Friday , October 25 2024

Editor

जौनपुर में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आगमन से ठीक पहले पीडब्ल्यूडी ठेकेदार की गोली मारकर हत्या दौरा किया रद्द

जौनपुर में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आगमन से ठीक पहले पीडब्ल्यूडी ठेकेदार की गोली मारकर हत्य कर दी गई। डिप्टी सीएम के आगमन से पहले उन्हीं के विभाग के ठेकेदार की हत्या से दौरा रद कर दिया गया है। जहां वारदात हुई वहां से करीब 8 किलोमीटर दूर डिप्टी सीएम को आना था। ग्राम सवंशा में लोकतंत्र सेनानी रमाशंकर उपाध्याय की मूर्ति का अनावरण करने डिप्टी सीएम आ रहे थे। अधिकारियों ने फिलहाल दौरा कैंसिल करने का कारण नहीं बताया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि ठेकेदार की हत्या और इलाके में तनाव की स्थिति के चलते उनका दौरा कैंसिल किया गया है।

डिप्टी सीएम ने वर्चुवल जुड़े और संबोधित किया

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बाद में वर्चुअल कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान मोबाइल से संबोधित करते हुए कहा कि हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी के कारण वह नहीं पहुंच पा रहे हैं। ‌उनकी गैरमौजूदगी में हजारों की संख्या में जुटे कार्यकर्ता मायूस होकर लौट आए। उनके आगमन को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी की गई थी। बक्सा थाना क्षेत्र में एक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश था। इसे देखते हुए प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट शासन को भी भेजी  थी। बक्सा के शहंशाह गांव में संघ प्रचारक स्वर्गीय रमाशंकर की मूर्ति का अनावरण होना था। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं श्री राम मंदिर व्यास के महासचिव भारत सरकार चंपत राय मौजूद रहे।

 

मॉर्निंग वॉक के दौरान ठेकेदार को गोली से उड़ाया

जौनपुर में बक्शा थाना क्षेत्र के मई बाजार के समीप मॉर्निंग वॉक के दौरान ठेकेदार 55 वर्षीय अखिलेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। थाना क्षेत्र के बरपुर गांव निवासी अखिलेश यादव रोज की तरह अपने बड़े भाई योगेश यादव के साथ सुबह टहलने निकले थे। वे घर से करीब पांच सौ मीटर दूर मई चौराहे से दक्षिण टहल कर वापस आ रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार चालक हेलमेट लगाए हुए आकर रुका। पीछे बैठा गमछे से मुंह बांधे बदमाश ने नमस्ते करते हुए अखिलेश का नाम पूछा। अखिलेश के नाम बताते ही बदमाश ने सीने पर गोली मार दी।

ठेकेदार के जमीन पर गिरते ही बदमाश नौपेड़वा की तरफ भाग निकले। वारदात की जानकारी मिलने पर चीख पुकार मच गई। परिजन शव को लेकर घर पहुंच गए। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ सदर सहित महराजगंज, बदलापुर, सिकरारा, सरायख्वाजा सहित आधा दर्जन थानों की फोर्स पहुंच गई। मल्हनी विधायक लकी यादव, जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव सहित सैकड़ों की भीड़ मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाते-बुझाते और ढांढस देते रहे।

बाराबंकी में छात्र की हत्या किडनैप कर दोस्तों ने वकील पिता से मांगी थी पचास लाख की फिरौती

बाराबंकी में फिरौती की रकम ना देने पर अधिवक्ता पुत्र के साथियों ने ही अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। शव को राम सेवक यादव इंटर कॉलेज के पीछे नाले के पास झाड़ियों में छिपा दिया। फिरौती की रकम मांगे जाने पर अधिवक्ता ने रात में ही नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस तभी से आरोपियों की तलाश कर रही थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया और कड़ाई से पूछताछ की। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने शव को बरामद कर लिया।

अधिवक्ता बीएल गौतम पूर्व शासकीय अधिवक्ता थे। वह नगर कोतवाली क्षेत्र में फतेहाबाद में रहते हैं। इनका पुत्र आशुतोष गौतम उर्फ सूरज (18) बीए का छात्र था और सिविल की तैयारी कर रहा था। गुरुवार की सुबह से ही आशुतोष गायब था। परिजनों ने फोन भी मिला है तो फोन बंद मिला। आशुतोष के बड़े भाई ने शाम 7:30 बजे ने फिर से फोन किया। फोन रिसीव करने वाले युवक ने बताया कि वह लखनऊ से रफीक बोल रहा है। उसने फिरौती के रूप में 50 लाख रुपए मांगे। कथित रफीक ने धमकी दी कि रुपए ना मिलने पर वह आशुतोष की हत्या कर देगा। रात 9:30 बजे मोबाइल खुलेगा तो वह बताएगा कि रुपए लेकर कहां आना है।

 

नगर कोतवाली में दर्ज कराया अपहरण का मुकदमा: आशुतोष के अपहरण और फिरौती मांगे जाने की सूचना पर घर में हड़कंप मच गया। अधिवक्ता बीएल गौतम कोतवाली पहुंचे और अपने पुत्र के अपहरण और फिरौती मांगे जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई। युवक के अपहरण और फिरौती मांगे जाने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक ने कई टीमें युवक की तलाश में लगाई।

लखपेड़ाबाग में मिली फोन की लोकेशन: सर्विलांस टीम ने आशुतोष की मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला उसका मोबाइल लखपेड़ाबाग मोहल्ले में स्विच ऑफ हुआ था। नगर कोतवाली पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए करीब 25 युवकों को पूछताछ के लिए उठाया। सभी युवकों से पूछताछ की। इसमें बहराइच निवासी नागेंद्र और बलिया निवासी सतेंद्र पकड़ में आ गए। पुलिस ने इनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने पूरी सच्चाई उगल दी।

सुबह बरामद हुआ शव: पकड़े गए आरोपी नागेंद्र और सत्येंद्र ने बताया कि गुरुवार शाम को सूरज उनके साथ मौजूद था। उन लोगों ने शराब पी और खाना खाया। इसी दौरान उन दोनों ने आशुतोष से अपने पिता से कुछ रुपए मांगने के लिए कहा लेकिन उसने मना कर दिया। इस पर उन्होंने तवे से आशुतोष के पीछे सिर पर वार कर दिया। जिससे वह गिर पड़ा। इसके बाद दोनों ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। शव को राम सेवक यादव इंटर कॉलेज के पीछे नाले के पास गड्ढा खोदकर दबा दिया। ऊपर से झाड़ी और ईंट रख दिया। शुक्रवार की सुबह पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को बरामद कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूछताछ में पता चला कि सत्येंद्र की बहन की शादी फतेहाबाद में हुई है। जिससे उसका वहां पर आना जाना था। वह लखपेड़ाबाग में ठेला लगाता है जिससे उसकी पहचान आशुतोष से हुई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

लव रेप अश्लील वीडियो फिर बनाया धर्म परिवर्तन का दबाव

उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव में एक व्यक्ति ने महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार कर घटना का वीडियो बनाया और फिर उस पर धर्म बदलने का दबाव भी बनाया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि घटना बृहस्पतिवार की है। आरोपी वसीम उर्फ आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ न्यू मंडी थाने में मामला दर्ज किया गया है।

शिकायत के अनुसार, आरोपी ने पहले महिला के साथ प्रेम संबंध बनाए और फिर उसके साथ कई बार बलात्कार किया। उसने घटना का वीडियो भी बनाया। वह महिला पर धर्म बदलने का दबाव बना रहा था और उसने पीड़िता को वीडियो ऑनलाइन पोस्ट करने की धमकी भी थी।

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे आरोपी किस धर्म से नाता रखता है, इसकी जानकारी नहीं थी क्योंकि उसने अपना नाम आकाश बताया था जबकि उसका असली नाम वसीम है।

सपना चौधरी के गाने पर दरोगा का डांस फिर बच्ची की कनपटी पर गन रखकर मां से बलात्कार

यूपी के मेरठ में एक दारोगा की ऐसी करतूत सामने आई है, जिसने सुनकर आपको भी शर्म आ जाएगी। दारोगा की इस करतूत ने न केवल चौकी बल्कि पूरे पुलिस विभाग को शर्मसार कर दिया है। दारोगा ने हैवानियत के चलते एक महिला को अपनी हवस का शिकार बना डाला। महिला ने जब इसका विरोध किया तो उसकी बेटी को गन प्वाइंट पर लेकर जबरिया दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के दौरान दारोगा ने महिला का अश्लील वीडियो भी बनाया। दारोगा की हैवानियत यहीं पर नहीं रुकी। अश्लील वीडियो के जरिए दारोगा महिला से तीन साल तक लगातार दुष्कर्म करता रहा है। महिला ने हिम्मत करके पूरे मामले की जानकारी एसएसपी को दी। एसएसपी ने महिला की शिकायत के आधार पर दारोगा के खिलाफ जांच बैठा दी है।

 

एक महिला ने दरोगा पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला ने एसएसपी से की शिकायत में बताया है कि उनकी बेटी को गन प्वाइंट पर लेकर वारदात को अंजाम दिया गया। पिछले तीन साल से यौन शोषण किया जा रहा है और छह अक्टूबर को हस्तिनापुर ले जाकर कार में रेप किया। एसएसपी ने जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। महिला और दरोगा के बीच फोन पर हुई चैट व डांस की वीडियो भी सामने आई है।

शहर क्षेत्र निवासी महिला ने बताया कि तीन साल पहले उनकी सहेली की स्कूटी चोरी हुई थी। इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह सहेली के साथ माधवपुरम चौकी पर पहुंचे थे। उस समय दरोगा अरुण कुमार चौकी पर तैनात था। महिला ने बताया कि चोरी के सिलसिले में दरोगा अक्सर घर आने लगा। बताया कि एक दिन दरोगा घर पर आया और रेप का प्रयास किया। विरोध करने पर बेटी को गन प्वाइंट पर लिया और गोली मारने की धमकी दी। इसके बाद दबाव बनाकर दुष्कर्म किया। इसी दौरान वीडियो बना ली और इसी को वायरल करने की धमकी देकर लगातार यौन शोषण करने लगा। महिला ने बताया कि छह अक्टूबर को भी आरोपी दरोगा ने दबाव बनाया और हस्तिनापुर ले जाकर कार में रेप किया। महिला ने एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी से शिकायत की है, जिसके बाद जांच का आदेश दिया है।

दरोगा के डांस का वीडियो हुआ था वायरल

दरोगा का वर्दी पहनकर और इसी महिला के साथ हरियाणवी डांसर सपना चौधरी के गाने पर डांस करते हुए दो साल पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो को लेकर खबर प्रकाशित हुई थी और प्रकरण में जांच बैठी थी। उस समय भी दरोगा काफी चर्चाओं में रहा था। उस समय दरोगा ने अपने बयान में खुद ही बताया कि महिला परिचित है और दोस्त की बहन है। बताया था कि बर्थडे पार्टी में डांस किया था।

पत्रकारों के खिलाफ दिलाई थी फर्जी शिकायत

एसएसपी कार्यालय पर महिला ने यह भी खुलासा किया कि कुछ समय पूर्व दरोगा ने मेरठ के कुछ पत्रकारों के खिलाफ फर्जी शिकायत कराई थी। धमकी दी थी कि बात नहीं मानी तो रेप की वीडियो वायरल कर दी जाएगी। इसी दबाव में पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दी। अब खुलासा हुआ है तो पुराने मामले का राजफाश हो गया है। पुराने मामले में भी जांच की बात महिला ने कही है।

व्हाट्सएप चैट आई सामने

दरोगा और महिला के बीच हुई व्हाट्सएप बातचीत के स्क्रीन शॉट सामने आए हैं। दरोगा महिला को गालियां दे रहा है और जातिसूचक शब्द कह रहा है। इस संबंध में भी अधिकारियों को जानकारी दी गई है। दरोगा के सरकारी पिस्टल के साथ फोटो शूट कराने की फोटो भी सामने आए हैं।

एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी ने बताया, महिला की ओर से शिकायत मिली है। इस पर जांच और कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।

रावण के पुतले का नही अपने भीतर छुपे रावण का वध सुनिश्चित करें यही संकल्प ले

 

ए, के, सिंह संवाददाता जनपद औरैया

उत्तर-प्रदेस :-:हम समाज का एक हिस्सा है। हर बार दूसरों को सुधारने के लिए निकलते हैं, इस विजयदशमी पर हमें अपनी कमियों को सुधारने का संकल्प लेना चाहिए। अपनी कमियों पर जीत पाने के लिए मेहनत करें, यही सबसे बड़ी जीत है। यह समाज को भी बेहतर बनाएगी सत्य सदैव विजयी होता है, और सत्य के पथ का अनुगमन करने वाला, विजेता बनता है, सत्य की शक्ति अलौकिक होती उसमें असीम उर्जा समाहित रहती, सत्य के आलोक में व्यक्ति का व्यक्तित्व अद्भुत हो जाता है, सत्य का आचरण करने वाला सदैव आप विश्वास से भरा रहता है, उसे भय स्पर्श भी नहीं कर पाता, उसका मस्तक सदैव ऊंचा रहता है सत्य के मार्ग में विपत्तियां अवश्य आती है, यह मार्ग कांटों से भरा होता है, परंतु इसमें चलने वाले पथिक को जो आनंद प्राप्त होता है वह अनिर्वचनीय है,
#मर्यादा #पुरुषोत्तम #भगवान श्री #राम ने सदैव सत्य के मार्ग का अनुसरण किया। सत्य ही धर्म है, इसलिए उनका मार्ग धर्म का मार्ग कहलाया, उन्होंने सत्य की शक्ति से, असत्य को धराशाई किया, रावण ने असत्य और छल का मार्ग अपनाकर स्वयं के नाश को आमंत्रित किया।
स्पष्ट है कि असत्य का मार्ग नाश का मार्ग है।
असत्य के बलवान होने पर भी एक समय आता है जब वह असहाय हो जाता है।
रावण के 1लाख पुत्र और सवा लाख नाती होने के बावजूद वह श्री राम से युद्ध हार गए, उसके कुल का समूल नाश हो गया, उसके घर में बाती जलाने वाला कोई ना रहा। समय रहते सत्य की शक्ति को वह जो जान ना सका सत्य को असहाय समझना उसकी मूर्खता थी। श्री राम सत्य के अनुगामी रहे उन्होंने सत्य की जीत के लिए अपनी सभी क्षमताओं का प्रयोग किया,
रावण के दिग्गज वीर योद्धा श्री राम की वानर सेना के सम्मुख टिक ना सके।
विजयदशमी का पर्व प्रतिवर्ष हमें सत्य की जीत का आभास दिलाता है।
हमें प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन में सत्य के मार्ग को आत्मसात करें । हजारों वर्षों के बाद भी सत्य का प्रभाव कम नहीं होता। अपितु उसका उत्कर्ष बढ़ता ही चला जाता है। सत्य प्रेरणा बनकर हमारे जीवन को आलोकित करता है हम सत्य को आधार बनाकर ही अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
हम यूँ ही अपने भीतर छिपे रावण को ढकते हुए, कब तक हम रावण रूपी पुतले को जलाते रहेंगे।

आओ एक दिया जलाए अपने अपने मन मे। अन्धकार को दूर भगाए सुंदर तन व मन से।

दिल्ली एम्स महिला डॉक्टर से रेप घर बुलाकर सीनियर डॉक्टर ने दिया घटना को अंजाम

दिल्ली एम्स की एक महिला डॉक्टर से उसके सहकर्मी डॉक्टर ने रेप किया है। मामले में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी फरार बताया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी ने महिला डॉक्टर को बर्थडे पार्टी पर अपने घर बुलाया था, जहां उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।

दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, घटना बीते 26 सितंबर को दिल्ली के हौज खास थाना क्षेत्र में हुई। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, एम्स में काम करने वाली महिला डॉक्टर ने अपने सहकर्मी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। आरोपी भी एम्स में डॉक्टर के पद पर कार्य कर रहा है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बीते 26 सिंतबर को आरोपी ने उसे अपने घर बर्थडे पार्टी पर बुलाया था। बर्थडे पार्टी उसके अलावा कई और लोग भी थे।

आरोप है कि इस बीच मौका पाकर आरोपी ने महिला डॉक्टर को कमरे पर ले जाकर दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद बीते सोमवार को पुलिस के पास शिकायत दर्ज हुई। जिस पर पुलिस टीम ने तत्काल एक्शन लेते हुए आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और 377 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रामकृष्ण के जीवन में ऐसा उल्लेख है कि जीवन भर तो उन्होंने मां काली की पूजा— अर्चना की, लेकिन अंततः अंतत: उन्हें लगने लगा कि यह तो द्वैत ही है, अभी एक का अनुभव नहीं हुआ। प्रीतिकर है, सुखद है, लेकिन अभी दो तो दो ही बने हैं।

कोई स्त्री को प्रेम करता, कोई धन को प्रेम करता, कोई पद को, उन्होंने मां काली को प्रेम किया—लेकिन प्रेम अभी भी दो में बंटा है; अभी परम अद्वैत नहीं घटा। पीड़ा होने लगी। तो वे प्रतीक्षा करने लगे कि कोई अद्वैतवादी, कोई वेदांती, कोई ऐसा व्यक्ति आ जाये जिससे राह मिल सके।

एक परमहंस, ‘तोतापुरी’ गुजरते थे, रामकृष्ण ने उन्हें रोक लिया और कहा, मुझे एक के दर्शन करा दें। तोतापुरी ने कहा, यह कौन—सी कठिन बात है? दो मानते हो, इसलिए दो हैं। मान्यता छोड़ दो! पर रामकृष्ण ने कहा, मान्यता छोड़नी बड़ी कठिन है। जन्म भर उसे साधा। आंख बंद करता हूं काली की प्रतिमा खड़ी हो जाती है। रस में डूब जाता हूं। भूल ही जाता हूं कि एक होना है। आंख बंद करते ही दो हो जाता हूं। ध्यान करने की चेष्टा करता हूं द्वैत हो जाता है। मुझे उबासे!

तो तोतापुरी ने कहा, ऐसा करो जब काली की प्रतिमा बने तो उठाना एक तलवार और दो टुकडे कर देना। रामकृष्ण ने कहा, तलवार वहां कहां से लाऊंगा?

तो जो तोतापुरी ने कहा, वही अष्टावक्र का वचन है। तोतापुरी ने कहा, यह काली की प्रतिमा कहां से ले आये हो? वहीं से तलवार भी ले आना। यह भी कल्पना है। इसे भी कल्पना से सजाया— संवारा है। जीवन भर साधा है। जीवन भर पुनरुक्त किया है, तो प्रगाढ़ हो गई है। यह कल्पना ही है। सभी को आंख बंद करके काली तो नहीं आती।

ईसाई आंख बंद करता है, वर्षों की चेष्टा के बाद, तो क्राइस्ट आते हैं। कृष्ण का भक्त आंख बंद करता है तो कृष्ण आते हैं। बुद्ध का भक्त आंख बंद करता है तो बुद्ध आते हैं। महावीर का भक्त आंख बंद करता है तो महावीर आते हैं। जैन को तो क्राइस्ट नहीं आते। क्रिश्चियन को तो महावीर नहीं आते। जो तुम कल्पना साधते हो वही आ जाती है।

रामकृष्ण ने काली को साधा है तो कल्पना प्रगाढ़ हो गई है। बार—बार पुनरुक्ति से, निरंतर—निरंतर स्मरण से कल्पना इतनी यथार्थ हो गई है कि अब लगता है काली सामने खड़ी है। कोई वहां खड़ा नहीं। चैतन्य अकेला है। यहां कोई दया नहीं है, दूसरा नहीं है।

तुम आंख करो बद—तोतापुरी ने कहा—उठाओ तलवार और तोड़ दो।

रामकृष्ण आंख बंद करते, लेकिन आंख बंद करते ही हिम्मत खो जाती : तलवार उठाये, काली को तोड़ने को! भक्त भगवान को काटने को तलवार उठाये, यह बड़ी कठिन बात है!

संसार छोड़ना बड़ा सरल है। संसार में पकड़ने योग्य ही क्या है? लेकिन जब मन की किसी गहन कल्पना को खड़ाकर लिया हो, मन का कोई काव्य जब निर्मित हो गया हो, मन का स्वप्न जब साकार हो गया हो, तो छोड़ना बड़ा कठिन है। संसार तो दुख—स्वप्न जैसा है। भक्ति के स्वप्न, भाव के स्वप्न दुख—स्वप्न नहीं हैं, बड़े सुखद स्वप्न हैं। उन्हें छोड़े कैसे, तोड़े कैसे?

आंख से आंसू बहने लगते। गदगद हो जाते। शरीर कंपने लगता। मगर वह तलवार न उठती। तलवार की याद ही भूल जाती। आखिर तोतापुरी ने कहा, बहुत हो गया कई दिन बैठकर। ऐसे न चलेगा। या तो तुम करो या मैं जाता हूं। मेरा समय खराब मत करो। यह खेल बहुत हो गया।

तोतापुरी उस दिन एक कांच का टुकड़ा ले आया। और उसने कहा कि जब तुम मगन होने लगोगे, तब मैं तुम्हारे माथे को कांच के टुकड़े से काट दूंगा। जब मैं यहां तुम्हारा माथा काटू तो भीतर एक दफा हिम्मत करके उठा लेना तलवार और कर देना दो टुकड़े। बस यह आखिरी है, फिर मैं न रुकूंगा।

तोतापुरी की धमकी जाने की, और फिर वैसा गुरु खोजना मुश्किल होता! तोतापुरी अष्टावक्र जैसा आदमी रहा होगा। जब रामकृष्ण आंख बंद किये, काली की प्रतिमा उभरी और वे मगन होने को ही थे, आंख से आंसू बहने को ही थे, उद्रेक हो रहा था, उमंग आ रही थी, रोमांच होने को ही था, कि तोतापुरी ने लिया माथे पर जहां आज्ञा—चक्र है, वहां लेकर ऊपर से नीचे तक कांच के टुकड़े से माथा काट दिया। खून की धार बह गई। हिम्मत उस वक्त भीतर रामकृष्ण ने भी जुटा ली।

उठा ली तलवार, दो टुकड़े कर दिये काली के। काली वहां गिरी कि अद्वैत हो गया, कि लहर खो गई सागर में, कि सरिता उतर गई सागर में। फिर तो कहते हैं, छह दिन उस परम शून्य में डूबे रहे। न भूख रही न प्यास; न बाहर की सुध रही न बुध, सब भूल गये। और जब छह दिन के बाद आंख खोली तो जो पहला वचन कहा वह यही—आखिरी बाधा गिर गई! द लास्ट बैरियर हैज फालन।

ओशो, अष्टावक्र महागीता-५
संकलन कर्ता
राम नरेश यादव
राष्ट्रीय अध्यक्ष
दिव्य जीवन जागृति मिशन इटावा
(उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर8218141639,8439492416

छत्तीसगढ़ के जशपुर में बड़ा हादसा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे जुलूस पर चढ़ाई कार

छत्तीसगढ़ के जशपुर में शुक्रवार शाम को एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां पर एक तेजगति कार ने कई लोगों को कुचल दिया है। हादसे में गौरव अग्रवाल नाम के शख्स की मौत हो गई है। वहीं हादसे में 12 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को रायगढ़ भेजा गया है। गुस्साए लोगों ने कार ड्राइवर की जमकर पिटाई की है।

यह हादसा उस वक्त हुआ जब दुर्गा मूर्ति विसर्जन के लिए लोग जुलूस लेकर जा रहे थे। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच की जा रही है।

 

हाथ पैर काटे और टांग दिया…. निहंगो ने की सिंधु बॉर्डर पर युवक की हत्या

सिंघु बॉर्डर में किसान आंदोलन के मंच के पास एक युवक की हत्या कर शव टांगे जाने के मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों पर आरोप लगाया है। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने आरोप लगाया कि व्यक्ति की हत्या के पीछे निहंग सिखों का हाथ था। बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, ‘घटना के पीछे निहंग हैं। उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। निहंग शुरू से ही हमारे लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं।’ हालांकि, पुलिस ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि घटना के लिए कौन जिम्मेदार है।

यही नहीं सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें कुछ निहंग हत्या की बात स्वीकार करते दिख रहे हैं। उनका कहना है कि इस युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी की है और उसकी सजा के तौर पर हत्या की गई है। हालांकि इन वीडियोज की पुष्टि नहीं की जा सकती है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस की ओर से निहंगों को लेकर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन यह जरूर कहा है कि हम वायरल वीडियोज की जांच कर रहे हैं।

 

समाचार एजेंसी एएनआई ने डीएसपी हंसराज के हवाले से कहा, ‘जिम्मेदार कौन है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एक वायरल वीडियो पर जांच हो रही है, अफवाहें चलती रहेंगी।’ इस बीच, तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व करने वाले 40 से अधिक किसान संघों का प्रतिनिधित्व करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पूरी घटना से खुद को दूर कर लिया है। किसान संगठन ने कहा कि वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हरियाणा सरकार के साथ सहयोग करने को तैयार है।

 

 

एसकेएम ने घटना के लिए निहंगों को जिम्मेदार ठहराया। ‘निहंग’, जिन्हें अमर भी कहा जाता है, सशस्त्र सिख योद्धा हैं जिन्हें गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्र साहिबजादा फतेह सिंह जी के वंशज माना जाता है। शुक्रवार सुबह प्रदर्शन कर रहे किसानों के मुख्य मंच के पास एक व्यक्ति का शव मिला। उसका हाथ काट दिया गया और किसानों के विरोध स्थल पर एक बैरिकेड्स से लटका दिया गया।

सिंघू बॉर्डर पर मारे गए शख्स की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि लखबीर सिंह को हरनाम सिंह ने 6 साल की उम्र में गोद लिया था। उन्होंने बताया कि लखबीर सिंह मजदूरी का काम करता था और पंजाब के तरनतारन के गांव चीमा खुर्द का निवासी था।

उत्तर प्रदेश के झांसी में बड़ा हादसा दर्शन करके लौट रही श्रद्धालुओं से भरी ट्रॉली पलटी 7 महिलाओं सहित 11 की मौत की मौत

झांसी में दशहरा के दिन पर बड़ा हादसा हो गया। हादसे में सात महिलाओं समेत 11 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में चार बच्चे भी बताए जा रहे हैं। हादसे में छह लोग घायल भी हुए हैं। हादसा चिरगांव क्षेत्र के भांडेर रोड पर शुक्रवार की शाम करीब पौने चार बजे के आसपास हुआ है। जानकारी के मुताबिक ट्रैक्टर ट्रॉली भांडेर की ओर से झांसी के चिरगांव आ रही थी तभी रास्ते में गाय को बचाने के चक्कर में ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई।

ट्रॉली पलटने से उसमें सवार सभी लोग दब गए। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मौके पर दौड़ पड़े। हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है। जिसमें सात महिलाएं और बच्चे भी शामिल है। सभी लोग झांसी और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के बताए जा रहे हैं। हादसे में 6 अन्य लोग भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं, जिन्हें झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसे की खबर पाकर अफसर भी मौके पर दौड़ पड़े। एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू करवाया है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी जिले के चिरगांव थाना के पास हुए भीषण हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के उपचार के पूरे प्रबन्ध करने के निर्देश दिए हैं।