांस
वीडियो में दिख रहा है कि कोई पार्टी चल रही है। पार्टी में गाना बज रहा है, ‘ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा…’ इस गाने पर सभी खूब ठुमके लगा रहे हैं। करीब 2 मिनट 50 सेकंड का वीडियो जैसे ही करीब 2 मिनट 40 सेकंड के करीब पहुंचता है, डांस कर रहा एक शख्स अचानक रुक जाता है। देखते ही देखते वह गिर जाता है। तभी उसके बगल में डांस कर रहा शख्स उसके करीब आता है और उसे उठाने की कोशिश करता है। यहीं पर वीडियो खत्म हो जाता है।

फोरेंसिक मेडिसिन एक्सपर्ट थे डॉक्टर
डॉक्टर का नाम सीएस जैन बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक वह डॉक्टर्स की पार्टी में गए थे। यहीं पर दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि डॉक्टर जैन भोपाल के फेमस फोरेंसिक मेडिसिन एक्सपर्ट थे। वहीं यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। फेसबुक और ट्विवटर पर इस वीडियो को शेयर कर लोग जिंदगी की अनिश्चितता के बारे में बातें कर रहे हैं।

ट्रक की टक्कर से बाइक सवार चाची भतीजे की मौत मध्यप्रदेश के भिंड में हुआ दर्दनाक हादसा

मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां पर मोटरसाइकिल और ट्रक के बीच टक्कर में दो महिलाओं की मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह घटना जिले के दबोह थाना क्षेत्र में एक मंदिर के करीब हुई। दोनों महिलाएं एक बाइक पर सवार होकर एक धार्मिक कार्यक्रम से लौट रही थीं। उसी वक्त तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी। इससे बाइक पर सवार विनीता पाल और उनकी भतीजी मुस्कान की मौत हो गयी।

हालांकि बाइक चला रहा शख्स हादसे में बच गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है और ट्रक जब्त कर लिया है।

बाइक से चारपाई बांधकर मरीज को ले गए अस्पताल मध्यप्रदेश के देवास का मामला

अगर किसी पेशेंट को हॉस्पिटल ले जाना हो तो एंबुलेंस बेस्ट मानी जाती है। लेकिन एक पेशेंट को उसके घरवाले बाइक पर चारपाई बांधकर अस्पताल पहुंच गए। मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले का है। बताया जा रहा है कि एंबुलेंस न मिलने के चलते मजबूरी में घरवालों ने यह कदम उठाया। वीडियो वायरल होने के बाद अब अधिकारी इस मामले में जांच करने में जुट गए हैं।

वापस लौटते समय भी नहीं मिली एंबुलेंस
जानकारी के मुताबिक देवास के मिर्जापुर गांव के रहने वाले कैलाश की 19 वर्षीय बेटी योगिता की तबियत खराब थी। योगिता का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हो गया था और उसने दोनों पैर गंवा दिए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कैलाश ने बाइक पर चारपाई बांधी और सतवास सरकारी अस्पताल में लेकर पहुंच गया। लेकिन अव्यवस्था का आलम यह रहा कि जब वह अपनी बेटी का इलाज कराके वापस लौट रहा था तब भी उसे एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई। वहीं कई लोगों ने इस अस्पताल में एंबुलेंस न उपलब्ध होने की शिकायत दर्ज कराई है।

सीएमचओ का दावा, हर बार एंबुलेंस से आती है
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देवास के सीएमएचओ एमपी शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि उन्होंने अस्पताल में सरकारा द्वारा चलाई जा रही ‘108 एंबुलेंस’ के न उपलब्ध होने की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि मरीज पैरालिसिस की शिकार है। हम पता लगाने में जुटे हैं कि परिजन मरीज को चारपाई पर लेकर क्यों आए? डॉक्टर शर्मा ने बताया कि मरीज को यूरीनरी कैथेटर लगा हुआ है। वह इसके रिप्लेसमेंट के लिए हर महीने अस्पताल आती है। उन्होंने दावा किया कि हर बार वह सरकारी 108 एंबुलेंस से ही अस्पताल आती है। हालांकि इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर कौन सी वजह थी, जिसके चलते उसे बाइक चारपाई बांधकर लाया गया।

साडे 3 महीने में 23 करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा महाकाल मंदिर में भक्तों ने इस तरह दिया जान

भगवान शिव के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर पर भक्तों की अगाध श्रद्धा है। यहां पर श्रद्धालु खूब भेंट चढ़ाते हैं। पिछले साढ़े तीन महीने में यहां पर आए चढ़ावे की रकम इसकी गवाही देती है। साढ़े तीन महीने में श्रद्धालुओं द्वारा 23 करोड़ रुपए से अधिक भेंट अर्पित की गई है। मंदिर की प्रबंध समिति के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अलग-अलग स्रोतों से आय
महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर की सभी व्यवस्था जिलाधिकारी की अध्यक्षता में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं द्वारा दी जाने वाली दान से संचालित होती है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर प्रबंध समिति को 28 जून से 15 अक्टूबर तक विभिन्न स्रोतों से 23, 03, 54, 538 रुपए की कुल राशि मिली है। इनमें मंदिर के शीघ्रदर्शन हेतु टिकट, लड्डू प्रसाद की बिक्री से हुई आय, भेंट पेटी, अभिषेक व भेंट से प्राप्त राशि, भस्म आरती बुकिंग और अन्य विविध आय शामिल हैं।

 

28 जून से फिर से खुला है मंदिर
गणेश धाकड़ ने बताया कि कोविड-19 के चलते पिछले साल लॉकडाउन में महाकालेश्वर मंदिर मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। 28 जून 2021 से इसे श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोला गया। धाकड़ ने बताया कि लड्डू प्रसाद की बिक्री से 8.20 करोड़ रुपए मिले हैं। वहीं मंदिर के शीघ्र दर्शन हेतु टिकट से 7.53 करोड़ रुपए और भेंट पेटियों से प्राप्त राशि 5.66 करोड़ रुपये शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर इस अवधि (28 जून से 15 अक्टूबर) में लड्डू प्रसाद निर्माण में लागत, कर्मचारियों के वेतन-भत्ते, साफ-सफाई एवं सुरक्षा व्यय, विद्युत-दूरभाष देयक, रखरखाव, दर्शन व्यवस्था व्यय आदि पर 17.66 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लड्डू प्रसाद निर्माण में लागत में 9.47 करोड़ रुपये लागत आई है, जबकि इसकी बिक्री से मात्र 8.20 करोड़ रुपये मिले हैं।

5.37 करोड़ रुपए की बचत का अनुमान
धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर को कोविड काल के बाद 5.37 करोड़ रुपये की अनुमानित बचत हुई है। उन्होंने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर की सभी व्यवस्थाएं दान राशि से संचालित होती है। श्रद्धालुओं के लिए पूरी व्यवस्था और सुविधाओं को देखते हुए मंदिर का विकास किया जा रहा है।

कंप्यूटर बाबा की कार ट्रॉले से टकराई बाबा बोले यह मेरे खिलाफ साजिश

आज मध्यप्रदेश के इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर दोपहर के वक्त कम्प्यूटर बाबा की कार को एक ट्रॉले ने सामने से टक्कर मार दी। हादसे में कम्प्यूटर बाबा बाल-बाल बच गए, लेकिन उनका ड्राइवर घायल हो गया। कंप्यूटर बाबा ने आरोप लगाया है कि ये एक्सीडेंट नहीं मुझे मारने की साजिश थी। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जांच की मांग की है।

बताया जा रहा है कि कम्प्यूटर बाबा साधु-संतों के साथ बुरहानुपर जिले के धुलकोट गांव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सभा में शामिल होने जा रहे थे।

बाबा के अनुसार, कार में उनके साथ पांच साधु-संत थे। कार के पीछे भी एक गाड़ी थी। उनकी कार को झिरी गांव के पास सामने से आ रहे ट्रॉले ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद हाईवे पर भीड़ जमा हो गई। घबराहट के कारण कम्प्यूटर बाबा का बीपी बढ़ गया और वे सड़क पर ही लेट गए।

 

 

बताया जा रहा है कि ट्रॉले का एक पहिया पंक्चर हो गया था, जिससे असंतुलित होकर सामने से आ रही कम्प्यूटर बाबा की कार से टकरा गया। हादसे में कार का सामने का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। साथ ही बाबा का ड्राइवर घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।

 

अब इस पूरे प्रकरण में प्रदेश के पूर्व मंत्री कम्प्यूटर बाबा का कहना है, “मुझे इसमें साजिश लग रही है। मुझे मारने की साजिश की गई है। मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले की जांच कराएं। इसमें जो भी दोषी है, उन्हें सजा दी जाए। गाड़ी में बैठे अन्य लोगों को भी चोट आई है। “

उत्तराखंड में आफत बनकर आई बारिश अब तक 42 की मौत 7 लोग लापता जानिए कितना हुआ नुकसान

उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन की घटनाओं में 42 लोगों की मौत हो गई। नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में 25 लोगों के मौत और सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। मृतकों में 14 उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर हैं। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया, सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। जबकि, झुतिया गांव में ही एक मकान मलबे में दबने से पति-पत्नी और उनके बेटे की जान चली गई। धारी ब्लॉक के दोषापानी में 5 मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। इसके अलावा नैनीताल के ही क्वारब में 2, कैंचीधाम के पास 2, बोहराकोट में 2, ज्योलीकोट में एक और भीमताल के खुटानी में हल्दूचौड़ निवासी शिक्षक के बेटे की मलबे में दबने से मौत हो गयी। अब तक 600 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है।

अल्मोड़ा में छह, चम्पावत में पांच लोग जिंदा दफन
अल्मोड़ा में छह लोगों की मलबे में दबने से मौत हुई है। जबकि, चंपावत में पांच और पिथौरागढ़-बागेश्वर में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। बाजपुर में तेज बहाव में बहने से एक किसान की मौत हो गई। उधर, बारिश का पानी घर में घुसने से फैले करंट से किच्छा में यूपी के देवरिया के विधायक कमलेश शुक्ला के घर में करंट फैलने से बहू की मौत हो गई। नैनीताल के ओखलकांडा में छह लोग और हल्द्वानी में मंगलवार देर शाम गौला नदी में बहने से एक युवक लापता हैं।

कहां कितनी मौतें
कुमाऊं क्षेत्र में 42 और लोगों की मौत के साथ ही आपदा के कारण मरने वालों की संख्या 47 हो गई है क्योंकि पांच लोगों की मौत सोमवार को हुई थी। डीआईजी निलेश आनंद भारने ने बताया, ”कुमाऊं क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 40 से अधिक हो गई है।” अधिकारी ने बताया कि इन 42 मौतों में से 28 लोग नैनीताल जिले में मारे गए, छह-छह लोगों की मौत अल्मोड़ा एवं चंपावत जिलों में, एक-एक व्यक्ति की मौत पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिले में हुई है।

केदारनाथ में ठंड से बाबा दंडी भारती की मौत
केदारनाथ में बीते कई सालों से रह रहे बाबा दंडी भारती का मंगलवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह 5 बजे ठंड अधिक बढ़ने से उनकी मौत हुई है। उधर, रुड़की के लंढौरा में बारिश के दौरान एक दीवार गिर जाने से नौ माह के बच्चे की मौत हो गई।

प्रधानमंत्री ने लोगों की मौत पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण लोगों की मौत होने पर मंगलवार को दुख जताया और कहा कि प्रभावित लोगों का सहयोग करने के लिए बचाव कार्य जारी है। मोदी ने ट्वीट किया कि उत्तराखंड के कई हिस्से में भारी बारिश के कारण लोगों के मरने की खबरों से मैं दुखी हूं। घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। बचाव कार्य जारी हैं ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके। मैं हर किसी की सुरक्षा और कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। इससे पहले दिन में, मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और मूसलाधार बारिश से प्रभावित राज्य की स्थिति के संबंध में जानकारी हासिल की। मोदी ने केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट से भी इस संबंध में बात की।

मृतक आश्रितों को चार लाख मुआवजा : सीएम
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा की वजह से जान गंवाने वालों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। दून में धामी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी डीएम से अपडेट लेते हुए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्र सरकार की ओर से तीन हेलीकॉप्टर दिए हैं।

कहां कितनी बारिश
इस बीच, एसईओसी ने कहा कि राज्य की अधिकतर नदियां उफान पर हैं और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 293.90 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 294 मीटर से मामूली नीचे है।  एसईओसी ने बताया कि नैनीताल में 90 मिलीमीटर, हल्द्ववानी में 128 मिमी, कोश्याकुटोली में 86.6 मिमी, अल्मोड़ा में 216.6 मिमी, द्वाराहाट में 184 मिमी और जागेश्वर में 176 मिमी बारिश हुई

मेला देखने जा रही सातवीं की छात्रा से गैंगरेप ऐसे बनाया हवस का शिकार

रांची के नरकोपी थाना क्षेत्र के मुड़हरा पहाड़ पर एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आयी है। यह वारदात रविवार को तब हुई, जब नाबालिग लड़की ने बाइक सवार अपराधियों से जतरा मेला जाने के लिए लिफ्ट मांगा। बाइक सवार उसे लिफ्ट देने के बहाने एक पहाड़ पर ले गए। जहां पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया।

गैंगरेप के बाद पहाड़ से नीचे गिरा दिया

इस वारदात को अंजाम देने के बाद नाबालिग लड़की को पहाड़ से नीचे धक्का दे दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। बदहवास स्थिति में देख ग्रामीण की सूचना पर नरकोपी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस नाबालिग को सदर अस्पताल ले गई, जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स भेजा गया। नाबालिग लड़की लोहरदगा जिले की है और गांव के ही स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ाई करती है। मामले को गंभीरता से लेते हुए नरकोपी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शहादत हुसैन और चंद्र किशोर उरांव शामिल हैं। दोनों नवजुआ के रहने वाले हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि मामले में नरकोपी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।

 

विरोध करने पर जान से मारने की दी धमकी

रविवार को नाबालिग लड़की जतरा मेला घूमने जा ही थी। वह लोहरदगा से नजुआ स्टेशन उतरी और पैदल गांव में लगे जतरा मेला घूमने के लिए जाने लगी। उसी रास्ते से दोनों आरोपी भी बाइक से जतरा मेला देखने जा रहे थे। मुड़हरा पहाड़ के समीप जब नाबालिग पहुंची तो बाइक सवार उसे देखकर रुक गए। नाबालिग से पहले जान पहचान की। इसके बाद उसे बाइक पर जतरा मेला ले जाने के लिए लिफ्ट दिया। जैसे ही नाबालिग बाइक पर बैठी, आरोपी उसे पहाड़ की तरफ ले गए। जब नाबालिग ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद दोनों बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।

नानी के यहां रहकर पढ़ाई कर रही नाबालिग से रेप एक आरोपी गिरफ्तार तीन फरार

हजारीबाग के दारू प्रखंड में किशोरी से हुए सामूहिक दुष्कर्म का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि पदमा प्रखंड के एक अन्य गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ चार लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। मामले में दो लोगों पर नामजद पर दो अज्ञात के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है इनमें दो लोग पीड़िता के गांव के ही रहने वाले हैं। मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता की मेडिकल जांच भी कराई गई।

जानकारी के अनुसार पीड़िता अपनी नानी के घर रह कर पढ़ाई कर रही थी। 15 अक्तूबर की रात्रि में उसी गांव के कुछ युवक उसे बहला-फुसलाकर जंगल की ओर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर जंगल में छोड़ दिया। जानकारी के अनुसार जब उसको होश आया तो वह अपने घर न जाकर आरोपी के घर ही पहुंच गयी। इधर लड़की के घरवाले भी उसे खोजते हुए उस लड़के के घर तक जा पहुंचे तो लड़की ने अपनी पीड़ा बतायी। इस संदर्भ में पदमा थाना में मामला दर्ज करा दिया गया है।

 

 

पीडि़ता के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है एक आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।

अजीत कुमार थाना प्रभारी पदम

बारिश के कारण खाना नहीं बना ……..रात में पिता से हुई बात सुबह आई मनहूस खबर नैनीताल में भूस्खलन से बिहार के तीन लोगों की मौत

उत्तराखंड के नैनीताल मुक्तेश्वर में मंगलवार की अहले सुबह करीब 3.30 बजे भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ। इसमें साठी के बेलवा के दो व योगापट्टी के एक सहित तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं योगापट्टी थाने के मच्छरगांवा का एक मजदूर घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भूस्खलन में ढहने वाले मकान में सात लोग थे। घटना की सूचना मंगलवार सुबह नौ बजे मृतकों के परिजनों को मिली। सूचना मिलते ही परिवार में मातम फैल गया। साठी बेलवा गांव के दर्जनों लोग इसी माह छह अक्टूबर को उत्तराखंड के नैनीताल मुक्तेश्वर में मजदूरी करने गए थे।

मालूम हो कि उत्तरखंड के कुमाऊं में बारिश से भारी तबाई हुई है। आपदा में 38 लोगों की मौत हो गई है। नैनीताल जिले में ही 25 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में 14 उत्तरप्रदेश और बिहार के मजदूर हैं। नौ की पहचान नहीं हो पाई है। अभी भी कई लोग लापता हैं। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।

परिजनों के अनुसार मृतकों में साठी के बेलवा के धुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा के पुत्र धीरज प्रसाद कुशवाहा (25), नूर आलम का पुत्र इम्तियाज आलम (19) व योगापट्टी थाने के मच्छरगावां के तूफानी मियां का पुत्र जुमराती मियां शामिल हैं। जुमराती मियां साठी के बेलवा स्थित अपनी ससुराल में ही रहता था। वहीं से वह नैनीताल मुक्तेश्वर मजदूरी करने के लिए गया था। वहीं शंभू राम का पुत्र कारी कुमार (19) हादसे में घायल हो गया।

उत्तराखंड में भूस्खलन में जाने गंवाने वाले धीरज प्रसाद कुशवाहा की सोमवार की रात करीब आठ बजे फोन पर अपने पिता से बात हुई थी। उसने तीन दिनों से भारी बारिश होने की बात बताई थी। उसने बताया था कि बारिश के कारण अब तक खाना नहीं बन सका है। परिजन सुबह उससे फिर बात करते, इससे पहले उसकी मौत की खबर आ गई। मृतक के परिजन ने बताया कि वह राजमिस्त्री का काम करता था। भूस्खलन से मकान धंसने से उन लोगों की मौत हो गई है। सभी मकान गिरने से दब गए थे। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे व शव सही सलामत घर लाने की व्यवस्था करने की मांग की है। परिजनों को भी शव आने का इंतजार है।

इधर, सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि मरने वाले सभी गरीब परिवार के हैं। वे अपने खर्चे पर शव उत्तराखंड से नहीं ला सकते हैं। इसलिए सीएम सचिवालय व उत्तराखंड में उन्होंने बात की है ताकि सभी का शव साठी लाया जा सके। उन्होंने सरकार से उचित मुआवजा व आश्रितों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की है।